Sex Kahani कलयुग की द्रौपदी
06-13-2017, 11:34 AM,
#2
RE: Sex Kahani कलयुग की द्रौपदी
रंगा – कौनो बात नही गुड़िया रानी, अब तुमको घर जावे की कौनो ज़रूरत नही. हमारे साथ चल खूब सुख से रहेगी. खूब खाए पिए के मिली और रानी बना के रखेंगे, का नाम बा तोहार. ( क्या नाम है तुम्हारा )

रानी – रानी!

रंगा – अरे वा तोहार तो नाम भी रानी है. चल हमारी रानी बन के रहेगी तोका कुच्छ भी करे के ज़रूरत ना पड़ी.

रानी ये बातें सुनके थोड़ी शांत हुई पर उसे ये समझ नही आ रहा था कि कोई क्यूँ उसे महारानी बना के रखेगा.

असमंजस में वो बोली – पर हमको कहाँ ले जैबे ( हमको कहाँ ले जा रहे हो ) और काहे कुच्छ भी ना करे के पड़ी. हम तो ग़रीब घर के नसीब फूटल लड़की बनी?

अब रंगा ने मुस्कुराते हुए उसके गाल पर एक पप्पी ली और कहा – गुड़िया रानी, समझो हमको भगवान ने आपन सबसे सुंदर गुड़िया का खूब अच्छा से ख़याल रखे खातिर भेजा है. हम दोनो अप्सरा जैसन सुंदर अपनी रानी का खूब देखभाल करब और बदला में तुम हमार.

रानी – धत! हम कहाँ सुंदर बनी.सब हमको काली कहके चिड़ाते है.

रंगा – दुर ( हट) पागल! काली होने से कोई असुंदर थोड़े हो जाता है. तुम तो काजोल के जैसी सुंदर और प्यारी हो.

रानी लजा गयी और सर झुका के मुस्कराने लगी.

रंगा जो अब तक उसके कमर पे अपने दोनो हाथ रखे हुए था अब उसके चूचियों पर दोनो हथेलियों को रखके बोला – गुड़िया रानी, तुम हम दोनों की लुगाई बनोगी ना?

रानी थोड़ा सपकपाई और पूछी – दोनो की लुगाई???

रंगा – हां रानी, और इसमे बुराई का है. पांडवों की भी तो एक ही लुगाई थी द्रौपदी. फिर हम तो दो ही हैं . और फिर हम दोनो जब तुम्हारा खूब ख़याल रखेंगे तो तुमको भी तो दोनो के तरफ आपन लुगाई वाला काम करे के पड़ी ना. रोज तोहरा के खिलौना, जेवर, कपड़ा, पकवान तो हम दोनो लाईब ना? अब देखो हमको भगवान ने कहा की तुमको पूरा सुख दे जो तुहरा के अभी तक ना मिला. उ बोले की दिन-रात तुमको प्यार देवे और कभी अपने से अलग ना करे. और बोले की ई एक ही तरह से हो सकत है अगर हम दोनो तुमसे बियाह कर के आपन दुल्हन बना ले.

रानी “ धत” कहते हुए पीछे रंगा के छाती में मूह छिपा लिया.

इन अनपढ़ काले ग़रीब घर की लड़कियों को चाहे कोई ज्ञान ना हो पर इतना ज़रूर एहसास होता है की 15-18 साल के उमर तक पहुचते ही शादी करके अपने मरद का घर सजाना होता है और लड़के जानके घर चलाने में मदद करना.

हालाकी रानी को ये एहसास ना था की मर्द की किन ज़रूरतों का ख़याल रखना होता है और बच्चे कैसे जनते है. फिर भी वो ये सोचके खुश थी की उसे अपनी मा के जैसा पति नही मिला.

इन्ही ख़यालो में वो खोई थी जब रंगा ने उसका टी-शर्ट धीरे से खींच कर स्कर्ट से निकाल दिया और उसके अंदर हाथ डालके रानी के कमर को थाम लिया.

रानी उस गर्मी का एहसास कर चिहुक पड़ी.

रंगा ने उसे अपने करीब खीचके अपने जांघों पे बिठा दिया.

रानी चिहुकते हुए बोली – उईईईई माआआ! कुछ गड़ रहा है.

रंगा हस्ते हुए बोला – अरे गुड़िया इहे तो हमार प्यार करे के समान बा इहे तो तोहरा के सुंदर बच्चा देबे.

रानी कुछ समझ ना पाई और उत्सुकता से पूछी – उ कैसे?

रंगा- घबराव मत घर पहूचके बता देंगे.

फिर रंगा ने अपनी हथेली रानी की लेफ्ट चुचि पे रख दी.

ये क्या कर रहे है आप?? – रानी ने कसमसाते हुए रंगा से पूछा.

रंगा प्यार से उसके गर्दन पर एक चुम्मा लेते हुए बोला – कुछ नही दुलारी ये तो बस इतना देखने के लिए था की अभी और कितना बड़ा और सुंदर बनेगा तुमरा चूची.

