10-24-2018, 01:03 PM,
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RE: Incest Porn Kahani माँ बनी सास
ज़ाहिद की आवाज़ सुन कर रज़िया बीबी को भी अंदाज़ा हो गया था. कि जिस तरह उस की चूत को अपने जवान बेटे के लंड की तलब हो रही है. बिल्कुल उसी तरह ज़ाहिद का लंड भी अब अपनी अम्मी की फुद्दि के लिए मचल रहा है.
इसीलिए रज़िया बीबी ने जल्दी से अपनी गान्ड को हल्का सा उपर किया.तो ज़ाहिद के तने हुए लंड का मोटा टोपा रज़िया बीबी के फूले हुए फुद्दे के दरमियाँ अटक गया.
“हाईईईईईईईईईईईईई आज दोपहर जब मेने इस चूत को चोदा था. तो उस तक ये फुद्दि मेरी अम्मी की फुद्दि थी, लेकिन अब इस वक्त में जिस चूत को चोदने जा रहा हूँ, वो चूत मेरी अम्मी की नही, बल्कि मेरी अपनी बीवी रज़िया जान की है” अपनी अम्मी की चूत के होंठो पर अपने लंड की टोपी को फँसा हुआ पा कर ज़ाहिद ने अपनी अम्मी से कहा.
ये बात कहते वक्त ज़ाहिद अपनी किस्मत पर मुस्करा उठा और उस के लंड में पहले से ज़्यादा तर आ गई.
“हाईईईईईईईईईईईईईईई आज से कई साल पहले, इस फुद्दि से तुम्हे निकालते वक्त,मुझे क्या पता था, कि एक दिन मुझे ही अपने निकाह में ला कर, तुम खुद ही इस फुद्दि का मलिक बन जाओगे ज़ाहिद्द्द्द्दद्ड” रज़िया बीबी की प्यासी चूत के दरवाज़े पर ज़ाहिद ने ज्यों ही अपने लंड की बेल बजाई.
तो अपने जवान बेटे के सख़्त लंड के मोटे टोपे को अपनी फुद्दि के ऐन नीचे महसूस करते हुए गरम जोशी से ज़ाहिद को जवाब दिया.
इस के बाद ज़ाहिद के लंड को अपनी फुद्दि के छेद पर लगा कर रज़िया बीबी अपने जिस्म को ढीला छोड़ती हुई एक दम से नीचे होने लगी.
रज़िया बीबी की फुद्दि तो पहले ही पानी छोड़ छोड़ कर बुरी तरह से “पिच पिच” कर रही थी.
इसीलिए रज़िया बीबी ने जैसे ही अपने जिस्म को हल्का सा नीचे किया. तो उस की गीली फुद्दि के गुदाज होंठो को छेड़ते हुए ज़ाहिद के लंड ने भी अपनी अम्मी की चूत की दहलीज़ को बिल्कुल ऐसे ही अबॉर किया.
जिस तरह कुछ देर पहले रज़िया बीबी अपने बेटे के कमरे की दहलीज़ पर कर के अपने ही सगे बेटे की बीवी बनने उस के कमरे में दाखिल हुई थी.
ज्यों ही ज़ाहिद का लंड एक बार फिर अपनी अम्मी के मोटे फुद्दे में एंटर हुआ.
तो अपनी बीवी माँ की चूत के सहन में आ कर ज़ाहिद का दूल्हा लंड झूम झूम कर लूडी डालते हुए अतिफ असलम का ये गाना गुन गुनाने लगा के “
“दहलीज़ पे तेरी चूत की
रखा है जो मेने अपना लंड
इस चूत से निकल के जानू
वापिस इसी में आ गये हम
है एना (चोदना) में एना
तुझे ही बस एना, मेरी बेगम”
ज़ाहिद अभी अपने दिमाग़ में ये गाना गुन गुना ही रहा था. कि इतने में ज़ाहिद के लंड पर बैठी हुई रज़िया बीबी ने अपने चूतड़ को पूरा उपर उठाया और फिर तेज़ी के साथ अपनी गान्ड को नीचे लाई.
तो ज़ाहिद का मोटा लंड अपनी दूसरी बीवी रज़िया बीबी की फुद्दि में फिसलता पूरा अंदर चला गया.
जब एक बार फिर ज़ाहिद का बड़ा लंड अपनी अम्मी के मोटे फुद्दे में घुसा . तो ज़ाहिद की तरह रज़िया बीबी के ज़हन में भी एक गाने के बोल गूंजने लगे ,
“आई हो मेरी ज़िंदगी में तुम बहार बन के
मेरी चूत में यूँ ही रहना तुम यार यार बन के”
रज़िया बीबी की चूत तो इस से पहले सिर्फ़ और सिर्फ़ ज़ाहिद के मेरहूम अब्बू के ढीले और छोटे लंड की आदि थी. और रज़िया बीबी को वो लंड अपनी चूत में लिए हुए भी अब सदिया ही बीत चुकी थी.
इसीलिए आज एक बार फिर ज़ाहिद के जवान और तगड़े लंड को अपनी बूढ़ी फुद्दि में काबू करते ही रज़िया बीबी की गरम और बेचैन चूत में ठंड सी पड़ गई.
"ओह,सस्स्स्सीईई बहुत मस्त लौडा है तुम्हारा मेरे जानुउऊुुुुउउ, हाईईईईई तुम्हारे इस घोड़े जैसे लंड ने तो मेरी बरसों की प्यास बुझा दी हाईईईईईईईईईईई मेरे सरताज्जजज्ज्ज्ज्ज " ज्यों ही ज़ाहिद का लंड जड तक उस की बीवी रज़िया की चूत में समाया.तो अपने नये शोहर के लंड का स्वागत करते हुए रज़िया बीबी के मुँह से ये अल्फ़ाज़ निकल गये.
"उूउउफ्फ इस उमर में और इतने बच्चे पैदा करने के बाद भी, आप की चूत में इतनी गरम्म्म्ममममममममी है मेरी राजूऊऊऊऊ जानंणणन्” ज्यों ही रज़िया बीबी ने एक बार फिर अपने जवान बेटे के तगड़े लंड को अपने आगोश में निगला. तो अपनी बीवी की चूत की तपिश को अपने लंड पर महसूस कर के ज़ाहिद सिसकारा.
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RE: Incest Porn Kahani माँ बनी सास
"हाआन्ं इस उमर में भी बहुत गर्मी है इस में, मेरी चूत की इस गर्मी को तुम्हारे अब्बू तो, मरते दम तक ठंडा नही कर सके, इसीलिए आज अपने अब्बू की जगह लेने के बाद,मेरे शोहर की हैसियत से अब ये तुम्हारा फ़र्ज़ बनता है कि मेरी चूत की इस गर्मी को तुम ही निकालो,और मेरी इज़्ज़त के रखवाले बन कर मेरी इज़्ज़त की धज्जियाँ उड़ा दो जान” अपने दूसरे शोहर ज़ाहिद को प्यार से मुखातिब करते हुए रज़िया बीबी ने अपनी गान्ड को हवा में उछाला. और फिर नीचे होते हुए कछक से अपने बेटे के लंड पर अपनी चूत दे मारी.
