RE: kamukta Sex Kahani पत्नी की चाची को फँसाया
फिर जैसे ही मैं अपना हाथ उनकी चूत के करीब लाया तो मुझे अपने हाथों में गर्मी सी महसूस हुई।
शायद वो भी इस सबसे उत्तेजित हो गई थीं और जैसे ही मैंने उनकी चूत पर हाथ रखा.. तो वो एकदम से चिहुंक गईं और मेरे हाथ को अपनी टाँग से हल्का सा दबा लिया।
उनकी चूत पर एक भी बाल नहीं था। शायद उन्होंने निकाल दिए थे और मैंने उनकी चूत पर तेल लगा कर हाथ हटा लिया।
अब सासूजी भी होश में आईं और मैंने उनकी पट्टी खोल दी और उन्हें नहाने के लिए बोला।
जब वो नहा कर आईं तो मैंने उन्हें पूजा के स्थान पर बिठाया और एक किताब खोल कर मन्त्रों का जाप करने लगा।
करीबन आधे घंटे तक मैं मन्त्रों का जाप करने का नाटक करता रहा और मैंने सासूजी से कहा- मुझे लगता है कि जिस निष्ठा से आप ये पूजा कर रही हो.. उससे लगता है कि ज्योति के यहाँ आने से पहले ही उनके ससुराल वाले.. सामने से उसे लेने यहाँ आ जाएंगे।
मेरे मुँह से यह सुन कर सासूजी बहुत खुश हुईं और कहने लगीं- दामाद जी.. आप जो भी विधि है.. वो पूरी कर लो.. अगर ज्योति का घर बस जाए तो मैं समझूँगी कि भगवान हम पर सच में प्रसन्न हो गए हैं।
तब मैंने कहा- आगे की विधि तो और भी कठिन है.. आप कर पाओगी ना?
तब उन्होंने कहा- क्या करना होगा?
तब मैंने उन्हें चंदन का लेप और एक चोला निकाल कर दिया और अपने लिए धोती निकाली.. फिर उनसे कहा- आपको अपने सारे कपड़े उतार कर यह चोला पहनना होगा।
वो बोलीं- करना क्या है?
मैंने कहा- ये लेप है.. इसे आपके शरीर पर लगाना है.. तब वो बाथरूम में जाकर कपड़े बदलने लगीं.. और मैंने भी तब तक अपनी पैन्ट-शर्ट खोल कर वो धोती पहन ली।
जब वो वापस आईं.. तो मेरा ध्यान उनके कपड़ों पर पड़ा तो मैं दंग रह गया।
दरअसल मैं जान-बूझकर वो चोला बहुत छोटा लाया था और वो 2 पीस में था उसके नीचे का हिस्सा एक ढीले स्कर्ट जैसा था और वो सासूजी की जाँघों तक ही था।
उनकी गोरी जांघें मुझे साफ़ दिख रही थीं और ऊपर का ब्लाउज भी बहुत छोटा था, वो सिर्फ़ उनके स्तनों तक ही था, वो बहुत ढीला था.. उसमें भी वो आगे से गहरा खुला हुआ था। सासूजी के 80% मम्मे साफ़-साफ़ दिखाई दे रहे थे और वो बहुत ही सेक्सी लग रही थीं। उनके ब्लाउज के आस्तीन भी बहुत छोटी और खुली हुई थीं.. जिसमें से उनकी बगलें साफ़ दिख रही थीं। वहाँ भी एक भी बाल नहीं थे.. मेरी समझ में नहीं आ रहा था कि मैं खुद को उन्हें चोदने से कैसे रोकूँ।
मैं खुद को कंट्रोल नहीं कर पा रहा था.. मेरा लण्ड धोती में टाइट खड़ा था.. पर धोती की चुन्नटों के चलते दिखाई नहीं दे रहा था।
मुझे लग रहा था कि सासूजी भी शायद चुदासी थीं क्योंकि उनके चूचुक सख़्त हो चुके थे और ब्लाउज के कपड़े से साफ़ दिख रहे थे।
फिर मैंने सासूजी को बैठने को कहा.. जैसे ही वो बैठीं.. मैं उनके सामने घुटनों पर बैठा और उनके चेहरे पर लेप लगाने लगा।
पहले मैंने लेप को उनके माथे पर लगाया और फिर गले पर.. उनकी गर्दन पर जो कि लंबी और सुराहीदार थी।
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