Sex Hindi Kahani अनाड़ी पति और ससुर रामलाल
07-08-2017, 11:49 AM,
#6
RE: Sex Hindi Kahani अनाड़ी पति और ससुर रामलाल
अनाड़ी पति और ससुर रामलाल--3

गतान्क से आगे............. ....
अनीता समझ चुकी थी कि अब सुनीता भी पूरी जानकारी लेने को उताबली हो गयी है तो उसने सुनीता से कहा, "अगर तू पूरी जानकारी चाहती है तो मेरे पास सुहागरात की एक सीडी पड़ी है, उसे देख ले बस तुझे इस वारे में सब-कुछ पता लग जायेगा।" सुनीता एक दम चहक उठी, बोली, "दिखाओ दीदी, कहाँ है वह सीडी? जल्दी दिखाओ नहीं तो रात को जीजू आ जायेंगे तुम्हारे कमरे में।" अनीता बोली, "तेरे जीजू के पास वो सब-कुछ है ही कहाँ, जो मेरे साथ कुछ कर सकें।" सुनीता ने आश्चर्य से पूछा, "हैं, सच दीदी...जीजू नहीं करते आपके साथ, जो कुछ आपने मुझे बताया अभी तक पति-पत्नी के रिश्ते के वारे में?" अनीता बोली, "तेरे जीजू तो बिलकुल नामर्द हैं। पहली रात को तो मैंने किसी तरह उनका लिंग सहला-सहला कर खड़ा कर लिया था और हम-दोनों का मिलन भी हुआ था मगर उस दिन के बाद तो उनके लिंग में कभी तनाव आया ही नहीं।" सुनीता ने पूछा, "दीदी, फिर तुम अपनी इच्छा कैसे पूरी करती हो?" अनीता बोली, "ये सारी बातें मैं तुझे बाद में बताउंगी, पहले तू सीडी देख।"
अनीता ने सीडी लेकर सीडी प्लेयर में डाल दी और फिर दोनों बहिनें एक साथ मिलकर देखने लगीं। पहले ही सीन में एक युवक अपनी पत्नी की चूचियां दबा रहा था। पत्नी सी ..सी करके उत्तेजित होती जा रही थी और युवक का लिंग अपनी मुट्ठी में लेकर सहला रही थी। धीरे-धीरे उसने पत्नी के सभी कपड़े उतार फेंके और खुद भी नंगा हो गया। उसने अपनी पत्नी की योनि को चाटना शुरू कर दिया। पत्नी भी उसका लिंग मुंह में लेकर चूंस रही थी। यह दृश्य देखकर सुनीता के सम्पूर्ण शरीर में एक उत्तेजक लहर दौड़ गयी। उसकी योनि में भी एक अजीब सी सुरसुराहट होने लगी थी। वह बोली, "दीदी, मुझे कुछ-कुछ हो सा रहा है।" अनीता बोली, "तेरी योनि भी पानी छोड़ने लगी होगी।" सुनीता बोली, "हाँ दीदी, चड्डी के अन्दर कुछ गीला-गीला सा महसूस हो रहा है मुझे।" अनीता ने उसकी सलवार खोलते हुए कहा,"देखूं तो ..." अनीता ने ऐसा कहकर सुनीता की योनि को एक उंगली से सहलाना शुरू कर दिया। एक सिसकी सुनीता के मुंह से फूट निकली .."आह: दीदी, बहुत मन कर रहा है, कोई मोटी सी चीज ठूंस दो इसके अन्दर, बस आप इसी तरह से मेरी योनि में अपनी उंगली डाल कर उसे अन्दर-बाहर करती रहो।" अनीता ने सुनीता की सलवार उतार फेंकी और बोली, "तू इसी तरह से चुपचाप पड़ी रहना मैं दरबाजे की सिटकनी लगा कर अभी आती हूँ।"
