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RE: Hindi Sex Kahaniya अनौखी दुनियाँ चूत लंड की
राहुल-तुने ही कहा था ऊपर से मैं तो कमर से पकड़ रहा था ।
तनु- उफ्फ तुम भी न मेरा मतलब था कि मुझे कंधों से पकड़ ।
राहुल-ज्यादा दर्द हो रहा है वँहा ।
तनु(टॉप के ऊपरहो जाने से उसके मम्में काफी ज्यादा दिख रहे थे , अपनी हालत देख वो शर्मा जाती है वो झटपट टॉप को नीचे करती है)- होगा नहीं क्या इतने ज़ोर से पकड़ता है क्या कोई ?
राहुल-सॉरी तनु ।
तनु-राहुल मुझे भी माफ कर दे मेरी वजह से तेरा हाथ कट गया । तू मम्मी को बता देना और डॉक्टर के पास चले जाना ।
राहुल-पागल है क्या मम्मी को बताऊंगा तो पता है कितनी डांट पड़ेगी दोनों को ,मैं अकेले ही चला जाऊँगा डॉक्टर के पास ।
तनु- मैं भी चलूँगी तेरे साथ शाम में मुझे मार्किट जाना है एक किताब लेने तब तू भी चलना ।
राहुल-ठीक है, अब तुम रेस्ट करो मेरी ट्यूशन का टाइम हो रहा है 6.30 के आसपास आऊँगा तब चलेंगे ।
राहुल और तनु पहली बार आपस में इतने प्यार से बात कर रहे थे । एक तरफ राहुल इतना सब होने के बाद भी खुश था तो दूसरी तरफ तनु एक उलझन थी । वो समझ नहीं पा रही थी कि वो क्यों राहुल के इतने करीब जा रही है जबकि वो मनोज के साथ रिलेशनशिप में है ।
रमा और गरिमा लगभग एक साथ 3.30 घर पहुँची ,तब तक राहुल ,तनु को खाना देकर ट्यूशन जा चुका था और तनु अपने कमरे में थी ।रमा को डर था कि कहीं गरिमा या तनु को शक न हो जाए इसलिए उसने जानबूझ तोड़े गुस्से में गरिमा से पूछा " गरिमा इतनी देर कँहा थी तू ? आजकल तेरा घूमना फिरना कुछ ज्यादा ही बढ़ गया है "
गरिमा- सहेली के घर चली गयी थी इसलिए लेट हो गयी ।
रमा(उसे गरिमा के सीधे साफ जवाब से खुशी भी और गुस्सा भी आया )-देख रही हूं जैसे-2 एग्जाम पास आ रहें तू कुछ ज्यादा ही घूमने लगी है ।
गरिमा(रमा के पास आकर उसके चेहरे पर किस करते हुए)-टेंशन मत लो मां इस बार भी क्लास में फर्स्ट ज़रूर आऊँगी ।तुम तो ऐसे ही शक करती रहती हो ।
रमा(उसे अनजान बनने में बड़ा मजा आ रहा था)- जा तनु को बुला ला मैं तुम दोनों के लिए खाना निकाल लाती हूँ ।
गरिमा- मेरे लिए मत निकलना मैंने फ्रेंड के घर खा लिया है । फिर वो तनु को आवाज़ लगाती है " तनु नीचे आ मम्मी खाने के लिए बुला रही हैं ।
तनु-मैंने खा लिया है तुम दोनों खा लो ।
रमा- ठीक है , ट्यूशन होमवर्क कर के फिर मनोज आता होगा चार बजने वाले हैं ।मैं अपने रूम में रेस्ट करने जा रही हूँ मुझे तंग मत करना ।
रमा अपने कमरे में चली गयी और गरिमा तनु के पास आ गयी ।
तनु-कँहा थी तू ? तेरा तो हॉफ डे था आज ?
गरिमा(वो अपनी छोटी बहन का उतरा हुआ चेहरा देखकर पहचान गयी कि आज नकचढ़ी का मूड खराब है)-क्या बात है नकचढ़ी तेरा मूड क्यों खराब है ? मनोज आज पढ़ाने नहीं आ रहा क्या ?
