RE: Antarvasnasex चुदाई का सिलसिला
चुदाई का सिलसिला पार्ट-6
शास...मस्ती मैं चुदाई का मज़ा ले रहा था.....अओर पूजा दर्द से मरी जा रही थी......
पूजा...शास प्लीज़ एक बार निकाल लो....प्लीज़ मैं मरी जा रही हूँ....दुबारा डाल लेना.....पूजा से दर्द सहेन नही हो पा रहा था.....जैसे किशी ने ब्लेड से चीर दी हो उसकी चूत......पूजा पछता रही थी..... लंड खाने के चक्कर मैं पड़कर उसे नही पता था.....ये दर्द भी झेलना पड़ सकता है..... उसने तो शिरफ़ चुदाई के मज़े के बारे मैं ही सुना था......चूत की मीठी मीठी खुजली का एहसास ही किया था.......शास के पहली बार स्पेर्श का आनंद ही लिया था......चुदाई के एक मीठे एहसास ने पूजा को यहाँ तक पहुचा दिया था.....पूजा की एस छटपटाहट का शास पर कोई अशर नही था.....उसका लंड तो कुँवारी चूत का रस पीकेर अओर मस्त अओर मोटा हो रहा था......वो तो चूत के अंदर मस्त होकेर झटके मार रहा था.......लंड की अकड़ बता रही थी की उसने चूत पर विजय हाशील कर ली है......शास ने लंड की अकड़ को भाप कर पूजा पर अपनी पकड़ अओर मजबूत की.......होंठो को मूह मैं लिया..... अओर एक ओर जोरदार धक्का लगा दिया....पूजा अभी इसके लिए अपने को तय्यार भी नही कर पाई थी......उसकी चीख शास के मूह मैं ही समा गयी........उसकी छटपटाहट....शास की मजबूत बाँहो मैं दब कर रह गयी........पूजा की चुचिया शास की छाती के नीचे मसली जा रही थी.......अओर शास के लंड ने पूजा की चूत के पूरी गहराई को नाप लिया था......लंड का सूपड़ा....पूजा की बच्चेदानि को छू रहा था.......पूजा छटपटा रही थी...आँखो से पानी बह रहा था......अओर शास उसके होंठो कारस पीने मैं मस्त था.....एसी तरह लगभत 10-15 मिनूट गुजर गये......अब पूजा का दर्द कुछ कम हो रहा था.....उसकी उखड़ी साँसे फिर गरम होने लगी थी......शास की बाँहो की पकड़ भी कुछ ढीली पड़ने लगी थी......पूजा की दर्दीली चीखे अब सिसकारियों मैं बदलने लगी थी......उउउउउउउईईईईएम्म्म्म्म्म्म आआआअहह सस्स्स्स्स्स्स्शहाआआआसस्स्स्स्स्सस्स म्म्म्ममाआअरर्र्र्ररर ह्ह्ह्ह्हीई द्द्द्दाआआल्ल्ल्ल्लाआआआआ.....आआआआआहह हह...........
अब शास का मूह पूजा के होंठो को छोड़ कर पूजा की चुचियो पर आ चुक्का था.....वह मस्ती मैं चुचिया मसल मसल कर दूध पी रहा था.........पूजा के शेरर से खेल रहा था.....पूजा का दर्द मीठी उत्तेजना मैं बदलने लगा था.....अओर अब पूजा की चूत ने फिर पानी चोदना शुरू कर दिया.......पूजा के हाथ धीरे धीरे अब शास की कमर पर आने लगे थे........पूजा ने धीरे धीरे अपने चूतड़ हिलाने जैसे ही शुरू किए.........शास ने लंड को हल्के से अंदर बाहर करना शुरू कर दिया.....पूजा की चूत की मीठी पयास जागने लगी.......चूत कुछ ही देर पहले के दर्द को भूलकर....लंड को अपनी दीवारो मैं दबाने लगी......ये कैसा एहसास......दर्द की चीखे अब मज़े की मीठी सिसकारियो मैं बदलने लगी थी.......शास की कमर पर पूजा की बाँहो का बढ़ता कसाव.....शास को अओर उत्तेजित करने लगा.....लंड के, अंदर बाहर की रफ़्तार बढ़ने लगी थी........कमरे मैं अब पूजा की कामुक सिसकारिया गूंजने लगी थी.........आआआआआआहह उउउउउउउम्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह शास.....मेरे शास.....अओर ज़ोर से.....