08-08-2019, 02:22 PM,
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RE: Muslim Sex Stories खाला के संग चुदाई
खाला ने मेरे लिप्स से अपने लिप्स हटाए ऑर मेरी आँखों मे देखने लगी..
मेरा लंड अभी भी खाला के लेग्स के बीच मे था ऑर अभी भी खड़ा हुआ था...
खाला मेरी आँखे मे देखने लगी. ऑर एक बार फिर से मुझे हग कर लिया.. उनका जिस्म अब ढीला हो गया था.. शायद वो डिसचार्ज हो गई थी ऑर अब रिलॅक्स फील कर रही थी.
उन्होने मुझे छोड़ा ऑर मुझसे थोड़ा सा हट के खड़ी हुई ओर मुझे देखने लगी.. उनके फेस पर एक स्माइल थी..
खाला: अयान,,, कैसा लगा...??? अब तुम्हे किस करनी आ गई है या नही..
मैं: स्माइल करते हुए,, जी खाला...
खाला: कैसा लगा..
मैं: बहुत अच्छा लगा...
ये सुन कर खाला ने मुझे हग कर लिया ऑर मुझे बोली:
खाला; अयान, आइ लव यू मेरी जान..
मैं: खाला मैं भी आप से बहुत प्यार करता हूँ..
खाला: तुम मुझसे कितना प्यार करते हो???
मैं: मैं आप से इतना प्यार करता हूँ कि जितना कोई भी किसी से नही कर सकता..
खाला ने मेरे गाल पर किस की ऑर बोली...
खाला: अच्छा तो फिर जो मैं कहूँ गी तुम वो करो गे.????
मैं: जी खाला मैं आप के लिए कुछ भी कर सकता हूँ. बस आप मुझसे कभी भी नाराज़ होना प्लीज़...
खाला: मैं आज के बाद तुम से कभी भी नाराज़ नही हूँगी.. तुम भी मुझे हर्ट ना करना प्लीज़...
मैं: कभी नही करूँगा .. आइ लव यू सो वेरी मच खाला..
खाला ने मुझे हग किया हुआ था... ऑर फिर एक दम से मुझे याद आया कि हम ने तो आइस क्रीम खाने जाना था.. तो खाला को भी याद आ गया था..
वो बोली कि यार मोसम तो बहुत अच्छा है... मगर.....
मैं: मगर क्या खाला???
खाला: यार मुझे फिर से नहाना पड़े गा.
मेरे हाथ अभी भी खाला की कमर पर थे ऑर उनके हाथ मेरी कमर पर..
मैं: मैं समझ तो गया मगर अंजान बनते हुए पूछा कि,, क्यू....??
अभी तो आप नहाई हो..
खाला: वो यार, बस नहाना पड़े गा ना..
मैं: क्यू खाला...
खाला मेरे क़रीब आई ऑर मेरे कान मे कहा.. रात को पूछना फिर बता दूं गी...
खाला ने मुझे छोड़ा तो मेरा लंड खाला की थाइस से निकला..
खाला ने एक दम से मेरे लंड को देखा ऑर मुस्कुरा कर बोली...
ये क्या है..??? ऑर इसको क्या हुआ है???
मैने अपने लंड पर हाथ रख लिया ऑर बोला... वो, वो पता नही इसको क्या हुआ है..
खाला ने मुस्कुरा कर मेरी तरफ देखा ऑर कहा के: वॉशरूम चले जाओ ऑर जा कर इसको रिलॅक्स कर दो..
मैने अंजान बनते हुए पूछा कि कैसे रिलॅक्स करूँ इसको..
खाला ने कहा: वोही जैसे सुबह सोफे पर बैठ कर इसको रिलॅक्स कर रहे थे ओर हँसने लगी..
मेरे मुँह से एक दम से निकल गया कि.. तो आप ही इसको रिलॅक्स कर दो ना..
ये बात मेरे मुँह से अचानक ही निकल गई थी.. मैने किसी ख़ास इरादे से ये बात नही की थी. मैने एक दम से अपने मुँह पर हाथ रख दिया..
ऑर खाला से बोला: ओह्ह्ह्ह आइ आम सॉरी खाला... जल्दी मे मुँह से निकल गया..
खाला ने मेरी तरफ हैरान नज़रो से देखा ऑर फिर उनके फेस पर स्माइल आई ऑर वो मेरे कान मे बोली... “अभी तुम इसको रिलॅक्स करो,, मैं रात को कर दूं गी"..
ये बोल कर खाला वॉशरूम चली गई ऑर मैने जैसे तेसे कर के अपने लंड को दबाया ऑर आख़िर कार इसको सुला ही दिया..
खाला कपड़े चेंज कर के आई ऑर मुझे कहा कि तुम भी कपड़े चेंज कर लो. जब तक मैं तैयार होती हूँ. फिर चलते हैं..
मैं भी कपड़े ले कर चेंज करने चला गया ऑर खाला तैयार होने लगी.
मैं नहा कर ऑर कपड़े चेंज कर के आया तो खाला तैयार हो चुकी थी. ऑर रेडी थी..मैने भी कंघी की ओर खाला से कहा कि... चलो...
हम लोगो ने घर को लॉक किया ऑर निकल गये..
हम लोग रिक्शा मे बैठ कर बाज़ार गये ऑर वहाँ पर एक अच्छा सा आइस क्रीम पार्लर देखा जहाँ पर अलग अलग कॅबिन बने हुए थे. कॅबिन सिर्फ़ पर्दों के बने हुए थे.
वेटर ने हमें एक कॅबिन मे बिठाया ऑर ऑर्डर ले कर चला गया.
हमारी साथ वाली कॅबिन मे कोई कपल बैठा हुआ था ऑर वहाँ से बातों की आवाज़ आ रही थी. वेटर ने हमारे सामने आइस क्रीम रखी ऑर परदा ठीक कर के चला गया.. जब वेटर ने परदा खेंच कर ठीक किया तो साथ वाली कॅबिन का परदा भी हल्का सा खींच गया.. जिसाए उस कपल ने नोट नही किया.. मगर मैने नोट कर लिया..
मैने ज़रा सा पीछे हो कर देखा तो मुझे साथ वाले कॅबिन मे लड़की की एक झलक नज़र आ रही थी मगर उसको मैं नज़र नही आ रहा था..
हम लोग आहिस्ता आहिस्ता आइस क्रीम खाने लगे. आइस क्रीम खाते खाते मेरे कानो मे कुछ अजीब सी आवाज़ आने लगी..
