RE: Sex Hindi Kahani हमाम मे सब नंगे थे
खैर मैने भी फ़ैसला कर लिया था कि अब्बू और अम्मी की चुदाई तो कई बार छुप
कर और फिर बाद मे कई बार साथ मे चुदवा कर भी देख चुकी हों क्यों ना आज
अम्मी की अम्मी की चुदाई का नज़ारा देखा जाय और मैं आराम से अपनी चूत पर
हाथ रख कर नाना जान और नानी की चुदाई का नज़ारा देखने को खड़ी हो गयी उधर
दूसरे कमरे मे मेरी अम्मी अपने भाई यानी कि मामू जान से चुदवा रही थी
नाना जान नानी से बोले रानी आज कई दिन बाद बहुत मस्ती चढ़ि है आज बहुत
जोरदार पेलाइ करूँगा जब कि नानी लंड सहलाते हुए कह रही थी अजी आपको भी इस
उमर मे शरम नही आती है बच्चों के बच्चे बड़े हो गये है और आप है कि लंड
लेकर चूत के पीछे पड़े रहते है उस दिन आप जब रात को चोद रहे थे तो ग़ज़ला
(मेरी अम्मी) ने देख लिया था वो भला क्या सोच रही होगी कि इस उमर मे भी
अम्मी कितनी चुड़दकड़ हैं...? तो नाना बोले अर्रे उसकी बात ना करो वो
क्या कम चुड़क्कड़ है क्या तुम्हे पता है वो अपने मियाँ का लंड तो खाती
ही है और अब तो अपने बेटे से भी चुदवाती है और तो और अब तो वो अपने
अफ़ज़ल से भी चुदवाने लगी है नानी बोली आपको भला ये सब कैसे पता...? तो
नाना ने जवाब दिया मुझे बहू (मेरी मामी) बता रही थी.
अब तो नानी और परेसान हो गयी वो बोली अब भला बहू आपसे ये सब क्यों
बताएगी..? तो नाना मुस्कुरा कर बोले भाई जब मुझसे अपनी चूत के बॉल सॉफ
करवा सकती है तो क्या इतना भी नही बताएगी... ? नानी घबरा कर बोली कहीं
आपने बहू को भी तो नही चोद दिया...? तो नाना जान हस्ते हुए बोले हां चोदा
तो है और इसमे चूतायि क्या है हमारा खानदान ही चोदु है अब तुम जब अपने
लड़के से चुदवाती हो और तुम्हारी बेटी भी उससे चुदवाती है तो मैने बहू को
चोद कर भला क्या ग़लती की...? और हां एक बात तुम्हे और बताउ मुझे तो
तब्बू के भी चाल...चलन अच्छे नही लग रहे मुझे लग रहा है कि वो भी अफ़ज़ल
से चुदवा चुकी है नाना की बाते सुन कर मैं अंदर ही अंदर हैरान भी थी और
खुस भी हो रही थी अब नानी पूरी तराह से गरमा चुकी थी क्योंकि नाना जान
बहुत देर से उसकी चूत को अपने ज़बान से चाट रहे थे तब नानी बोली मुझे तो
आपके इरादे ठीक नही लग रहे कहीं ऐसा तो नही...... उनकी बात पूरी होने से
पहले ही नाना जान बोले हां मेरी रानी तुम ठीक सोच रही हो मैं तब्बू की
नन्ही चूत चोदने की फिराक़ मे हूँ.
उनके मूह से इतना सुनकर मैं खुस हो गयी क्योंकि मुझे भी नाना के लंड मे
बहुत दम दिखा और नानी कह रही थी हां भाई जब तुम अपनी बेटी को अपनी बहू को
चोद सकते हो तो भला अपनी नवासी को कहाँ टाँगों के नीचे लाए बगैर छोड़ोगे
पर मैं भी आपसे कहे दे रही हूँ मैं भी अब अफज़ल और आपका लॉडा अपनी चूत मे
लेकर बोर हो चुकी हूँ मुझे भी कोई नया लॉडा काहिए आपको मेरी भी हसरत पूरी
करनी पड़ेगी तो नाना बोले तुम परेसान काहे होती हो मेरी जान मैं तुम्हारे
दामाद (मेरे अब्बू) को बुलवा लूँगा उससे चुदवाये भी तो कई महीने हो गये
होंगे तुम्हे...? क्या कहती हो...?
तो नानी बोली हटो भी अब जमाई राजा मे वो बात नही रह गयी मेरी चूत तो कोई
कमसिन लॉडा खाना चाह रही है तो नाना बोले है कोई नज़र मे तो नानी बोली
मुझे अकरम का लूडा खाना है अब तो नाना के साथ मेरा भी मूह खुला रह गया
क्योंकि अकरम मेरे छोटे भाई का नाम था जो अभी सिर्फ़ 14थ साल का था जबकि
वो अभी पूरी तराह से बच्चा था नाना ने कहा यार तुम भी कहाँ बच्चे के
चक्कर मे पड़ी हो अर्सद (मेरे बड़े भाई)से चुदवा लेना उसके लंड मे भी
बहुत जान है अपनी मा और बहन को बहुत जम कर चोदता है.
पर नानी तो आड़ ही गयी नही मुझे तो उस बच्चे को ही जवान बनाना है तो नाना
जान बोले ठीक है मेरी जान अब तुम ज़रा झुक जाओ तो मैं तुम्हारी गांद मारु
आज बहुत मन है गांद मारने का नानी बोली नही गांद नही चूत मार लो भले ही
पीछे से मार लो पर गांद ना मारो बहुत तकलीफ़ होती है पता नही तुम मर्दों
को गांद मारने मे कितना मज़ा आता है यहाँ तो गांद ही फट जाती है उन 2नो
की बाते सुन सुन कर मेरी चूत से पानी रिसने लगा था और मैं अब अपनी चूत मे
उंगली डाल कर अंदर..बाहर कर रही थी और उधर आख़िर नाना जान नानी को घोड़ी
बना कर अपना लंड उनकी गांद मे घुसा कर चढ़े उन पर और लगाने लगे धक्के
आआअहह अहह आआईयईईईईई आआहह मार डआलाआाअ उउउफफफ्फ़ धीरे...धीरे करूऊऊऊओ
आआआअहह जान निकल जाएगी आआहह नानी के मूह से कराह निकल रही थी और नाना
अपना काम जारी रखे थे उनके धक्कों की रफ़्तार देख कर मैं भी हिल गयी वो
किसी जवान की तराह धक्के लगा रहे थे और फिर नाना जान अपना हाथ नानी की
लटकी हुई भारी...भारी चूचियों पर ले जाकर भोपूं की तराह दबाने लगे
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