आआआआआहह हा...... ही.......उउउउउम्म्म्म्म्म्म आआअहह की धुन पर शास के लंड की रफ़्तार बढ़ती ही जा रही थी..........चुदाई का संगीत रूम मैं गूजने लगा था.......शास के लंड की स्पीड के साथ पूजा के चूतड़ उछालने की क्रिया भी बढ़ रही थी....अब पूजा पूरा चुदाई का मज़ा ले रही थी.........भूल चुकी थी उस दर्द को......अब तो शास के लंड को अओर अंदर तक लेने लगी थी....... जैसे ही शास के लंड का सूपड़ा अंदर जाकर बच्चेदानी पर ठोकर मारता पूजा की मीठी सिसकारी निकल जाती....उउउउउउम्म्म्म्म्म्म्माआआआअह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह.......सी चूत लंड का घामाशाण पूजा अओर शास को सातवे आसमान की सैर करा रहा था.......पूजा की उत्तेजना अब चरम पर पहुत चुकी थी...उसके बदन मैं अजीब सा खिचाव......सारा सरीर...मस्ती की अओर........आँखे बंद होने लगी.....सिसकारियाँ लंबी होने लगी......शास...आआआआहह.....उउउउउम्म्म्म्म ये मैं कहाँ जा रही हूँ .................................................. ..............................................
शास.......उउउउम्म्म्म्म्म्म्म्म आआहह अओर पूजा अपने पहले स्खलन (झड़ने) की अओर...... एकाएक पूजा ने शास को बाँहो मैं जाकड़ किया अओर ज़ोर से.....सस्स्शहाआअसस्सस्स उउउउम्म्म्म्म्म्माआआआ एम्मॅयेयीन गाईइईईईईईईईईईईईए..अओर उसकी चूत से गरम पानी के फ़ौवारे शास के लंड पर गिरे.....तभी शश के लंड ने भी पानी छोड़ना शुरू कर दिया......गरम-गरम वीर्या(गुम) की कई पिचकारी पूजा की चूत मैं छोड़ दी जो सीधे बच्चेदानी पर गिरी.....पूजा ने अओर ज़ोर से शास को दबोच लिया.........शास भी उउउउउउउउउउउउउउउउउउउउउम्म्म्म्म्म्म्म्म्माआआआह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह ह्हाआल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्लीईईईईईईईईए की आवाज़ के साथ झाड़ गया... एक दूसरे को बाँहो मैं जकड़े.....पूजा अओर शास......लंबी साँसे.....आँखे बंद......दोनो...दूर-बहुत दूर...सातवे आसमान की सैर पर......एक दूसरे को प्यार से भिंचे हुवे..........कितने ही देर तक.....एआसे ही.......सारी दुनिया से बेख़बर......लगभत 15 मिनूत्स तक ऐसे ही...एक दूसरे की बाँहो मैं........फिर लौटआए इसी दुनिया मैं.....पूजा ने शास ...के होंठ चूम लिए अओर चेहरा शास के सीने मैं छुपा लिया.......
शास... ने पूजा का चेहरा अपने हाथों मैं लिया अओर उप्पेर किया......अओर पूजा के होंठ चूमकर...धीरे से बोला........ पूजा तुम्हारी चूत तो बहुत ही टाइट थी....मज़ा आ गया......आज पूरे यक़ीन के साथ कह रहा हूँ आज वास्तव मैं स्वर्ग की सैर की है......आज पहली बार इतना मज़ा आया...??????????? कह नही सकता......मन करता है तुझे तो बस चोदता ही जाऊ.....शास का लंड अभी तक पूजा की टाइट चूत मैं ही फँसा हुवा था.........तुम्हे अओर तुम्हारी इस चूत को पाकर तो मैं निहाल हो गया........पूजा.!
पूजा...तो मना किसने किया है......?????
शास...कया मतलब है...????
पूजा...आपने ही तो कहा है....कि “मन करता है तुझे तो बस चोदता ही जाउ.” ..?????
शास...तो फिर...??????
पूजा...मैने कब मना किया है मेरे राजा जी.....पूजा ने कामुक मुस्कुराहट के साथ कहा.....उसकी आँखूं मैं चमक सी आ गयी थी.....