मैने आवाज़ पर अपने कान लगाए तो मुझे ऐसा फील हुआ कि जैसे कोई किस्सिंग कर रहा हो.. ऑर मुझे पूकक्चहुउूउक्क्क पूकक्चहुूक्क्क की आवाज़ें आने लगी...
खाला ने भी इन आवाज़ों का नोटीस लिया ऑर मेरी तरफ देखने लगी..
मैने थोड़ा सा पीछे हो कर साथ वाले कॅबिन की तरफ देखा तो वहाँ पर वो कपल किस्सिंग करने मे लगा हुआ था..
मैने खाला को अपनी आँखे से इशारा किया ऑर अपने पास आने को कहा... खाला ने भी मुझे आँखों ही आँखों मे पूछा कि क्या हुआ???
मैने फिर से खाला को इशारा किया कि आओ तो सही..
खाला उठ कर मेरे पास आई तो मैने लिप्स पर हाथ रख के उनको खामोश रहने का इशारा किया ऑर साथ वाली कॅबिन की तरफ की तरफ देखने को कहा..
मैं बैठा हुआ था खाला खड़ी हुई थी ऑर झुक कर उनको देखने लगी... खाला ने अपना फेस मेरे फेस के साथ लगा रखा था ऑर वो उनको देखने मे मसरूफ़ थी.. मैने अपना हाथ पीछे कर के खाला की कमर पर रख दिया. खाला ने एक नज़र मेरी तरफ़ देखा ऑर फिर से उस कपल को देखने मे मसरूफ़ हो गई.. वो कपल किस्सिंग करने मे मस्त था ऑर उस लड़के ने अपनी गर्ल फ्रेंड या जो भी थी उसके बूब्स को दबाना शुरू कर दिया वो इतने मस्त थे कि उनको अहसास भी नही हुआ कि कोई उनको देख रहा है..
उनको देखते देखते मेरे लंड भी खड़ा होने लग गया ऑर मैं भी गरम होने लगा... मेरा हाथ खाला की कमर पर था.. अब मैं अपने आप को मूव करने लगा... खाला भी शायद उनको देख कर गरम होने लगी थी तो उन्होने मेरे हाथ की हरकत का कोई नोटीस नही लिया. खाला बस उन लोगो को देखे जा रही थी ऑर यहाँ मैं अपनी मस्ती मे लगा हुआ था..
मैने अपना हाथ खाला की कमर पर मूव करते करते बॅक से उनकी ब्रा के स्ट्रॅप पर रख दिया ऑर उनकी ब्रा को फील करने लगा... मैं उनकी ब्रा पर हाथ फेर रहा था..
मेरे माइंड मे एक आइडिया आया ऑर फिर मैने उसका रिज़ल्ट भी सोचा कि रिज़ल्ट क्या निकल सकता है..फिर मेरा माइंड इसी पेशोपस मे था. ऑर आख़िर कार मैने एक फ़ैसला कर ही लिया...
मैं अपना हाथ उनकी बॅक पर मूव करता करता नीचे की तरफ ले जाने लगा.. ऑर नीचे करते करते मैने अपना हाथ खाला के हिप्स पर रख दिया.. मैने जैसे ही अपना हाथ खाला के हिप्स पर रखा उनके जिस्म को एक हल्का सा झटका लगा मगर उन्होने कुछ ज़ाहिर ही नही होने दिया जेसे कि कुछ हुआ ही ना हो..
उधर दूसरे कॅबिन मे वो कपल बहुत हॉट तरीके से रोमॅन्स कर रहा था ऑर अचानक उस लड़के ने अपनी गर्ल फ्रेंड के बूब्स नंगे कर दिए.... ऑर उस लड़की के निपल्स को सक करने लगा... उस लड़की की आँखे क्लोज़ थी ऑर वो बहुत हॉट हो रही थी... उसकी देखा देखी मेरी खाला जान भी हॉट होने लगी.. ऑर खाला की आँखे भी हल्की हल्की नशीली होने लगी...
ये देख कर मेरी भी हिम्मत बढ़ गई ऑर मैने अपना पूरा हाथ खाला की हिप्स पर रख दिया ऑर मूव करने लगा...
खाला की हिप्स बहुत सॉफ्ट सॉफ्ट सी थी ऑर यहाँ मेरा लंड भी फुल शबाब पर था.. मैं खाला के हिप्पस पर हाथ फेर रहा था.. आहिस्ता आहिस्ता मैं खाला की गान्ड की दरमियानी लकीर को फील करने लगा... ऑर वहाँ हाथ फेरने लगा... खाला थोड़ा सा ऑर आगे को झुक गई ऑर अपनी गान्ड को थोड़ा सा खोल दिया.. मैं खाला का इशारा पा कर अपनी उंगली को उनकी लकीर के बीच मे फेरने लगा...
खाला की गान्ड ऑर मेरे हाथ के बीच मे सिर्फ़ ओर सिर्फ़ खाला की शलवार थी..
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08-08-2019, 02:25 PM,
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RE: Muslim Sex Stories खाला के संग चुदाई
हम लोग इसी तरह अपनी मस्तियों मे बिज़ी थे... मेरा लंड अभी तक खाला की चूत से टच हो रहा था ऑर मैं अब अपनी नीचे वाली बॉडी को आगे पीछे हरकत कर रहा था.. जिस की वजह से मेरा लंड खाला की चूत से रगड़ खा रहा था... खाला की चूत मेरे लंड की रगड़ से गरम हो रही थी.. मुझे भी अपने लंड पर बहुत हीट महसूस हो रही थी.. मैं सोच रहा था कि अभी मैने अपना लंड अंदर नही किया तो इतनी हॉट्टनेस फील हो रही है.. जब अंदर करूँगा तो मेरा क्या हाल होगा.. मैं इसी सोचों मे मगन था...
मैने अपना हाथ खाला की कमर पर मूव करते करते बॅक से खाला की कमीज़ मे डाला.. जब खाला ने मेरा हाथ अपनी नंगी कमर पर फील किया तो उन्होने झटका खाया ऑर मुझसे पीछे हटने की कोशिश की मगर मैने एक दम से एक हाथ उनके सिर की बॅक साइड पर रख कर उनके फेस को अपने फेस की तरफ ज़ोर देने लगा.. जिस से वो कुछ बोल ना सकी क्योंकि उनके लिप्स तो मैने जाकड़ रखे थे...