तनु-मेरा मूड बिल्कुल ठीक है ,बस मैं कुछ सोच रही हूँ।
गरिमा-अच्छा तो नकचढ़ी सोचती भी है ।
तनु-देखो मेरा मज़ाक मत उड़ाओ नहीं तो मैं बात नहीं करूँगी ।
गरिमा-अच्छा बाबा माफ कर दे मुझे गलती हो गई चल अब यह बता क्या सोच रही थी ।
तनु-तुझे नहीं लगता कि राहुल अचानक बदल गया है ।
गरिमा-हम्म अब कपड़े तो ढंग से पहनता है ।
तनु-नहीं यार ....
तनु पिछली रात वाली घटना गरिमा को बताने ही जा रही थी कि मनोज आ गया ।
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RE: Hindi Sex Kahaniya अनौखी दुनियाँ चूत लंड की
कंसक-हम तुम्हारी बेटी प्रिया की बात कर रहे हैं वो हमें पसंद है उसे त्यार करो हमारे लिए ।
मित्तल-पर वो मेरी बात मानती ही नहीं है ,आप तो जानते ही हैं मनोज जैसे कई केस हो चुके हैं उसके साथ ।
कंसक-तो उसे करो त्यार और जल्दी ।
मित्तल-वो बेटी है मेरी ।
कंसक(वो दो बार ताली बजता है ,उसके हाथ में हीरों से भरी हुई एक थैली प्रकट हो जाती है)- मित्तल यह लो हमारी तरफ से और प्रिया जल्दी मान जानी चाहिए ।
मित्तल(हीरों को देखकर उसकी आँखें फटी की फटी रह जाती हैं ,वो सोचता है कई करोड़ के होंगे यह तो)- जी भगवन काम हो जाएगा ,मेरी बेटी आपकी सेवा करेगी इससे अच्छी बात उसके लिए कुछ हो ही नहीं सकती ।
दूसरी तरफ इस साजिश से अनजान राहुल ट्यूशन के लिए बबिता के घर पहुंचा तो बबिता की जगह एक तौलिए में लिपटी एक अनजानी लड़की को देखकर वो हैरान रह गया ।
राहुल -जी दीदी हैं मेरी क्लास थी ।
लड़की-मेरा नाम तनीषा है ,मैं बबिता की छोटी बहन हूँ आओ अंदर आओ । ठीक इसी समय उसका तौलिया कुछ नीचे खिसकने के कारण उसके गोरे स्तन कुछ उघड़ जाते हैं ।वो शर्माते हुए तौलिए को ठीक करती है ।
राहुल-मैं बाद में आऊँ क्या दीदी ?
तनीषा-नहीं नहीं अंदर आओ और मुझे दीदी नहीं मैम कहा करो,आज से मैं ही तुम्हें पढ़ाऊंगी ।
राहुल(तनीषा की मादक अदायों के कारण कुछ झेंपते हुए अन्दर जाता है)- बबिता दीदी कँही गयीं हैं क्या (वो सोच रहा था आज मुझे बबिता से कोई काम दिलवाने की बात करनी थी और बबिता को आज ही जाना था).
