bahan sex kahani भैया का ख़याल मैं रखूँगी
02-01-2019, 05:59 PM,
#71
RE: bahan sex kahani भैया का ख़याल मैं रखूँगी
तभी डॉक्टर. उसके कमरे मे दाखिल हुआ जिसे देख कर वीरेंदर ने आँखों ही आँखों मे उसे विश किया. डॉक्टर. ने वीरेंदर को लेटे रहने का इशारा किया और पूछा: मिस्टर. वीरेंदर अब आप कैसा फील कर रहे हैं? 

वीरेंदर: मैं ठीक हूँ डॉक्टर. बस ज़रा सी कमज़ोरी फील हो रही है. 

डॉक्टर.: इट्स ओके, वो जल्द ही ठीक हो जाएगी. अब आप के साथ जो लड़कियाँ आई थीं वो आप से मिलने आएँगी, आप प्लीज़ ज़्यादा बोलने की कोशिश ना करना. 

वीरेंदर: मुझे यहाँ कोई दो लड़कियाँ लेकर आई थी???. 

डॉक्टर.: हां, ओह तो आपको पता नहीं होगा कि वो कॉन हैं, कोई बात नहीं बस ज़्यादा बोलना मत अभी आपको बहुत कमज़ोरी है. 

वीरेंदर: ओके डॉक्टर. 

डॉक्टर. ने बाहर आकर जब आशना और प्रिया को यह खबर दी के वीरेंदर को होश आ गया है, वो चाहें तो उस से मिल सकती है, आशना एक दम वीरेंदर के वॉर्ड की तरफ भागी. 

डॉक्टर. ने उन्हे सावधान रहना के लिए कहा कि पेशेंट के साथ कोई टॅन्षन वाली बात ना करें. आशना जैसे ही दरवाज़े से अंदर पहुँची, वीरेंदर एक पल उसे देख कर हैरान रह गया. दोनो एक दूसरे के एकटक देखते रहे और फिर आशना एक दम भागी और उस से लिपट कर रो पड़ी.वीरेंदर के सारे गीले शिकवे एक पल के लिए जैसे धुल से गये और उसने प्यार से अपना हाथ आशना के सिर पर रख दिया. 

आशना(रोते हुए): आप यहाँ क्या करने आ गये? मुझे बताया क्यूँ नहीं?क्या हालत बना ली आपने अपनी, पता है मैं कितनी परेशन हो गई थी.? आप सच मुच बहुत गंदे हैं, मैं आपको कभी माफ़ नहीं करूँगी. 

वीरेंदर (मन मे सोचते हुए): आशना माफ़ तो मैं भी तुम्हे ज़िंदगी भर नहीं करूँगा, तुमने मुझ से बहुत बड़ा झूठ बोला है. 

आशना: अब चुप क्यूँ हैं, कुछ बोलिए ना. वीरेंदर खामोश रहा. 

तभी उसकी नज़र दरवाज़े पर खड़ी प्रिया पर पड़ी. आशना ने देखा कि वीरेंदर प्रिया की तरफ सवालिया नज़रों से देख रहा है तो आशना बोली: यह प्रिया दीदी है एयिर्हसटेस्स हैं, आपकी चचेरी बेहन आशना जी की रूम पार्ट्नर.इतना सुनकर वीरेंदर चौंक गया. 

आशना: जी हां, डॉक्टर, बीना ने ही मुझे आपकी चचेरी बेहन के बारे मे बताया था. उन्होने बताया था कि आपकी एक चचेरी बेहन है आशना जो कि बॅंगलॉर मे रहती है और एक एयिर्हसटेस्स है. मैं भी बॅंगलॉर मे ही मेडिकल की स्टडी कर रही थी तो मैने अपनी फ्रेंड्स से इनका पता करवाया. मेरी फ्रेंड ने मुझे आशना का नंबर. भी दिया, मैने उनसे बात की और मैने उनसे आपके बारे मे भी बताया कि आपकी तबीयत अचानक खराब हो गई थी. आशना दीदी ने मुझे बस इतना कहा कि "मेरा कोई भाई नहीं है". यह बात सुनकर वीरेंदर को खुशी भी हो रही थी और दुख भी कि उसकी बेहन आशना ने उसे अभी तक माफ़ नहीं किया है. 

आशना:मेरी फ्रेंड ने मुझे प्रिया दीदी का नंबर. दिया तो इन्होने ही मुझ से कहा कि मैं बॅंगलॉर आकर इनसे बात करूँ, हो सकता है कि हम दोनो मिलकर कुछ कर सकें. इसीलिए देल्ही से निकालने से पहले मैने इन्हे फोन करके अपने आने के बारे मे बता दिया था तो यह मुझे लेकर अपने फ्लॅट मे आ गई. 

वीरेंदर को कुछ समझ ही नही आ रहा था कि क्या हो रहा है. वीरेंदर की आसमंजस्ता को देख कर प्रिया बोली: मिस्टर. वीरेंदर, आशना का सच मे कोई भाई भी है मुझे तो कुछ दिन पहले ही पता चला जब इन्होने मुझे फोन करके बताया वरना मुझे तो यही लगता था कि शायद लोगों को आशना के बारे मे ग़लत पता है. मैने उस दिन आशना से बात की तो वो मुझसे नाराज़ होकर चली गई. 

वीरेंदर: इसमे उस बेचारी का कोई कसूर नहीं है प्रिया जी, शायद मैने ही उसके साथ अच्छा नहीं किया हो. 

आशना के मन मे आया "भैया आपने तो मेरे लिए वो किया है जो शायद एक बाप भी अपनी बेटी के लिए ना करता, मेरी हर ज़िद, हर ख्वाहिश अपने पूरी की है, मैं ही आपको ग़लत समझी".

वीरेंदर: अब आशना कहाँ है?? 

प्रिया: दो दिन से उसका कोई पता नहीं, एरलाइन्स मे पता किया कि उसने नौकरी छोड़ दी है, शायद वो यहाँ से कहीं और चली गई है. 

वीरेंदर: अगर कभी वो आप से मिले तो प्लीज़ एक बार मुझे उस से ज़रूर मिला देना. 

प्रिया की आँखों मे पानी आ गया और घुटे हुए लहजे मे वो बोली: जी ज़रूर. 

प्रिया: अच्छा, आशना मैं चलती हूँ, शाम को आउन्गि. आशना ने उसे अपनी आँखों से शुक्रिया अदा किया.
प्रिया के जाने के बाद आशना बोली: तो आप मेरा पीछा करते हुए यहाँ तक आ गये थे.

वीरेंदर: तो और क्या करता? तुमने मेरी बात का जवाब भी नहीं दिया था. 

आशना: कॉन सी बात?

वीरेंदर: तुम मेरी गर्लफ्रेंड बनोगी? 

आशना: सोच लो बहुत ज़िद्दी हूँ मैं, मेरी सारी ख्वाइशे पूरी कर सकोगे? 

वीरेंदर: ज़िद्दी तो मैं भी बहुत हूँ देखो तुम्हे मनाने यहाँ तक आ गया. 

आशना: तो फिर ठीक है, चलो खूब पटेगी हमारी और यह कह कर हंस दी. वीरेंदर भी उसके साथ ही हंस दिया. 

वीरेंदर: तुमने मुझे ग़लत नंबर. क्यूँ दिया था. 

आशना: ग़लत नंबर. नहीं दिया था. नंबर. तो ठीक ही था. आक्च्युयली वो मेरा प्राइवेट नंबर. था, रीसेंट्ली ही लिया था. सबसे पहले वो नंबर.आपको ही दिया था. मैं आपके फोन का इंतज़ार सारी रात और अगले सारे दिन करती रही लेकिन कोई फोन ही नहीं आया. फिर जब आपकी गाड़ी मे रखा समान मैने अपने रूम मे रखा तो देखा (वीरेंदर उसकी तरफ देख कर हैरान रह गया)कि जिस समान को मैने हाथ लगाया था वो सब आपने मेरे लिए पॅक करवा लिया है, उसी मे मुझे यह मोबाइल मिला. आशना ने वीरेंदर को अपनी जेब से मोबाइल निकाल कर दिखाया. जब अपने मोबाइल से सिम निकाल कर इस मोबाइल मे डालने लगी तो मैं यह देख कर हैरान रह गई कि ग़लती से वो सिम मैने मोबाइल मे डाली ही नहीं है. उस सिम को लेने के बाद मैने पता नहीं कहाँ रख दिया था, वो मुझे मिली ही नहीं. मैने उसे काफ़ी ढूँढा मगर वो सिम नहीं मिली. 
Reply
02-01-2019, 06:08 PM,
#72
RE: bahan sex kahani भैया का ख़याल मैं रखूँगी
वीरेंदर: तो तुम काका से मेरा नंबर. लेकर मुझे तो फोन कर ही सकती थी ना? 

आशना: हाई राम इतने सवाल, हे भगवान यह लड़का तो बहुत ज़िद्दी है. 

वीरेंदर: यह मेरे सवाल का जवाब नहीं है. 

आशना: तो जनाब जवाब सुने बगैर नहीं मानने वाले? 

वीरेंदर: बिल्कुल नहीं. 

आशना: तो सुनिए जनाब, बात ऐसी थी कि मैं बॅंगलॉर सिर्फ़ अपना समान लेने के लिए आने वाली थी, आपसे झूठ बस इस लिए बोला था कि जो लड़का मुझे गर्लफ्रेंड बनने का ऑफर दे रहा है वो मेरी कितनी परवाह करता है, मैं यह देखना चाहती थी. इस लिए मैने आपका नंबर. किसी से नहीं लिया ताकि मेरे वापस आने पर आप सर्प्राइज़ हो जाएँ. लेकिन यहाँ तो आपने मेरे पीछे आकर मुझे यह तो जता ही दिया कि आप मेरे बाय्फ्रेंड बनने के लिए बिल्कुल सही रहेंगे बल्कि मुझे एक बहुत बड़ा सर्प्राइज़ भी दे दिया.

इतना सुनते ही वीरेंदर का चेहरा खिल गया. 
वीरेंदर: तो इसका मतलब कि तुम्हारी हां है? 

आशना: किस बात के लिए?

वीरेंदर: यही कि तुम मेरी गर्लफ्रेंड बनोगी. 

आशना: मैने अभी तक हां तो नही कही. 

वीरेंदर: लेकिन अभी तक ना भी तो नही कही. 

आशना(अदा से कमर पर हाथ रखते हुए): सोचेंगे. 

वीरेंदर ने उसकी कलाई पकड़ कर उसे अपने पास खींचा तो आशना गुड़िया की तरह उसके सीन पर जा गिरी. 