मैं खाला की नंगी कमर पर हाथ फेर रहा था तो खाला ने एक बार फिर से मेरा हाथ पकड़ लिया जैसे वो मुझे रोक रही हो.. मगर मेरे उपर तो अब वहशत छाई हुई थी.. ऑर मेरा दिल मेरे लंड मे धड़क रहा था.. मैं चाहता था कि बस किसी ना किसी तरह अपने इस लंड को सकून दूं... जो खाला की चूत से रगड़ खा कर बहुत गरम हो चुका था..
मुझे कुछ समझ नही आ रही थी कि मैं क्या कर रहा हूँ.. बस इतना पता था कि जो भी कर रहा हूँ इस मे मुझे वो मज़ा आ रहा है जो इस से पहले कभी नही मिला था... मैं अपने लंड को खाला की लेग्स के बीच मे आगे पीछे कर रहा था.. अचानक मुझे अपने लंड पर कुछ गीला गीला फील हुआ... मैं समझा कि मैं डिसचार्ज हो गया हूँ मगर जब घौर किया तो मेरा लंड तो उसी तरह अपने जोबन पर था... तो फिर ये नमी केसी थी... मैने अपना लंड थोड़ा सा पीछे करने लगा... मेरे दिमाग़ मे आया था कि मैं चेक करूँ कि मेरा लंड गीला कैसे हो गया है... मैं अपने लंड को खाला की लेग्स के बीच मे निकलना चाह रहा था मगर अब की बार खाला ने अपनी लेग्स टाइट कर ली... ऑर मेरी कमर पर हाथ रख कर अपनी तरफ पुश करने लगी.... उनकी इस हरकत से मुझे ओर भी जोश चढ़ गया ऑर मैं खाला की लेग्स के बीच मे ही घस्से मारने लगा...
घस्से मारते मारते खाला ने मुझे एक दम से अपनी तरफ पुश किया ऑर अपने साथ टाइट कर लिया.. मैं खाला से थोड़ा पीछे होना चाहता था मगर अब खाला मुझे छोड़ ने का नाम ही नही ले रही थी... फिर एक दम से खाला का जिस्म टाइट हुआ ऑर उन्होने मेरे बालों को कस कर पकड़ा ऑर फिर अचानक से ही मेरे जिस्म पर अपनी गिरफ़्त कमज़ोर कर ली ऑर अपना सिर मेरे शोल्डर्स पर रख लिया...
मैं अब इतना तो बच्चा नही था कि समझ ना सकूँ... मैं समझ गया था कि खाला डिसचार्ज हो गई है.. मैं खाला के सिर मे अपनी उंगली मूव करने लगा.... ऑर उनको रिलॅक्स करने लगा......
खाला ने अपना सिर मेरे शोल्डर्स पर रख दिया.... मैं उनके बालों मे अपनी उंगली मूव करने लगा... ऑर उनको रिलॅक्स करने लगा.... जब उनकी हालत थोड़ी बेहतर हुई तो उन्होने अपना सिर मेरे शोल्डर्स से हटाया ऑर बस मेरी तरफ गहरी नज़रों से देखने लगी..
मेरा लंड अभी भी खाला की लेग्स के बीच मे था.. ऑर अब मुझ मे भी इतना दम नही था कि ज़्यादा देर कंट्रोल कर सकूँ.. बस एक दो ज़ोर दार घस्सो की ज़रूरत थी.. फिर मैं भी डिसचार्ज हो जाता मगर अब खेल रुक चुका था... हम दोनो एक दूसरे को आँखे मे देख रहे थे....
खाला मेरी तरफ देखते हुए.. अयान,,,, एक बात कहूँ....??
मैं: ह्म्म्म्म ममम
खाला: तुम हमारी दोस्ती के बारे मे किसी को मत बताना प्लीज़.
मैं... नही मैं किसी को नही बताउन्गा... खाला: प्रॉमिस???
मैने खाला के माथे पर एक किस की ऑर बोला... आप की कसम...
खाला ने खुश हो कर मेरे सीने पर सिर रख लिया....... ऑर बोली... अयान,,, चंदा आइ लव यू सो मच... तुम कभी भी मुझसे नाराज़ ना होना...
मैं खामोश रहा ऑर खाला की कमर पर हाथ फेरता रहा...
खाला के मोबाइल की रिंग बजी..... खाला ने मोबाइल देखा तो मामू की कॉल आ रही थी... खाला ने कॉल रिसीव की ऑर बोली... हेलो भाई. क्या हाल है...
दूसरी तरफ से मामू ने कुछ बात की ऑर खाला के फेस पर परेशानी छा गई..... खाला मामू की बात भी सुन रही थी ऑर मेरी तरफ भी देख रही थी...
जब कॉल ख़तम हुई तो मैने उनसे पूछा.. क्या हुआ खाला... मामू क्या कहते रहे थे...
खाला ने उदास से बोल मे बोला के मामू आ रहे हैं ऑर हम ने उनके साथ जाना है....
मैं... कहाँ जाना है...
खाला के फेस पर उदासी छा गई थी ऑर वो उसी अंदाज मे बोली कि यार वो भाबी की सिस की अचानक शादी फिक्स हो गई है.. 3 दिन बाद उसकी शादी है ऑर भाई बोल रहे थे कि मैं (खाला) ने भी आज ही वहाँ जाना है...
मैने खाला से कहा... तो क्या हुआ आप चली जाओ ना... तो खाला ने मेरी तरफ ऐसे देखा कि जैसे उनको मेरी बात से कोई शिकायत है.. वो बोली कि मैं नही जाना चाहती.....
मैं: क्यू नही जाना चाहती... तो वो गुस्से से बोली... तुम कब समझो गे हाआनन्न... मैं तुम्हारे साथ अकेले मे टाइम स्पेंड करना चाहती हूँ.. खाला ने ये बात मुझे बहुत गुस्से मे कही... वो जाना नही चाह रही थी.. मगर अब मामू भी आ रहे उन्हे लेने..
मैं: अब मामू आ रहे हैं तो आप को जाना ही होगा ना... रास्ते मे मुझे मेरे घर छोड़ते हुए जाना....
खाला... मैं एक शर्त पर जाउन्गी.... मैने पूछा कि कौनसी शर्त तो उन्होने कहा... तुम भी साथ चलो गे तो मैं जाउन्गी वरना नही जाउन्गी...
