RE: Nangi Kahani साला है बड़ी किस्मत वाला
ये साला है बड़ी किस्मत वाला है – 3
क्या मनु दी आप भी आपको पता ही है की मधु मेरी बहन कम और बेस्ट फ्रेंड ज्यादा है फिर भी आप हमेशा ही मुझे टोकती रहती हो योगेश बोला
अरे पगले ये बात नहीं है मनु दीदी हमें इस लिए टोकती है की तुम उस से भी फ्रेंड शिप कर लो’ माधुरी ने आग में घी डाला
तू तो बस चुप ही रहा कर योगी तो छोटा है पर तू तो कुछ समझा कर’ मनीषा ने माधुरी को झिड़का
तभी पास आती मोनिका बोली- क्या मनु तू भी क्या बेकार का झांजात ले कर बैठ गई जब ये तेरे अंकल के समझने से भी नहीं मैंने तो क्या तेरी बात मान लेंगे और वैसे भी ये लोग तो बचपन से ही ऐसे बिहवे करते है’
तब तक योगेश नाश्ता कर चुका था आप लोग बॅग्स बाहर निकालो तब तक मैं गाड़ी निकलता हूँ ये कह कर योगेश बाहर निकल गया
तभी योगिता और पूजा भी कोलेडग के लिए तैयार हो कर आ गये
चलो तुम लोग भी हमारे साथ ही चलो योगी तुम्हें भी ड्रॉप कर देगा मनीषा बोली
‘और हाँ लड़कियों हमारे पीछे किसी भी प्रकार कोई झगड़ा नहीं होना चाहिए क्यों की तुम्हारे अंकल भी घर पर नहीं है वैसे मैंने योगी को बोल दिया है के हमारे आने तक कोलेडग से छुट्टी कर ले और मधु तुम इन सब का ध्यान रखना समझी तुम सब मोनिका बोली
तीनों लड़कियों ने हामी में सर हिलाया तभी बाहर से हॉर्न की आवाज़ आई सभी बाहर निकल गये
योगेश सभी को चोद कर आया आज वो बहुत खुश था क्योंकि ऐसा सुनहरा मौका उसे बहुत कम ही मिलता था के घर में इतने कम लोग हो आज वो पूरा दिन ब्लू फिल्म देखते हुए मूठ मारना चाहता था
वैसे ये मौका उसे वैसे भी हासिल था क्योंकि दो मंज़िला मकान में नीचे के फ्लोर पर उसके मुम्मी अंकल रहते है और उप्पर के चार कमरों में वो सभी भाई बहन रहते है जिसमें उसका मनीषा का और माधुरी का रूम सेपरेट था योगिता और पूजा एक ही रूम शेयर करती थी पर घर में इतने ज्यादा लोग होने से वो खुल कर कभी भी इंजोय नहीं कर पता था क्योंकि दिन में दरवाजा भी बंद नहीं कर सकता था
अपने रूम में जा कर उसने कपड़े चेंज किए और नीचे आ गया उसे माधुरी कहीं भी डिकई नहीं दी ुसनव टाइम देखा 10 बज चुके थे योगिता और पूजा 4 बजे वापस लौट थी थी उसने किचन में झाँका माधुरी वहाँ कुछ काम कर रही थी उसने माधुरी को पीछे से हग करते हुए पूछा क्या कर रही हो डार्लिंग’
कुछ नहीं खाना तो बन चुका है बस थोड़ी सफाई कर रही हूँ तू थोड़ी देर रुक मैं फ्रेश होकर तेरे लिए कगाना लगा देती हूँ ये कहते हुए वो पीछे मुड़ती है योगेश के एकदम चिपके होने के कारण मुड़ते ही उसके बारे बूब्स योगेश के सीने में दब से जाते है अचानक ऐसा होने से योगेश को झटका सा लगता है उसने अपनी बहन के बारे बारे बूब्स अभी अभी अपने सीने में चुभते हुए महसूस किए थे इधर मदूरी भी सन्न्न रही जाती है उसे योगेश की हालत देख कर पता चल जाता है की उसने उसके बूब्स महसूस किए है
थोड़ी देर तक दोनों ऐसे ही खड़े रहते है फिर अकीर में योगेश ही बोला ‘ठीक है मैं बाहर टीवी देखता हूँ तुम जल्दी से खाना लगाओ फिर मुझे कोलेडग का काम करना है ये कह कर वो बाहर निकल गया