शास...तो मैं कब अभी रुका हूँ...??? लंड तो चूत मैं ही है........????
पूजा...पूजा ने शास के होंठ चूमकर...अभी मन नही भरा कया.????
शास...बस एक ही बार मैं कया मन भरता है...????
पूजा...थक नही जाओगे..??? रात भर तो सीमा दीदी को चोदा है...????
शास...तुम्हारी चूत का रस पीकर थकान मिट गयी.......
पूजा...अच्छा जी....मेरी चूत के रास मैं कया विटमिन्स अओर मिनरल्स मिले थे..???
शास...जान तुम्हारी चूत के रस मैं तो..केशर..मिली थी....अभी भी उसी की डकारे आ रही हैं.......उसी की खुसबू अभी तक महक रही है साँसों मैं...
पूजा... कया चूत का रस हजम नही हुवा.????? जो डकारे आ रही है......????
पूजा... शास...अभी दूध पीकर हजम कर लेता हूँ.......
पूजा...कोई आ जाएगा.. ????जानते हो कितना समय हो गया है....???.अभी रहने दो बाद मैं पी लेना.....सीमा दीदी भी आनेवाली होंगी.........
शास...तो कया हुवा....आजाने दो...अओर शास ने पूजा की दोनो चुचिया अपने हाथों मैं भर ली.....अओर मस्त होकर दबा दबा कर दूध पीने लगा......शास का लंड फिर एन्ठने लगा अओर धीरे धीरे पूजा की चूत मैं अंदर बाहर होने लगा.......पूजा भी फिर से गरम होने लगी.....उसके चूतड़ भी उप्पेर नीचे होने लगे....
पूजा....कया इरादा है शास...दूध पीकर चूत का रास हजम करना है,,??? या फिर फिर से चूत का रस्स पीने का इरादा बना लिया है.......?????
शास...नही चूत का रस पीने का नही......एकबार अओर चोदने का इरादा ज़रूर बन गया है.......लगता है इस लंड को तुम्हारी चूत जीयादा ही पसंद आ गयी है....बाहर आने के लिए तय्यार ही नही हो रहा है...........
पूजा भी तो यही चाह रही थी.....शास ने उसके मन की बात कहकर.....उसकी उत्तेजना अओर बढ़ा दी थी.......पर शास की बात सुनकर उसके गालो पर लालिमा दौड़ गई थी......उसके कान लाल हो गये.....चूत फिर पानी छोड़ने लगी थी.......
शास कभी चुचियाँ कभी पूजा के होंठ चूमने लगा......अओर उसके लंड की स्पीड एक बार फिर बढ़ने लगी थी......पूजा के चुटटर भी तेज..तेज उप्पेर नीचे होकर पूरा लंड अंदर ले रही थी.......साँसे तेज होने लगी...चुदाई की स्पीड बढ़ने लगी......चूत मैं पहले से वीर्या (गुम) अओर पानी भरा होने के कारण चूत से फूच..फूच....फुचा...फूच..की आवाज़ होने लगी थी......इससे शास अओर जोरदार ढंग से धक्के मारने लगा........लूब्रिकेटेड हुई चूत मैं लंड दना..दान....अंदर बाहर हो रहा था........शास...पूजा की चुचियों को बेरहमी से मसल्ने लगा......पूजा की सिसकारियाँ फिर गूजने लगी थी.....पूरे रूम मैं कामुक आवाज़े गूँज रही थी...उउउउम्म्म्म्म्म्म्म्म्म्माआआआह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्हुउउउउउउउ ऊवूऊवूयूयूवख शास अओर पूजा की मिलीजुली आवाज़े.....जैसे रति. अओर कामदेव चुदाई कर रहे हों.....एक बार फिर दोनो की पकड़ मजबूत होने लगी........सिसकारिया...तेज होने लगी......अओर एक बार फिर बंद होती आँखे............पूजा................पानी छोड़ने के लिए पूरी तरह तय्यार.....अओर उउउउउउउउउउउउम्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्मीईईईस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्साआअ आआआआआआअहह्की धून पर पूजा शास मैं सामने की कोशिस करने लगी............वो फिर सातवे आसमान पर..स्वर्ग लोक मैं पहुँच गई......उसकी चूत का गरम गरम पानी शास के लंड पर गिरकर उसको भी पानी छोड़ने के लिए विवस कर रहा था......आख़िर....शास के लंड ने भी...धूम मचाते हुवे......जोरदार पिचकारी पूजा की चूत मैं छोड़ दी........दोनो इस तरह चिपक गये जैसे वे दो नही एक ही हूऊऊऊऊओ...................