अबी हम बातें कर रहे थे मेन डोर पे दस्तक हुई... खाला ने जल्दी से अपना दुपट्टा लिया ऑर अच्छी तरह दुपट्टा लपेट कर मुझे कहा कि जाओ डोर ओपन करो...
मैने डोर ओपन किया तो सामने मामू खड़े थे.. मामू ने मुझसे खाला के बारे मे पूछा तो मैने किचन की तरफ इशारा कर दिया... मामू ऑर मैं किचन मे आए तो खाला चाय बना रही थी....
मामू ने खाला की तरफ देख कर कहा.... अंबर... बेटा तुम अभी तक तैयार नही हुई.... खाला ने मामू की तरफ देखा ऑर कहा.. बस भाई अभी थोड़ी देर मे हो जाती हूँ... मामू ने कहा ओके जल्दी करो..
खाला ने डरते डरते मामू से कहा... भाई क्या ऐसा नही हो सकता है कि हम कल सुबह चले जाएँ.. तो मामू ने कहा कि नही हम लोगो को अभी जाना है.... तो खाला ने मेरी तरफ देख कर बोला... ऑर अयान..??? ये भी जाएगा ना.... मामू ने मेरी तरफ देख कर कहा.... हाँ अगर ये जाना चाहे तो चले... अच्छा है ना. तुम खाला भानजे की आपस मे दोस्ती है तुम दोनो का साथ मे टाइम अच्छा गुज़र जाएगा .... खाला ने मेरी तरफ देखा ऑर खुश हो गई...
मामू ने मेरे घर कॉल की ऑर मेरी अम्मी से कहा.... अयान के कपड़े वाघरा निकाल दो उसने हमारे साथ शादी मे जाना है ऑर फिर दूसरी तरफ से बात सुन कर कॉल बंद कर दी...
खाला ने जल्दी जल्दी अपने कपड़े बॅग मे डाले... अब वो रिलॅक्स थी क्योंकि उनका बॉय फ्रेंड भी उनके साथ जा रहा था...
हम लोग घर से निकले ऑर सीधा मेरे घर गये... वहाँ पर अम्मी से मिले ऑर मेरा समान ले कर मामी के पेरेंट्स की तरफ चल पड़े..
जब हम वहाँ पर पहुँचे तो सब लोग जल्दी जल्दी काम मे मसरूफ़ नज़र आए. शायद अचानक शादी फिक्स हो जाने की वजह से...
खाला भी वहाँ जा कर गर्ल्स के साथ बैठ गई... ऑर मैं मामू के साथ साथ रहा... सब लोग अपने अपने काम मे बिज़ी थे.... यहाँ पर बहुत से गेस्ट आए हुए थे ओर गॅप शॅप भी हो रही थी... हम लोग टाइम पास करने लगे......
हम लोग टाइम पास करने लगे. मुझे कभी मामू एक काम बोल देते कि अयान बाइक पर जाओ ऑर जा कर ये चीज़ ले आओ या वो चीज़ ले आओ.. मुख्तसिर ये कि मुझे एक बाइक दी हुई थी ऑर मुझसे काम ले रहे थे..
खाला घर के अंदर लॅडीस के साथ बैठी हुई थी ऑर मैं बाहर था... मुझे मामू ने किसी काम से मामी के पास भेजा.. मैं अंदर गया ऑर मामी को ढूँढने लगा... मैं मामी को देखने किचन की तरफ गया. मैं जैसे ही किचन के दरवाजे पर पहुँचा...एक लड़की जिसको पता नही किस बात की जल्दी थी. किचन से तेज़ी मे निकली उसके हाथ मे जूस का जग भरा हुआ था.. वो एक दम से मुझसे टकरा गई..
वो लड़की एज मे तक़रीबन मेरे ही बराबर थी... हम दोनो टकराने की वजह से गिर गये थे ऑर उसके हाथ से जूस का जग गिरा जिस से मेरे ऑर उसके दोनो के कपड़े गंदे हो गये...
वो उठी ऑर मेरी तरफ देख कर बोली. आप ने मुझे सारा गंदा कर दिया.. आप को क्या जल्दी थी जो इतनी जल्दी किचन मे आ रहे थे.. मैने उसकी तरफ देख कर कहा देखिए मेरी तो कोई ग़लती नही थी आप ही तेज़ी से किचन से निकली हो.... वो बोली तो आप रुक जाते ना... मैने कहा कि अगर मुझे पता होता कि आप तशरीफ़ ला रही हैं तो मैं रुक जाता....
हम दोनो इसी तरह हल्की हल्की बहस मे लगे हुए थे कि वहाँ मामी आ गई.. मामी ने मुझे देखा ऑर कहा कि अयान क्या हुआ.. मैने मामी से कहा कि मैं आप को ढूँडने किचन मे आया था कि इन से टक्कर हो गई..
मामी ने कहा अच्छा. क्या बात थी जो मुझे ढूंड रहे थे... मैने उनको मामू का मेसेज पहुँचाया.... ऑर मैं बाहर जाने लगा... मामी ने मुझे आवाज़ दी कि तुम्हारे कपड़े गंदे हो गये हैं.. तुम कपड़े चेंज कर लो.. मैने कहा कि कपड़े तो अंबर खाला के बॅग मे हैं.. मामी मुझे ले कर खाला के पास आई ऑर खाला को कहा कि इस के कपड़े चेंज करवा दो..
मामी ने वॉशरूम का बताया कि तुम उपर वाली वॉशरूम मे जा कर नहा के कपड़े चेंज कर लो... ऑर खाला को कहा कि अंबर तुम अयान के साथ जा कर इसको वॉशरूम दिखा दो. क्योंकि खाला पहले भी कई बार उनके घर आ चुकी थी..
खाला ने कहा कि ठीक है.. खाला अपना बॅग ढूँढने लगी.. खाला का बॅग नही मिल रहा था क्योंकि खाला का बॅग मामी की सिस ने सम्भहाल कर रखा हुआ था... तक़रीबन कोई 40 मिंट के बाद बॅग मिला.. खाला ने मेरे कपड़े निकाले.. ऑर हम दोनो छत पर चले गये..
उपर जो वॉशरूम था वो एक तरफ कॉर्नर पर था. ऑर वहाँ लाइट भी नही थी.. सिंपल बात ये थी कि पूरी छत पर अंधेरा ही अंधेरा था... ऑर उपर वाली छत पर कोई आता जाता नही था...
छत पर कॉर्नर मे कुछ टूटा फूटा समान पड़ा हुआ था... ऑर वो समान इतना था कि अगर उसके पीछे कोई छुप जाए तो नज़र नही आ सकता था जब तक कि ख़ास तोर पर आ कर चेक ना करता...