तनीषा(अपने होंठों को दांतों से काटते हुए) -हम्म बबिता की दूसरे शहर में जॉब लग गयी है इसलिए वो चली गई और कह के गयीं हैं कि उनके सब बच्चों को आज से मैं ही पढ़ाऊंगी । तुम बैठो मैं कपड़े पहनकर आती हूँ ।
राहुल कि नज़र न चाहते हुए भी तनीषा के कामुक और तराशे हुए बदन से नहीं हट रही थीं उसकी नज़र दूसरे कमरे की तरफ जा रही तनीषा कि उठी हुई गाँड़ और गोरी लम्बी टाँगों पे जा रही थी ।
तनीषा ने कमरे में जाकर दरवाजा बंद कर दिया पर कुंडी नहीं लगाई और दरवाजा तोड़ा सा खुला रह गया था जिसमें से उसकी पीठ सोफ़े पर बैठे राहुल को नज़र आ रही थी । राहुल की नज़र उसपर चिपक गयी थी । राहुल ने तनीषा को तौलिया खोलते देख एक बार अपनी नज़र दूसरी तरफ घुमा ली पर फिर वो तनीषा की तरफ चली गयी वो तनीषा को पीछे से देख रहा था गोरी पीठ पर काली ब्रा की डोरियां ऐसे लग रही थीं मानों गिफ्ट पैकेट को बांधने वाले रिबन हों ,उसकी पतली ,कर्वी कमर और छोटी से पैंटी से दिखती उसकी गोरी-गोरी ,गोल उठी हुई गाँड़ देखकर राहुल का लन्ड पाजामे में सख्त होने लगपडा ।
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RE: Hindi Sex Kahaniya अनौखी दुनियाँ चूत लंड की
राहुल यह तो जानता नहीं था कि तनीषा जो असली में एमी जैक्सन थी जानबूझकर उसे उत्तेजित कर रही थी ।एमी ने कनखियों से देखा कि राहुल ने मुँह दूसरी और घुमा लिया है तो वो अपनी सफलता पे मुस्कुरा उठी और अपने कपडे पहने लगी ।
"अपने आप पर काम और वासना को हावी मत होने देना" राहुल को पिंकि के शब्द याद आ रहे थे । "सही है पहले जो हो गया सो हो गया यह मेरी टीचर है इसको मुझे बुरी नज़र से नहीं देखना चाहिए" उसने मन में सोचा ।
"राहुल तू नादान है जो उस पिंकि की बातों में आ रहा है वासना भागने की नहीं बल्कि मज़े की चीज़ है ...तू सोच तनीषा के नरम होंठ तेरे लन्ड को जब चूमेंगे तो तुझे कितना मज़ा आएगा" फिर वही अदृश्य आवाज़ उसके दिमाग में गूंज उठी । "राहुल वासना ने ही तो तुझे ठीक किया है तुझे इतनी शक्तियों का मालिक बनाया है और तू इसी से भाग रहा है....देख उसको उसके अपार सौंदर्य को ...आज तक तुझे मिला ही क्या है ? बूढ़ी रमा ? या वो छिनाल बबिता " अदृष्य आवाज़ राहुल के दिलो दिमाग पर छा सी गयी ।
राहुल ने अपना सिर उठाकर तनीषा के कमरे की तरफ देखा मिनी सफेद रंग की सीलव लेस टॉप और उसके ऊपर काला कोट जो खुला हुआ था जो मानो राहुल से कह रहा था " राहुल अगर मेरे बटन बंद होते तो क्या तू इस सुंदर नेवल को देख पाता?"
तनीषा(कमरे से बाहर आते हुए ) - सॉरी मुझे देर लग गयी मुझे क्लास का टाइम पता नहीं था न ।
राहुल(राहुल की नज़र न चाहते हुए भी ,तनीषा की क्लीवेज पे अटक गई थी , उसने दूसरी ओर देखने की कोशिश करते हुए कहा)- नहीं मैम इट्स ओके ।
तनीषा-(राहुल के गाल को खींचते हुए )- बड़े प्यारे हो तुम अगर तुम बुरा न मानों तो क्या मैं कॉफी बना लूँ ?
राहुल(उसे तनीषा का स्पर्श किसी बिजली के झटके सा लगा था ,इस समय तनीषा उससे जान भी मांगती तो राहुल जान भी दे देता)- बना लो मैम ।
तनीषा-तुम भी चलो किचेन में इतनी देर कॉफी बनती मैं तुमसे पूछ लूँगी की तुम क्या क्या पढ़ चुके हो और क्या पढ़ना है ।
राहुल उसके पीछे-2 चल पड़ा । "कौनसी क्लास में हो तुम " तनीषा ने गैस पे बर्तन चढ़ाते हुए पूछा ।
राहुल(उफ्फ इसकी गाँड़ कितनी गोल है..मन में सोच रहा था)- बाहरवीं ।
तनीषा(राहुल को घूरते हुए)-काफी बड़े हो । नाम क्या है तुम्हारा ?