अनीता ने लौट कर देखा कि सुनीता अपनी योनि को खूब तेजी से सहला रही थी। अनीता ने उसके सारे कपड़े उतार कर उसे पूरा नंगा कर दिया और फिर वह खुद भी नंगी हो गयी। दोनों बहिनों ने एक-दूसरे को अपनी बांहों में भर लिया और कस कर चिपट गयीं। दोनों बहिनों की आँखें टीवी पर टिकी थीं जहाँ स्त्री-पुरुषों के बीच नाना-प्रकार की काम-क्रीड़ायें चल रही थीं। अनीता ने सुनीता की चूचियों को कस कर दबाना शुरू कर दिया और अपने होट उसके होटों से सटा दिए। सामने के दृश्य में एक सांड अपने लिंग को एक नंगी औरत की योनि में घुसेड़ने की तैयारी में था। कुछ ही देर में वह अपना लिंग उसके योनि में घुसेड़ कर लगातार धक्के लगा रहा था और अंत में औरत सांड के लिंग को बर्दाश्त न कर पाई और बेहोश होगई। सांड उसकी फटी हुयी योनि से बहता हुआ खून चाट-चाट कर उसे साफ़ कर रहा था। यह सब देख, सुनीता का सारा बदन गर्म हो गया। वह बुरी तरह कामाग्नि में झुलसने लगी। उसके मुख से अजीव सी कामुक आवाजे आने लगी थीं। अगले दृश्य में उसने एक स्त्री को गधे का लिंग सहलाते हुए देखा, गधे का लिंग थोड़ी ही देर में पूरा बाहर निकल आया। उस औरत ने लिंग को अपनी योनि पर टिका लिया और फिर गधे ने एक जोर का रेला उसकी योनि में दिया। गधे का समूंचा लिंग एक ही झटके से योनि में जा घुसा। औरत थोड़ी देर छटपटाई और फिर उठ खड़ी हुयी।
सुनीता का शरीर बेकाबू हो गया उसने अपनी बड़ी बहिन को अपनी बाहों में कस कर जकड़ लिया और बोली, "दीदी, अब अपनी योनि में भी किसी का लिंग डलवाने की मेरी बहुत इच्छा हो रही है। दीदी, जीजू जब इस लायक नहीं हैं तो फिर तुम अपनी कामाग्नि कैसे शांत करती हो? " अनीता ने अपनी बहिन को प्यार से चूमते हुए कहा, "फ़िक्र मत कर, आज मैं और तू किसी हट्टे-कट्टे आदमी से अपनी प्यास बुझाएंगे।" सुनीता ने चहक कर पूंछा, "कौन है दीदी, जो हमारी प्यास बुझाएगा? आह: दीदी, मैं तो तड़प रही हूँ अपनी योनि फड़वाने के लिए। काश! वह सांड ही टीवी फाड़कर निकल आये और हम-दोनों को तृप्त कर दे अपने लिंग के धक्कों से।" "सब्र कर बेवकूफ, वो मर्द कोई और नहीं है, मेरे पापा जी ही हैं जो आज हम-दोनों की इच्छाएं पूरी करेंगे।" "दीदी, ये क्या कह रहीं हैं आप?" "हाँ सुनीता, वे मेरे ससुर ही हैं जो मुझ तड़पती हुयी औरत को सहारा देते हैं। अब तू ही बता मुझे क्या करना चाहिए? क्या मैं पास-पड़ोस के लोगों को फंसाती फिरूं अपनी प्यास बुझाने के लिए?" सुनीता ने अपनी दीदी की बात पर अपनी सहमती व्यक्त की, बोली, "तुम ठीक ही कह रही हो दीदी, इससे घर की इज्जत भी बची रहेगी और तुम्हारी कामाग्नि भी शांत होती रहेगी। अच्छा दीदी, एक बात बताओ। क्या मौसा जी का भी इतना बड़ा और सख्त लिंग है जितना कि इस फिल्म में मर्दों का दिखा रहे थे, ऐसा मोटा-लम्बा किसी लम्बे खीरे जैसा? " अनीता बोली, "आज तू खुद है देख लेना अपनी आँखों से, अगर देख कर डर न जाए तो मेरा नाम बदल देना। मुझे तो डर है कि तू झेल भी पायेगी या नहीं।" "हैं दीदी, सच में मैं नहीं झेल पाऊँगी उनका?"