छत पर पहुँच कर मुझे मस्ती चढ़ि ऑर मैने खाला का हाथ पकड़ लिया... खाला ने मेरी तरफ देखा ऑर मेरी आँखों को समझते हुए मुस्कुरा दी मगर कुछ नही बोली... मैने खाला को आहिस्ता से कहा... खाला.... खाला ने मेरी तरफ देखा ऑर कहा कि जी चंदा...
मैने कहा कि आप ने अपना प्रॉमिस भी पूरा नही किया.. खाला ने कहा कि कौन सा प्रॉमिस...
मैने कहा कि आप ने जो पार्क मे प्रॉमिस किया था किस वाला...
खाला ने कहा ... घर पर इतना तो किया था. मैने कहा कि मेरी मर्ज़ी मैं जब चाहूं अपनी गर्लफ्रेंड को किस कर सकता हूँ... तो खाला ने कहा... तो कर लो.. तुम्हे किस ने रोका है...
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08-08-2019, 02:48 PM,
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RE: Muslim Sex Stories खाला के संग चुदाई
मामी ने जिस टाइम मुझे खाने का बोला उस टाइम मैं मामी के मम्मो की तरफ देख रहा था... जिसको मामी ने नोट कर लिया... ओर जब मुझे एहसास हुआ कि मामी ने भी मुझे देख लिए है तो मेरे चेहरे पर एक गहरी सी स्माइल आ गई.... मामी मेरी इस स्माइल को देख कर परेशान हो रही थी.. ऑर मुझे उनकी परेशानी का भी पता था.. उनको अभी तक शक था कि कहीं हम ने उनको सेक्स करते हुए देख ना लिया हो....
मैं चेयर पर बैठा खाना खाने के लिए..... तो मामी मेरे सामने वाली चेयर पर बैठ गई. उनका दुपट्टा एक कंधे पर पड़ा हुआ था जिसकी वजह से उनके मम्मो का क्लीवेज मुझे साफ दिखाई दे रहा था....
मामी मेरी तरफ परेशान नज़रो से देख रही थी बार बार... मैं खाना खाने लगा ओर मैने मामी को कहा कि आप भी खाना खा लो.. उन्होने कहा कि नही मुझे भूक नही है... तुम खाओ....
मेरे मुँह से जल्दी मे निकल गया कि हाँ जी आप ने तो खा लिया है ना..... मेरी इस बात पर मामी बुरी तरह चोंक गई ऑर मुझे देखते हुए बोली... क्या मतलब... मैने जल्दी से कहा.. मैने उस टाइम देखा था कि आप कुछ खा रही थी अपनी अम्मी के साथ बैठे हुए तो इसीलिए बोला... मामी कुछ सोच मे पड़ गई.. वो शायद मुझसे पूछना चाहती थी.. मगर उनको समझ नही आ रहा था कि कैसे पूछें...
मामी ने फिर हिम्मत कर के मुझसे पूछ ही लिया.... अयान,,, एक बात पूछूँ..... किसी को बताओ गे तो नही....
मामी ने मुझसे पूछा कि अयान,,, एक बात पूछूँ किसी को बताओ गे तो नही....???
मैने मामी की तरफ देखा ऑर उनसे बोला कि जी मामी पूछें.. मैं किसी को नही बताउन्गा ... तो मामी ने मेरी आँखों मे आँखें डाल कर मुझसे पूछा.. तुम मुझे देख कर क्यू मुस्कुरा रहे थे...
मैं... मामी वैसे ही मुस्कुरा रहा था ऑर आप को देख कर नही मुस्कुरा रहा था बस मुझे कुछ बात याद आ गई थी इसलिए मुस्कुरा रहा था..
मामी.. क्या बात याद आ गई थी..
मैं.. कुछ नही बस वैसे ही अपनी बात थी..
मामी... अच्छा तुम ने कपड़े चेंज कर लिए थे..
मैं... हाँ जी वो तो जब आप ने मुझे कहा कि जाओ जा कर उपर वाली वॉशरूम मे जा कर नहा लो तो हम लोग उसी टाइम चले गये थे......
मामी मेरी बात सुन कर परेशान हो गई ऑर बोली कि मैं तो तुम लोगो को ढूंड रही थी ऑर उपर भी गई थी तुम लोगो को देखने मगर तुम लोग तो मुझे कहीं भी नज़र नही आए.....
मैने मामी की बात का कोई जवाब नही दिया ऑर बस सिर नीचे कर के मुस्कुराने लगा..... मामी मेरी मुस्कुराहट की वजह से बहुत उलझन मे थी ऑर घबरा रही थी.. वो मुझसे फिर पूछने लगी कि बताओ ना तुम लोग कहाँ थे तुम लोग तो मुझे उपर नज़र नही आए...
मैने अपने दिमाग़ मे पूरा मंसूबा बना लिया था ऑर मामी की घबराहट को देख कर तो जैसे मैं शायर बन गया था.. मैने मुस्कुराती हुए मामी की आँखों मे देखा तो वो अपने सवाल का जवाब माँग रही थी....
मैने कुछ सोचा ऑर खाना खाने लगा... अब मामी को शक हो गया था कि मैं उनकी हरकतें देख चुका हूँ... उन्होने मुझे बहुत प्यार से कहा कि अयान देखो तुम बहुत अच्छे हो.. मैं तुमसे कुछ पूछ रही हूँ..
मैने हिम्मत कर के मामी को कह ही लिया कि जिस वक़्त आप उपर आई थी मैं उस टाइम उपर ही था... मामी की शकल रोने वाली हो गई ऑर उनका हलक खुश्क हो गया ओर अपने खुश्क होंठो मे ज़ुबान फेरने लगी...
फिर मामी ने मुझसे पूछा कि तुम कहाँ थे मुझे तो तुम नज़र नही आए.. ऑर अंबर भी नज़र नही आई थी...
मैने ने झूट बोलते हुए कहा.. कि जिसस टाइम आप उपर आई थी,, उस टाइम अंबर खाला वॉशरूम मे नहा रही थी... चूँकि अंधेरा था तो खाला डोर ओपन कर के नहा रही थी... इसीलिए मैं वॉशरूम के दरवाज़े का सामने से हट कर वो जो कबाड़ पड़ा हुआ है वहाँ जा कर खड़ा हो गया था....
