Sex Kahani कलयुग की द्रौपदी
06-13-2017, 11:35 AM,
#10
RE: Sex Kahani कलयुग की द्रौपदी
हालाकी संभोग का ग्यान माला ने रानी को दिया ज़रूर था पर अपनी कलाई जितनी मोटे और 10“ लंबे साप की तरह फुफ्कारते लंड की उसने कल्पना भी नही की थी. गाओं के नेक्कर वाले लड़को को उसने तालाब के किनारे पेसाब करते देखा था तो कभी ये ना सोचा था की उमर के साथ उनका लंड कितना बढ़ेगा.

रानी आँखें फाड़-फाड़के जग्गा के लंड को देख रही थी तभी जग्गा फिर बोला – गुड़िया, ये लिंग अब तुम्हारे सब छिद्रों में घुसकर तुम्हारे बदन को पवित्र करेगा और अगर तुम्हारी पूजा सफल हुई तो प्रसाद भी देगा. चलो इसकी पूजा की शुरूवात इसे नमन करके अपने हाथों में लेकर अपने मूह में लो!

ये सुनकर रानी अंदर ही अंदर घ्रणा से भर गयी पर तभी उसे याद आया की किस तरह दोनो ने उसका मूत पिया था बिना कोई शरम के. वो याद आते ही रानी का दिल सॉफ हो गया और उसके मॅन में एक आस्था ने जनम ले लिया की अपने पति परमेश्वर का किसी भी चीज़ से घ्रणा नही करनी चाहिए.

सहसा उसने एक हाथ से जग्गा के लंड को नमन किया और उसे अपने हथेली में भरने की कोशिश करने लगी. वो घोड़े का लंड उसकी नाज़ुक और नन्हे पंजे में समा ही नही रहा था. मजबूरी में उसने अपने दूसरे पंजे का प्रयोग किया और जैसे एक बल्लेबाज बॅट को पकड़ता है उसी तरह एक के पीछे एक हाथ से जग्गा का लंड पकड़ लिया और अपने रसभरे लाल लिपस्टिक से सजे होठों से चूम लिया.

इस गरम स्पर्शा से जग्गा बौरा गया और उसका लंड अपने चरम पर पहुँच गया. 2“ चौड़ा और 10“ लंबा. मस्ती की वजह से अनायास ही उसकी आँखें बंद हो गयी.

- सुपाडे पर जो च्छेद है उसपर जीभ चलाओ ग्गूडिया – रंगा उसे डाइरेक्सेन देते हुए बोला.

- हां, बिल्कुल ठीक, अब सुपाड़ा मूह में लो और धीरे-धीरे अंदर-बाहर करो. दोनो हाथ से भी चॅम्डी पे घर्षण करो. हां, शाबाश!!!

रानी वैसा ही करती गयी जैसा रंगा कह रहा था. दोनो हाथों से लंड थामने के बाद भी उपर की तरफ करीब 4“ लंड खाली था जो अपने मूह में अंदर-बाहर कर रही थी.

रानी का छोटा सा मूह जग्गा के विशालकाय लॉड की वजह से पूरा खुल गया था. वो हौले-हौले अपने हाथों से लंड मुठियाते भी जा रही थी. होठ और जीभ की गरमाहट और सुपाडे के छेद पर होती गुदगुदी जग्गा को पागल बना रही थी.

रानी को लंड चूसने में टल्लीन देख रंगा उसके चूची चूसने में लग गया.

जग्गा का चेहरा गरम लोहे जैसा तमतमाया हुआ था और 5-7 मिनिट बाद जब उसे महसूस हुआ की वो झड़ने वाला है तो नशे में भरे आवाज़ में बोला – गुड़िया रानी, तुम्हे पूजा का प्रसाद मिलने वाला है. डरना मत जो भी मिले बिना बर्बाद किए पूरा सेवन कर लेना. समझी???

रानी को माला की बात याद आ गयी. मूह में लंड भरे होने की वजह से उसने सिर्फ़ इकरार में सर हिला दिया.

तब जग्गा ने रानी के हाथ अपने लंड से च्छुडवाए और अपने हाथों से उसका सर पीछे से थाम लिया और खुद ही अपने कमर को आगे-पीछे करने लगा. 30 सेकेंड बाद उसके कमर में एक थररतराहट हुई और उसने अपना लंड 5-6“ रानी के मूह में धकेल दिया. अचानक गरमा गरम लावे जैसा कोई पदार्थ रानी के गले में पिचकारी की तरह पड़ा.