ऊउउउउउउउउम्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्माआआआआआआआअह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह ह्ष्छ्ह्हीयीयियूयूवूऊवूऊवूऊवूयूवक चहाआआआआअहह की धून के साथ दोनो तेज तेज सांसो के साथ आपस मैं चिपक कर शांत हो गये..........
लगभग 10 मिनिट्स तक दोनो...एक दूसरे को बाँहो मैं भिंचे हुवे लेते रहे....शास ने पूजा की गर्देन मैं दिया हुवा अपना चेहरा बाहर निकाला........पूजा को गौर से देखा...उसके चेहरे पर परम संतुष्टि के भाव थे.....आँखे बंद थी...अओर होठों पर मुस्कुराहट थी........मानो अभी भी स्वारग्लोक की सैर पर ही हो.....मुस्कुराहट लिए पूजा के गुलाबी छोटे..छोटे होंठो ने बरबस ही शास को अपनी और खिच लिया.....शास ने अपने होंठ पूजा के होंठो पर रख दिए.......पूजा ने आँखे खोल दी.....प्रितिउत्तर मैं उसने भी शास के होंठ चूम लिए.......
पूजा... जानू अब कया इरादा है....???
शास...एक बार अओर चोदने का..????
पूजा...पागल हो गये कया...??????? कितने मेहमान है नीचे...कोई आ गया तो..????
शास...तो कया हो जाएगा....शादी हो रही है...सभी कहेंगे की ...शादी से पहले की सुहग्रात चल रही है.....
पूजा...नही शास....बस अब बाहर निकाल लो...तुम्हे आपनी परवाह नही....??? रात से अब तक इस कच्ची उमर मैं 5 बार चुदाई कर चुके हो.... जानते हो चुदाई के बाद आदमी मैं कितनी कमज़ोरी आती है..????
शास...कितनी आती है...?????
पूजा...हटो अब मैं नही बात करती....इसके बाद मम्मी हमेशा पापा को मीठा गरम दूथ देती है.....
शास...कया तुम मम्मी.पापा को देखती रहती हो...???
पूजा...सस्स्स्स्स्स्सीईईककककककचह.. नही बस एक बार बाते सुनी थी.....
शास...कया बाते सुनी थी...?????
पूजा...हट्तो अब ...हमे नही पता......चलो अब ... अपने इस लंड को बाहर निकालो...मुझे ज़ोर से टाय्लेट आ रहा है.......
शास...आच्छा जी... पहले डलवाने की...अओर अब निकालने की जल्दी है...जाओ नही निकलता है....
पूजा...प्लीज़ शास...दिन मैं या रात मैं जब भी समय मिलेगा...तब चोद लेना...अब प्लीज़ छोड़ दो....निकालो अपने इस बॅमबू लंड को.....
शास...एक शर्त पर.....
पूजा... कया है...???????
शास...जब भी बुलाउन्गा...तुम्हे आना पड़ेगा....
पूजा...कया मतलब...?????????
शास...चुदाई के लिए......
पूजा...देखूँगी...समय मिला तो ही आ पऔन्गि....
शास...पहले वादा करो....
पूजा ...अच्छा बाबा...वादा....अब तो निकाल लो......
शास ने अपने चूत मैं धन्से लंड को बाहर निकाला....ढेर सारा वीर्या खून से मिला हुवा चूत से बाहर निकलने लगा.........पूजा ने अपनी चूत एक साफ कपड़े से साफ की अओर बाथरूम मैं भाग गई.... अब शास उसी कपड़े से अपने लंड को साफ करने लगा......अओर पूजा के आने का एंतजार करने लगा.....कुछ देर बाद पूजा अपनी चूत को पानी से धोकर वापस आई....
पूजा...शास तुमने तो मेरी चूत को फाड़ ही दिया....मुझसे ठीक से चला नही जा रहा है... पानी भी चूत मैं लग रहा था....चलते हुवे दुखती है.....
