RE: Sex kamukta मेरा चोदू परिवार
मेरा चोदू परिवार--3
मैं और रजनी मनोज और राज के बीच में बैठे हुए थे जब पायल कमरे में आई. मैं मनोज के करीब थी और उसका ढीला लंड सहला रही थी. मनोज अपनी उँगलियाँ मेरी चुत के अन्दर डाल अन्दर बाहर कर रहा था. मैंने दुसरे हाथ से रजनी की चुत के अन्दर ऊँगली डाल रखी थी. रजनी ने अपने पापा का लौड़ा हाथ में लिया हुआ था जो रजनी के मुह में झड़ने के बाद थोडा शांत था. राज हलके से अपनी बहन रजनी के बूब्स दबा रहा था और उसके निप्पल्स को उँगलियों के बीच मसल रहा था. रजनी बीच बीच में कराह जाती थी जब राज जोर से उसके निप्पल्स खींच देता था.
चारों मदर्जात नंगे थे. पायल अभी स्कूल से ही आई थी और मनोज को देखते ही वोह भी उछल पड़ी.
"भाई, आप कब आये. मुझे मालूम ही नहीं था के आप भी आ रहे है" और पायल मनोज से चिपक गयी और उसके होठों को अपने होठों में ले लिया और जोर जोर से चूसने लगी. मनोज ने भी उसको अपनी बाहों में जकड लिया और उसके होठ चूसने लगा. २ मिनट के बाद जब पायल ने उसको छोड़ा तो उसने गहरी सांस ली.
"कैसे हो भाई, बहुत दिनों के बाद आये. और आने के बाद मेरा इन्तेज़ार भी नहीं किया. दोनों रंडियों के साथ लग गए. और भैया आपने भी मेरा इन्तेज़ार नहीं कराया भाई को. मेरे आने से पहले ही आप दोनों के लौडे इन रांडों ने चोद कर मुरझा दिए. अब मैं कैसे अपने प्यारे भाई के मोटे लंड का मजा लुंगी. " कहते हुए पायल ने अपना मुह लटका लिया.
"तू क्यों चिंता कर रही है पायल, तेरे भाई इधर ही है और तेरे पास पूरा टाइम है उनके लंड का मजा लेने का. और तू तो इन दोनों रांडों से भी बड़ी रांड है, अपने भाई के साले का लंड तू एकदम खडा कर देगी" राज ने कहा
" अब सिर्फ मैं आप दोनों को चोदूंगी इन दोनों रांडों का काम हो गया है ना... अब यह दोनों लंड मेरे" और पायल दोनों हाथ फैला कर दोनों मुरझाये लंड सहलाने लगी. पायल अभी भी स्कूल की ड्रेस में ही थी...सफ़ेद शर्ट और ग्रे स्कर्ट जो घुटनों के ऊपर तक थी और उसमे से उसकी मांसल जांघे झलक रही थी. पायल के बूब्स अभी इतने बड़े नहीं थे पर एकदम गदराये हुए थे. पायल का रंग बहुत गोरा है और निप्पल्स एकदम पिंक रंग के है. मनोज ने पायल को हम दोनों के बीच बैठा लिया और उसकी शर्ट के बटन खोलने लगा. सारे बटन खोलने के बाद शर्ट उतार दी. तब तक मैंने उसकी स्कर्ट खोल कर निचे कर उतार दी थी और पायल ने अपनी गांड ऊपर कर मुझे उसको निचे करने दिया. अब पायल ब्रा और पैंटी में थी. सफ़ेद रंग की ब्रा में उसके बूब्स गज़ब लग रहे थे और पैंटी भी गीली हो गयी थी. उसकी चुत अभी से ही पानी छोड़ने लगी थी.
"पायल तू तो अभी से ही गीली हो गयी. अभी तो मेरे भाई ने कुछ किया भी नहीं" मैं बोली",
"तुम्हारे भाई को तो देखते ही मैं गीली हो जाती हूँ, क्या करूँ इनका जादू ही कुछ ऐसा है"
मनोज ऊपर से ही पायल के बूब्स से खेलने लगा और अपना मुह दोनों बूब्स के बीच डाल पायल को चूमने लगा. पायल अब मनोज के लौडे को जोर जोर से हिला रही थी. उसका हाथ मनोज के लौडे को जकडे हुस ऊपर निचे हो रहा था. इतने में रजनी उठी और मेरी टाँगे खोल मेरी चुत चाटने लगी.
"भाभी बहुत टाइम हो गया तेरी चुत पर किसी का ध्यान ही नहीं गया. ला मैं तेरी चुत चाटू. तुझ कुतिया का भी तो ख्याल रखना है हम सबको और अभी तो तू जवान है, चाहे तो ३-४ लंड एक साथ चोद सकती है."
"आआह्ह्ह्ह्छ रजनी, मेरी चुत हमेशा ही प्यासी रहती है रानी. तेरे भैया इतना चोदते है फिर भी मन करता है लंड इसके अन्दर पड़ा ही रहे. कभी तो मन करता है घोडे जितना बड़ा लंड मेरी चुत और गांड में हो."
राज को अब मैंने निचे कारपेट पर लिटा दिया और उसका लौड़ा अपने मुह में ले लिया. रजनी उलटी होकर मेरी चुत चाटने लग गयी. पायल अभी भी मनोज के लंड को हाथ में लेकर ऊपर निचे हिला रही थी
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