वीरेंदर: अब तू सोचती रहना, मैने तो सोच लिया तेरा क्या करना है. 

आशना(शरम से नज़रें नीचे झुकाते हुए): क्या करना है? 

वीरेंदर: घर चल सब बता भी दूँगा और करके दिखा भी दूँगा. 

आशना: वीरेंदर प्लीज़ छोड़ो ना, कोई आ जाएगा. 

वीरेंदर: तो आने दे ना, मैं क्या किसी के बाप से डरता हूँ क्या? 

आशना:वीरेंदर प्लीज़ छोड़िए ना. 

वीरेंदर: पहले बोल, अब कभी मुझे ऐसे सताएगी. 

आशना ने झटका देकर अपने आप को छुड़ाया और भाग कर दरवाज़े के पास पहुँच कर बोली: अभी सताया ही कहाँ है, सताउन्गी तो अब और यह कह कर बाहर निकल गई. वीरेंदर के चेहरे पर स्माइल आ गई. 

वीरेंदर: बड़ी तीखी मिर्ची है यह लड़की तो.

दोपहर को डॉक्टर्स ने वीरेंदर का चेकप किया तो वीरेंदर की हालत मे आई इंप्रूव्मेंट को देखकर एकदम हैरान थे. उन्होने आशना को बताया कि वीरेंदर ने काफ़ी जल्दी रिकवर कर लिया है लेकिन फिर भी हम चाहते हैं कि कल सुबह तक हम इन्हे अंडर अब्ज़र्वेशन रखे, फिर हम उन्हे डिसचार्ज कर देंगे. आशना ने प्रिया को फोन पर बता दिया कि वो आज रात भी यहीं रुकेगी. उसके बाद सारा दिन यूँ ही गुज़र गया. वीरेंदर के डॉक्टर्स ने शाम को चाइ के साथ बिस्किट्स लेने की पार्मिशन दे दी और शाम की चाइ प्रिया-आशना-वीरेंदर ने एक साथ वॉर्ड मे बैठ कर पी. 

जब तक यह लोग चाइ का मज़ा लेते हैं, आइए हम लोग देल्ही जाकर "शर्मा निवास" की कुछ खबर लेते हैं.

कल बिहारी की शादी रागिनी से हो चुकी थी और शादी के तुरंत बाद बीना बिहारी को लेकर एक शॉपिंग माल मे चली जाती है. नयी नवेली दुल्हन को माल के बाहर अपनी गाड़ी मे बिठाकर बीना और बिहारी एक शॉपिंग माल मे चले जाते हैं. माल मे लॅडीस की सेक्सी ड्रेस देख कर बिहारी एक दम हैरान रह जाता है. 

बिहारी: यह तो बिल्कुल फिल्मी हीरोइनो के जैसे कपड़े हैं.

बीना: रज्जा देख ले जो पसंद है ले ले. तेरी हीरोइन कॉन सी कम है. 

बिहारी: मैं तो अब उसे ज़िंदगी भर कपड़े ही नहीं पहनने दूँगा. 

बीना: नयी नवेली दुल्हन है शुरू शुरू मे तो कपड़े पहनने ही पड़ेंगे, आख़िर उसके भी तो कुछ अरमान होंगे. तेरा पानी लगते ही वो भी बेशरम हो जाएगी, उसके बाद कपड़ो का खर्च बच जाएगा. 

बिहारी: तो वो सब ले ले जिस से उस कली का बदन छुपे कम और दिखे ज़्यादा. 

बीना: तभी तो मैं तुझे यहाँ लाई हूँ, इस जगह ऐसे ऐसे कपड़े मिलते हैं कि अगर कोई लड़की उन कपड़ो को पहन कर किसी मर्द के सामने भी आ जाए तो फिर उस मर्द की तो बुरी हालत हो जाए. ऐसे कपड़े लूँगी तेरी चिड़िया के लिए कि अगर मुर्दा भी इसे उन कपड़ो मे देखे तो उसका लौडा भी खड़ा हो जाए. 

बिहारी: तू मेरे लिए यह सब करेगी? 

बीना: और नहीं तो क्या, तू यार है मेरा और फिर यह कपड़े तो मैं भी पहनूनी ना जब तेरा मन मुझे चोदने को करेगा. 

बिहारी: तू चिंता ना कर, तुझे तेरी चुदाई बराबर मिलती रहेगी. तू घर तो चल उस लोंड़िया की सील तोड़ने से पहले मैं तेरी चूत से ही अपने लोड्‍े की धार तेज़ करने वाला हूँ. 

बीना: आह, मेरे रज्जा मैं तो बहुत खुशकिस्मत हूँ जो तेरे दिल मे मेरे लिए जगह कम नही हुई नहीं तो मुझे अपनी सौत से जलन होने लगी थी.

बिहारी: चल अब जल्दी कर, जो खरीदना है खरीद ताकि घर जाकर पहले तेरी चुदाई करूँ और फिर उस नाज़ुक कली की चूत की बलि चढ़ाऊ. गान्ड तो इसकी ऐसे मटकाती है मन करता है कि पहले इसकी गान्ड ही चोद लूँ. 

बीना: तरस खा उस बेचारी पर, अभी 18 की ही हुई है. तेरा लौडा अपनी चूत मे ही झेल जाए तो बहुत बड़ी बात है. अभी कच्ची कली है, पहले पकने तो दे, गान्ड भी देगी वो बस सबर रखना. एक ही दिन मैं उसकी इतनी भी बुरी हालत ना कर देना के दूसरी बार वो चुदने का नाम ही ना ले. 

बिहारी: जैसा तू बोलेगी मैं वैसा ही करूँगा. बीना(मन मे सोचते हुए): अब आया ना ऊँट पहाड़ के नीचे, साला हमेशा अपनी बात ही मनवाता था, आज रागिनी के कारण ज़िंदगी भर के लिए यह मेरा गुलाम बन जाएगा. आज के बाद जो मैं कहुन्गी यह वैसा ही करेगा. करीब एक घंटे की शॉपिंग के बाद बीना ने रागिनी के लिए वो हर एक ड्रेस लेली जो उसके बदन के हिसाब से उसे सेक्सी बनाए. शॉपिंग करने के बाद वो 'शर्मा निवास" पहुँच गये.
Reply
02-01-2019, 06:08 PM,
#73
RE: bahan sex kahani भैया का ख़याल मैं रखूँगी
घर मे आते ही बीना ने रागिनी का पूरे रस्म-ओ-रिवाज़ो से स्वागत किया जिस से रागिनी के दिल मे बीना के लिए इज़्ज़त और भी बढ़ गई. बिहारी ने सुहागरात के लिए वीरेंदर का कमरा सजाया था. क्यूंकी वीरेंदर के कमरे का बेड काफ़ी बड़ा और गोलाई लिए हुए था और सुहागरात के लिए एकदम परफ़ेक्ट था. बिहारी ने तो वीरेंदर के रूम का नक्शा ही बदल दिया था. वीरेंदर के कमरे को उसने सजाकर अपनी सुहाग रात के लिए बिल्कुल तैयार कर लिया था. कमरे के बीचो-बीच एक बड़ा सा गोल बेड था जिस पर एक बहुत ही मोटा लेकिन काफ़ी नरम मट्रेस्स था. मट्रेस्स के उपर हल्की गुलाबी रंग की एक सिल्की शाइनी चद्दर थी और दो बहुत ही नरम गोल तकिये जिन पर डार्क पिंक कलर के कवर्स थे, रखे हुए थे. पूरे बिस्तर पर गुलाब की पत्तियो के साथ अलग अलग तरह के महकते हुए फूल थे. कमरे की सारी खिड़कियो पर लाइट पिंक कलर के पर्दे थे और छत से लेकर ज़मीन तक बिस्तर के हर तरफ अलग अलग फुलो की लंबी लंबी लाडियाँ. सारा कमरा रोशनी से जगमगा रहा था. 

बीना ने बिहारी को नीचे बैठने का इशारा किया और रागिनी को लेकर वो उपर रूम म आ गई. बीना और रागिनी की नज़र जब कमरे के अंदर पड़ी तो दोनो एकदम हैरान रह गई. कमरे मे सुहागरात के लिए बिल्कुल परफ़ेक्ट वातावरण था. 

बीना: तो विराट जी ने पूरी तैयारी पहले से ही कर रखी है. 

रागिनी ने कस कर बीना का हाथ पकड़ लिया. 

बीना: अरे तुम्हे क्या हुआ??? तुम तो खुशकिस्मत हो कि तुम्हे इतना दौलतमंद और इतना प्यार करने वाला पति मिला है. मुझे पूरा यकीन है कि विराट जी बहुत उतावले हो रहे हैं और मेरे जाते ही तुम पर टूट पड़ेंगे. 

रागिनी की आँखें शरम से झुक गई और होंठ थरथराने लगे. 

बीना: अरे तुम तो शरमाती ही जा रही हो. माना शरम औरत का गहना होती है, लेकिन मर्द से यह शरम तब तक ही रखो जब तक कि वो आपका पति ना बन जाए. बिस्तर मे मर्दो को बेशरम औरते ही अच्छी लगती हैं. बस थोड़ा बहुत शरमाना और फिर एकदम बेशरम होकर अपना जिस्म ढीला छोड़ देना विराट जी के लिए और सबसे ज़रूरी बात उनकी किसी भी बात को मना नहीं करना. एक बार तुमने बिस्तर मे उनका पूरा साथ दे दिया तो समझ लो कि फिर वो ज़िंदगी भर के लिए तेरे पल्लू से बँध गये. 

रागिनी ने शरमाते हुए हां मे सिर हिलाया. 

बीना ने रागिनी को बिस्तर के बीचो बीच बिठाया और जो नयी ड्रेस माल से लाई थी वो सब उसे दिखाई. ड्रेस देख कर रागिनी के गाल और कान लाल हो गये. ऐसे कपड़ों की तो उसने कभी कल्पना भी नहीं की थी. इतनी छोटी ड्रेस तो उसने फ़िल्मो मे भी नहीं देखी थी. 

बीना: यह तुम्हे विराट जी के लिए सिर्फ़ बेडरूम मे ही पहननी हैं और एक दूसरा बॅग दिखाकर उसे बोली कि इस मे कुछ वेस्टर्न ड्रेस हैं जो कि तुम घर पर भी पहन सकती हो और कहीं बाहर भी. बीना ने रागिनी को शख्त हिदायत दे के आज के बाद इस घर मे वो सूट-सलवार नहीं पहन सकती. उसे अपने आप को विराट के स्टेटस के हिसाब से ही रखना होगा. रागिनी उसकी हर बात मनती चली जा रही थी. 