फव्वारे की धार बहुत तेज थी. रानी का गला चोक होने लगा और गू....गूओ.गूओ की आवाज़ आने लगी. साथ ही प्रेशर की वजह से उसके आँखों से आँसू निकल पड़े. उसने अपना सर पीछे खीचने की कोशिश की पर जगा के हाथों ने उसे जकड़े रखा. 1...2....3...4...5...6..7..8.....9.......... जाने कितने फव्वारे एक-के बाद एक छूटने लगे. करीब 30 सेकेंड्स बाद जग्गा का वीर्या निकलना बूँद हुआ. रानी गतगत जग्गा के वीर्या को पीते जा रही थी ताकि चोक ना हो.

अपना लंड पूरी तरह झाड़ने के बाद जग्गा ने बाहर निकाला तो देखा की रानी के लाल लिपस्टिक उसके लंड पे कई जगह निशान छ्चोड़ चुका था.

लंड निकलते ही रानी ने राहत की साँस ली. आँसुओं से भरा उसका चेहरा जिसमे काली काजल मिक्स थी, बहुत ही खूबसूरत लग रहा था.

रानी के होठों पे अभी भी कुछ गाढ़ी मलाई रह गयी थी जो उसने अपनी उंगली में लपेटकर देखने लगी. क्या यही वो तेज पूर्णा प्रसाद है?? कितना गरम था?? करीब 1 ग्लास तो होगा ही??

यही सोचते हुए उसने वो उंगली मूह में डाली और जीभ से टेस्ट करने लगी. इतना बुरा भी नही है?? यही सोचते हुए उसे चाट गयी.

रंगा जो अब तक जग्गा को देख मज़े ले रहा था, अब खुद भी सेक्स में बौरा गया था.

जग्गा का लंड अब थोड़ा नरम पड़ गया था पर उसे मालूम था की फिर से 10 मिनिट में ये उतना ही वीर्या निकाल सकता है जितना अभी निकाला. मंद पड़ने पर भी जग्गा का लंड 6-7” लंबा लग रहा था.

अब रंगा की बारी थी. उसने खड़े होकर अपनी लूँगी उतार दी. रानी ने देखा की उसके और जग्गा के लंड में कोई असमानता नही थी बस इतना की रंगा का लंड कोयले के जैसा काला था झाट जग्गा से घानी.

जग्गा ने रंगा का स्थान ग्रहण किया और रानी के तोतापरी आम जैसे चूचियों से खेलने लगा.

रंगा ने अपना फनफनता लंड रानी के मूह में डाल दिया और सुपाडे पर उसकी जीभ की सरसराहट का मज़ा लेने लगा. उसने रानी को अपने हाथों से लंड थामने से मना किया और बोला – मेरी चिड़िया, ज़रा जंगल के नीचे जो गोटियाँ है उससे खेलो तो गुड़िया रानी!!!
Reply


Messages In This Thread
RE: Sex Kahani कलयुग की द्रौपदी - by sexstories - 06-13-2017, 11:35 AM

Possibly Related Threads…
Thread Author Replies Views Last Post
  बाप का माल {मेरी gf बन गयी मेरी बाप की wife.} sexstories 72 1,781 3 hours ago
Last Post: sexstories
  Incest Maa beta se pati patni (completed) sexstories 35 1,249 4 hours ago
Last Post: sexstories
  Thriller Sex Kahani - मोड़... जिंदगी के sexstories 21 15,232 06-22-2024, 11:12 PM
Last Post: sexstories
  Incest Sex kahani - Masoom Larki sexstories 12 7,310 06-22-2024, 10:40 PM
Last Post: sexstories
Wink Antarvasnasex Ek Aam si Larki sexstories 29 4,978 06-22-2024, 10:33 PM
Last Post: sexstories
  Raj sharma stories चूतो का मेला sexstories 201 3,758,549 02-09-2024, 12:46 PM
Last Post: lovelylover
  Mera Nikah Meri Kajin Ke Saath desiaks 61 577,720 12-09-2023, 01:46 PM
Last Post: aamirhydkhan
Thumbs Up Desi Porn Stories नेहा और उसका शैतान दिमाग desiaks 94 1,344,537 11-29-2023, 07:42 AM
Last Post: Ranu
Star Antarvasna xi - झूठी शादी और सच्ची हवस desiaks 54 1,028,758 11-13-2023, 03:20 PM
Last Post: Harish68
Thumbs Up Hindi Antarvasna - एक कायर भाई desiaks 134 1,806,426 11-12-2023, 02:58 PM
Last Post: Harish68



Users browsing this thread: 23 Guest(s)