शास...चलो बाद का काम आज ही निपट गया....
पूजा...कया मतलब...??????????
शास...बाद मैं फटती तो ज़यादा दर्द होता....
पूजा... चलो हटो...मैं नीचे जा रही हूँ तुम जल्दी से नहा कर तय्यार होकर नीचे आ जाना...मैं नीचे ही तुम्हार एंतजार करूँगी......इतना कह कर पूजा दरवाजे से निकल कर नीचे चली गये ....पूजा को देखकर लग रहा था की उसे चलने मैं कुछ प्राब्लम हो रही थी...............
दोस्तों ये स्टोरी है शास की जिंदगी से जुड़े उन लम्हो की जो यादगार बन गये.....कहते है...पहला कदम रखना, पहली औलाद, पहला पयार अओर पहली चुदाई जीवन मैं एक अलग ही स्थान रखता है..... लॅकिन सामाजिक बंधन, समय की चाल, अलग ही कहानी लिखते है.....पूजा जब नीचे पहुँची ! उसके दिलोड़िमाग़ मैं शिरफ़ शास ही..शास था..... अभी कुछ समय पहले ही शास के साथ बिताए लम्हे...पूजा के जहाँ मैं हलचल पैदा कर रहे थे.....आज उसके लिए शास दुनिया का सबसे प्यारा इंसान था.....उसके दिलो-दिमाग़ मैं शिरफ़ शास ही बस चुक्का था......घर मैं शादी का मौहोल था....कितने ही मेहमान.....आदमी..अओरते...लड़के,लड़कियाँ अओर बच्चो से घर भरा था....मगर पूजा तो बस शास के बारे मैं ही सोच रही थी, रह रह कर उसे शास याद आ रहा था.....वो हरपल शास के साथ रहना चाहती थी....मगर समाज,...सामाजिक बंधन,,, शर्म-लिहाज....बाँध देती है दिलो को भी.....आख़िर जब पूजा से नही रहा गया तो वो किचन मैं गयी.....वहाँ पर हलुवाई का काफ़ी सामान था...उसमें से पूजा ने धीरे से कुछ बादाम, केशर, छुवारे, काजू एत्यादि कई ड्राइफ्रूट्स उठा लिए अओर एकगिलास दूध मैं डालकर शास के लिए गरम करने लगी.....साथ साथ डर भी रही की अगर किशी ने देखा लिया तो वो कया कहेगी.????? परंतु मन था जो मानता ही नही था....आख़िर पूजा ने वह गरम दूध एक ग्लास मैं लिया अओर ओपेर प्लेट से ढक कर उप्पेर के रूम की तरफ चल दी....जहाँ पर शास था......शास जैसे ही नहा-धोकर बाथरूम से निकला.....सामने पूजा को पाया.....पूजा तुम?????????????
पूजा...है तुम्हारे लिए ये लाई हूँ.........
शास...कया है इसमे...??????
पूजा ...देखा लो ना...अओर पास पड़ी टेबल पर रख दिया.....
शास ने पास जाकर देखा..अओर गिलास मैं गरम दूध देखकर....उसे पूजा की बताईं याद आ गयी और मुस्कुरा कर पूजा की अओर देखा..... हां तो दूध लाई हो..???????
पूजा ने शर्मा के करें धीरे से मुस्कुरा कर नीचे गर्देन करके आँखे नीचे कर ली.....शास ने पूजा के हाथ अपने हाथों मैं लेकर चूम लिया.....पूजा का चेहरा शर्म से लाल हो गया .....शास ने पूजा का चेहरा हाथों मैं लेकर, पूजा की आँखों मैं देखा....अओर धीरे से कहा...तुम कितनी अच्छी हो पूजा..???? पूजा ने आँखें उठाकर देखा अओर मुस्कुरा दी......
पूजा...शास तुम ये दूध पीकर नीचे आ जाओ...मेरा बार बार यहाँ आना ठीक नही है.....
शास...केयूं..????
पूजा...कोई देखलेगा तो कया कहेगा..????
शास...कया कहेगा....यही कि पूजा अपने शास से मिलने आई है अओर कया...?????
पूजा...बड़े ही दार्शनिक अंदाज मैं...नही शास,...ये दुनिया,ऐसी नही है.....???
शास...तो कैसी है...??????