रज़िया बीबी की चूत जो कि ज़ाहिद के महरूम अब्बू से चुद चुद और बच्चे पे बच्चे पैदा कर कर के पूरी भोसडा बन चुकी थी.और इस के बावजूद कि ज़ाहिद इस से पहले भी आज दोपहर को अपनी अम्मी की कई सालों से अन्चुदि फुद्दि को चोद कर अपनी अम्मी की बेवा फुद्दि को अपने मोटे लंड से खोल चुका था.
लेकिन फिर भी जब रज़िया बीबी ने ज़ाहिद के मोटे लंड को दुबारा अपनी चूत में लिया. और ज़ाहिद का मोटा लंड रज़िया बीबी की चूत की दीवारों से चिपक कर रगड़ता हुआ रज़िया बीबी की फुद्दि में गया.
तो लौडे की मोटाई की वजह से ज्यों ही नीचे से चूत का मुँह खुला.तो मज़े की काफियत में ज़ाहिद की बीवी रज़िया बीबी का अपना मुँह भी अपने आप ही खुलता चला गया.
अब रज़िया बीबी की चूत में उस के नये जवान शोहर का लौडा पूरी तरह ऐसे फिट हो गया था. जैसे ज़ाहिद का ये लौडा सिर्फ़ और सिर्फ़ अपनी अम्मी के मोटे फुद्दे के लिए ही बना हो.
अपनी प्यासी फुद्दि में अपने जवान शोहर के बड़े लंड को ले कर रज़िया बीबी की चूत ने अपना पानी रिलीस करना शुरू कर दिया.
जिस की वजह से रज़िया बीबी की चूत में जड तक धंसा हुआ ज़ाहिद का लंड पूरी तरह अपनी नई बीवी की फुद्दि के पानी से भीगने लगा था.
“हाईईईईईईई अपनी दूसरी बीवी की चूत के पानी से अपने लौडे को तर करवा के कैसा लग रहा है आप को ज़ाहिद जीिइईई” ज्यूँ ही रज़िया बीबी ने अपनी फुददी को ज़ाहिद के लंड पर अपना पानी छोड़ते हुए महसूस किया. तो मज़े की शिद्दत से रज़िया बीबी ज़ाहिद से रज़िया बीबी ने अपनी गान्ड को फिर उपर उछाला.
“हाईईईईईईईईईई तुम्हारी चूत के इस झड़ते पानी ने तो मुझे तुम्हारी फुद्दि का और दीवाना बना दिया है बेगम” रज़िया बीबी की बात के जवाब में ज़ाहिद ने नीचे अपनी अम्मी की फुद्दि में ज़ोर दार धक्का मारते हुए कहा.
इस के साथ ज़ाहिद ने एक दम से अपने हाथ पीछे से ला कर हवा में उछालती हुई अपनी अम्मी की भारी गान्ड और अपनी अम्मी की मोटी गुदाज रानों को नीचे से अपने हाथों में था.
इस तरह अपनी अम्मी की गुदाज रानों को अपने हाथों में काबू करते हुए ज़ाहिद ने अपनी अम्मी की गान्ड को अपने लंड के उपर नीचे होने में मदद की.
तो रज़िया बीबी अपने शोहर बेटे के लौडे पर बैठ कर ऊपर नीचे होते हुए अपने जवान शोहर के सख़्त को अपनी फुद्दि में छोड़ कर फुल एंजाय करने लगी.
चूत के पानी से तर होने की वजह से ज़ाहिद का बड़ा लंड अब बहुत आराम और आसानी के सटा सॅट अपनी अम्मी की मोटी फुद्दि के अंदर बाहर हो रहा था.
एक तो जवान सख़्त लंड और उपर से चुदाई के नये अंदाज़ के इस हसीन मिलाप ने रज़िया बीबी के प्यासे वजूद को हवस के हिस्सार में इस तरह काबू किया था.
कि अपने बेटे के लंड पर बैठ रज़िया बीबी किसी मस्त मलन्ग की तरह बे सुध हो कर अपने शोहर जानू के लंड पर धमाल मचाने लगी थी.
ज़ाहिद के लंड को अपनी चूत से चोदने के दोरान रज़िया बीबी जोश में आ कर अब मस्ती से चलने भी लगी थी “ओह्ह ज़ाहिद्द्द्द्द्द्द्द्दद्ड, बहुत्त्त्त्त्त्त्त्त मॅज़ा आ रहा है, इतने सालों के बाद मेरी चूत ठंडी हुई है, आह मारो अपनी बीवी की प्यासी चूत,उफफफफफ्फ़ चोदो मुझे याइ,मेरी ही चूत से निकले हुए मेरे शोहार्र्र्र्र्र्र्ररर”
ज़ाहिद के लंड पर धना ढन अपनी चूत मारती रज़िया बीबी के मुँह से तेज तेज सिसकारियाँ निकल रही थी. और वो अपनी गान्ड हवा में उठा उठा कर ज़ाहिद के लंड पर तेज तेज झटके मार रही थी.
“हाईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई जिस तरह मेने शाज़िया की चूत में अपने लंड का पानी डाल कर अपनी ही बहन को पेट से कर दिया है, उसी तरह मेरी ख्वाहिश है कि आज तुम्हारी फुद्दि में भी अपने लंड का बीज डाल कर तुम्हारी गोद भी हरी कर दूं बेगम” ये बात कहते वक्त ज़ाहिद ने अपनी अम्मी की रानों को छोड़ कर रज़िया बीबी की भारी गान्ड की मोटी मोटी पहाड़ियों को पीछे से अपने दोनो हाथों में कसा.
और अपनी गान्ड को बिस्तर से उठा कर अपने बड़े लंड को सीधा अपनी बीवी माँ की उस बच्चे दानी पर ठोकर मारते हुए बोला. जिस बच्चे दानी में कई साल पहले खुद ज़ाहिद ने खुद परवरिश पाई थी.
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10-24-2018, 01:04 PM,
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RE: Incest Porn Kahani माँ बनी सास
बात कहते वक्त ज़ाहिद ने अपनी अम्मी की रानों को छोड़ कर रज़िया बीबी की भारी गान्ड की मोटी मोटी पहाड़ियों को पीछे से अपने दोनो हाथों में कसा.
और अपनी गान्ड को बिस्तर से उठा कर अपने बड़े लंड को सीधा अपनी बीवी माँ की उस बच्चे दानी पर ठोकर मारते हुए बोला. जिस बच्चे दानी में कई साल पहले खुद ज़ाहिद ने खुद परवरिश पाई थी.