मामी परेशानी से चेयर मेरे क़रीब करते हुए... फिर उसके बाद...????
मैं: जब आप उपर आई तो मैं आप को तंग करने के लिए कबाड़ के पीछे च्यू गया था... कि मैं मामी को डराउंगा.. अंबर खाला तो वॉशरूम मे थी उनको तो आप के आने का पता ही नही लगा.... मगर मुझे पता लग गया था.. ऑर मैने आप को देख लिया था...
मामी परेशानी ऑर शर्म से ज़मीन मे गढ़ी जा रही थी... ऑर मैं खाना खाने मे मसरूफ़ हो गया...
मैने खाना ख़तम किया तो मामी की तरफ देखा वो मुझे देखे जा रही थी.. मैने उनसे कहा कि मामी मैने कहाँ सोना है...
मामी एक ठंडी साँस लेते हुए बोली.. आओ मेरे साथ... ऑर मैं मामी के साथ चल पड़ा...
मामी सब की नज़रो से बचाती बचती स्टेर्स की तरफ जाने लगी.. ऑर मेरी तरफ देखा तो मैने एक स्माइल पास की ऑर ढीठ आशिक़ों की तरह उनकी तरफ देखने लगा.. मगर मुँह से कुछ नही बोला... मैं स्टेर्स के पास आ कर रुक गया.. ऑर मामी से बोला.. उपर कहाँ जा रहे हैं हम..
मामी... मैने तुमसे कुछ बात करनी है.. तुम आओ तो सही... ऑर मेरा हाथ पकड़ के मुझे उपर की तरफ ले कर जाने लगी...
जब हम उपर पहुँच गये तो मामी मेरे सामने आ कर खड़ी हो गई ऑर मुझसे पूछा के बताओ तुम कहाँ छुपे थे.. मैने उनको कबाड़ की तरफ इशारा किया ओर बोला ..... वहाँ......
मामी... तुम ने मुझे उपर आते हुए देखा था.. तो मैने हाँ मे सिर हिला दिया.... तो मामी फॉरन बोली कि ऑर क्या क्या देखा..
अब मुझे भी डर लगने लगा था क्योंकि मामी का लहज़ा कुछ बदला बदला सा लग रहा था.. या शायद वो अपनी हरकत को छुपाने के लिए मुझ पर रौब जमा रही थी...... मामी ने फिर बोला... मैं तुमसे पूछ रही हूँ... तुम क्यू छुपे थे.. ऑर तुम ने क्या देखा था.. मैं खामोश खड़ा रहा... तो मामी गुस्से ऑर परेशानी से बोली... अयान,,,, जवाब दो मुझे.. तुम कुछ बोलते क्यू नही हो... खामोस्स्सस्शह क्यू हो तुम......
मैं चूँकि उनको गुस्से मे देख कर डर गया था तो डरते डरते मामी से बोला.... मैने सब कुछ देखा है..... मेरी इस बात को सुन कर मामी की आँखें फटी की फटी रह गई... ऑर उनकी सूरत रोने वाली हो गई... वो ज़मीन पर बैठ गई ऑर अपना सिर हाथों मे थाम लिया... मैं उनके साथ बैठ गया ऑर उनके हाथ पर अपना हाथ रख दिया.... मामी ने मेरा हाथ अपने हाथ पर महसूस किया... ऑर मेरी तरफ देखा... उनकी आँखों मे आँसू थे...उन्होने मेरी तरफ देखा तो उनकी आवाज़ नही निकल रही थी.... मैने मामी से पूछा कि.. आप की तबीयत ठीक है.. आप को क्या हुआ है......... मामी ने मेरी तरफ रोते रोते देखा ऑर रुक रुक कर बोली...अयान,,, त्त्त्त्त्त त्त्त्त्त्त्त्म्म्म्म ने सब कुछ देखा तो मैने हल्का सा सिर हाँ मे हिला कर अपना सिर झुका लिया तो मामी ने एक बार फिर से अपना सिर अपने हाथों मे थाम लिया....
उफफफफफफफफफफफफफफफ्फ़ अब क्या होगा... मेरी ज़िंदगी बर्बाद हो जाए गी..... ऑर रोने लगी.. वो हिचकियाँ ले ले कर रो रही थी मगर उनके रोने की आवाज़ बहुत आहिस्ता आहिस्ता थी.. इसलिए मुझे इस बात का तो डर नही था कि कोई उनकी आवाज़ सुन कर उपर आ जाएगा .. ऑर वैसे भी उपर किसी ने आना भी नही था क्योंकि उपर वाली हिस्से मे लाइट भी नही थी.. ये तो बस स्ट्रीट लाइट्स ऑन थी जिसकी वजह से मैं मामी को देख रहा था.. ऑर मामी मुझे....
रोते रोते मामी ने फिर अपना सिर उठाया.. ऑर यक़ीन ना आने वाली बोली मे बोली... अयान तुम ने सब कुछ देखा है.. तुम सच बताओ मुझे... तुम्हारे ""मामू"" भी तो उपर आए थे मेरे साथ.... उन्होने अपने भाई का नाम हटा कर मामू का नाम लगा दिया कि अगर किसी को पता भी लग गया तो कोई कुछ नही कर सकता क्योंकि वो तो अपने पति का नाम ले रही थी...
जब उन्होने मामू का नाम लिया तो मुझे हँसी आ गई.. ऑर मैने मामी की तरफ देखा ऑर प्यार से बोला..... मामी आप टेन्षन ना लो... मैं किसी को नही बताउन्गा कि आप उपर आई थी ऑर आप ने कॉल की थी तो आप की कॉल के बाद आप का भाई भी उपर आ गया था.....
मामी ने मेरी बात सुनते ही मेरे होंठो पर हाथ रख कर मेरा मुँह बंद किया ऑर बोली... अयान,,, प्लीज़ तुम ने तो सब कुछ देख लिया है..... मगर अब किसी को नही बताना.. अपने मामू को भी नही बताना.. देखो चंदा ये मेरी ज़िंदगी का सवाल है.... मेरी ज़िंदगी बर्बाद हो जाए गी... मामी ने मेरी टांगे पकड़ रखी थी ऑर मेरी मिन्नते किए जा रही थी.....
फिर मामी को अचानक से ख़याल आया ऑर वो मुझे बोली.... क्या अंबर ने भी देखा था ये सब.... मैने सॉफ झूट बोलते हुए कहा कि नही अंबार खाला ने कुछ भी नही देखा...