राहुल- राहुल ।
तनीषा-ओह तुम हो राहुल , बबिता बड़ी तारीफ करती थी तुम्हारी देखते हैं कैसे स्टूडेंट साबित होते हो तुम ।
राहुल- अच्छा होने की कोशिश करूँगा ,पूरा मन लगाकर पढ़ूँगा ।
तनीषा पूरी क्लास के टाइम किसी न किसी तरह राहुल की सिड्यूस करती रही थी ,कभी झुककर अपनी क्लीवेज दिखाती तो कभी मुँह में उँगली डालकर सेक्सी मुँह बनाती । तनीषा चाहती तो राहुल को आज ही सेक्स के लिए मजबूर कर देती पर वो चाहती थी कि राहुल के सिर पर सेक्स का भूत ऐसा सवार हो कि उसे हर लड़की में सिर्फ चूत-मोम्मे और गाँड़ नज़र आएं । राहुल क्लास से बाहर निकला तो उसका लौड़ा इतना टाइट हो चुका था कि कच्छे में दुखने लगा था । वो घर पहुंचा तो तनु बज़ार जाने के लिए तैयार बैठी थी पर वो तनु को अनदेखा कर सीधे बाथरूम में घुस गया ताकि मुठ मारकर अपनी गर्मी शांत कर सके ।
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09-14-2019, 03:02 PM,
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RE: Hindi Sex Kahaniya अनौखी दुनियाँ चूत लंड की
तनु(रिसेप्शनिस्ट से, जो कंप्यूटर पे कुछ देख रही थी)- एक्सक्यूज मी ।
रिसेप्शनिस्ट- आई मस्ट से यू आर लकी ।
तनु- वट ?
रिसेप्शनिस्ट- तुम्हारे बॉयफ्रेंड का साइज ....मैंने देखा ....एंड यु वर आल्सो गुड नहीं तो काफी समय लग जाता ।
तनु(रिसेप्शनिस्ट की बात सुनकर वो शर्म से लाल हो जाती है)- आप हमारी मर्ज़ी के बिना कैसे देख सकतीं हैं हमें ।
रिसेप्शनिस्ट- यह हमारी पॉलिसी है वरना लोग चीट कर सकते हैं , स्पर्म एक ही बार का होना चाहिए इसिलए करना पड़ता है , लेकिन क्लाइंट की प्रिवेसी का हम पूरा ध्यान रखते हैं ।
तनु(रिसेप्शनिस्ट को बोतल देते हुए) -इट्स ओके , यह रही बोतल ।
रिसेप्शनिस्ट - यह रहे फ्रॉम , कल इन्हें जमा करवा देना और 5000 पेमेंट आपको कर दी जाएगी । "ओह मिस्टर राहुल अभी मैं आपकी गर्लफ्रैंड से आपकी ही तारीफ कर रही थी ...कल मैं ही आपका टेस्ट लूँगी" वो राहुल को आते हुए देखकर कहती है ।
राहुल- थैंक्स मैंम । कल कितने बजे ?
रिसेप्शनिस्ट - कल 12 बजे से पहले क्योंकि उसके बाद डॉक्टर नहीं होंगे ।
तनु(राहुल से फुसफुसती है)- चलो भी अब इससे ही बातें करते रहोगे क्या ?
राहुल-मैंने कब बातें कि ?
तनु- तो मैं कर रही हूँ न ? चलो अब पहले ही लेट हैं हम ।
राहुल(तनु के साथ क्लीनिक से बाहर आते हुए) - थैंक्स तनु ,सिर्फ तुम्हारी वजह से ही हो पाया यह सब।
तनु- यह सब मैंने सिर्फ इसलिए किया क्योंकि तुम्हारा हाथ मैंने ही काटा था ...वरना मैं इतना गन्दा काम कभी न करती ।
तनु की बात सुनकर राहुल की सारी खुमारी उतर जाती है । वो तो सोच रहा था कि शायद वो तनु को पंसद आने लगा है पर यह जानकर की तनु ने यह सब मजबूरी में और एहसान उतारने के लिए किया था उसका मन उदास हो गया ।
इधर तनु राहुल को ऐसी बातें बोलकर अपने मन में उठ रहे बवंडर को शांत कर रही थी । "गन्दा क्यों कहा मैंने.... उसका वो तो कितना प्यारा था ....पर क्या करूँ मैं...वो है तो भाई चाहे गोद लिया हुआ ही .." तनु एक्टिवा स्टार्ट करते हुए सोचती है ।
राहुल-तनु सॉरी यार आगे से .....
