Desi Kahani अनोखा रिश्ता... अनोखी चाहत
12-14-2017, 12:38 AM,
#17
RE: Desi Kahani अनोखा रिश्ता... अनोखी चाहत
समीना खौफ़ से भरी हुई आवाज़ में बोली, “अभी थोड़ी देर के बाद आना... अभी नहीं! अभी मैं मसरूफ़ हूँ!”

खानसामा “जी मालकिन” कह कर वापस चला गया। अब उसे क्या पता था कि उसकी मालकिन अंदर किस काम में मसरूफ़ है। उसे क्या मालूम था कि अंदर उसकी मालकिन अपने कुत्ते से चुद रही है। उसके जाने के बाद समीना ने कुछ सुकून का साँस लिया।

कोई पंद्रह मिनट के बाद टॉमी का लंड उसकी चूत से बाहर निकला। उसने फ़ौरन ही समीना की चूत को चाटना शुरू कर दिया। वो अपनी मनी और समीना की चूत के पानी को चाट कर साफ़ करने लगा और समीना नीचे सिर झुकाये एक कुत्तिया की तरह उसके सामने झुकी रही। और फ़िर उसने करवट ली और कार्पेट पर ही सीधी हो कर लेट गयी... टॉमी की तरफ़ देखती हुई... हैरानी और शरम से... और फ़िर अचानक ही उसकी ज़ोरदार हंसी छूट गयी। वो कहकहे लगा कर ज़ोर ज़ोर से हंसने लगी... “हाहाहाहा... हाहाहाहा!”

“नॉट बैड... एइकचूअली इट वाज़ वंडरफुल... फैन्टैस्टिक!” समीना के मुँह से हंसी के बाद यही अल्फ़ाज़ निकले और फ़िर वो अपनी जगह से उठी और टॉमी के सिर को सहला कर अपने कमरे की तरफ़ चल पड़ी दोबारा से फ्रेश होने के लिये।

शाम को जमाल आया तो थोड़ी देर के लिये वो सैर करने के लिये निकल गया... टॉमी को भी साथ ले कर। समीना भी रोज़ उनके साथ जाती थी मगर आज उसका दिल नहीं किया क्योंकि वो कुछ कश-म-कश में थी कि ये सब क्या हुआ है। ये वो जानती थी के उसे मज़ा आया है... अच्छा लगा है... मगर ये बात उसके दिल में चुभ रही थी कि ये ठीक नहीं हुआ। उनके जाने के बाद वो लाऊँज में आयी और रेड-वाईन पीने लगी। वैसे तो वो और जमाल अक्सर शाम को खाने से पहले साथ में वाईन या कोई और शराब पीते थे लेकिन आज समीना ने जमाल का इंतज़ार नहीं किया क्योंकि आज उसे इसकी काफी ज़रूरत महसूस हो रही थी। वाईन पीते हुए उसकी नज़र एक कोने में लगे हुए टॉमी के बिस्तर की तरफ़ गयी। कुछ देर तक उसे देखती रही... वाईन पीती रही... और फ़िर उठ कर टॉमी के बिस्तर के पास आ गयी। चार फुट लंबाई का रुइ से भरा हुआ एक गद्दा था... बहोत ही नरम सा... जो कि टॉमी के बिस्तर के लिये इस्तेमाल किया जाता था। समीना उसके बिस्तर के करीब बैठ गयी और फ़िर अपना हाथ आहिस्ता-आहिस्ता टॉमी के बिस्तर पर फेरने लगी... उसे सहलाने लगी। उसे अच्छा लग रहा था। वो अपनी जगह से थोड़ा सा हिली और फ़िर टॉमी के बिस्तर पर बैठ गयी। उसे टॉमी के बिस्तर पर बैठना अच्छा लग रहा था। धीरे-धीरे उस पर हाथ फेरती हुई वो टॉमी के बिस्तर पर लेट गयी। समीना अपना चेहरा उस नरम-नरम बिस्तर पर फेरने लगी... अपनी नाक उस पर रगड़ने लगी। बिस्तर में से अजीब सी बू आ रही थी... जानवर के जिस्म की। मगर समीना को बुरी नहीं बल्कि अच्छी लग रही थी। वो बस अपना चेहरा उस पर रगड़ती जा रही थी। उसका दिल चाह रहा था कि वो अपना नंगा जिस्म उस पर सहलाये। समीना ने बिना कुछ सोचे अपनी शर्ट को नीचे से पकड़ कर ऊपर उठाया और एक ही लम्हे में अपने जिस्म से अलग कर दिया और फ़िर बाकी कपड़े भी उतार के नंगी हो कर कुत्ते के बिस्तर पर लेट गयी। वो अपना नंगा गोरा-गोरा चिकना-चिकना जिस्म उस नरम-नरम बिस्तर पर रगड़ने लगी। नरम-नरम रेशमी बिस्तर के नरम-नरम रेशमी जिस्म के साथ रगड़ने से उसे बहोत अच्छा लग रहा था। वो अब फ़िर से अपने गालों को इस बिस्तर से रगड़ रही थी... आँखें बंद किये हुए... जैसे वो इस कुत्ते को अपना सब कुछ तस्लीम कर चुकी हो... मान चुकी हो। कुछ देर में बेल हुई तो समीना जैसे होश में वापस आयी। जल्दी से उठ कर कपड़े पहने और ऊँची हील की सैंडल फर्श पर टकटकाती और मुस्कुराती हुई दरवाज़ा खोलने के लिये चली गयी।