“हाईईईईईईईईईईईईईईई तुम्हारे इस बड़े लंड से चुदवाने के बाद, दिल तो मेरा भी बहुत करता है, कि शाज़िया की तरह में भी तुम्हारे बच्चो की माँ बनू, मगर उमर के इस हिस्से में,मेरे मेन्सस (पीरियड्स) बंद हो जाने के बाद, अब ये मुमकिन नही है जानुउऊ” ज़ाहिद के मुँह से निकलने वाली फरमाइश के साथ साथ अपनी बंद बच्चे दानी के दरवाज़े पर अपने बेटे ज़ाहिद के लंड की ठोकरों को महसूस कर के रज़िया बीबी की चूत पहले से ज़्यादा मचल उठी. और उस ने ज़ोर से अपनी चूत में ज़ाहिद के मोटे लंड को कसते हुए जवाब दिया.
अब कमरे में ये हालत थी. ज़ाहिद का कॅचा कच करता हुआ लौडा उस के जिस्म पर बैठी हुई रज़िया बीबी की चूत में तेज़ी के साथ आ जा रहा था.
जब कि रज़िया बीबी अपनी मोटी मोटी गान्ड ज़ाहिद के लंड पर तेज़ी के साथ उछाल उछाल कर अपने जवान बेटे से अपनी चूत की प्यास भुजवा रही थी. और दोनो माँ बेटे के जिस्म चुदाई की गरम जोशी की वजह से पसीना पसीना हो रहे थे.
कुछ देर मज़ीद अपने बेटे के लंड को इस अंदाज़ में एंजाय करने के बाद रज़िया बीबी ज़ाहिद के लंड से उठी. और बिस्तर पर लेटे ज़ाहिद के बराबर आ कर घोड़ी बनते हुए बिस्तर पर ओन्धे मुँह लेट गई.
बिस्तर पर घोड़ी बन कर लेटते ही रज़िया बीबी ने अपने साथ लेटे ज़ाहिद की आँखों में देखा और बोली “में अब आप से घोड़ी के अंदाज़ में अपनी चूत मरवाना चाहती हूँ ज़ाहिद”
घोड़ी बन कर बिस्तर पर इस तरह लेटने से रज़िया बीबी की गान्ड मजीद छोड़ी और फैल कर की उपर की तरफ उठ गई. जिस की वजह से पीछे से रज़िया बीबी की चूत बाहर को निकल आई.
“हाईईईईईईईईईई आज किस किस अंदाज़ में चुदवाने का इरादा है मेरी जान” ज़ाहिद ने जब अपनी अम्मी की बात सुनी तो एक दम बिस्तर से उठ कर अपनी अम्मी के पीछे आया. और पीछे से अपनी अम्मी की कमर पर झुकते हुए,अपनी अम्मी की पीठ पर अपनी गरम ज़ुबान रख कर रज़िया बीबी की मुलायम पीठ को अपनी लंभी ज़ुबान से चाटने लगा.
“ओह ज़ाहिद्द्द्द्दद्ड मेरी जानंणणन्” ज्यों ही ज़ाहिद की गरम ज़ुबान रज़िया बीबी की गोश्त से भरी पीठ से टकराई. तो रज़िया बीबी सिसकारने लगी.
घोड़ी बनी रज़िया बीबी के जिस्म पर इस तरह पीछे से झुक कर लेटने से ज़ाहिद का लंड अब उस की अम्मी की रानों में से होता हुआ रज़िया बीबी चूत के उपर आन टकराया.
ज़ाहिद ने अपनी अम्मी की गान्ड को अपने हाथ में थामा. और अपने जवान सख़्त लंड को अपनी अम्मी की चौड़ी गान्ड में फँसा कर हल्के हल्के धक्के मारने लगा.
“हाईईईईईईईईईईईई क्यों सताते हो मुझे ,अब अपनी बीवी की चूत में डाल भी दो ना अपना लंड, मेरे दूल्हे रजाआाआ” ज़ाहिद के लंड की मोटी टोपी एक बार फिर अपनी चूत से छूते ही रज़िया बीबी के मुँह से सिसकी निकली.
इस के साथ ही रज़िया बीबी अपने हाथ को अपनी टाँगों के दरमियाँ लाई. और पीछे से अपनी टाँगों के दरमियाँ झूलते हुए ज़ाहिद के मोटे लंड को अपने हाथ से पकड़ कर अपनी फुद्दि के लबों के दरमियाँ रख दिया.
ज़ाहिद के लंड को अपनी चूत के मुँह पर रखते ही रज़िया बीबी ने अपनी गान्ड को पीछे खड़े ज़ाहिद की तरफ धक्का दिया. तो ज़ाहिद का लंड एक झटके में अपने सामने घोड़ी बनी हुई उस की अम्मी रज़िया बीबी की चूत में फिर से फिसलता चला गया.
“हाईईईईईईईईईईई फाड़ डालो अपनी गरमम्म बीवी की चूत कूऊऊऊ” ज़ाहिद के लंड को अपने अंदर जज़ब करते ही रज़िया बीबी ने अपनी भारी गान्ड को आगे पीछे हिलाना शुरू किया.
और अपने मुँह से एक बार फिर “अहह ओह” की आवाज़ियाँ निकालने लगी.
दूसरी तरह ज़ाहिद ने एक बार फिर अपनी अम्मी की चूत में पीछे से अपना लंड डालने के बाद अपनी गान्ड को हल्के से पीछे किया.
तो रज़िया बीबी की चूत के पानी से भीगा हुआ ज़ाहिद का लंड उस की अम्मी की चूत से आधे से ज़्यादा बाहर निकल आया.
“उफफफफफफफफ्फ़ मेरा लंड तो तुम्हारी चूत के सफेद पानी से भीगा होने की वजह से ऐसे चमक रहा है,जैसे किसी अंधेरे कमरे में पड़ा हुआ हीरा (डाइमंड) चमकता है रज़िय्ाआआआअ जान” अपनी अम्मी की चूत के पानी से भरे हुए अपने लंड को देख कर ज़ाहिद जोश में आया. और अपनी अम्मी की गान्ड की उपर उठी हुई पहाड़ियों को अपने हाथों में मज़बूती से जकड़ते हुए बोला.
“हाईईईईईईईईई जब मेरा अपना सगा बेटा, आज मेरे शोहर की हैसियत से मेरी फुद्दि में अपना लंड डाले गा, तो एक गरम बीवी की हैसियत से मेरी फुद्दि अपना पानी तो छोड़ेगी ही ना, मेरी चूत के मलिक” ज़ाहिद की बात का जवब देते हुए रज़िया बीबी अपनी गान्ड को पीछे की तरफ हिला हिला कर अपने बेटे के लंड को मज़ीद अपनी चूत के अंदर समेटने की कोशिस करने लगी.
अब कमरे में ये आलम था. कि ज़ाहिद घोड़ी बनी अपनी अम्मी रज़िया बीबी की गान्ड की पहाड़ियों को अपने हाथ में थाम कर पीछे से अपनी अम्मी की चूत को ज़ोर दार तरीके से चोद रहा था.
चुदाई के इस अंदाज़ में ज़ाहिद अपने लंड को अपनी अम्मी की चूत से उस वक्त तक बाहर निकालता. जब तक ज़ाहिद के लंड की मोटी टोपी उस की अम्मी की चूत के होंठो के दरमियाँ बाकी रह जाती.