टीवी देखने में भी उसका मान नहीं लग रहा था रही रही कर उसे अपने सीने पर मधु के बूब्स का अहसास हो रहा था वो मान ही मान अपने आप पर नाराज़ हो रहा था क्यों वो मधु के इतने करीब गया पर फिर सोचता की इसमें उसकी गलती ही क्या है पहले भी तो उसने कितनी बार ऐसे किया है पर आज तक कभी भी ऐसा नहीं हुआ अगर मधु एकाएक नहीं मुड़ती तो शायद ऐसा नहीं होता तभी उसका ध्यान अपने पेंट की तरफ गया जहाँ उसने लंड की जगह एक बड़ा टेंट बना देखा वो फिर सोच में पड़ गया क्या उसका लंड अपनी सगी बहन के लिए खड़ा हो गया है उसने अपने आप को ही गली बाकी और टीवी में ध्यान लगाने की कोशिश करने लगा
उधर मधु की हालत भी कुछ अलग नहीं थी वो अभी जो कुछ भी हुआ उसके लिए अपने आप को ही जिम्मेदार मान रही थी योगेश का क्या है वो तो हमेशा ही ऐसा करता है मैं ही अचानक क्यों मुड़ी सब गलती मेरी ही है क्या सोचा होगा उसने मेरे बारे में ये सब सोचते हुए वो बाथरूम में गई और कपड़े उतार कर नहाने लगी उसने अभी पैंटी नहीं उतरी थी एकाएक उसे अपनी पैंटी में चुत के पास कुछ गीला सा लगा उसने पैंटी उतार कर देखा तो ये उसकी चुत का पानी था ‘अब ये कहाँ से आ गया’ वो सोचने लगी क्या अपने भाई के बारे में सोच कर मुझे ऐसा हुआ अपने आप ही उसके हाथ चुत को सहलाने लगे और एक उंगली अंदर बाहर होने लगी उसके ख़यालो में किसी का चेहरा नहीं था पर उसके मान की दमित भावनाएं जागने लगी और अब एक की जगह दो उंगलियां सतसट अंदर बाहर होने लगी वो निर्विकार भाव से बहुत तेजी से फिंगरिंग करने लगी अचानक उसका शरीर एत्ने लगा और आंखें बंद हो गई वो झड़ने लगी मजे के कारण उस के मुंह से आहह….उउउफफफ़फ्ग…….हाईई….जैसी आवाजें निकालने लगी एकाएक एक चेहरा उसके ख़यालो में आया और अपने आप ही उसके मुंह से निकला ‘ओह योगी प्लीज़ फुउक में’
ये बुखार उतार जाने के बाद उसे याद आया के लास्ट में उसके मुंह से क्या निकला था क्या मैं अपने ही भाई से चुदना चाहती हूँ……. धात्ट ऐसा कहीं होता है सर झटक के उसने जल्दी से नहाया और एक टॉप और लोवर पहन कर दोनों के लिए खाना लगाया और योगेश को आवाज़ लगाई योगेश ने टीवी बंद की और डाइनिंग टॅबेल पर मदु के सामने वाली कुर्सी पर बैठ गया मधु का टॉप थोड़ा टाइट था और उसने अंदर ब्रा भी नहीं पहनी थी तो उसके उभर खुल कर बाहर आ रहे थे और ज़रा भी हरकत होते ही हिलने भी लगते थे ये देखते ही योगेश की नज़रे वहीं जम सी गई और लंड फुल टाइट हो गया अब उसे सामने बैठी उसकी बहन बहन नहीं किसी ब्लू फिल्म की हेरोइन नज़र आने लगी थी उसका मान कर रहा था के अभी टॉप को फाड़ कर उसके बूब्स मसल डाले वो एकदम पठार की मूरत बन कर मधु को एकटक देखे जा रहा था तभी मधु ने उसकी ओर देखा और योगेश को इस टाइप से देखते हुए उसने उसकी नज़रो का पीछा किया तो पाया की वो इसके बूब्स को ही घूर रहा है उसे एक अजीब सी फाइलिंग हुई आज ये सब क्या हो रहा है अभी उसने खुद अपने भाई के नाम की मूठ मारी और अब उसका भाई उसे ऐसे घूर रहा है उसने खाना लगा दिया था पर अब योगेश को बोले कैसे अगर उसे पता चल गया के मैंने अपने बूबा को घूरते हुए देख लिया है तो बेचारा बेकार में ही गिल्टी फील करेगा अब मैं क्या करूं ये सोचते हुए अचानक एक आइडिया आया उसने एक चमचा जानबूझ कर नीचे गिरा दिया अचानक हुई छणक की आवाज़ से योगेश की तंद्रा टूटी क्या हुआ वो बोला ,
सॉरी भैया वो चमचा नीचे गिर गया मैं उठा लेती हूँ कहकर जैसे ही वो नीचे झुकी उसकी नज़र सीधे योगेश के पेंट पर बने टेंट पर गयी उसे ऐसा लगा जैसे उसकी चुत फिर से पानी छोड़ लगी हो हे राम कितना बड़ा टेंट बना हुआ है लंड है या मूसल ये सोचते हुए वो अपनी चुत को सहलाने लगी
क्या हुआ नहीं मिल रहा क्या ?