पूजा....छोड़ो शास...तुम नही समझोगे.....जल्दी से नीचे आ जाना.....मैं नीचे जा रही हूँ.
शास...पूजा के होंठ चूमकर...जानू तूमे उदास आछी नही लगती....मुस्कुरा कर तो जाओ...
पूजा एक कतिलि मुस्कुराहट छोड़कर दरवाजे से बाहर निकल गयी.....शास ने मुस्कुरकर दूध का गिलास उठाया.....अओर धीरे धीरे मुस्कुराते हुवे पीने लगा... सायेद उसे पूजा की बताई उसके मूमी-पापा की दूध की बात याद आ रही थी......
शास दूध पीते हुए सोच रहा था की पूजा कितनी भोली है....दूध मैं से भी पूजा की चूत वाली केशर की गंध आ रही थी.....एसलिए शास दूध को मस्त होकर चुस्किया लेकर पी रहा था.......
शास ने दूध ख़तम कर....कपड़े बदेले.....अओर नीचे आ गया.....उसकी आँखें पूजा को ढूँढ रही थी.....काफ़ी देर हो गयी पर शास को पूजा कही नज़र नही आई......सीमा भी अभी ब्य्टिपार्लर से नही लौटी थी.....दोप-हर के बाद लगभग 4 बज चुके थे पर पूजा शास को नज़र नही आई.....अओर अभीतक सीमा भी नही लौटी थी...शास परेशान सा हो गया.....अओर उप्पेर के रूम मैं जाकर बेड पर लेट गया....कुछ ही देर मैं उसे नींद आ गयी अओर शास सो गया........
जब शास की आँखें खुली तो नीचे काफ़ी शोर हो रहा था वो नीचे गया....वहाँ पर काफ़ी गहमा-गहमी हो रही थी.....उसे पता चला की बारात आ गयी है अओर उनके नाश्ते एत्यादि की तय्यरी चल रही है एसीलिए ये शौर-शराबा हो रहा है.....शाम के लगभग 6 बज चुके थे.....सीमा भी ब्य्टिपार्लर से लौट चुकी थी.....सीमा अपने रूम मैं अपनी सहेलियों से घिरी बैठी थी.........
शास सीधा....सीमा के रूम मैं गया.....अओर सीमा की सुंदरता को देखत ही रह गया......कितनी सुंदर है सीमा दीदी ये तो उसने आज ही जाना था......मानो आसमान से परी उतार आई हो.....शास सीमा दीदी के पास गया.......
शास...सीमा दीदी...???????
सीमा....सीमा ने आँखें उठाकर शास की अओर देखा....बड़ा उदास सा लग रहा था....कया बात है शास...??????????सीमा ने अस्चर्ये से शास से पूछा...???????
शास...कोई बात नही..दीदी....आपने बड़ी देर! कर दी , बहुत ही देर के बाद लौटी है....बड़ी सुंदर लग रही है. आप दीदी...?????
सीमा ...सच शास......???
शास...रियली दीदी....सीमा की सहेलिया हंस पड़ी....हमारी बन्नो लाखो मैं एक है.....कहीं नज़र ना लग जाए किशी की....
सीमा ..... ने शर्मकार आँखें नीचे करके मुस्कुरा दी....उसकी गालो पर शर्म की लालिमा शाफ़ नज़र आ रही थी....शास का पुन्ह ध्यान आते ही सीमा को पूजा का ख़याल आया......अओर शास के चेहरे की अओर देखाकर उसकी उदासी का कारण पढ़ने लगी..........
सीमा....पूजा कहाँ है शास...????
शास... मालूम नही दीदी....मैं भी काफ़ी देर से डुनध रहा हूँ.....पर कहीं नज़र नही आई.....लागफग 2-3 घंटे से गायब है........
सीमा सोचने लगी...मेरे जाने के बाद कया हुवा होगा ????? जो पूजा गायब है.....उसके मंन मैं काफ़ी बाते आने जाने लगी.....अपनी दूसरी सहेलियो केआमने वह शास से अओर कुछ पूछ भी नही पा रही थी.......
सीमा सोचने लगी कहा गयी होगी पूजा,??? सायेद मूमी को कुछ पता हो यही सोच कर सीमा ने शास से कहा, शास ज़रा अपनी मामी को तो बुला लाना........
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