इस के बाद ज़ाहिद पीछे से अपनी गान्ड उठा कर एक ज़ोर दार धक्का मारता. तो ज़ाहिद का लंड सरकता हुआ जड़ तक उस की अम्मी के फुद्दे में घुस जाता.
उधर दूसरी तरह रज़िया बीबी भी उसी जोश और वलवाले से अपनी गान्ड को पीछे ला कर अपने बेटे के जवान लंड से अपनी प्यासी चूत का मिलाप करवा रही थी.
और दोनो माँ बेटे के इस लंड चूत मिलन की वजह से पेदा होने वाली “थॅप थॅप” और हााआ,ओह” ने कमरे के माहौल को पूरा रंगीन बना दिया था. जब कि दोनो माँ बेटा के धक्कों से बिस्तर पूरा हिलने लगा था.
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10-24-2018, 01:12 PM,
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RE: Incest Porn Kahani माँ बनी सास
थोड़ी देर यूँ ही पड़े रहने के बाद ज़ाहिद रज़िया बीबी के भारी वजूद से उठा. तो रज़िया बीबी भी सकून की सांस लेते हुए सीधी हो कर बिस्तर पर लेट गई.
ज्यों ही रज़िया बीबी कमर के बल सीधी हो कर बिस्तर पर लेटी. तो रज़िया बीबी के बराबर लेटे ज़ाहिद ने अपनी अम्मी के बड़े बड़े मम्मों में अपने सर रख कर सकून से अपनी आँखे बंद कर लीं.
अभी ज़ाहिद को अपनी आँखे बंद किए कुछ ही सेकेंड्स गुज़रे थे. कि ज़ाहिद के कानों में किसी की सिसकियों की आवाज़ गूँजी.
ज़ाहिद ने रज़िया बीबी के मम्मो में से अपना सर उठा कर अपनी अम्मी के चेहरे की तरफ देखा. तो उसे अपनी अम्मी की आँखों में आँसू नज़र आ गये.
“लगता है आप को मुझ से चुदवा कर अब शरम या गुनाह का अहसास हो रहा है,इसी लिए आप की आँखों में आँसू छलक रहे हैं अम्मी” ज़ाहिद ने अपनी अम्मी को यूँ अचानक रोते देखा. तो उस ने एक दम अपनी अम्मी से कहा.
“ज़ाहिद अपने अब्बू के बाद तुम मेरे दूसरे शोहर बन गये हो,जब कि तुम्हारी बहन के बाद में तुम्हारी अपनी सग़ी अम्मी ही तुम्हारी दूसरी बन चुकी हूँ बेटा, इसीलिए ये शरम या गुनाह के नही, बल्कि खुशी और गम के आँसू हैं ज़ाहिद” रज़िया बीबी ज़ाहिद की बात के जवाब में बोली.
“खुशी और गम के आँसू,में समझा नही आप की बात” अपनी अम्मी की बात का मतलब ना समझते हुए ज़ाहिद ने दुबारा पूछा.
“हां खुशी और गम के आँसू, खुशी इस बात की कि इतने सालों से प्यासी मेरी चूत की प्यास बुझाने के लिए,इस बूढ़ी उमर में भी मुझे अपने से 20 साल छोटे मर्द का घोड़े जैसे का एक लंड नसीब हुआ है,जिस ने आज मेरी चूत और गान्ड की धज्जियाँ उड़ा कर रख दीं हैं,और गम इसीलिए कि अपनी जिन्सी प्यास बुझवाने के बावजूद अब मेरी चूत बंजर हो चुकी है, जिस वजह से में तुम्हारे बच्चे की माँ नही बन सकती,अगर में तुम्हारे बच्चो को अपने पेट में जनम दे कर,तुम्हारी तरह तुम्हारे बच्चो को भी अपना दूध पिलाती तो मुझे ज़्यादा खुशी होती मेरी ज़िंदगी के नये मालिक” रज़िया बीबी ने अपनी आँखों से आँसू बहाते हुए ज़ाहिद से कहा.
“ओह,अगर तुम मेरे बच्चो की माँ नही बन सकती तो कोई बात नही,में इस के बावजूद तुम्हारी चूत की इसी तरह पूजा करूँगा ,जैसे में अपनी पहली बीवी और अपने होने वाले बच्चे की माँ शाज़िया की करता हूँ, मेरी जान” ज़ाहिद ने रज़िया बीबी की बैठी आँखो पर अपने गरम होंठो से बोसा देते हुए अपनी अम्मी को तसल्ली दी. और रज़िया बीबी की आँखों को अपने हाथ से सॉफ कर दिया.
रज़िया बीबी को अपने बेटे और नये खाविंद का प्यार भरा ये अंदाज़ बहुत अच्छा लगा. और वो ज़ाहिद की इस बात और हरकत में मुस्कुराने लगी.
दोनो माँ बेटा अपनी चुदाई से काफ़ी थक चुके थे. इसीलिए फिर कुछ देर इधर उधर की बातें करने के बाद दोनो को नीद आ गई.और दोनो माँ बेटा एक प्यार करने वाले मियाँ बीवी की तरह एक दूसरे की बाहों में ही सो गये.
उधर घर के दूसरे कमरे में उस रात शाज़िया अपने बिस्तर पर अकेली नंगी लेट कर अपनी अम्मी और ज़ाहिद भाई के दरमियाँ होने वाली चुदाई की हल्की हल्की आवाज़ों और सिसकियों को ना सिर्फ़ सुन रही थी.
बल्कि अपनी सौतन अम्मी और शोहर भाई की जबरदस्त चुदाई को अपनी तसवर्ती आँखो से देख देख कर गरम होने में भी मसरूफ़ थी.
चुदाई की पछ पच की आवाज़ों को सुन कर सुन कर शाज़िया की अपनी साँसे ना सिर्फ़ तेज हो रही थी.
बल्कि अपनी अम्मी की गरम सिसकियाँ और मज़े भरी चीखे सुन सुन कर शाज़िया के हाथ की उंगलियाँ भी अपनी चूत के देने को बुरी तरह मसल रही थी.
और फिर उधर जब ज़ाहिद ने अपनी अम्मी की गान्ड के उपर अपने लंड का पानी छोड़ा. तो दूसरी तरफ शाज़िया ने अपनी चूत के पानी को अपने हाथ से खारिज करते हुए अपने जिस्म और गरम चूत को ठंडक पहुँचा कर सकून की नींद सो गई.
दूसरी सुबह रज़िया बीबी की आँख ज़ाहिद से पहले खुल गई. तो कल की चुदाई की वजह से रज़िया बीबी को अपने अंग अंग में दर्द और जिन्सी सकून का एक अनोखा अहसास महसूस हुआ.
कल अपनी ज़ाहिद के मोटे और जवान लंड से अपनी प्यासी चूत और जिस्म की प्यास बुझवाने के बाद आज रज़िया बीबी को अपने भारी वजूद भी बहुत हल्का फूलका महसूस हो रहा था.