बीना: अच्छा अब तुम बैठो मैं थोड़ी देर मे आउन्गि तुम्हारे लिए कुछ हल्का से खाने को लेकर उसके बाद मे क्लिनिक चली जाउन्गी और तुम विराट जी के साथ अपने मिलन मे डूब जाना. रागिनी खामोश रही. बाहर आकर बीना ने बाहर से कमरे का दरवाज़ा बंद कर दिया.

नीचे आते ही बीना ने देखा कि बिहारी बिल्कुल नंगा होकर हाल मे बैठ कर शराब पी रहा है और बीना का इंतज़ार कर रहा था. 

बिहारी को देख कर बीना बोली : कुत्ते तू तो हाल मे ही नंगा बैठा शराब पी रहा है, अगर तेरी बीवी भी नीचे आ गई तो.

बिहारी (जिसपे शराब का नशा हावी होने लगा था): साली तो क्या आकर मेरी गान्ड मार लेती, आ जाती तो क्या, चुदवाती तो वो ही ना मेरी गान्ड मे कॉन सा लंड पेल देती. 

बीना: देख बिहारी, लड़की बहुत भोली है, इसे जैसा चाहे वैसे ईस्तमाल कर सकते हैं, इस लिए एक बात का बिल्कुल ध्यान रहे कि इसे हमारे बारे मे कोई शक ना हो. 

बिहारी: मैं कोई कच्चा खिलाड़ी नहीं हूँ, अब तक अलग अलग तरह की 12 चूतें और गान्ड चोद चुका हूँ. 

बीना: वो तो मैं भी जानती हूँ कि तू बहुत बड़ा खिलाड़ी है मगर साला सोचता लंड से है, दिमाग़ नहीं लगता अपना. बाकी बातें छोड़ बस इतना याद रहे कि लड़की अभी बच्ची है, प्यार से करेगा तो सब करेगी, जो कहेगा वो मानेगी बस ज़बरदस्ती मत करना. मुझे पूरा यकीन है कि बहुत जल्दी तेरे लोड्‍े को अपनी गान्ड का न्योता भी दे देगी बस तू सबर करना. 

बिहारी: कोई बात नहीं आज पहली बार कोई सील पॅक चूत चोदने की खुशी मे मैं इसकी गान्ड बक्ष दूँगा तू चिंता मत कर. 

बीना: काश मैं भी तेरे साथ तेरे कमरे मे होती तो अपनी आँखों से चूत उद्घाटन का लाइव टेल्कास्ट देखती. 

बिहारी: तूने मेरे लिए इतना किया है तो मैने भी तेरे लिए एक अरेंज्मेंट करके रखा है. 

बीना: क्या??

बिहारी: तू आराम से जा और कल आकर हमारी सुहागरात की सीडी लेजाना. 

बीना: क्या मतलब?
Reply
02-01-2019, 06:09 PM,
#74
RE: bahan sex kahani भैया का ख़याल मैं रखूँगी
बिहारी : मैने कमरे मे दो जगह कमरे लगा दिया हैं पूरी चुदाई उस मे क़ैद हो जाएगी. 

बीना( खुश होते हुए):वाह मेरे रज्जा मगर दूसरा कॅमरा तू लाया कहाँ से. 

बिहारी: वीरेंदर का कमरा सॉफ करते करते यह उसकी अलमारी मे मिला. मैने सोचा कि बहुत सालो से इसका इस्तेमाल तो हुआ नहीं होगा तो क्यों ना इसे टेस्ट कर लिया जाए. 

बीना: तू बहुत हरामी है रे रज्जा, अपनी बीवी की पहली चुदाई की वीडियो मुझे दिखाएगा. 

बिहारी: तू बस देखती जा, एक दिन एक ही बिस्तर पर तुम दोनो को चोदुन्गा भी. 

बीना: तेरे सारे अरमान भगवान पूरे करे.

बिहारी: अच्छा मेरी शादी हुई है तो तूने मुझे कोई गिफ्ट नहीं दिया. 

बेना मुस्कुराते हुए बिहारी के कमरे मे घुस गई और बोली: लाई हूँ ना गिफ्ट तेरे लिए मेरे रज्जा. आ जा अंदर आकर लेले,यह कह कर बीना ने अपनी साड़ी कमर तक उठाई और घूम कर अपनी गंद दरवाज़े की तरफ कर दी. 

बिहारी जैसे ही दरवाज़े तक पहुँचा, बिहारी की आँखों के सामने जो नज़ारा था उस से उसकी आँखें चमक उठी. 

बीना: "कैसा लगा गिफ्ट मेरे आका"?.

बीना की गान्ड देख कर बिहारी का नशा दोगुना हो गया और उसके लोड्‍े ने हुंकार भरी. 

बिहारी: साली तेरी चूत और गान्ड पर तो आज एक भी बाल नहीं है. बीना: मैने सोचा कि मेरा रज्जा अपनी बीवी की सॉफ चूत और गान्ड देख कर मुझे ना भूल जाए इस लिए मैने भी आज इनको सॉफ कर दिया ताकि यह नज़ारा तेरी आँखें भूल ना पाएँ. 

बिहारी, वाह आज तो मज़ा आ जाएगा तेरी चूत चाटने का. 

बीना: राजा छत ले जितनी चाटनी है और अपना लौडा मेरे हवाले कर दे यह भी तो बिना बालों के कैसे चमक रहा है. बीना लेट जाती है और बिहारी उसके उपर 69 मैं आ जाता है. बीना की चूत पर बिहारी के होंठ लगते ही बीना के मूह से आह निकलती है और बिहारी का लौडा सीधा उसके मूह मे घुस जाता है. जहाँ दोनो अधेड़ उम्र के दो जिस्म एक दूसरे को अपने अपने तरीके से सुख दे रहे थे वहीं उनसे कुछ ही दूरी पर बैठी एक अल्हड़ कुँवारी कली अपने पति के मिलन के लिए तड़प रही थी, रह रह कर उसके जिस्म मे एक टीस उठती और वो सिहर जाती. वो अपने दिल को बार बार तसल्ली दे रही थी कि बस वो घड़ी आने ही वाली है.

करीब आधे घंटे की चली लगातार चुदाई मे बिहारी ने बीना की चूत और गान्ड दोनो की कस कर ठुकाई की और फिर जब बिहारी झडा तो ऐसा झडा कि बीना जैसी चूत भी छल छल करती बह गई. कुछ देर बाद बीना सॅंडविच और जूस लेकर उपर आ गई. अंदर आकर उसने रागिनी को सॅंडविच और जूस दिया और बोला कि थोड़ा लाइट ही खाना, हल्की फुल्की रहोगी तो सेक्स के दौरान उछलने मे आसानी होगी. बीना की बात सुनकर रागिनी शरम से दोहरी हो गई. बीना ने टेबल पर दूध का ग्लास रख दिया (जिसमे उसने अफ़रोडियासिक डोज मिला दी थी) और रागिनी को हिदायत दी कि विराट के आते ही आधा दूध उसे पिलाना और आधा खुद पी लेना. 

रागिनी: मैं दूध नहीं पीती. 

बीना: यह तो आधा पीना ही पड़ेगा और हां अब दूध पीना शुरू कर दे. दूध पिएगी तो ही विराट को पिला सकेगी. 

जब तक रागिनी बीना की बात समझती बीना यह कर कर नीचे चली गई कि अब वो कल ही आएगी. बीना की बात समझ मे आते ही रागिनी का शरीर और गरम हो उठा. वो जानती थी कि आज उसे बस कुछ ही देर मे एक मर्द के सामने नंगा होना है और फिर उस मर्द की हर वो बात माननी है जो उसे कही जाएगी. रागिनी अपने ख़यालो मे खोई थी कि उसे दरवाज़े के बाहर कदमो की आहट हुई. रागिनी बिस्तर पर अपना सर घुटनो पर रखकर बैठी थी और उसका सर चुनरी से ढका था. उसके हाथ अपने घुटनो से नीचे एक दूसरे मे उंगलियाँ फसाए हुए थे. दरवाज़े पर किसी की आहट होते ही उसका जिस्म थरथराने लगा और उसके दिल की धड़कन तेज़ हो गई. कमरे मे इतनी खामोशी थी कि रागिनी अपने दिल की धड़कन सॉफ सुन सकती थी.
Reply
02-01-2019, 06:09 PM,
#75
RE: bahan sex kahani भैया का ख़याल मैं रखूँगी
तभी कमरे का दरवाज़ा खुला और बिहारी कमरे मे दाखिल हुआ. रागिनी का शरीर बेड पर बैठे बैठे ही सिकुड़ने लगा. बिहारी ने अंदर आते ही दरवाज़ा बंद किया और लॉक कर दिया. रागिनी ने चोर नज़रो से अपने सर पर पड़ी जालीदार चुनरी से बिहारी की तरफ देखा तो अनायास ही शरम से उसकी आँखें बंद हो गई, उसे नशा सा छाने लगा. दिल की धड़कने अस्त-व्यस्त हो गई, उसे समझ मे ही नहीं आ रहा था कि उसे क्या हो रहा है. बिहारी की नज़र बेड पर बैठी हुई छुई-मुई सी लड़की पर पड़ी तो एक बार तो उसका मन किया कि शेर की तरह अपने शिकार पर झपट पड़े लेकिन शराब के नशे के बावजूद उसे बीना की हिदायत याद थी. बिहारी धीमे कदमों से रागिनी तक पहुँचा और उसके पास खड़ा होकर उस नाज़ुक गुड़िया की झलक पाने के लिए लालायत हो उठा. 

बिहारी के बेड पर बैठने का एहसास जैसे ही रागिनी को हुआ उसके पैर अपने आप ही पीछे की ओर सरक कर अपने नितंबो से चिपक गये. बिहारी यह सोच कर फूला नहीं समा रहा था कि उसके सामने उसकी बेटी की उम्र की लड़की सुहाग के जोड़े मे, सुहाग की सेज पर उसको अपना सब कुछ सौंपने को तैयार बैठी है. बिहारी कुछ देर उसको यूँ ही निहारता रहा. 

कुछ देर बाद बिहारी बोला: रागिनी, तुम खुश तो हो ना? 

रागिनी को तो जैसे काटो तो खून नहीं. 