दोनों बहिनें बहुत देर तक वासना की इन्हीं बातों में डूबी रहीं। सुनीता बोली, "दीदी, अगर आप इजाजत दें तो मैं भी आपकी योनि चाट कर देख लूं?" अनीता बोली, "चल देख ले। आज तू भी चख कर देख, योनि से जो पानी निकलता है वह कितना आनंद दायक होता है।" अनीता ने लाइन क्लीयर कर दी। सुनीता ने दीदी की योनि पर अपनी जीभ फेरनी शुरू कर दी। अनीता की योनि बुरी तरह फड़कने लगी। वह बोली, "सुनीता, जरा जोरों से चाट, आह: कितना मज़ा आ रहा है। अपनी जीभ मेरी योनि की अन्दर-बाहर कर ...उई माँ ...मर गई मैं तो ...सुनीता और जोर से प्लीज़ ... आह: ...ऊह ..." आधे घंटे तक चाटने के बाद सुनीता बोली, "दीदी, अब मेरी भी चाटो न, " तब अनीता ने उसकी क्वांरी योनि को चाटना शुरू कर दिया। सुनीता का समूंचा बदन झनझना उठा। सुनीता के मुंह से भी सिसकारियां फूटने लगीं। वह बोली - "दीदी, क्या मौसा जी इस समय नहीं आ सकते? प्लीज़ उनसे कहो कि आकर मेरी योनी फाड़ डालें।" अनीता बोली, "क्या पागल हो गयी है? थोडा सा भी इन्तजार नहीं कर सकती।" "दीदी, अब बिलकुल भी बर्दाश्त नहीं हो रही ये मरी जवानी की आग ...दीदी, मौसा जी राज़ी तो हो जायेंगे न मेरी फाड़ने के लिए?" "मरी बाबली है बिलकुल ही, जिसे एक-दम क्वांरी और अछूती योनि मिलेगी चखने को, वह उसे लेने से इंकार कर देगा।" "दीदी, और अगर नहीं हुए राज़ी तो ...?" "वो सब तू मुझ पर छोड़, तू एक काम करना। आज रात वो मेरे पास आयें और हमारी काम-क्रीड़ायें शुरू हो जाएँ तो तू एक-दम से लाइट ऑन कर देना और ज़िद करना कि तुझे तो मेरे पास ही सोना है। हमारे पास आकर हमारे ऊपर पड़ा कम्बल खीच देना। हम-दोनों बिलकुल ही नंगे पड़े होंगें कम्बल के भीतर। तू कहना, मौसा जी, मुझे तो दीदी के पास ही सोना है। वे राज़ खुलने के डर से घवरा जायेंगे और तुझे भी अपने साथ सुलाने को मजबूर हो जायेंगे। बस समझो तेरा काम बन गया। फिर तू उनके साथ चाहे जैसे मज़ा लेना। समझ गयी न?" सुनीता को तसल्ली हो गयी कि आज उसके मौसा जी उसकी योनि जरूर फाड़ देंगे।
Reply


Messages In This Thread
RE: Sex Hindi Kahani अनाड़ी पति और ससुर रामलाल - by sexstories - 07-08-2017, 11:49 AM

Possibly Related Threads…
Thread Author Replies Views Last Post
  Thriller Sex Kahani - मोड़... जिंदगी के sexstories 21 14,405 06-22-2024, 11:12 PM
Last Post: sexstories
  Incest Sex kahani - Masoom Larki sexstories 12 6,943 06-22-2024, 10:40 PM
Last Post: sexstories
Wink Antarvasnasex Ek Aam si Larki sexstories 29 4,730 06-22-2024, 10:33 PM
Last Post: sexstories
  Raj sharma stories चूतो का मेला sexstories 201 3,757,296 02-09-2024, 12:46 PM
Last Post: lovelylover
  Mera Nikah Meri Kajin Ke Saath desiaks 61 577,537 12-09-2023, 01:46 PM
Last Post: aamirhydkhan
Thumbs Up Desi Porn Stories नेहा और उसका शैतान दिमाग desiaks 94 1,343,909 11-29-2023, 07:42 AM
Last Post: Ranu
Star Antarvasna xi - झूठी शादी और सच्ची हवस desiaks 54 1,028,265 11-13-2023, 03:20 PM
Last Post: Harish68
Thumbs Up Hindi Antarvasna - एक कायर भाई desiaks 134 1,805,477 11-12-2023, 02:58 PM
Last Post: Harish68
Star Maa Sex Kahani मॉम की परीक्षा में पास desiaks 133 2,206,545 10-16-2023, 02:05 AM
Last Post: Gandkadeewana
Thumbs Up Maa Sex Story आग्याकारी माँ desiaks 156 3,169,039 10-15-2023, 05:39 PM
Last Post: Gandkadeewana



Users browsing this thread: 1 Guest(s)