अपनी अंखँ खुलते ही रज़िया बीबी ने देखा कि नींद की हालत में उस की एक टाँग अपने बेटे ज़ाहिद की कमर के उपर पड़ी हुई थी.
जब कि दूसरी तरफ ज़ाहिद का एक हाथ रज़िया बीबी के भारी वजूद के गिर्द लिपटा हुआ था.और नीचे से ज़ाहिद का ढीला लंड अपनी अम्मी की गुदाज रान के साथ रगड़ खा रहा था.
आज अपने नंगे वजूद को यूँ अपने ही जवान बेटे की बाहों में पा कर रज़िया बीबी खुद ब खुद मुस्कराने लगी.
रज़िया बीबी को बाथ रूम जाना था. इसीलिए नींद से जागते ही बिस्तर से उठ कर बाथरूम वो जाने लगी. तो एक दम पीछे से किसी ने उस के हाथ की कलाई को पकड़ लिया.
रज़िया बीबी ने अपनी गर्दन मोड़ कर एक दम पीछे देखा. तो अपने बेटे ज़ाहिद को अपनी तरफ मुस्कराते हुए देख कर रज़िया बीबी किसी नई नवली दुल्हन की तरह शर्मा कर रह गई.
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10-24-2018, 01:12 PM,
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RE: Incest Porn Kahani माँ बनी सास
ज्यों ही ज़ाहिद का साथ लंड अपनी बीवी रज़िया बेगम की चूत में गया.
तो मज़े की शिद्दत से अपनी टाँग पर रखे हुए हाथ पर रज़िया बीबी की गिरफ़्त कमजोर पड़ गई. जिस वजह से रज़िया बीबी की हवा में उठी हुई टाँग उस के हाथ से गिर कर रज़िया बीबी की दूसरी टाँग पर आ गई.
रज़िया बीबी की दोनो टाँगे अब आपस में जुड़ जाने की वजह से रज़िया बीबी की मोटी चूत के लब भी आपस में मिल गये. जिस से रज़िया बीबी के मोटे फुद्दे का खुला हुआ मुँह एक दम से बंद हो गया.
रज़िया बीबी की चूत ज्यों ही तंग हुई तो ज़ाहिद को यूँ लगा जैसे किसी ने उस के मोटे लंड को पिंजरे में क़ैद कर लिया हो.
“उफफफफफफफफफफफफफफफफफफ्फ़ कल दोपहर से आज सुबह तक,तीन दफ़ा तुम्हारी इस फुद्दि को चोदने के बाद भी, मुझे ऐसे ही लग रहा है जैसे में किसी मेच्यूर औरत की नही, बल्कि बाली उमर की किसी कंवारी फुद्दि को चोद रहा हूँ,बेगौम्म्म्म्म्म्म”कहते हुए ज़ाहिद ने अपने लंड को बाहर खींचा. और फिर झटके के साथ दुबारा अपनी अम्मी के मोटे फुद्दे में अपना लंड डाल कर अपनी बीवी अम्मी की फुद्दि मारने लगा.
रज़िया बीबी भी ज़ाहिद के मोटे लंड को पीछे से अपनी चूत में ज़ोर ज़ोर से आते जाते महसूस कर के मज़े से चीख पड़ी ”हाईईईईईईईई मर गैिईई,तुम्हारा ये लंड है या बिजली का खंबा.,मेरे गले तक उतर गया है, तुम्हारे इस लंड ने तो मुझे पागल बना दिया है,और चोदो अपनी बीवी को और ज़ोर से मेरे जवान खाविंद”
इस दौरान रज़िया बीबी की चूत का छेद ज़ाहिद के आगे पीछे होते हुए लंड को कभी अपनी गिरफ़्त में कस रहा था और कही छोड़ रहा था.
इधर ज़ाहिद और रज़िया बीबी ने सुबह सुबह अपनी आँख खुलते ही चुदाई स्टार्ट कर के अपनी नई आज़देवगी ज़िंदगी का आगाज़ कर दिया था.
तो दूसरी तरफ शाज़िया की आँख भी ज्यों ही खुली. तो वो भी अपने बिस्तर से उठ कर हाथ मुँह धोने के बाद ज़ाहिद के कमरे की तरफ चल पड़ी. ताकि वो जा कर अपनी अम्मी और ज़ाहिद से चाय पानी का पूछे.
इधर ज्यों ही शाज़िया अपने कमरे से बाहर निकली तो उसी दौरान रज़िया बीबी की चूत को चोदते ज़ाहिद ने अपनी अम्मी की फुद्दि से अपने लंड को निकाला.और फिर बिस्तर से नीचे उतर कर पलंग पर बदस्तूर एक साइड पर लेटी रज़िया बीबी की मोटी गान्ड में अपने लंड को उडेल दिया.
ज्यों ही ज़ाहिद के मोटे लंड ने पीछे से रज़िया बीबी की भारी गान्ड की मोरी को चीरते हुए एक बार फिर अपनी अम्मी की मोटी गान्ड का मुँह खोला.
तो दर्द और स्वाद से लबरेज हो कर गान्ड की मोरी के साथ साथ रज़िया बीबी का मुँह भी खुद ब खुद खुलता चला गया.
“हाईईईईईईईईईईईईईईई,कल से चोद चोद कर मुझे तो तुम ने अपने लंड का गुलाम ही बना डाला है, मेरी चूत और गान्ड के मलिक” अपने बेटे के जवान सख़्त लंड को अपनी गान्ड की गहराइयों में समेटे हुए रज़िया बीबी सिसकार उठी.
दूसरी तरफ अपने कमरे से निकल कर शाज़िया ज्यों ही ज़ाहिद के कमरे के नज़दीक आई. तो शाज़िया को चुदाई में मसरूफ़ अपनी अम्मी और ज़ाहिद भाई की सिसकियाँ बाहर ही सुनाई दे गई .
“ओहूऊओ ज़ाहिद आज तो मेरी चूत और गान्ड दोनो ही फाड़ कर रख दी हैं तुम ने,अब बस करो और जल्दी से अपना पानी निकाल दो तुम बेटा” दरवाज़े के नज़दीक आते ही शाज़िया को अपनी अम्मी की आवाज़ सुनाई दी.
“क्या गान्ड है आप की,दिल करता है पूरा दिन अपना लंड इस गान्ड में डाल कर पड़ा रहूऊऊओन मेरी जान” रज़िया बीबी की आवाज़ के साथ ही शाज़िया को अपने भाई ज़ाहिद का जवाब अपने कानों में सुनाई दिया. तो अपनी अम्मी और भाई की चुदाई की बातों को सुन कर शाज़िया समझ गई. कि उस की अम्मी और ज़ाहिद भाई ने सुबह सुबह अपना काम स्टार्ट कर दिया है.
ये बात सोचते ही शाज़िया की चूत भी गरम हो गई और उस ने फॉरन कमरे के बंद दरवाज़े पर नॉक कर दिया
“उफफफफफफ्फ़ शाज़िया को भी अभी ही आना था” दरवाज़े पर दस्तक सुनते ही ज़ाहिद को थोड़ा गुस्सा आ गया. और इसी गुस्से में उस ने अपनी अम्मी की गान्ड में ज़ोर दार झटका मारते हुए कहा.