रागिनी ने सोचा: यह कैसा सवाल है, यह तो इनसे पूछना चाहिए कि मुझे अपनी बीवी के रूप मे पा कर यह खुश हैं या नहीं. इन्होने मुझ पर इतना बड़ा एहसान किया है लेकिन फिर भी मुझे से पूछ रहे है. रागिनी बिहारी के इस प्रश्न से बहुत प्रभावित हुई. उसने मन मे ठान लिया कि वो विराट को वो हर सुख देगी जिस से वो आज तक वंचित रहा, चाहे उस के लिए उसे कुछ भी करना पड़े. उसने मन मे प्रण लिया कि आज सुहाग सेज पर वो यह साबित कर देगी कि वो विराट से कितना प्यार करती है. 

रागिनी का कोई जवाब ना पाकर बिहारी बोला: देखो रागिनी, तुम पर कोई पाबंदी नहीं है, तुम चाहो तो अभी भी जा सकती हो. मैं जानता हूँ कि तुम्हारे मन मे ख़याल आ रहा होगा कि मेरी और तुम्हारी उम्र मे बहुत फरक है. मैं तुम्हारे दिल की दुविधा समझ सकता हूँ. 

कहाँ तुम 18 साल की और कहाँ मैं..........इस से पहले कि बिहारी आगे कुछ बोलता, रागिनी ने अपना मेहंदी वाला हाथ बिहारी के होंठों पर रख दिया और बोली, मुझे आप जैसा नेक इंसान पति के रूप मे मिलने की उम्मीद भी नहीं थी. मेरे बारे मे सब जानते हुए भी अपने मुझे पत्नी के रूप मे अपनाकर मुझे ज़िंदगी भर के लिए अपनी दासी बना लिया है. आज से मैं आपके चर्नो की दासी हूँ. 

बिहारी: तुम मेरी दासी नहीं, मेरी विरासत की मालकिन हो और तुम्हारी जगह मेरे कदमो पर नहीं मेरे दिल मे है. 

रागिनी, बिहारी की यह बातें सुनकर गड़-गद हो उठी. 

बिहारी: कल सुबह मैं तुम्हे हमारा यह घर दिखाउन्गा, अब से यह सब हम दोनो को मिलकर संभालना है. रागिनी ने गर्दन हिलाकर सहमति दी. 

बिहारी: यह घूँघट कब तक डाले रखोगी, अब तो अपना चाँद सा मुखड़ा दिखा दो. 

रागिनी ने शरमा कर अपनी गर्दन झुका ली और ना मे सिर हिलाया. 

बिहारी(गाना गाते हुए): "यह जो चिलमन है दुश्मन है हमारी, कितनी शर्मीली......., कितनी शर्मीली दुल्हन है हमारी" और यह गाना गया कर बिहारी ने धीरे से रागिनी का घूँघट उठा दिया. घूँघट हटते ही रागिनी एक दम से शरमा गई..

बिहारी: "मेरी ज़िंदगी के मालिक मेरे दिल पर हाथ रख दे, तेरे आने की खुशी मे मेरा दम निकल ना जाए". 

बिहारी ने रागिनी की ठोडी को हाथ से उठा कर उसका चेहरा उपर किया. रागिनी का मासूम चेहरा, झुकी हुई आँखें, लाल लरजते होंठ और चेहरे की लाली देख कर बिहारी भी खुशी से पागल हो उठा. इस तरह की लड़की अपनी मर्ज़ी से उसका बिस्तर गरम करेगी उसने कभी ज़िंदगी मे सोचा भी नहीं थी. आशना के बारे मे उसने जब भी सोचा था उसने यही सोचा कि उसके साथ ज़ोर-ज़बरदस्ती ही करनी पड़ेगी लेकिन यहाँ तो उस से भी छोटी और उसी के मुक़ाबले खूबसूरत लड़की आज उसके सामने अपनी सहमति से उसे अपना सब कुछ सौंपने वाली है.

बिहारी ने दिल ही दिल मे बीना का शुक्रिया किया और अपनी जेब से एक हीरों का हार निकाला और रागिनी के चेहरे की तरफ करके कहा: देखिए हम आपके लिए मूह दिखाई मे क्या लाए हैं. रागिनी ने शरमाते हुए आँखे खोली तो अपनी आँखों के आयेज चमकते हीरून के हार को देख कर उसकी आँखें चमक उठी. उसकी आँखों की चमक देख कर बिहारी ने सोचा (साली बिल्कुल मेरे जैसी है, मेरी आँखों मे भी ऐसी ही चमक थी जब मैने यह हार बड़ी मालकिन के कमरे से चुराया था). 

बिहारी: क्या तुम्हे मेरा तोहफा पसंद आया. 

रागिनी: बहुत खूबसूरत है, बिल्कुल आप और आपके दिल की तरह. 

बिहारी (मन मे सोचते हुए): मेरा लंड देखेगी तो पता चल जाएगा कि वो भी कितना खूबसूरत है, भला हो बीना का जो उसे थोड़ी देर पहले ही ठंडा कर गई वरना अभी तक तो यह मुझे चैन से बैठने भी नहीं देता. 


बिहारी: तुमसे ज़्यादा खूबसूरत नहीं है यह हार. 

रागिनी अपनी तारीफ से खुश हो गई और शरमाकर नज़रें झुका कर बोली: मैं आपको खूबसूरत लगी मेरी ज़िंदगी सफल हो गई. 

बिहारी(मन मे सोचते हुए): अभी तेरी खूबसूरती देखना बाकी है, देखने से तो लगता है माल भारी है पर मज़ा तो पूरा नंगा करके देखने मे ही आएगा.

बिहारी: शादी ही इतनी जल्दी हुई कि तुम्हे शादी मे कोई जेवर नहीं पहना सका. जल्दी जल्दी मे यह हार ही ले पाया हूँ, कुछ ही दिनो मैं तुम्हे पूरा गहनो से लाद दूँगा. 

रागिनी:आपकी जो मर्ज़ी, आप मेरे साथ कर लें सरताज, मैं तो बिल्कुल आपकी हूँ. 

बिहारी: तो फिर सबसे पहले मुझे यह हार पहन कर दिखाओ. 

रागिनी(शरमाते हुए):आप लाए हैं तो आप ही पहना दीजिए. 

बिहारी का मन बल्लियो उछलने लगा. उसने सोचा चलो इस बहाने उसे रागिनी का बदन छूने का मोका ही मिलेगा. बिहारी बेड से उठा और रागिने के पीछे की ओर आ गया. 
Reply
02-01-2019, 06:09 PM,
#76
RE: bahan sex kahani भैया का ख़याल मैं रखूँगी
बिहारी (मन मे सोचते हुए):साली मम्मे तो घुटनो से छुपा लिए लेकिन गान्ड का क्या करेगी. रागिनी के पीछे जाते ही बिहारी की नज़र नीचे की ओर गई तो उसके लोड्‍े की नींद टूटी. हालाँकि जिस तरह से रागिनी बैठी थी उस से उसकी गान्ड के आकार का अंदाज़ा लगा पाना मुश्किल था मगर बिहारी जैसा गान्ड का ज़ोहरी तो अंदाज़े से ही गान्ड का आकार बता सकता था. बिहारी ने रागिनी के गले मे हार पहनाया तो उसकी उंगलियाँ रागिनी के गले को छू गई जिस से रागिनी के शरीर मे एक सिहरन दौड़ गई और बिहारी के लोड्‍े मे करेंट. बिहारी ने उसके पीछे ही अपना लौडा पॅंट मे अड्जस्ट किया ताकि उसकी दुल्हन चुदने से पहले ही उसके लोड्‍े का रूप देखकर बग़ावत ने कर दे. हार पहना कर बिहारी जब आगे आया तो रागिनी के गले मे चमक रहे हार को देख कर वो हैरान रह गया. हार का सिरा बिल्कुल रागिनी के मम्मों के बीच फस कर रह गया था.. रागिनी की तेज़ चलती सांस के साथ उसके मम्मे उपर नीचे हो रहे थे और उनके बीच फसा वो हार अपनी किस्मत पर झूम रहा था. रागिनी ने विराट की नज़रो का पीछा किया तो उसके लाल गाल और सुर्ख हो गये. 
रागिनी प्लीज़ लाइट बंद कर दीजिए ना. 

बिहारी: आज के दिन जी भर कर देख लेने दो. 

रागिनी: मुझे शरम आती है. बिहारी ने उठ कर लाइट बंद कर दी. 

रागिनी का दिल खुशी जे झूम उठा यह सोच कर के उसका पति उसकी कितनी इज़्ज़त करता है. 

बिहारी(मन मे सोचते हुए): साली एक बार तुझे नंगा कर दूं उसके बाद लाइट जला कर तेरे हर एक अंग की तस्वीर अपनी आँखों मे क़ैद कर लूँगा. तस्वीर का ख़याल आते ही उसे कमेरे की याद आ गई. बिहारी ने देखा कि टेबल पर पड़ा कॅमरा फूलों से ढका है, उसने अपना कोट उतारा और उसे टेबल पर रखते ही चालाकी से कॅमरा का रेकॉर्डिंग बटन ऑन कर दिया, यह कॅमरा बेड के बिल्कुल सामने था जो कि उनके मिलन को बड़ी सफाई से अपने अंदर क़ैद कर लेता . दूसरा कॅमरा लेफ्ट साइड पर टेबल पर था जो कि रागिनी के चेहरे के हर एक्सप्रेशन को क़ैद करने के लिए रखा था. बिहारी ने उस टेबल के पास रखी चेयर पर बैठ कर अपने जूते उतारने शुरू किए और जूते उतारते ही आँख बचा कर उसने उस कैमरे को भी ऑन कर दिया. लाइट बंद करने के बावजूद भी अभी कमरे मे काफ़ी लाइट थी. दिन के 3:00 ही बजे थे, सूरज अपने पूरे शबाब मे चमक रहा था. 

उसके बाद बिहारी बेड पर जाकर बैठ गया और बोला: तुम भी उतार दो ना. रागिनी: जी???

बिहारी: अरे इन कपड़ो मे कैसे सोओगी तुम, चेंज कर लो ना. 

रागिनी: आपने भी तो पहने हैं अभी. 

बिहारी ने अपनी शर्ट के बटन खोलना शुरू किया और धीरे धीरे बिहारी की बालों से भरी छाती रागिनी के सामने आने लगी और उसका दिल रोमांचित होने लगा. बिहारी ने शर्ट खोलकर उसे दूर टेबल पर फैंक दिया. 

बिहारी: चलो अब तुम्हारी बारी.

रागिनी: मुझे शरम आती है.

बिहारी: तो चलो मैं ही तुम्हारे भी कपड़े उतार देता हूँ. 

यह कहते ही बिहारी ने अपना हाथ आगे बढ़ाया तो रागिनी ने एक दम उसका हाथ पकड़ लिया और बोली"हाए राम". 