योगेश की आवाज़ सुनते ही उसने छमचा उठाया और सीधे होते हुए बोली वो थोड़ा दूर गिरा था इसलिए हाथ नहीं पहुँच पा रहा था
फिर दोनों भाई बहन अपनी अपनी सोचो में डूबे हुए खाना खाने लगे …..तो भी कॉन्ठीनुडे……….
दोस्तों यदि आपको ये स्टोरी अच्छी लगे तो प्लीज़ कोमेंट कर के मुझे बताए और यदि कोई गलती हो तो उस ओर भी ध्यान दिलाए मैं अभी यहां नया हूँ तो मुझे ज्यादा नहीं पता और मेरे पास कोमपूत्ॉर नहीं होने से मैं सब कुछ जल्दी समझ भी नहीं पाऊँगा आप सभी के सहयोग का प्रार्थी
दोस्तों आप लोगों को उपदेट पसंद आया इसके लिए आप सभी का बहुत बहुत शुक्रिया
अगला अपडेट देने से पहले मैं आप को मेरी कुछ मज़बूरियां बताना चाहता हूँ प्लीज़ इन पे गौर कीजिएगा
(1) सबसे पहली बात मैं एक बहुत ही छोटे से गाँव में रहता हूँ जहाँ ब्सनल के अलावा कोई और नेटवर्क नहीं है है
(2) मेरे पास कोमपूत्ॉर,लॅपटॉप,टेबलेट और स्मार्ट फोन ये सभी है लेकिन हमारे गाँव में अभी कबेल सिस्टम से कोवरेग नहीं है इस लिए ब्रॉड़बंड की हम उम्मीद भी नहीं कर सकते मैं जो कुछ भी लिख रहा हूँ मोबाइल पर ही लिख कर पोस्ट कर रहा हूँ
(3) सबसे मैं प्रॉबलम पावर कट की है हमारे गाँव में 24 ह्र्स में सिर्फ़ 6 ह्र्स ही पावर रहती है और कभी कभी तो फाल्ट की वजह से 3-4 दिन भी बंद रहती है फिर ब्सनल की सेरविस वो भी जब वो अकेला पूरे आरिया का एक मात्रा मलिक हो तो आप समझ सकते है जब तक लाइन है कोवरेग है जब लाइन गई कोवरेग गया
(4)आप यकीन नहीं करेंगे के मैं स्टोरी कैसे पोस्ट करता हूँ मैं स्टोरी पोस्ट करने या उसे आगे बढ़ने के लिए जहाँ कोवरेज मिलता है वहाँ जाकर पहले अपने मोबाइल पर सबसे पहले नेटवर्क सिरच करता हूँ फिर जिस स्टोरी पर पोस्ट करना है उस स्टोरी पर आकर डायरेक्ट फ़ोन की लाल बुटुन दबा देता हूँ ताकि घर जाकर जब भी यू .सी.ब्रौसेर खोलू तब मुझे वो ही पेज ओपन मिले फिर मैं घर आकर उसी पेज को ओपन करके मैं रिप्लाइ या पोस्ट लिखता हूँ और फिर कोवरेग सेट कर उसे पोस्ट करता हूँ आप यकीन नहीं मानोगे मैं अभी भी उसी मत्ोड़ से लिख रहा हूँ
(5) अब एक खास बात मैं एक बहुत छोटी सी जॉब करता हूँ जिसकी मेरी मौजूदा माली हैसियत से कोई तुलना नहीं है पर जिसकी वजह से आज मैं इस मुकाम तक पहुँचा हूँ उस नोकरी को चुदना मुझे बिलकुल भी मंजूर नहीं है
ये साला है बड़ी किस्मत वाला है – 3
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