“ये मत भूलो कि शाज़िया की वजह से ही में तुम्हारे साथ अपनी सुहाग रात मना रही हूँ,इसीलिए शाज़िया पर गुस्सा करने की बजाय,तुम्हें तो अपनी बहन का अहसान मंद होना चाहिए ज़ाहिद्द्द्द्द्दद्ड” रज़िया बीबी ने ज़ाहिद को गुस्से में आते देख कर समझाने की कोशिश की.
“हां कह तो आप ठीक रही हैं, में वाकई ही भूल गया था, कि आप की फुद्दि तक पहुँचने का रास्ता,मुझे मेरी प्यारी बहन ने ही दिखाया है ” अपनी अम्मी के समझाने की बदोलत ज़ाहिद का गुस्सा एक दम ठंडा पड़ गया.
इस के साथ ही ज़ाहिद ने अपना लंड रज़िया बीबी की गान्ड से बाहर निकाला. और फिर जा कर अपने कमरे का दरवाजा खोल दिया.
ज्यों ही अपने तने हुए लंड को हवा में लहराता हुआ ज़ाहिद बिस्तर से उठ कर दरवाजा खोलने गया.
तो इसी दौरान बिस्तर पर नंगी हालत मे रज़िया बीबी ने अपने मोटे नंगे जिस्म को ढँकने के लिए बिस्तर की चादर अपने वजूद पर ओढ़ ली.
इस के बावजूद कि रज़िया बीबी अपनी बेटी शाज़िया के साथ अपने लेस्भिअन ताल्लुक़ात कायम करने के बाद, अपनी जवान बेटी को ना सिर्फ़ अपने भारी जिस्म के हर हिस्से का दीदार करवा चुकी थी.
मगर फिर भी आज पूरी रात अपने बेटे की बाहों में बसर करने की वजह से रज़िया बीबी को अब शाज़िया का सामना करने में शरम सी महसूस होने लगी थी.
ज्यों ही ज़ाहिद ने कमरे का दरवाजा खोला. तो दोनो बहन भाई की नज़रें एक दूसरे के नग्न वजूद पर पड़ी.
एक दूसरे को यूँ अपने अपने कपड़ों से बेयनियाज़ एक दूसरे के सामने खड़े पा कर ज़ाहिद और शाज़िया के चेहरे पर मुस्कराहट फैल गई.
शाज़िया को कमरे में आने के रास्ता देने की खातिर ज़ाहिद दरवाज़े से हटा. तो अपने भाई के मोटे लंड पर अपनी नज़रें जमाए शाज़िया कमरे में एंटर हुई.
ज़ाहिद का लंबा,सख़्त लंड इस वक्त रज़िया बीबी की चूत और गान्ड के पानी से पूरी तरह तर हो कर पूरी आब-ओ-ताब के साथ ज़ाहिद की टाँगों के दरमियाँ फन फ़ना रहा था.
अपनी अम्मी के जिस्मानी जूस से पूरी तरह तर अपने भाई के जवान लंड को देखते ही शाज़िया की पहले से गरम चूत ने भी अपना पानी छोड़ दिया.
“लगता है इस लंड ने कल रात से अब तक अपनी नई बीवी की चूत और गान्ड के खूब मज़े लिए हैं, इसी लिए इस में इतना जोश और वलवला आया हुआ है जानुउऊुुुउउ” शाज़िया ने एक अदा से अपने शोहर भाई से कहा.
और इस के साथ ही शाज़िया नीचे बैठ कर अपने भाई के लंड से टपकते हुए अपनी अम्मी के जूस को अपनी ज़ुबान से सक करने लगी.
“उफफफफफफ्फ़ चाट खाओ अपनी सोतन की चूत और गान्ड का पानी अपने शोहर के लंड से मेरी पहली ज़ोज़ाआअ जानुउऊुुुुुउउ”
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ज्यों ही शाज़िया की गरम ज़ुबान ज़ाहिद के तने हुए लंड के उपर नीचे फिरी. तो ज़ाहिद ने जोश में आते हुए अपनी पहली बीवी शाज़िया से फरमाइश की.
और फिर अपने कदमों में बैठी शाज़िया के मुँह में अपना लंड डाल कर अपनी बहन के मुँह को चूत समझते हुए शाज़िया के मुँह को तेज़ी से अपने बड़े लंड से चोदने लगा.
कुछ देर अपने भाई के लंड पर लगा अपनी अम्मी की गान्ड और चूत के पानी को चाट चाट कर सॉफ करने के बाद शाज़िया की नज़र बिस्तर पर चादर ओढ़े लेटी अपनी अम्मी पर पड़ी.
“हाईईईईईईईईईईईईईईईई अपने नये यार से अपनी कंवारी गान्ड की सील खुलवाने के बाद, और रात भर अपने नये शोहर के लंड से मौज मस्ती करने के बाद, अब तुम क्यों इतनी सती सावित्री बन का लेट गई हो मेरी बानो” शाज़िया ने ज़ाहिद के लंड को अपने मुँह से निकाल कर बिस्तर पर लेटी अपनी अम्मी से बे तकल्लूफ होते हुए पूछा.
इस के साथ ही शाज़िया ज़ाहिद के कदमों में से उठी. और अपनी अम्मी के बिस्तर के करीब जा कर रज़िया बीबी के जिस्म पर पड़ी चादर को खैंच कर उतार दिया.
“ऐसा मत करो शाज़िया मुझे शरम आती है” ज्यों ही शाज़िया ने रज़िया बीबी के जिस्म से चादर उतारी. तो अपने नंगे मम्मो और चूत को अपने हाथों से छुपाने की नाकाम कोशिश करते हुए रज़िया बीबी चिल्ला उठी.
“हाईईईईईईईईई सदके जाऊं आप की इस ड्रामा बाज़ी के,अब छोड़ो ये सब और बताओ मुझे कि केसी रही आप की दूसरी सुहाग रात मेरे शोहर के साथ अम्मी जान” रज़िया बीबी के नाटक पर मुस्कराते हुए शाज़िया ने अपनी अम्मी को छेड़ा.
“में क्या बताऊ तुम खुद ही देख लो,एक ही रात में तुम्हारे शोहर ने मेरी इस नाज़ुक सी चूत और गान्ड की क्या हालत बना कर रख दी है शाज़िया” शाज़िया की बात को सुन कर रज़िया बीबी भी मुस्कुरा दी और साथ ही उस ने अपने मम्मो और चूत से अपने दोनो हाथ हटा कर अपने भारी वजूद को एक बार फिर अपनी बेटी की नज़रों के सामने नंगी कर दिया.
शाज़िया बहुत गौर से अपने सामने पड़े अपनी अम्मी के नंगे वजूद का ब गौर जायज़ा लेते हुए अम्मी के चेहरे से अपनी नज़रें घुमाती हुई नीचे अपनी अम्मी के पैरों तक चली गई.