मामी.. परेशानी से.. उसने भी देख ही लिया होगा... तो मैने बहुत कॉन्फिडेन्स से जवाब दिया.... नही जब आप लोग नीचे जा चुके थे तो अंबर खाला उसके कुछ देर बाद नहा कर निकली थी तो मैने खाला को कहा कि मामी उपर आई थी तो खाला ने कहा.. अच्छा... मुझे तो पता ही नही लगा.....
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08-08-2019, 02:48 PM,
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RE: Muslim Sex Stories खाला के संग चुदाई
मामी को मेरी बात पर यक़ीन आ गया... ऑर वो फिर से मेरी मिन्नते करने लगी... अयान,,, प्लीज़ तुम ये बात किसी को मत बताना... अगर तुम ने किसी को भी बताया तो मेरा घर बर्बाद हो जाएगा ... देखो.. तुम जो कुछ बोलोगे मैं करूँगी... ऑर इसके साथ ही मामी ने अपनी ब्रा मे हाथ डाला ऑर वहाँ 1000 के कुछ नोट निकाल कर मुझे दिए.... ऑर बोली देखो तुम ये रख लो.. अगर ऑर चाहिए हैं तो मुझे बता दो मैं तुम्हे ऑर भी दूँगी .. मगर प्लीज़ किसी को बताना नही.. मेरी बहुत बदनामी होगी... अगर तुम ने किसी को बताया तो मैं अपने आप को जान से मार दूँगी .... ऑर फिर तुम्हारे मामू अकेले रह जाएँगे ....
मैने मामी का हाथ पकड़ा ऑर उनको प्यार से बोला... मामी आप परेशान ना हों.... मैं किसी को नही बताउगा.. ऑर पेसे उनको वापस करते हुए कहा..... ये पेसे आप वापस रख लो... मुझे पेसे नही चाहये.... मुझे अगर कुछ चाहये होगा तो मैं आप से माँग लूगा.... मामी ने मेरी तरफ हैरान नज़रो से देखा शायद सोच रही थी कि मैं पेसे भी वापस कर रहा हूँ ऑर किसी को ना बताने का वादा भी कर रहा हूँ....
मेरे यक़ीन दिलाने पर उनको कुछ रिलॅक्स फील हुआ... ऑर वो मुझे बोली के तुम्हे जब भी कभी किसी भी चीज़ की ज़रूरत हो तो मुझे लाज़मी बता देना... मैने मुस्कुराते हुए कहा कि ठीक है बता दूँगा ... ऑर मामी का हाथ पकड़ कर हल्का हल्का दबाने लगा.... मामी ने मुझे खूब एमोशनल कर दिया था... मैने मामी से कहा कि अब चलें... मगर मामी को अभी भी टेन्षन लगी हुई थी....
मामी ने अपनी टेन्षन ख़तम करने के लिए मुझ पर एक तीर फेंका.... ऑर बोली.....
अयान,,,,, मुझसे दोस्ती करोगे...............
मामी ने अपनी तरफ से मुझ पर एक जाल फेंका था... मगर उनको ये तो पता ही नही था कि मैं तो खुद इस जाल मे आने के लिए तैयार बैठा हुआ हूँ...
मैने कुछ ना समझने वाले अंदाज़ मे मामी से बोला... मामी मैं समझा नही... दोस्ती क्या मतलब....
मामी: हाँ तुम मुझसे दोस्ती कर लो... हम लोग बहुत अच्छे दोस्त बन कर रहेंगे ... मैं तुम्हारी हर ज़रूरत पूरी करूँ गी... प्लीज़
मैने कहा.. मगर आप मेरी मामी हो.. मैं आप से कैसे दोस्ती कर लूँ.. दोस्ती तो अपनी उमर के लोगो से की जाती है ना.. ना कि अपने से बड़ों के साथ.... तो मामी मेरे क़रीब आई तो प्यार भारी बोलने मे बोली के.. चंदा दोस्ती मे कोई बड़ा छोटा नही होता.... तो मैने एक मिंट के लिए सोचा ऑर मामी से पूछा.... आप इस लिए मुझ से दोस्ती कर रही हो ना कि मैं किसी को बता ना दूं ये सब क़िस्सा.... तो मामी खामोश हो गई ओर कुछ देर बाद बोली... हां....
मैने मामी को कहा कि अगर मैं आप से दोस्ती करने के बावजूद भी मामू को बता दूँगा जा कर तो फिर...... मैं दरअसल मामी को टेन्षन मे रखना चाहता था... क्योंकि मैं तो इनको चोदने का प्रोग्राम बना चुका था... मगर अब समझ नही आ रही थी कि कैसे बात स्टार्ट करूँ....
मामी ने मेरी बात सुनी ऑर उनके फेस पर फिर से परेशानी ज़ाहिर होने लगी..... मामी ने डरते डरते पूछा.. फिर तुम्हे क्या चाहिए... देखो तुम जो कुछ बोलोगे मैं करूँ गी... बस तुम मेरी ये बात किसी को नही बताना प्लीज़.... तो मैं हंस पड़ा ऑर फिर बोला.. ठीक है मामी मैं किसी को नही बताउन्गा.... मगर मेरी एक शर्त है.....
मामी ने जल्दी से पूछा.. कैसी शर्त... जल्दी बताओ.. तुम जो कुछ बोलोगे वो पूरा हो जाएगा .. जल्दी बता... तो मैने मामी के कान मे आहिस्ता से कुछ कहा जिस को सुन कर मामी एक दम से पीछे हट गई... ऑर मेरी तरफ देखने लगी....
मैने मामी के कान मे आहिस्ता से एक बात कही ओर मामी एक दम से जंप लगा कर पीछे हो गई.. मामी के फेस पर हैरत भी थी ऑर अब उनको गुस्सा आने लगा....
मामी ने मुझे देखते हुए कहा.... आयाआन्न्न,,, तुम्हे अंदाज़ा है कि तुम क्या कह रहे हो ऑर किस को बोल रहे हो.... तुम्हे शरम नही आई मुझसे ऐसी बात करते हुए....
मामी को गुस्से मे देखते हुए मैं कुछ देर खामोश रहा ऑर फिर मेरे दिल ने मुझे आवाज़ दी... मेरा दिल मुझसे बोल रहा था कि अयान देख गान्डु नही बन,,, उसका राज़ तेरे पास है ऑर तू फिर भी उस से दर रहा है.. जो कुछ बोलना है सॉफ सॉफ बोल दे....