इतना सुनते ही बिहारी की हँसी छूट पड़ी और रागिनी भी शरमाकर मुस्कुराती हुई बिहारी की तरफ झुकने लगी. बिहारी ने उसे खींच कर उसे आने सीने से लगा लिया और एक ठंडी आह भरी. 

बिहारी: तुम नहीं जानती इस दिन के लिए मैने कितने सपने देखे हैं. 

रागिनी: अब मैं आ गई हूँ, आपका हर सपना पूरा कर दूँगी. 

बिहारी: सच. 

रागिनी:हुउऊन्न्ञणणन्. 

बिहारी: तो फिर उसके लिए कपड़े तो उतारने ही पड़ेंगे ना. 

रागिनी खामोश रही, बिहारी ने रागिनी की तरफ से स्वीकृति पाकर उसकी चोली की डोरी पकड़ी तो रागिनी बोल पड़ी "अरे याद आया, डॉक्टर. बीना ने वो दूध बोला था पीने को" यह कह कर उसने अपना हाथ दूध के ग्लास की तरफ कर दिया. 

बिहारी ने दूध के ग्लास की तरफ नज़र डाली तो बोला: आज तो ग्लास से दूध नहीं पियुंगा मैं. 

रागिनी:धत्त, कितने बेशरम हैं आप. 

बिहारी: बेशरम तो बनना ही पड़ेगा, आख़िर सुहागरात एक बार ही तो आती है ज़िंदगी मे. इस दिन भी अगर शरमाते रहे तो फिर तो ज़िंदगी भर अफ़सोस ही रहेगा. 

रागिनी: वो सब ठीक है, लेकिन डॉक्टर. बीना ने कहा था कि दोनो आधा आधा ज़रूर पी लेना. 

बिहारी को पता था कि इस दूध मे बीना ने क्या मिलाया है. वो समझ गया था कि लौंडिया बेशरम बनने के लिए बिल्कुल तैयार है. अब दूध पिलाकर उसे इस कदर बेशर्मी की राह मे ले जाना है कि वो फिर कभी वापिस ना आ सके. बिहारी ने ग्लास उठा कर गरम दूध आधा ग्लास खुद पिया और फिर रागिनी को भी पिला दिया. 

बिहारी: मैं फ्रेशा होकर आता हूँ उसके बाद तुम भी फ्रेश हो जाना. बिहारी ने अलमारी से एक पाजामा निकाला और बाथरूम मे घुस गया. उसे पता था कि 25- 30 मिनट मे दूध अपना असर दिखाना शुरू कर देगा. बिहारी ने बाथरूम मे अपना पेट सॉफ किया और करीब 10 मिनिट मे वो केवल पाजामा पहनकर बाहर आ गया. बाहर आते ही उसने अपनी पॅंट को कोट के पास रखा और हाथ मे पकड़ी फ्रेंची का गोला बनाकर रागिनी के पास बेड पर फैंक दिया. रागिनी ने उसे उठाकर देखा तो उसे पता लगा कि वो विराट की फ्रेंची थी. रागिनी का चहरा शरम से लाल हो उठा. 

रागिनी: विराट आप बड़े बेशरम हैं और बेड से उठकर पैर पटकती हुई वहाँ चली गई जहाँ वो बॅग रखे थे जो कि बीना और बिहारी शॉपिंग करके लाए थे. रागिनी ने उस मे से ड्रेस निकाली और बाथरूम मे घुस गई. बिहारी ने एलसीडी ऑन की और आराम से तकिये पर टेक लगा कर लेट गया. उसका लिंग अपनी औकात मे आने लगा यह सोच कर कि अभी कुछ ही देर मे उसे एक कुँवारी कली को औरत बनाना है. 
Reply
02-01-2019, 06:09 PM,
#77
RE: bahan sex kahani भैया का ख़याल मैं रखूँगी
बिहारी ने अपने पाजामा की एलास्टिक मे हाथ डालकर उस पर प्यार से हाथ फेरा और बोला "प्यारे अगर सबर नहीं किया ना तो ज़िंदगी भर इस लोंड़िया की चूत के दर्शन भी नसीब नहीं होंगे, इस लिए सबर रख और आराम से खा जो मिले".

बिहारी ने अपने लिंग पर दो चपत लगाई जैसे उसे चुप चाप बैठने के लिए कह रहा हो मगर उसका लिंग भी कोई मामूली लंड नहीं था. काफ़ी औरतो का स्वाद चख चुका था और कुँवारी चूत की महक से तो बिल्कुल बग़ावत पर ही उतर आया था. 

बिहारी काफ़ी देर तक टीवी मे ध्यान लगाए रहा ताकि अपने लिंग को धोका दे सके कि आज उसके लिए कोई काम नहीं है. तभी उसे ध्यान आया कि रागिनी को बाथरूम मे गये तो काफ़ी समय हो गया है. बिहारी ने बेड पर लेटते ही रागिनी को आवाज़ लगाई. रागिनी, कहाँ हो तुम??? 

रागिनी: जी आ रही हूँ बस 5 मिनिट. 

बिहारी: साली यह लड़कियाँ बाथरूम मे इतना टाइम क्यूँ लगाती हैं???

बिहारी के लिए तो इस वक्त एक एक मिनिट भी एक घंटे के बराबर था
करीब 10 मिनिट तक भी जब रागिनी बाहर नहीं आई तो बिहारी बाथरूम के दरवाज़े के पास जाकर नॉक करता है. 

रागिनी: मुझे बाहर आने मे शरम आ रही है विराट. 

बिहारी: चलो मैं एक काम करता हूँ, अपनी आँखें बंद कर लेता हूँ तुम आ जाओ. 

रागिनी: विराट, आप प्लीज़ बेड पर लेट कर अपने चेहरे पर कंबल ले लीजिए मैं अभी आती हूँ. 

बिहारी(बेड की तरफ जाते हुए): साला, सील पॅक चूत के लिए क्या क्या करना पड़ रहा है. नखरे तो ऐसे कर रही है कि जैसे बिना कपड़े खोले ही चुदवायेगी.

बिहारी बिस्तर पर जाकर कंबल लेकर लेट गया और बोला: आ जाइए मेरी हुस्न की मल्लिका जी.



रागिनी ने धीरे से दरवाज़ा खोला और अपना चेहरा बाहर निकाल कर बाहर देखा और तेज़ी से फिर से सर को अंदर करके बोली: विराट प्लीज़ मुँह ढक लो ना. 

बिहारी(मन मैं): साली अजीब मुसीबत है, अभी थोड़ी देर मे नंगी होकर मस्त चुदेगि लेकिन पहले नखरे ज़रूर करेगी. 

बिहारी ने अपना मुँह भी ढक लिया लेकिन एक आँख से कंबल को तोड़ा सा हटा दिया ताकि वो रागिनी को देख सके. 

रागिनी: मैं आउ??? 

बिहारी: कहो तो मैं उठा लाउ???

रागिनी: नहीं बस आ रही हूँ.

रागिनी ने फिर से सिर बाहर निकाल कर देखा तो वो यह नहीं देख पाई कि बिहारी की एक आँख अभी भी कंबल से बाहर है. रागिनी तेज़ी से बाथरूम से बाहर आई और दरवाज़ा बंद करके तेज़ी से बेड की तरफ भाग आई. बिहारी को उसकी एक झलक ही मिली लेकिन रागिनी ने अपने शरीर पर चुन्नी लपेट रखी थी. वो ज़्यादा कुछ देख तो नहीं पाया लेकिन वो यह ज़रूर समझ गया कि रागिनी ने उसकी लाई हुई ही कोई ड्रेस पहनी हुई है तभी तो उसे बाहर आने मे इतनी शर्म महसूस हो रही है. बिहारी की पीठ की तरफ आकर रागिनी ने अपने बदन से चुन्नी अलग की और उसे दूर फैंक कर कंबल मे घुस गई लेकिन बिहारी से दूरी बनाकर. 

रागिनी: अब आप मुँह बाहर निकाल सकते हो विराट. 

बिहारी(धीमी आवाज़ मे): लंड कब बाहर निकालु. 

रागिनी:क्या??? 

बिहारी: मैने कहा, आज की रात भी क्या शरमाना. 

रागिनी ने अपने पूरे शरीर को कंबल मे ढक रखा था, सिर्फ़ उसका चेहरा ही बिहारी देख पा रहा था. रागिनी का दमकता मदहोश चेहरा देख कर बिहारी के लंड मे तनाव बढ़ने लगा और वो समझ गया कि दूध ने असर करना शुरू कर दिया है. रागिनी के चेहरे पर इतनी मासूमियत थी कि बिहारी जैसा लड़कीबाज़ आदमी भी एक बार सोचने पर मजबूर हो गया कि क्या वो इस लड़की के साथ ठीक कर रहा है??? फिर उसने सोचा कि जो भी कर रहा हूँ शादी कर कर ही कर रहा हूँ तो इस मे बुरा ही क्या है. बिहारी के दिल मे रागिनी के लिए एक पल के लिए प्यार उमड़ आया. 

रागिनी ने शरमाते हुए पूछा: क्या देख रहे हैं?? 

बिहारी: कुछ दिख ही तो नहीं रहा. एक तो तुमने लाइट पहले ही बंद करवा दी और अब इतना मोटा कंबल भी ले लिया. लगता है के मेरी सुहागरात के अरमान अधूरे ही रह जाएँगे.

रागिनी: ऐसा ना कहें विराट, आपके हर अरमान मे, मैं आपका पूरा साथ दूँगी और दिल-ओ-जान से आपको प्यार दूँगी और खुश रखूँगी. आपकी हर बात मानूँगी.

बिहारी खिसक कर उसके पास सरक गया तो रागिनी के चेहरे पर एक दम सुर्खी आ गई. 

बिहारी:क्या तुम सच मे मेरी हर बात मनोगी?? 

रागिनी: आपसे बाद मेरे लिए इस दुनिया मे कोई नहीं विराट, आपकी कसम. 

बिहारी: तो फिर लाइट ओन करने दो ना, मैं तुम्हें पहली ही बार मे जी भर कर देख लेना चाहता हूँ, तुम्हारे जिस्म के हर एक अंग को अपनी आँखों मे बसा लेना चाहता हूँ, तुम्हारे जिस्म की छवि को अपनी रूह मे इस तरह बसा लेना चाहता हूँ कि अगर आँखें बंद भी करूँ तो मुझे तुम ही तुम दिखाई दो. 