रज़िया बीबी के जिस्म की हालत ये थी.कि रात भर ज़ाहिद के चूसने की वजह से रज़िया बीबी के होंठ सूज कर मोटे हो गये थे.
उस के लंबे काले बाल इस वक्त रज़िया बीबी के चेहरे और मम्मो पर पूरे खुले और बिखरे पड़े थे.
रज़िया बीबी के गोरे बदन पर जगह जगह ज़ाहिद के काटने, चूसने और रगड़ने की वजह से लाल रंग के स्पॉट्स बन चुके थे.
जब कि रज़िया बीबी के मोटे मम्मो को चूसने और दाँतों से काटने की वजह से उन पर हिक्केस पड़ गई थी.
मम्मो के बाद पेट से होते हुए ज्यों ही शाज़िया की नज़र अपनी अम्मी की टाँगों के दरमियाँ रज़िया बीबी की मोटी फुद्दि तक पहुँची.
तो शाज़िया ने देखा कि उस की अम्मी की चूत ज़ाहिद के मोटे लंबे लंड से चुद चुद कर अपना रंग ही तब्दील कर चुके है.
जब कि ज़ाहिद के मोटे लौडे ने रज़िया बीबी की फुद्दि के होंठो को ऐसे खोल कर चौड़ा कर दिया था. कि पहली नज़र में देखने वाले को ऐसा लगता था. कि अब इस चूत का मुँह कभी बंद ही नही हो पाएगा.
ज़ाहिद के लंड ने अपनी अम्मी के चेहरे, मम्मो, चूत और गान्ड पर इतना पानी छोड़ा था. कि जहाँ जहाँ ज़ाहिद के लंड का पानी गिरा वहाँ वहाँ से रज़िया बीबी की स्किन अकड़ चुकी थी. और ज़ाहिद के लंड का पानी सूख कर गोंद जैसा बन गया था.
“देखो मेरे बदन की क्या हालत की है तुम्हारे शोहर ने” रज़िया बीबी ने अपने अंग अंग को अपनी जवान बेटे की नज़रों के सामने करते हुए शाज़िया से कहा.
“ज़ाहिद भाई अब आप के भी उतने ही शोहर हैं, जितने वो मेरे हैं अम्मी जान” अपनी अम्मी के जिस्म की हालत देख कर शाज़िया की चूत मज़ीद गरम हो गई. और उस ने फॉरन अपनी अम्मी की बात का जवाब दिया.
“हां ये बात तो ठीक है तुम्हारी, वैसे मुझे समझ नही आ रही कि में किस मुँह से तुम्हारा शुक्रिया अदा करूँ, कि जो तुम ने मुझे आज इतना अनमोल तोहफा दिया है मेरी बचिईीईईईईईई” शाज़िया की बात के जवाब में रज़िया बीबी अपनी बेटी की तरफ प्यार भरी नज़रों से देखती हुई बोली.
“इस में शुक्रिया अदा करने वाली कोई बात नही,मगर आप वादा करो कि आज से आप घर में मुझे बेटी कह कर नही पुकारो गी” अम्मी के मुँह से अपने मुतलक बेटी वाला जुमला सुन कर शाज़िया ने अपनी अम्मी से कहा.
“बेटी को बेटी कह कर ना बुलाऊ, तो और क्या कहूँ गी शाज़िया” रज़िया बीबी अपनी बेटी की बात को ना समझते हुए बोली.
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“इस में शुक्रिया अदा करने वाली कोई बात नही,मगर आप वादा करो कि आज से आप घर में मुझे बेटी कह कर नही पुकारो गी” अम्मी के मुँह से अपने मुतलक बेटी वाला जुमला सुन कर शाज़िया ने अपनी अम्मी से कहा.
“बेटी को बेटी कह कर ना बुलाऊ, तो और क्या कहूँ गी शाज़िया” रज़िया बीबी अपनी बेटी की बात को ना समझते हुए बोली.
“जैसे आज से कुछ महीने पहले,ज़ाहिद भाई से चुदवाने के बाद आप अम्मी से मेरी सास, और में बेटी से आप की बहू बन गई थी,बिल्कुल उसी तरह आज मेरे शोहर से अपनी चूत मरवाने के बाद, आप मेरी अम्मी और सास के साथ साथ अब मेरी सोतन भी बन चुकी हैं,इसीलिए अब आप मुझे घर में बड़ी बेगम, और में आप को छोटी बेगम कह कर बुलाया करूँगी” अपनी अम्मी को ये बात समझाते हुए शाज़िया आगे बढ़ी .और बिस्तर पर लेटी अपनी अम्मी की टाँगों के दरमियाँ अपना मुँह डाल कर ज़ाहिद के मोटे लंड से चुदि हुई अपनी सोतन अम्मी का फुद्दा खाने लगी.
“उमर में मुझ से छोटी होने के बावजूद तुम बड़ी बेगम केसे बनो गी शाज़िया” अपनी बेटी की गरम ज़ुबान को अपनी ताज़ा ताज़ा चुदि हुई चूत पर महसूस कर के रज़िया बीबी ने सिस्कार्ते हुए पूछा.
“चूँकि मेने आप से पहले अपने भाई की बीवी बनी हूँ,इसीलिए उमर में आप से छोटी होने के बावजूद में बड़ी बेगम की कहलाउन्गी” अपनी अम्मी को एक बार फिर समझाते हुए शाज़िया ने अपनी नुकीली ज़ुबान को अपनी अम्मी की चूत की दीवारों में फेर दिया.
“हाईईईईईईईईईईईईई ठीक है जैसे आप की मर्ज़ी बड़ी बेगम साहिबा” अपनी बहू और सोतन बेटी की गरम ज़ुबान के आगे निढाल होते हुए रज़िया बीबी ने जवाब दिया. और सिसकियाँ भरते हुए बिस्तर से अपनी गान्ड उठा उठा कर अपनी गरम चूत से अपनी जवान बेटी का मुँह चोदने लगी.
इधर शाज़िया ने अपनी अम्मी की फुद्दा चाटना शुरू किया. तो दूसरी तरफ कमरे के दरवाज़े पर खड़ा ज़ाहिद भी अपनी दोनो बीवियों के मुँह से ये सारी बाते सुन सुन कर गरम होते हुए अपने लंड को हाथ में ले कर मसल रहा था.
ज़ाहिद ने थोड़ी देर अपने लंड को मसला और फिर आहिस्ता आहिस्ता चलता हुआ आ कर रज़िया बीबी साथ बिस्तर पर लेट गया.
ज्यों ही ज़ाहिद अपनी अम्मी के पहलू में लेटा. तो शाज़िया भी अपनी अम्मी की टाँगों में से उठ कर ज़ाहिद के साथ बिस्तर पर लेट गई.
अब कमरे में ये हालत थी. कि ज़ाहिद बिस्तर पर बिल्कुल अलग नंगा लेटा हुआ था.
और उस के लेफ्ट और राइट में उस की अपनी सग़ी बहन और सग़ी अम्मी भी उस की बीबीयों की हैसियत में उस के साथ पूरी नंगी बिस्तर पर लेटी हुई थी.