ऐसी गंदी बातें रानी जैसी अनछुई लड़की के लिए बिल्कुल नया था सो ये सुन वो फिर से लजा गयी और ‘धत’ कहते हुए रंगा की छाती में मूह छुपा दिया.

उसी अवस्था में वो सकुचाते हुए पूछी – लेकिन हमको तो प्यार-व्यार के बारे में कुछ नही मालूम है. हम कैसे आप दोनो को सुखी रखेंगे?? और हमसे कुकछ कमी हो गया तो भगवान कभी हमको माफ़ नहीं करेंगे.

ये सुनकर रंगा हस्ने लगा और रानी की राइट चूची मसलते हुए उसके कानों के पास फुसफुसाते हुए बोला – गुड़िया रानी! जब बियाह हो जाएगा और सुहाग रात में हम लोग बिस्तर पे नंगे होंगे तो तुमको पता चल जाएगा की मरद को प्यार कैसे किया जाता है.

ये कहते हुए उसने रानी के हल्के-फुल्के बदन को घुमा कर अपने मूह के तरफ कर लिया. अब रानी उसके तरफ मूह करके नज़रें शरम से नीचे गढ़ाए बुलेट पर बैठी थी.

रंगा की गंदी बातें सुनके और चूचियों की तिलमिलाहट से उसका जिस्म गरम हो गया था और चूत पनियाने लगी थी. ये एहसास उसके लिए बिल्कुल नया था और उसकी कुकछ समझ नहीं आ रहा था की भला चूचियों का और गंदी बातों का और चूत का आपस में क्या संबंध है?

फिर भी उसे अच्छा लग रहा था और घर की याद तो उस दुखियारी ग़रीब को सता ही नही रही थी. शायद उसके लिए अच्छा ही हुआ जो उसे उस नरक से छुटकारा मिल गया. ओर इस तरह ????

उसी अवस्था में 10 मिनिट रंगा की छाती से चिपके रहने के बाद रानी हौले बकरी जैसी मिमियाते हुए बोली – सुनिए! हमको पेसाब लगा है.

ये सुनते ही जग्गा के पैर ब्रेक पर जम गये. वो समझ गया ही बारिश की ठंडक और रंगा के हाथों की गर्मी ने ये किया है. सड़क के साइड में बाइक लगाकर रंगा ने रानी को इशारा करते हुए करीब में एक झाड़ी के उधर मूतने के लिए बोला.

रानी झाड़ के तरफ बढ़ने लगी तो पाया की रंगा-जग्गा भी साथ आ रहे थे. झाड़ तक पहुँच के वो असमंजस में खड़ी रंगा-जग्गा को देखने लगी. दोनो उसकी बेचैनी को भाप गये और रंगा बोला – गुड़िया, अपने होने वाले पति-परमेश्वर से कुच्छ भी छुपाना नहीं चाहिए. फ्रॉक उठाओ और हमको भी तो छटपटा कचौरी का दर्शन दो. और फिर हमको भी तो पेसाब लगा है. तुम्हरे साथ ही कर लेंगे. ऐसे तुमको भी हमारे प्यार का औज़ार दिख जाएगा!
Reply


Messages In This Thread
RE: Sex Kahani कलयुग की द्रौपदी - by sexstories - 06-13-2017, 11:34 AM

Possibly Related Threads…
Thread Author Replies Views Last Post
  बाप का माल {मेरी gf बन गयी मेरी बाप की wife.} sexstories 72 1,731 3 hours ago
Last Post: sexstories
  Incest Maa beta se pati patni (completed) sexstories 35 1,216 4 hours ago
Last Post: sexstories
  Thriller Sex Kahani - मोड़... जिंदगी के sexstories 21 15,217 06-22-2024, 11:12 PM
Last Post: sexstories
  Incest Sex kahani - Masoom Larki sexstories 12 7,302 06-22-2024, 10:40 PM
Last Post: sexstories
Wink Antarvasnasex Ek Aam si Larki sexstories 29 4,976 06-22-2024, 10:33 PM
Last Post: sexstories
  Raj sharma stories चूतो का मेला sexstories 201 3,758,528 02-09-2024, 12:46 PM
Last Post: lovelylover
  Mera Nikah Meri Kajin Ke Saath desiaks 61 577,720 12-09-2023, 01:46 PM
Last Post: aamirhydkhan
Thumbs Up Desi Porn Stories नेहा और उसका शैतान दिमाग desiaks 94 1,344,515 11-29-2023, 07:42 AM
Last Post: Ranu
Star Antarvasna xi - झूठी शादी और सच्ची हवस desiaks 54 1,028,743 11-13-2023, 03:20 PM
Last Post: Harish68
Thumbs Up Hindi Antarvasna - एक कायर भाई desiaks 134 1,806,409 11-12-2023, 02:58 PM
Last Post: Harish68



Users browsing this thread: 22 Guest(s)