बिहारी की ऐसी बातों से नासमझ रागिनी एकदम पिघल गई और उसे एकदम नशा सा छाने लगा. उसे समझ नहीं आ रहा था कि उसे यह क्या होने लगा है लेकिन उसकी आँखों की खुमारी से बिहारी को पता चल गया कि रागिनी पर दूध का असर हावी होने लगा है. वो इस मोके को खोना नहीं चाहता था. उसने देख लिया था कि लोहा गरम है, अब बस हथोडा मारने की देर है.
Reply
02-01-2019, 06:09 PM,
#78
RE: bahan sex kahani भैया का ख़याल मैं रखूँगी
बिहारी: तुम नहीं जानती रागिनी, तुम्हारे जैसी बीवी पाने के लिए मैं कितनी राते जगा हूँ, जब भी आँखें बंद करता था तो जिस लड़की का चेहरा आँखों मे आता, तुम बिल्कुल वैसी ही हो. तुम सिर्फ़ मेरे लिए ही बनी हो. 

रागिनी: ओह.... हां विराट, हां, मैं सिर्फ़ आपकी हूँ, मुझे अपना बना लो, मुझे अपने मे समा लो विराट ताकि मेरा कोई वजूद ही ना रहे. मैं आपके लिए कुछ भी कर सकती हूँ विराट. आपने मुझे सहारा देकर मुझ पर बहुत बड़ा एहसान किया है. इसके बदले आप जो कहोगे मैं मानने के लिए तैयार हूँ. 

बिहारी: सच मैं तुम मेरी हर बात मनोगी?? 

रागिनी:हुउन्न्न्न्न, कसम से विराट, आपकी कसम. 

बिहारी: लाइट जला लूँ, मुझे तुम्हे देखना है. 

रागिनी:आआहह, जला लीजिए विराट और कर लीजिए मेरा दीदार. भुजा लीजिए अपनी आँखों की प्यास. 

बिहारी: प्यास, मेरी प्यास तो रागिनी तुम्हारे करीब आने से और बढ़ गई है. मेरे दिल की प्यास, मेरे होंठों की प्यास, मेरे हाथों की प्यास, मेरी आत्मा की प्यास, मेरे .............यह कह कर बिहारी चुप हो गया. रागिनी ने सवालिया नज़रो से उसे देखा और मदहोशी मे बोली: बोलिए ना विराट, आपके...........

बिहारी: रागिनी तुम्हारे जिस्म के लिए मेरे लंड की प्याससस्स. 

रागिनी:श्श्श्श्श्श्श्श्श्श्श्श्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्श्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह आआआआः विराट यह आपने मुझे क्या कर दिया, मेरा खुद पर काबू खोता जा रहा है. 

बिहारी: होने दो बेकाबू रागिनी तुम अपने आप को, अब मैं तुम्हारे साथ हूँ तुम्हारे बेकाबू शरीर को मंज़िल तक पहुँचाने के लिए. 

रागिनी: प्लीज़ विराट, कुछ करो ना, मुझे मंज़िल दे दो ना विराट. 

बिहारी तेज़ी से उठा और लाइट जला दी. लाइट जलते ही सारा कमरा रोशन हो गया.शूकर है कि लाइट जलते ही रागिनी ने शरम के मारे अपना चेहरा कंबल मे छुपा लिया था वरना बिहारी के पाजामे मे बने टेंट को देख कर उसके तो होश ही उड़ जाते. बिहारी ने अपने लोड्‍े पर हाथ रख कर मन मे बोला(बस कुछ देर और, फिर सारा काम तेरा ही है). 

बिहारी रागिनी के पास जाकर बैठ गया और धीरे से उसके चेहरे से कंबल हटाया. कंबल हटते ही रागिनी का मदहोश सुर्ख चेहरा उसके सामने आया. गोरा रंग लिए हुए उसके गाल शरम से लाल सुर्ख हो चले थे. रागिनी के होंठ और बंद आँखे शरम से फड़फडा रहे थे. बिहारी ने झुक कर उसके माथे पर किस किया तो रागिनी सिहर उठी और उसके सुर्ख होंठों से एक आह निकल गई. 

बिहारी: कितनी प्यारी और सुन्दर लड़की दी है भगवान ने मुझे बीवी के रूप मे. 

रागिनी (आँखें बंद किए मुस्कुराते हुए बोलती है): तो बना लीजिए ना इस लड़की को अपनी बीवी, इसके जिस्म पर अपनी छाप छोड़ कर.निचोड़ दीजिए इसके अंग-अंग से जवानी का रस ताकि इस जिस्म को हमेशा आपके एहसास की ही भूख रहे. 

बिहारी ने अपना एक हाथ कंबल मे डालकर रागिनी के गले पर चलाना शुरू किया और फिर धीरे धीरे हाथ को उसके कान के पिछले और निचले हिस्से पर फिराने लगा. 

रागिनी: सस्स्स्स्स्स्शह अह्ह्ह्ह विराट मुझे अपनी बना लीजिए अहह. 

बिहारी इस खेल का पक्का खिलाड़ी था. हालाँकि वो खुद भी रागिनी जैसी लड़की पा कर अपने होश खो रहा था मगर उसे पता था कि यह लड़की उसकी बीवी है, इसलिए वो सयम से काम ले रहा था. आज जीवन मे पहली बार बिहारी का दिमाग़ उसके लोड्‍े पर भारी पड़ रहा था. बिहारी ने धीरे धीरे अपना दूसरा हाथ भी कंबल मे घुसाया और रागिन की बगल मे लेट गया. अब आलम ऐसा था कि रागिनी पीठ के बल लेटी हुई अपनी जंघें आपस मे रगड़ रही थी और उसका शरीर कंबल के अंदर तप रहा था जबकि बिहारी बस एक पाजामे मे अपनी छाती को तकिये पर रख कर रागिनी की बगल मे लेटा हुआ था. 

बिहारी के हाथ कंबल मे धीरे धीरे रागिनी की बाजुओ पर पहुँच गये और उस मखमली बदन पर जब बिहारी के मर्दाना हाथ लगे तो दोनो की सिसकी एक दूसरे की सिसकी मे खो गई. रागिनी का गला सूखने लगा था.वो बड़ी मुश्किल से थूक निगल पा रही थी.उसकी दाई बाज़ू पर अपनी पकड़ मज़बूत करते हुए बिहारी ने उसे अपनी तरफ पलटा तो रागिनी अपनी बाई तरफ होती चली गई अब उसका बदन बिहारी के हाथो मे ढीला पड़ने लगा था. बिहारी ने भी अपने आप को अपनी दाई तरफ पलटा और अपना सिर तकिये पर रख दिया. 

बिहारी की आँखों मे हवस सॉफ झलक रही थी और वहीं रागिनी की आँखें भी सेक्स के नशे से बंद होने लगी थी. बिहारी ने अपने बाए हाथ को रागिनी के कंधे पर रखकर उसे अपनी तरफ खींचा. रागिनी का विरोध अब बिल्कुल ख़तम हो गया था मगर शरम का घूँघट उसने अभी भी नहीं छोड़ा था. धीरे धीरे बिहारी ने उसका चेहरा बिल्कुल अपने चेहरे के करीब कर दिया. रागिनी और बिहारी दोनो एक दूसरे की आँखों मे देख रहे थे. दोनो की आँखों मे लाल डोरे तैर रहे थे. बिहारी ने अपने चेहरे को रागिनी के चेहरे के पास ले जाते हुए अपने होंठ खोले तो रागिनी शरमा गई. उसकी आँखे बंद हो गई और धड़कते दिल के साथ वो बिहारी के अगले कदम का इंतज़ार करने लगी. उसके होंठ लरजने लगे यह सोच कर कि पहली बार कोई मर्द उन्हे अपने होंठों मे लेकर उनका रस पीने वाला है. 

काफ़ी देर बाद भी रागिनी ने जब बिहारी की तरफ से कोई प्रतिक्रिया महसूस नहीं की तो उसने आँखे खोली और बिहारी की आँखों मे सवालिया नज़र से देखा. 

बिहारी: सोच रहा हूँ कि तुम्हे ऐसे ही सज़ा कर रख लूँ, तुम्हे मैला करने का मन नहीं कर रहा. 

रागिनी यह सुन कर और शरमा गई. 

रागिनी ने काँपति आवाज़ मैं कहा:मेरे सरताज, मुझे इंतज़ार है कि आप मुझे मैला करें और अपनी छाप मेरे कोरे बदन पर लगाए. मैं वादा करती हूँ कि आपको हर दिन मैं सजधज कर फिर से एक नयेपन का अनुभव दूँगी. 

बिहारी, रागिनी की इस बात से बहुत प्रभावित हुआ. बिहारी ने उसकी आँखों मे देखते हुए कहा: मैं तुम्हे हमेशा रानी बना कर रखूँगा, तुम्हे कभी किसी चीज़ की कमी नहीं होने दूँगा.

रागिनी: मैं आपके साथ हर हाल मे खुश हूँ मेरे पातिदेव, मैं हमेशा आपकी खुशी के लिए तन और मन से आपको समर्पित हूँ. 

बिहारी: लेकिन, तन तो तुमने कंबल मे छुपा रखा है मुझे दिखती ही नहीं. यह सुनकर रागिनी की आँखें बंद हो गई और वो मुस्कुराने लगी. 

बिहारी ने आगे बढ़कर उसकी बंद आँखों को चूम लिया. 

रागिनी:आआहह. 

बिहारी ने फिर उसके गालों को हल्के से चूमा जो कि काफ़ी गरम थे. रागिनी की सांस तेज़ चलने लगी. दोनो गालों पर आहिस्ता से चूमने के बाद बिहारी ने रागिनी की नाक पर चूमा. 

रागिनी:उूउउफफफफ्फ़. 

रागिनी जानती थी कि अब विराट कहाँ चूमने वाले हैं. जैसे ही बिहारी उसके होंठों के पास पहुँचा, रागिनी ने नीचे खिसकते हुए अपना चेहरा बिहारी की छाती मे छुपा लिया. 

रागिनी:उउंम, अपने शराब पी रखी है. 

बिहारी:अगर मुझे पता होता कि तुम इतनी नशीली हो तो मैं शराब को हाथ भी नहीं लगाता. 

रागिनी: अच्छा जी, बहाने??. 

बिहारी: मैने कहीं सुना था कि सुहागरात पर थोड़ी शराब पीने से सेक्स ज़्यादा देर तक कर सकते हैं.

रागिनी ने काँपति आवाज़ मैं पूछा: ज़्यादा देर तक क्यूँ करना है आपको???. 

बिहारी: मैं नहीं चाहता कि तुम पहली बार मे ही अधूरी रह जाओ और मैं जल्दी छूट जाउ. मैं तुम्हे पूरा सुख देना चाहता हूँ. 