मैने ने डरते डरते मामी से कहा.. मामी इस मे क्या ग़लत है... मैं भी तो आप को वोही काम बोल रहा हूँ जो आप अपने भाई के साथ कर रही थी....
मामी परेशान होते हुए......
""मगर मैं तुम्हारे सामने अपने भाई के साथ कैसे कर सकती हूँ"""''''
मैने एक दम से बोला.. मामी शायद आप भूल रही हैं... आप ने अभी कुछ देर पहले भी तो मेरे सामने ही किया था... तो अब जब के मैं बोल रहा हूँ तो आप मेरे सामने क्यू नही कर सकती....
जी हाँ दोस्तो,,, मैने मामी के कान मे उनको चोदने के लिए बात नही की थी... मैने उनके कान मे जस्ट ये कहा था कि मामी आप ने जो कुछ अभी अभी किया है वो मेरे सामने भी करना होगा... ऑर ये बात मैने उनको इसीलिए की थी कि मैं उनके सेक्स सीन की वीडियो बना लूँगा.... मगर मामी नही मान रही थी..
मामी ने मुझे कहा... अयान ये नही हो सकता.... तो मैने मामी से कहा... चलें ठीक है अगर नही हो सकता तो ना सही... कोई बात नही...
फिर मैने मामी से कहा... अच्छा आप मुझे ये बताएँ कि मैने सोना कहाँ है.. अगर आप मेरे लिए जगह अरेंज नही कर सकती तो खेर है कोई बात नही.. मैं मामू के पास जा कर सो जाता हूँ... मेरे मुँह से मामू का नाम सुन कर मामी जल्दी से बोली.... न्णून्न् नही नही.. तुम उनके पास नही जाओगे... मैं करती हूँ कुछ....
वो शायद डर गई थी के मैं उनको ब्लॅक मेल कर रहा हूँ ऑर हक़ीक़त मे था भी ऐसा ही... मैं उनको ब्लॅकमेल ही कर रहा था....
मामी... परेशानी के आलम मे अपने होन्ट काट'ते हुए बोली.... अयान,,, मैं तुम्हारे सामने अपने भाई के साथ नही कर सकती.... इस से बहुत बड़ी प्राब्लम हो जाए गी... तो मैने कहा.. कैसी प्राब्लम.. अभी भी तो आप दोनो के इलावा सिर्फ़ मुझे पता है... बाद मे भी मैं किसी को नही बताउन्गा..
मामी मेरी तरफ देख रही थी.. वो मुझसे बोली... मुझे सोचने का कुछ टाइम दो.. मैं तुम्हे कल बता दूँगी ... इतने मे मामू की कॉल आ गई ऑर उन्होने मेरे बारे मे पूछा तो मामी ने उनको कहा कि अयान की फिकर मत करो.. वो मेरे पास ही सो रहा है.... ऑर मामी मेरी तरफ देखने लगी...
मैने मामी को देखते हुए कहा कि ठीक है मामी आप मुझे कल बता देना...... फिर मामी ने मुझसे बोला कि अयान मुझसे दोस्ती कर लो प्लीज़... तुम जो कहो गे मैं वो करूँ गी..... तो मैने कहा ओके आज से हम दोस्त हैं तो मामी ने मुझसे प्रॉमिस लिया ऑर हम दोनो नीचे आ गये... जब हम नीचे आए तो मैने मामी से पूछा कि खाला कहाँ होंगी.. तो मामी लॅडीस वाले कमरे मे गई तो खाला वहाँ बिस्तर पर लेटी हुई थी जो मामी की अम्मी ने खाला के लिए लगाया हुआ था..उनके साथ ही मामी का बिस्तर था... मामी ने मेरे लिए भी बिस्तर डाल दिया मगर अपने ऑर खाला से कुछ दूर... जब मामी ने मेरा बिस्तर खाला से कुछ दूर डाला तो मैने खाला की तरफ देखा तो खाला भी मेरी तरफ ही देख रही थी... मगर कुछ ना बोली.... मैं अपने बिस्तर पर लेटा ऑर हम सारा दिन के थके हुए थे तो मुझे नींद आ गई.... उस रात कुछ नही हुआ था...
नेक्स्ट डे सुबह जब मैं उठा तो नाश्ता वाघेरा कर के मामू के पास चला गया.. कुछ देर बाद मामी भी वहाँ आ गई... मामी ने डरते डरते मुझ पर एक नज़र डाली ऑर फिर मामू की तरफ देखते हुए बोली... सुनो... यार वो मेरी कुछ चीज़ें घर मे पड़ी हैं... अब शादी अचानक फिक्स हुई है तो मैने वो चीज़े लानी हैं... तो मामू ने कहा कि चलो ठीक है.. घर जा कर चीज़े ले आते हैं.... मामी भी राज़ी हो गई... अभी हम बातें कर ही रहे थे कि मामी की अम्मी आ गई ऑर उन्होने मेरे मामू को कुछ काम बताया.. तो मामू ने मामी की तरफ देख कर कहा.. .यार मैं ये काम कर लेता हूँ.. तुम एक काम करो.. तुम अयान कि साथ बाइक पर चली जाओ.. ऑर वो चीज़े ले आओ.. मामी ने एक गहरी नज़र मुझ पर डाली ऑर कहा कि चलो ठीक है...
मुझे बाइक दे दी गई ऑर फिर मामी खाला को बता कर मेरे पीछे बाइक पर बैठ गई... मामी जैसे ही मेरे पीछे बैठी तो मैने मामी से आहिस्ता से कहा.. मामी क्यू ना आप के भाई को भी ले लिया जाए... मामी ने रिक्वेस्ट भरी नज़रो से मेरी तरफ देखा ऑर फिर बोली.... अयान प्लीज़................. ऑर मैने बाइक स्टार्ट कर दी ऑर घर की तरफ रवाना हो गये.
घर पहुँच कर मामी ने लॉक खोला ऑर हम घर मे एंटर हो गये.. .मैने बाइक अंदर कर के स्टॅंड की ऑर मामी ने मेन डोर अंदर से लॉक कर दिया... मामी अपने रूम मे चली गई ऑर मैं टी.वी लाउंज मे आ कर टी.वी देखने लगा.... कुछ देर बाद मामी टी.वी लाउंज मे आई तो उन्होने ड्रेस चेंज किया हुआ था ऑर दुपट्टा नही लिया हुआ था..... मामी आई ऑर मुझसे बोली... अयान,, मैने तुम से कुछ बात करनी है...
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