RE: kamukta Sex Kahani पत्नी की चाची को फँसाया
मैंने कहा- अब आपको पहले इसमें से आधे मांड को अपने शरीर पर लगाना है और मुझे उसे चाट कर खाना है और बाद में ये मलाई के डिब्बे में से मुझे अपने शरीर पर मलाई लगानी है और उसे आपको चाट कर खाना है.. पर इसके लिए आपको निर्वस्त्र होना पड़ेगा..।
तब वो मेरे सामने देखने लगीं.. मुझे लगा शायद वो मना कर देंगी.. लेकिन सासूजी ने डिब्बा लिया और अन्दर के कमरे में चली गईं..।
थोड़ी देर बाद सासूजी आकर चौकी पर खड़ी हो गईं।
जब मैंने देखा तो देखता ही रह गया.. वो पूरी तरह से नंगी खड़ी थीं और नजरें नीचे झुका रखी थीं.. शायद पहली बार वो किसी पराए मर्द के सामने ऐसे आई थीं।
मैंने उन्हें सर से लेकर पाँव तक देखा और थोड़ी देर के लिए मुझे ऐसा लगा कि मानो मेरे दिल ने धड़कना बन्द कर दिया हो।
उनकी बड़ी-बड़ी चूचियों जिन पर मांड लगाने से वे और चमक रही थीं।
फिर मेरी नज़र उनकी मांड से लगी चूत पर गई.. मेरा जी चाहा कि तुरंत जाकर एक चुम्बन कर लूँ।
फिर मेरे मन में विचार आया कि मैं भी ये क्या सोच रहा हूँ.. वैसे भी मुझे उनके पूरे शरीर को चूमना ही है और मैंने अपने आप पर संयम रखते हुए उनके करीब गया और घुटनों के बल उनके पाँव के पास बैठ गया।
तब सासूजी ने शर्म के मारे अपनी आँखें बन्द कर लीं और पीछे को मुड़ गईं।
फिर मैंने उनके दोनों पाँवों को बारी-बारी चाट कर सारा मांड निकल लिया और खड़ा होकर उनकी पीठ से भी मांड चाट लिया।
मैंने जान-बूझकर उनकी गाण्ड को रहने दिया था।
तब उन्होंने पूछा- हो गया..?
मैंने कहा- थोड़ा बाकी है..।
फिर मैं वापिस घुटनों के बल बैठा और उनकी गाण्ड पर जैसे ही जीभ लगाई.. वो सिहर सी गईं।
हाय.. उनकी गाण्ड.. क्या मस्त मुलायम थी..
करीब 10 मिनट तक मैं मांड चाटने के बहाने उनकी गाण्ड चाटता रहा।
फिर मैंने कहा- इधर का हो गया.. अब आगे की चाटना है.. पलट जाओ..
तब वो आँखें बन्द किए ही आगे की ओर पलट गईं। फिर मैंने आगे से उनके एक पाँव को अपने हाथ में लिया और उनके पैर की ऊँगलियां चाटने लगा और धीरे-धीरे करके दोनों पाँवों को जाँघों तक चाट कर सारा मांड निकाल दिया।
फिर थोड़ा और ऊपर होकर उनके पेट से भी सारा मांड साफ़ कर दिया.. फिर मैं खड़ा हो गया।
अब बारी थी उनकी चूचियों को चूसने की।
मैंने उनके हाथों को पकड़ कर जैसे ही उनकी एक चूची को मुँह में लिया.. तो वो उत्तेजना में कांपने लगीं।
“ऊऊओह माय गॉड.. उनकी चूचियाँ.. क्या रस से भरी मस्त रसीली थीं..
फिर मैंने बारी-बारी उनकी दोनों चूचियों को चूस कर सारा मांड निकाल दिया और मैं खड़ा हो गया।
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