रागिनी:आआआआहह, तो दीजिए ना मुझे पूरा सुख, बना लीजिए ना मुझे अपना. 

बिहारी: आज तुम्हे मैं पूरा मज़ा दूँगा, तुम आज का दिन कभी भूल नहीं पाओगी. कल सुबह तक मैं तुम्हे इतना प्यार करूँगा कि सुबह तक तुम ठीक से खड़ी भी नहीं हो पाओगे. 

रागिनी:आआआअहह उूुुउउफफफफफफ्फ़, करिए ना कुछ भी करिए लेकिन ज़्यादा दर्द मत करना विराट प्लीज़. 

बिहारी: ज़्यादा नहीं लेकिन थोड़ा दर्द तो होगा ही तुम्हे, आख़िर तुम पहली बार अपने अंदर लोगि. 

रागिनी ने एकदम अपना चेहरा बिहारी की छाती से उठाकर बिहारी की तरफ देखा और बोली: विराट आप कितने गंदे हैं ना. 

विराट : अपनी बीवी से गंदी बातें नहीं करूँगा तो क्या पड़ोसी की बीवी से करूँगा. 

रागिनी ने एकदम कंबल से अपनी बाहें निकाल कर बिहारी की नंगी पीठ पर कसते हुए कहा: नहीं मुझ से ही करनी हैं और जो कुछ करना है मेरे साथ ही करना है. 

बिहारी की पीठ पर रागिनी के मचलते हाथ बिहारी को पागल बनाने लगे. एक तो शराब का नशा दूसरा उस अफ़रोडियासिक का असर और तीसरा बिस्तर पर 18 साल की कमसिन कली जो कि बिहारी से चुदने को बेकरार है, बिहारी तो स्वर्ग के गोते खाने लगा. बिहारी ने भी अपने हाथ कंबल मे डालकर रागिनी की जलती हुई पीठ पर अपना हाथ रखकर उसे अपने से सटा लिया. रागिनी ने एक हुंकार भरी और बिहारी से चिपक गई. रागिनी ने शरम के मारे अपनी कमर को मोड़ कर अपनी टाँगे बिहारी की टाँगो से दूर करके रखी थी और वहीं बिहारी ने भी अपनी कमर रागिनी से दूर करके रखी थी. उसे डर था कि उसके के लिंग का रूप जानकार शायद रागिनी डर ना जाए. वो जनता था कि उसका लंड कोई अद्भुत तो नहीं मगर रागिनी जैसी अन्छुइ लड़की के लिए नॉर्मल भी नहीं है और कुँवारी लड़की के लिए तो इतना बड़ा लंड किसी अद्भुत लंड से कम नही है. 
Reply
02-01-2019, 06:09 PM,
#79
RE: bahan sex kahani भैया का ख़याल मैं रखूँगी
बिहारी ने महसूस किया कि रागिनी ने एक बहुत ही पतले कपड़े की ड्रेस पहन रख है जो कि उसके कंधो के नीचे से शुरू होती है. बिहारी को याद आ गया कि रागिनी ने एक वाइट कलर की ट्रॅन्स्परेंट ड्रेस पहन रखी है जो कि उसकी कमर के थोड़ा सा नीचे तक ही होगी. बिहारी का लिंग यह महसूस करते ही पाजामा को फाड़ने के लिए उतावला हो उठा. बिहारी जानता था कि रागिनी ने नीचे सामने कपड़े की एक बहुत ही महीन और छोटी पैंटी पहनी होगी जो कि जाँघो के साइड पर डोरियो के सहारे बाँधी जाती है. बिहारी ने यह ड्रेस खुद पसंद की थी. 

बिहारी: रागिनी करीब आओ ना, दूर क्यूँ जा रही हो. 

रागिनी: करीब तो हूँ. 

बिहारी: पूरी करीब आओ ना. 

रागिनी: उूहुऊँ मुझे शरम आती है. 

बिहारी ने एकदम अपने हाथ रागिनी की कमर से उठकर कंबल को पकड़ा और उसे उठाकर पीछे फैंक दिया. बिहारी ने यह सब इतनी तेज़ी से किया कि रागिनी कुछ समझ ही ना पाई और जब उसे समझ आया तो आधा कंबल बेड पर और आधा नीचे नीचे झूल रहा था. बिहारी के हाथ रागिनी की कमर पर फिर रहे थे. रागिनी शरमा कर पेट के बल हो गई और शरम से अपना चेहरा बिस्तर मे छुपा लिया. बिहारी ने अपनी कोहनी का सहारा लेते हुए अपना शरीर बिस्तर से उठाया और रागिनी के पूरे शरीर को निहारने लगा. रागिनी के लंबे बाल एक क्लटचर मे क़ैद होकर उसकी पीठ से होते हुए कमर से दूसरी ओर बिखरे पड़े थे. उसके उपरी बदन पर पतले सफेद कपड़े की एक्स बहुत ही सेक्सी ड्रेस उसके कंधे के नीचे से लेकर पतली कमर तक चिपकी हुई थी. ड्रेस के बिल्कुल आख़िरी सिरे पर गुलाबी रंग की तीन इंच की एक झालर लगी थी जो कि उसके नितंबो पर पड़ी थी. बिहारी ने अपने शरीर को बिस्तर से उठाया और रागिनी की कमर के पास बैठ गया. 
जैसे ही बिहारी बैठने को हुआ रागिनी ने धीमे से कहा: विराट प्लीज़, मुझे बहुत शरम आ रही है. 

बिहारी खामोश रहा और बैठ कर उसके नितंबो पर पड़ी पिंक झालर को उठा कर अपनी नज़र रागिनी के नितंबो पर डाली तो उसके गले से एक घुटि हुई आह निकली. रागिनी ने बिहारी की आह सुनी तो अपना चेहरा उठा कर विराट को देखा तो उसे अपने नितंबों को घूरता हुआ पाया. रागिनी का पूरा बदन गुलाबी हो गया. बिहारी ने भी उसके गोरे शरीर को रंग बदलते देखा. रागिनी की नग्न मांसल जांघे और एक छोटी सी पैंटी मे क़ैद उसके गोलाई लिए हुए विशाल नितंब देख कर बिहारी का बुरा हाल हो रहा था. 

बिहारी: रागिनी तुम्हारा बुन्द बहुत खूबसूरत है. 

यह सुनकर रागिनी के शरीर मे और गुलबीपन आ गया. वो समझ गई कि विराट उसके जिस्म के किस हिस्से की तारीफ कर रहा है. बिहारी की आँखों के सामने रागिनी के गुलाबी नितंब थरथरा रहे थे. बिहारी की नज़र रागिनी की पैंटी पर पड़ी. पतली सी पैंटी रागिनी के नितंबों की दरार मे घुसी हुई थी. बिहारी ने देखा कि पैंटी की लाल डोरियाँ रागिनी की जाँघो के दोनो साइड पर झूल रही हैं. बिहारी ने एक डोरी को पकड़कर थोड़ा सा झटका दिया तो रेशम की डोरी अपने आप ही खुलती चली गई. रागिनी को डोरी खुलने का पता तब लगा जब उसे अपनी पैंटी मे ढीलापन महसूस हुआ. रागिनी का दिल एक दम से धक कर उठा.

रागिनी: धत्त!!!! विराट यह क्या कर रहे हैं. 

बिहारी: अपनी बीवी के बदन को आँखों मे बसा रहा हूँ, उसके एक एक अंग को बारीकी से देख कर अपनी रूह मे उतार रहा हूँ. 

रागिनी: अच्छा, अब तो देख लिया, प्लीज़ अब लाइट बंद कर दीजिए ना. 

बिहारी: अब इस कमरे की लाइट सुबह ही बंद होगी. 

रागिनी: विराट, सच्ची मे मुझे बहुत शरम महसूस हो रही है और डर भी लग रहा है. 

बिहारी: कल से सारी शरम चली जाएगी और रही डर की बात तो अभी तक तुमने मेरा देखा ही कहाँ है. 

रागिनी: धत्त, कैसी बातें करते हैं आप, जाओ हम आप से नहीं.........इस से पहले कि रागिनी आगे बोलती उसे महसूस हुआ कि विराट ने पैंटी की दूसरी डोरी भी खींच दी है. 

रागिनी:आआआहह विराट प्लीज़ीयीईयीई. 

बिहारी ने बैठे बैठे हे पैंटी को पकड़ा और उसे एक झटके मे खींच कर रागिनी के जिस्म से जुदा कर दिया. झटका इतना तेज़ था कि पैंटी के साथ रागिनी का निचला हिस्सा भी कुछ देर के लिए हवा मे उठा और फिर बिस्तर पर स्थिर हो गई. हुआ तो यह बस कुछ ही पलों के लिए, लेकिन इस दौरान बिहारी ने रागिनी के नितंबो की गोलाईयों का पूरा माप ले लिया. रागिनी ने अपनी जांघे कस के बंद कर रखी थी जिस से उसके मांसल नितंब और भी ज़्यादा गोलाई लिए हुई एक छोटी सी पहाड़ी के आकर मे दिख रहे थे.रागिनी की नसों मे खून ने तेज़ी ले ली थी और बिहारी का सारा खून उसके लिंग मे इकट्ठा होने लगा.

बिहारी: जान एक बार पलटो ना. 

रागिनी ने ना मैं गर्दन हिलाई और अपने हाथ अपने चेहरे के आस पास कर के अपने चेहरे को छुपा दिया. बिहारी बेड से उठ गया, रागिनी का दिल एक दम से धड़क उठा. उसे लगा शायद विराट नाराज़ हो गये हैं. रागिनी अपने आप को कोसने लगी कि इतना शरमाने की ज़रूरत क्या है आज तो सब कुछ करने का हक है विराट को. रागिनी अपने ख़यालो मे अपने आप को दोषी मानते हुए अपने आप को ही बुरा भला कह रही थी और बिहारी रागिनी के पीछे उसके पैरों की तरफ चला गया और जैसे ही बिस्तर पर उसने अपना घुटना रखा, रागिनी की खुश्बू की कोई सीमा ना रही. उसे लगा कि विराट उसके जिस्म पर फिदा हो गयी हैं और वो ज़्यादा देर तक नाराज़ नही रह सके.