फिर दोनों बैठ कर खाना खाने लगे। टॉमी भी हस्ब मामूल उनके साथ ही था। खाने के बाद दोनों लाऊँज में ही बैठे टीवी देख रहे थे और टॉमी भी समीना के पैरों में ही बैठा हुआ था। जमाल खान उससे दूर दूसरी तरफ़ था। समीना अपना सैंडल वाला पैर टॉमी के जिस्म पर फेर रही थी... कभी उसके सिर पर अपना सैंडल का चिकना तलवा फिराती और कभी उसके पेट को अपने पैर से सहलाने लगती। आहिस्ता-आहिस्ता उसका पैर खुद-ब-खुद ही टॉमी के पेट के नीचे की तरफ़ जाने लगा। जमाल खान अगर उसकी तरफ़ देखता भी तो उसे पता नहीं चलता कि वो क्या कर रही है। समीना ने अपना पांव टॉमी के लंड वाले हिस्से की तरफ़ बढ़ाना शुरू कर दिया. और फ़िर अपने सैंडल के अगले सिरे और पैरों की उंगलियों से उसके लंड को सहलाना शुरू कर दिया। टॉमी ने फ़ौरन अपना सिर ऊपर उठाया और समीना की तरफ़ देखने लगा। समीना के होंठों पर खेलने वाली मुस्कुराहट को देख कर उसने दोबारा से अपना सिर नीचे रख दिया। टॉमी का लंड जो कि अभी तक उसकी खाल के अंदर ही था... आहिस्ता-आहिस्ता उसकी खाल से बाहर निकलने लगा। कुछ ही देर में उसके सुर्ख-सुर्ख लंड की अगली नोक और अगला आधा हिस्सा उसकी खाल से बाहर थे और उसे देखते ही समीना खिल उठी। इस लंड को देखते हुए उसे याद आने लगा के कैसे इस लंड ने उसकी चूत के अंदर दाखिल हो कर उसे बेइंतेहा मज़ा दिया था... कैसे टॉमी अपने लंड को उसकी नाज़ुक सी चूत के अंदर-बाहर कर रहा था... कैसे वो दनादन धक्के मार रहा था। समीना कभी टॉमी के लंड को देखती और कभी उसके मुँह को। समीना को टॉमी पर कोई गुस्सा नहीं था बल्कि जो मज़ा और जो लज़्ज़त टॉमी ने उसे दी थी, उसके बाद तो वो उसकी दिवानी हो गयी थी। टॉमी के लिये उसकी मोहब्बत और चाहत बढ़ गयी थी और उसकी मोहब्बत का अंदाज़ भी बदल गया था। समीना के सैंडल और पैर कि उंगलियों का अगला सिरा टॉमी के चिकने-चिकने सुर्ख रंग के लंड को सहला रहे थे। समीना ने उसके लंड को अपने सैंडल और पैर की उंगलियों के बीच में लिया और अपने पैर को उसके लंड पर ऊपर से नीचे को सहलाने लगी... जैसे कि वो टॉमी के लंड कि मुठ मार रही हो। 
Reply


Messages In This Thread
RE: Desi Kahani अनोखा रिश्ता... अनोखी चाहत - by sexstories - 12-14-2017, 12:38 AM

Possibly Related Threads…
Thread Author Replies Views Last Post
  Thriller Sex Kahani - मोड़... जिंदगी के sexstories 21 10,950 06-22-2024, 11:12 PM
Last Post: sexstories
  Incest Sex kahani - Masoom Larki sexstories 12 5,230 06-22-2024, 10:40 PM
Last Post: sexstories
Wink Antarvasnasex Ek Aam si Larki sexstories 29 3,645 06-22-2024, 10:33 PM
Last Post: sexstories
  Raj sharma stories चूतो का मेला sexstories 201 3,752,930 02-09-2024, 12:46 PM
Last Post: lovelylover
  Mera Nikah Meri Kajin Ke Saath desiaks 61 576,854 12-09-2023, 01:46 PM
Last Post: aamirhydkhan
Thumbs Up Desi Porn Stories नेहा और उसका शैतान दिमाग desiaks 94 1,341,844 11-29-2023, 07:42 AM
Last Post: Ranu
Star Antarvasna xi - झूठी शादी और सच्ची हवस desiaks 54 1,026,185 11-13-2023, 03:20 PM
Last Post: Harish68
Thumbs Up Hindi Antarvasna - एक कायर भाई desiaks 134 1,802,399 11-12-2023, 02:58 PM
Last Post: Harish68
Star Maa Sex Kahani मॉम की परीक्षा में पास desiaks 133 2,204,286 10-16-2023, 02:05 AM
Last Post: Gandkadeewana
Thumbs Up Maa Sex Story आग्याकारी माँ desiaks 156 3,164,891 10-15-2023, 05:39 PM
Last Post: Gandkadeewana



Users browsing this thread: 5 Guest(s)