“उफफफफफफफफफफफफफ्फ़ में कितनी खुस नसीब हूँ कि मुझे अपने घर में सारी ही खुशियाँ इकट्ठी एक साथ मिल गई हैं” रज़िया बीबी ने राइट साइड से अपने बेटे के जिस्म के साथ चिपकते हुए कहा.
“कौन सी खुशियाँ मेरी जान”ज़ाहिद ने अपने मुँह को रज़िया बीबी की तरफ मोड़ा और अपनी अम्मी के होंठो को चुसते हुए पूछा.
“हाईईईई सच पूछो तो,ऐसी बेटी किसी खुश नसीब माँ को ही मिलती है, जो बेटी के साथ साथ बहू और सोतन भी बन जाए, और इस के साथ साथ में शायद इस दुनिया की वहीद माँ हूँ गी, जिस का अपना ही सगा बेटा, ना सिर्फ़ दामाद भी हो और शोहर भी” रज़िया बीबी ने अपने बड़े मम्मो को अपने बेटे के जिस्म से साथ रगड़ते हुए जवाब दिया.
“इस लहाज़ से तो हम तीनों ही खुश नसीब हैं, कि हम तीनो को एक दूसरे का ना सिर्फ़ प्यार नसीब हुआ है, बल्कि सगा खून होने के बावजूद, जाने अंजाने एक दूसरे की जिन्सी तस्कीन का सहारा भी बन गये हैं,” ये बात कहते हुए ज़ाहिद ने अपनी दोनो बीवियों को अपनी बाहों में जकड कर अपनी छाती से लगा लिया.
“ये सारी बातें तो ठीक हैं, मगर आप को हम दोनो के साथ आज एक वादा करना हो गा भाई” ज्यों ही ज़ाहिद ने रज़िया बीबी और शाज़िया के नंगे वजूद को अपनी बाहों में कसा. तो शाज़िया अपने भाई के गालों को चूमते हुए बोली.
“केसा वादा मेरी जान” ज़ाहिद ने अपनी बहन की तरफ देखते हुए पूछा.
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RE: Incest Porn Kahani माँ बनी सास
“अगर आप हम दोनो माँ बेटी को बीवियाँ बना कर, सारी उमर हम से अपनी सेवा करवाना चाहते हैं ,तो आप को भी ये वादा करना हो गा, कि सारी ज़िंदगी हमारी फुद्दियो की आग को अपने इस मोटे लंड से ठंडा करने में कोई कसर नही उठा रखेंगे आप” ये बात कहते हुए शाज़िया ने ज़ाहिद के मोटे लंड को अपने हाथ में लिया. और अपने भाई के होंठो को चूमती हुई ज़ाहिद के लंड की मूठ लगाने लगी.
“हाईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई में वादा करता हूँ कि में तुम दोनो बीवियों को चोद चोद कर तुम्हारी इन फुद्दियो को फुद्दा बना दूँगा मेरी जानंननननणणन्” अपनी बहन शाज़िया की बात का जवाब देते हुए ज़ाहिद बोला.
जैसे ही ज़ाहिद ने के मुँह से ये बात निकली.तो ज़ाहिद का गरम जवाब सुन कर दोनो माँ बेटी एक साथ खिल खिला कर हँसने लगी.
“अच्छा आप लोग अपनी मस्ती जारी रखो,में सब के लिए नाश्ता बना कर लाती हूँ” कुछ देर मज़ीद अपने जानू भाई की बाहों में सकून से लेटने के बाद शाज़िया उठी. और ज़ाहिद की अलमारी से अपने कपड़े निकाल कर पहनने के बाद किचिन में जा कर नये शादी शुदा जोड़े के लिए नाश्ता बनाने लगी.
नाश्ता ले कर शाज़िया जब वापिस अपने भाई के कमरे में आई. तो देखा कि इतनी देर में ना सिर्फ़ रज़िया बीबी अपने हाथ मुँह धो कर अपने कपड़े पहन चुकी थी.
बल्कि ज़ाहिद भी नहाने से फारिग हो कर अपनी पोलीस यूनिफॉर्म पहने ड्यूटी पर जाने के लिए तैयार भी हो चुका था.
“आज तो आप का वालिमा है और आप अपनी नई नवेली दुल्हन को यूँ बिस्तर पर अकेला छोड़ कर खुद ड्यूटी पर जा रहे है, दिसईज़ नोट फेर ज़ाहिद” अपने भाई को यूँ जॉब पर जाने की लिए तैयार पा कर शाज़िया ने ज़ाहिद से शिकवा किया.
“ दिल तो मेरा नही चाह रहा, मगर एसएचओ का फोन आ गया है और उस ने फॉरन थाने आने का बोला है,वैसे भी वो कहते है ना कि ,नोकरी की ते नखरा की, इसीलिए ना चाहते हुए भी अब जाना तो पड़े गा ना” ज़ाहिद ने अपनी बहन शाज़िया की बात का जवाब दिया.
“अच्छा जैसे आप की मर्ज़ी” कहते हुए शाज़िया ने कमरे की टेबल पर नाश्ते के बर्तन रखे. और फिर घर के तीनों अफराद ने मिल कर एक साथ नाश्ता किया.
“मुझे देर हो रही है,इसीलिए में अब चलता हूँ” ज्यों ही ज़ाहिद नाश्ते से फारिग हुआ. तो वो ये बात कहते हुए कुर्सी से उठ कर कमरे से बाहर निकल गया.
“आप इधर बैठी क्या कर रही हैं अम्मी,जाइए और अपने शोहर को दरवाज़े तक खुदा हाफ़िज़ करिए”ज़ाहिद के कमरे से निकलने के बाद जब शाज़िया ने अपनी अम्मी को बिस्तर पर बैठे देखा तो वो फॉरन बोली.
“मुझ से ये सब चोंचले नही होंगे शाज़िया, में तो तुम्हारे मेरहूम अब्बू को ड्यूटी पर जाते वक्त कभी दरवाज़े तक छोड़ने नही गई थी,तो ज़ाहिद क्या चीज़ है भला” अपनी बेटी की बात सुन कर रज़िया बीबी हँसते हुए बोली.
“हाईईईईईईईईईईईईई जवान लंड लेने के लिए ये सब चोंचले करने पड़ते हैं ,चलो उठो और जा कर अपने साजन के होंठो को चूमो ,और उस के मोटे सख़्त लंड पर अपनी गरम फुद्दि को रगड़ कर, एक अच्छी बीवी की तरह अपने सैयाँ को रुखसत करो” शाज़िया ने अपनी अम्मी को उसी तरह समझाया. जिस तरह ज़ाहिद और शाज़िया की सुहाग रात को रज़िया बीबी ने अपनी बेटी को समझाया था.
“अच्छा अगर तुम कहती हो तो चली जाती हूँ” अपनी बेटी की ज़िद के आगे हार मानते हुए रज़िया बीबी ना चाहते हुए भी बिस्तर से उठ कर सहन में चली आई.
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