तनु- अब ज्यादा नाटक मत कर और हाँ कल आएगा तो इस रिसेप्शनिस्ट से ज़रा बचके रहियो ।
राहुल-वो क्यों ?
तनु-ठीक नहीं लगी मुझे कुछ ।
इधर राहुल और तनु करीब आ रहे थे तो दूसरी तरफ मित्तल अपने घर में एक साजिश को अंजाम देने के लिए त्यार था बस प्रिया के आने की देरी थी । मित्तल ने प्रिया को फ़ोन करके बुला चुका था और अब वो अपने घर के आफिस रूम में नँगा कुर्सी बैठा प्रिया का इंतजार कर रहा था । उसने अपनी कुर्सी दीवार की तरफ घुमा रखी थी ताकि प्रिया आते ही उसे न देख पाए । मित्तल तब से कामाग्नि में जल रहा था जब से उसने प्रिया का वीडियो देखा था ।
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09-14-2019, 03:02 PM,
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RE: Hindi Sex Kahaniya अनौखी दुनियाँ चूत लंड की
इधर राहुल और तनु करीब आ रहे थे तो दूसरी तरफ मित्तल अपने घर में एक साजिश को अंजाम देने के लिए त्यार था बस प्रिया के आने की देरी थी । मित्तल ने प्रिया को फ़ोन करके बुला चुका था और अब वो अपने घर के आफिस रूम में नँगा कुर्सी बैठा प्रिया का इंतजार कर रहा था । उसने अपनी कुर्सी दीवार की तरफ घुमा रखी थी ताकि प्रिया आते ही उसे न देख पाए । मित्तल तब से कामाग्नि में जल रहा था जब से उसने प्रिया का वीडियो देखा था ।
पापा आपने मुझे बुलाया था उसे प्रिया की आवाज़ सुनाई दी । उसने दीवार पर लगे शीशे से अपनी बेटी को देखा । सफेद रंग की शर्ट और जीन्स में प्रिया को देखते ही उसके का जानवर उसपर हावी हो गया और वो उससे वैसे ही खेलने लगा जैसे शेर अपने शिकार से खेलता है ।
मित्तल- आओ बैठो ।
प्रिया-पापा क्या बात है जो इतनी अर्जेंटली मुझे बुलाया आपने ।
मित्तल(अपने खड़े हो चुके लन्ड को सहलाते हुए)- प्रिया तुम्हारी इन हरकतों के कारण न जाने कितनी बार मैं और हमारा परिवार बदनाम होते होते बचा है । तुम जवान हो ,सेक्सी हो और मानता हूँ कि तुम्हारे शरीर की जरूरतें हैं पर .....
प्रिय(अपने बाप को ऐसे बातें करते देख उसका दिमाग चकरा गया)-क्या हुआ पापा ।
मित्तल-क्या नहीं हुआ यह पुछो । आज फिर एक वीडियो आया है जिसमें तुम उस दो कौड़ी के मनोज के साथ ......बैठ जाओ खड़ी क्यों हो ?
प्रिया(बैठते हुए)-इस मनोज को मैं मार डालूँगी मैं ।
मित्तल-मारने से क्या होगा ,गलती मनोज की नहीं है।
प्रिया-पापा आप मुझे गलत कह रहे हैं ?