इस बार रागिनी ने विराट का पूरा साथ देने की ठान ली. बिहारी बिस्तर पर आ गया तो रागिनी ने बिना जांघे खोलेअपनी एक टाँग दूसरी टाँग पर चढ़ा कर अपने पैरो को एक दूसरे से कस लिया. बिहारी रागिनी की टाँगो के दोनो तरफ अपने घुटनो के बल खड़ा हो गया. सामने की तरफ से रागिनी के नितंब देख कर बिहारी की आँखें फटी की फटी रह गई. इतनी खूबसूरत गान्ड किसी लड़की की हो सकती है उसने कभी कल्पना भी नहीं की थी. गुलाबी रंग लिए हुए और उपर की तरफ उभर लिए हुए वो बिहारी को लालायित कर रही थी और बिहारी का लंड उसका स्वाद चखने के लिए लार टपकाने लगा.बिहारी ने हाथो के बल झुक कर रागिनी के गुलाबी थिरकते नितंबो पर एक हल्का सा किस किया. 

रागिनी बस एक ही किस मे पिघल गई और उसकी चूत ने तड़प्ते हुए आँसू बहाना शुरू कर दिए. रागिनी की चूत तो पहले से ही काफ़ी गीली हो चुकी थी मगर बिहारी की इस हरकत से तो उसने ऐसे बहना शुरू किया जैसे अब कभी रुकने का नाम ही नही लेगी. रागिनी केवल एक किस से ही चरमोत्कर्ष तक पहुँच गई. बिहारी ने देखा कि उसके झुकने से उसका लंड(जो अभी तक पाजामे मे ही सांस ले रहा था) रागिनी के विशाल नितंबो से मात्र 2-3 इंच ही दूर रह गया था. रागिनी इस वक्त अगर अपने नितंबो को ज़रा भी हरकत देती तो बिहारी का लंड उसे डॅस लेता. 

बिहारी ने अपने लंड को रागिनी के नितंबो से दूर करते हुए उसके नितंबो पर अपने हाथ रख कर अपने होंठों से उस पर चुंबनो की झड़ी लगा दी. रागिनी की तो सांस ही अटक गई और सांस लेना मुश्किल हो गया. अभी वो एक सखलन से उभर नहीं पाई थी कि दोबारा उसकी चूत मे रस भरना शुरू हो गया. रागिनी तड़प उठी थी. उसकी कुँवारी चूत को अब एक दमदार लंड की ज़रूरत थी. बिहारी के चुंबनो से रागिनी की जाँघो का फासला बढ़ने लगा और एक वक्त ऐसा आया कि जब बिहारी को अपनी दोनो जाँघो पे रागिनी की मखमली जाँघो का एहसास हुआ. इस एहसास ने रागिनी और बिहारी दोनो को आनंदित कर दिया. 
Reply
02-01-2019, 06:12 PM,
#80
RE: bahan sex kahani भैया का ख़याल मैं रखूँगी
बिहारी(धीमी आवाज़ मैं): रागिनी ओ रागिनी. 
रागिनी उूउउम्म्म्म.
बिहारी: पलटो ना अब तो, देखो मेरा खड़ा होकर दुखने लगा है. 

रागिनी: आप ऐसी बातें करोगे तो मैं पलट नहीं सकूँगी विराट. 

बिहारी: रागिनी मैं चाहता हूँ कि तुम भी आज की रात मुझसे खुल जाओ और हमारे मिलन का पूरा मज़ा लो. रागिनी ने अपने चेहरे को हाथो से छुपाए हुए सिर्फ़ हां मैं गर्दन हिलाई. वो विराट की नाराज़ नहीं करना चाहती थी. 

बिहारी: चलो आँखें बंद करके पलट जाओ और मुझे अपना हुस्न दिखा दो. अपने विराट को अपना हुस्न दिखाकर इतना पागल कर दो कि वो तुम पर टूट पड़े और कब यह रात गुज़र जाए, पता ही ना चले. 

रागिनी: विराट मेरा सब कुछ आप को समर्पित है लेकिन मुझे दर्द से बड़ा डर लग रहा है. 

बिहारी: दर्द होगा तो मैं निकाल लूँगा. तुम्हे बड़े प्यार से प्यार करूँगा और धीरे धीरे सारा अंदर डाल दूँगा. एक बार अंदर लाने मैं थोड़ी तकलीफ़ होगी, उसके बाद तो जन्नत ही जन्नत है. 

रागिनी: मैं भी आपके साथ जन्नत की सैर करना चाहती हूँ विराट बस प्लीज़ देखना मुझे दर्द कम हो नहीं तो मेरी चीख निकल जाएगी. 

बिहारी: चीख निकल भी जाए तो जी भर के चीखना आख़िर अपने पति का अंडा लेना है. किसी से डरने की ज़रूरत नहीं है. तुम्हारी यह चीखें इसी घर मे ही दफ़न हो जाएँगी, किसी को पता नहीं चलेगा कि इस कमरे मे एक कली को रौंदा जा रहा है. मैं तुम्हे रौंदूँगा और तुम खूब चीखना. इसी से यह दिन हमेशा हमे याद रहेगा. 

रागिनी: अच्छा जी मैं चीखूँगी तो आप मेरी चीखो को मज़े ले ले कर याद करोगे. 

बिहारी समझ गया था एक रागिनी अब बहुत आगे निकल आई है, यही मोका है उसे लंड-दर्शन कराने का.

बिहारी: चीख तो हर लड़की की निकलती है पहली रात, चाहे तेज़ चाहे आहिस्ता. मैं यह भी जानता हूँ कि तुम ज़्यादा चीखोगी क्यूंकी तुम अभी बहुत छोटी हो और तुम्हारी अभी बहुत टाइट होगी मेरे लंबे मोटे के लिए. 

रागिनी: क्या?????विराट क्या सच मैं वो इतना बड़ा है? 

बिहारी: देख लो खुद ही. 

रागिनी(शरमाते हुए): नहीं...... मुझे शरम आती है. 

बिहारी: अभी कुछ देर मे ही मैं इसे तुम्हारे अंदर डालने वाला हूँ और तुम शरमा रही हो. 

रागिनी: देखिए विराट, आपकी बेशर्मी मे साथ देने से 3 बार तो मैं पिघल ही चुकी हूँ अब और कितना पिघलाओगे मुझे.

बिहारी: आज तो पूरी रात पिघलाउंगा और तडपाउंगा तुम्हारी "नन्ही परी" को अपने "दुष्ट राजा "से. 

रागिनी: अपने "दुष्ट राजा " से कहना कि मेरी "नन्ही परी" अभी बहुत छोटी है, ज़्यादा तंग ना करे. 

बिहारी: अरे देख लेना तुम्हे पता भी नही लगेगा जब अंदर जाएगा तो. 

रागिनी ने एकदम से चेहरा उपर किया, गर्दन पलट कर विराट की तरफ देखा और चहकते हुए बोली "सच". 

यह तो गनीमत थी कि रागिनी की नज़र बिहारी के पाजामे मे क़ैद खून उगलते "दुष्ट राजा" पर नहीं पड़ी वरना उसकी चीखे तो उसे अपनी "नन्ही परी" मे लेने से पहले ही निकल जाती. 

बिहारी: मुझ पर यकीन करो और भरोसा रखो, मैं तुम्हे ज़रा भी तकलीफ़ नहीं होने दूँगा. 

रागिनी: अच्छा आप थोड़ी दूर जाओ मैं पलट ती हूँ. 

बिहारी उसकी टाँगों के उपर से हटा तो रागिनी बोली "विराट आपके पीछे वाले टेबल पर रखे फूल कितने अच्छे हैं है ना". 

बिहारी ने चौंक कर पीछे देखा और तभी उसके कानों मे रागिनी के हँसने की आवाज़ आई "बुद्धू बनाया, बुद्धू बनाया".

बिहारी ने पलट कर रागिनी की तरफ देखा तो रागिनी उसकी तरफ पीठ किए हुए घुटनो के बल बैठ चुकी थी. रागिनी के घुटने थोड़े से खुले थे और वो अपने चेहरे को एक तरफ करके चोर नज़रो से बिहारी को देख कर हंस रही थी. अपना पोपट बनते देख बिहारी को भी अपनी मूरखता पर हँसी आई.

बिहारी:मैं तो हूँ ही बुद्धू, तभी तो मेरी आज तक शादी नहीं हो पाई. 

बिहारिी की यह बात सुंतरे ही रागिनी एक दम पलटी और बिहारी के सीन से चिपकते हुए उसकी आँखों मे देखते हुए बोली: आप ऐसा मत बोलिए मैं तो मज़ाक कर रही थी. 

बिहारी(मुस्कुराते हुए): मैं भी तो मज़ाक कर रह था, देखो मेरे मज़ाक से तुम मेरी तरफ पलट भी गई और मेरे सीने से चिपक भी गई. 

रागिनी ने बिहारी की छाती पर प्यार से एक मुक्का मारा और विराट को गले लगा कर मुस्कुराते हुए कहा "बेशरम कहीं के". गले मिलते ही बिहारी ने रागिनी की ड्रेस की डोरी जो कि रागिनी की पीठ पर झूल रही थी उसे खींच दिया. 
Reply


Possibly Related Threads…
Thread Author Replies Views Last Post
  Raj sharma stories चूतो का मेला sexstories 201 3,483,652 02-09-2024, 12:46 PM
Last Post: lovelylover
  Mera Nikah Meri Kajin Ke Saath desiaks 61 542,476 12-09-2023, 01:46 PM
Last Post: aamirhydkhan
Thumbs Up Desi Porn Stories नेहा और उसका शैतान दिमाग desiaks 94 1,224,876 11-29-2023, 07:42 AM
Last Post: Ranu
Star Antarvasna xi - झूठी शादी और सच्ची हवस desiaks 54 926,415 11-13-2023, 03:20 PM
Last Post: Harish68
Thumbs Up Hindi Antarvasna - एक कायर भाई desiaks 134 1,643,963 11-12-2023, 02:58 PM
Last Post: Harish68
Star Maa Sex Kahani मॉम की परीक्षा में पास desiaks 133 2,072,231 10-16-2023, 02:05 AM
Last Post: Gandkadeewana
Thumbs Up Maa Sex Story आग्याकारी माँ desiaks 156 2,936,713 10-15-2023, 05:39 PM
Last Post: Gandkadeewana
Star Hindi Porn Stories हाय रे ज़ालिम sexstories 932 14,010,174 10-14-2023, 04:20 PM
Last Post: Gandkadeewana
Lightbulb Vasna Sex Kahani घरेलू चुते और मोटे लंड desiaks 112 4,014,196 10-14-2023, 04:03 PM
Last Post: Gandkadeewana
  पड़ोस वाले अंकल ने मेरे सामने मेरी कुवारी desiaks 7 283,183 10-14-2023, 03:59 PM
Last Post: Gandkadeewana



Users browsing this thread: 14 Guest(s)