मित्तल-प्रिया इसमें तुम्हारी कोई गलती नहीं है गलती है तुम्हारी इस जवानी की गर्मी का जिसे कोई मर्द शांत नहीं कर पा रहा । कहते हुए मित्तल अपनी कुर्सी घुमाकर प्रिया के सामने आ जाता है ।
प्रिया(ऐसा मूसल लन्ड उसने आज तक नहीं देखा था ,इतना मोटा और लम्बा..वो चाहते हुए भी अपनी नज़रें अपने बाप के लन्ड से नहीं हटा पा रही थी )-प..पपप....पापा आप पागल हो गए हैं क्या ,प्लीज़ अपने कपड़े पहनों ।
मित्तल(अपने लन्ड को सहलाते हुए)- प्रिया इसकी आग भी कोई लडक़ी भुझा नहीं पाई और तेरी भी कोई लन्ड ।
प्रिया अपने बाप के मुँह से लन्ड शब्द सुनकर प्रिया पर एक डर एक अनहोनी की आशंका छा जाती है । वो कुर्सी से खड़े होने की कोशिश करती है पर मित्तल जल्दी से प्रिया के पीछे आ जाता है और उसके कंधों पर हाथ रखकर उसे उठने से रोक देता है ।
मित्तल(प्रिया के कंधे सहलाते हुए) - मनोज ने जो किया उसकी सजा उसे मिल चुकी है उसकी बहन के साथ वही हुआ जो उसने तेरे साथ किया था ।
प्रिया-आपने.... मतलब आएशा का एक्सीडेंट नहीं हुआ ? आपने उसके साथ बलात्कार ....। प्रिया अपनी बात पूरी न कर पाई ।
मित्तल- आएशा को भी लन्ड चाहिए था और मैंने बस उसकी इच्छा पूरी की है प्रिया । मैं चोद उसे रहा था और सपने तेरे देख रहा था । मित्तल अब प्रिया के स्तंनो को कमीज के ऊपर से सहला रहा था ।
प्रिया-क्या कर रहे हैं पापा ....छोड़िए मुझे ।
मित्तल(प्रिया के कान को चाटते हुए फुसफुसाता है)- तू मेरी ज़रूरत पूरी कर सकती है और मैं तुझे । किसी को पता नहीं चलेगा । किसी भी और मर्द से ज्यादा खुश रखूँगा मैं तुझे बहुत प्यार करता हूँ मैं तुझसे ।
प्रिया(वो अपने स्तंनो पर अपने पिता के बड़े मूसल लौड़े का स्पर्श महसूस कर रही थी....मित्तल की बातें उसे उलझा रही थीं ....उसके अंदर की असन्तुष्ट औरत उसे समर्पण कर देने के लिए उकसा रही थी )- यह गलत है ऐसा नही हो सकता , यह पाप है ।
मित्तल- नहीं पाप तो अपनी आत्मा को असंतुष्ट रखना होता है , सभी धर्मों में यही कहा गया कि आत्मा की संतुष्टि ही परम पुण्य है । कई देवताओं ने अपनी बेटियों के साथ ही संभोग किया है । कहते-2 मित्तल प्रिया को कुर्सी से खींचते हुए खड़ा करता है और बाहों में भर लेता है ।
प्रिया-आह...पापा मुझे कुछ हो रहा है ....जाने दो न मुझे ।
मित्तल -बस एक बार प्रिया एक बार मुझे अपनी प्यारी फुद्दी को चूम लेने दे ...बस एक बार इतना रहम कर मुझ पर .....तेरी कसम उसके आगे तेरी इच्छा के विरुद्ध मैं कुछ नहीं करूँगा । तरस खा अपने इस कमीने बाप पर ।
प्रिया को अपने बाप पर गुस्सा और तरस दोनों आ रहे थे । उससे अपने बाप की हालत देखी नहीं जा रही थी । वो बस जल्दी से यह सब खत्म करना चाहती थी । प्रिया की खामोशी ने मित्तल को ग्रीन सिग्नल दिखा दिया था । उसने प्रिया को उठा लिया और उसे लेकर अपने बेडरूम में ले आया ।
प्रिया को बिस्तर पर लिटाकर मित्तल उसकी टाँगों के बीच आ गया मित्तल ने एक बार अपनी बेटी के खूबसूरत चेहरे की ओर देखा प्रिया की बंद आँखों और तेज़ चलती साँसों को देख वो खुद को ज्यादा देर रोक नहीं पाया और उसने प्रिया कि सफेद कमीज के बटनों को खोल दिया प्रिया की काली जालीदार ब्रा से झलकते उसके खूबसूरत स्तंनो को उसने कुछ पल यूँ निहारा जैसे कोई पुजारी देवता के मिल जाने पर अपने देवता को निहारता है । मित्तल ने झुककर जब प्रिया के स्तनों के बीचोबीच चूमा तो एक मादक सी सिसकी प्रिया के मुँह से निकल गयी । मित्तल ने प्रिया की ब्रा को नीचे कर प्रिया के मोसम्मियों के आकार के स्तंनो को नंगा कर दिया और उन्हें ऐसे सहलाने लगा मानो मोसम्मियों को खाने से पहले उनके अंदर के रस का ज्याजा ले रहा हो ।
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