RE: Nangi Kahani साला है बड़ी किस्मत वाला
“क्यों माधुरी अब तू इसे समझाएगी या मैं ही बता दूं” टीना माधुरी से बोली
माधुरी का नाम सुनकर ही योगेश की गांड फट गई और वो इस बार सच में खड़ा हो गया उसका ताना हुआ लंड अभी भी पेंट के बाहर था उसे इस बात का भी होश नहीं था ओ आंखें फाड़े माधुरी को ही देखे जा रहा था वो इस तरह से माधुरी के सामने पकड़े जाने से बहुत आहट था भले ही वो कुछ नहीं कर रहा था लेकिन वो टीना को मना भी तो नहीं कर रहा था क्या सोचेगी माधुरी उसके बारे में बस यही बात उसे परेशान कर रही थी
“टीना से कुछ भी नहीं छुपा है योगेश इसलिए तुम उससे ना तो डरो और ना ही झूठ बोलो अब ये हमारी साथी है तुम जो कुछ भी मेरे साथ कर चुके हो या करने वलेहो वो सब अब तुम इसके साथ भी कर सकते हो और हाँ मैं बुरा भी नहीं मानूँगी” माधुरी बोली
माधुरी की बात सुनकर टीना योगेश के सामने आगाई और योगेश के मूसल लंड को मुंह में लेने की हसरत पूरी करने के लिए घुटनों के बाल योगेश के सामने बैठ कर उसके लंड को अपने होठों से रगड़ने लगी
“लेकिन दीदी ये सब चक्कर है क्या” योगेश टीना के होठों के जादू के वशीभूत होते हुए बोला तब माधुरी माधुरी शुरू से उसे सारा किस्सा सुनाने लगी की ये क्या चक्कर था उधर टीना अब योगेश के लंड को मुंह में लेने की कोशिश शुरू कर चुकी थी हलकी लंड थोड़ा मोटा होने की वजह से उसे तकलीफ हो रही थी लेकिन वो अपनी कोशिशों में लगी हुई थी
माधुरी की बातें सुनकर उसे यकीन ही नहीं हो रहा था की पिछले 5 सालों से टीना और राहुल आपस में चुदाई कर रहे थे और तो और माधुरी ने भी राहुल से गांड मरवाली है माधुरी के राहुल से गांड मरवाने की बात सुन कर उसे थोड़ी जलन हुई उसने टीना की ओर देखा तो वो अब तक उसके लंड को पूरी तरह मुंह में भर चुकी थी जलन के कारण योगेश ने एक हल्का सा धक्का लगा दिया जिससे उसका लंड सीधे टीना के गले से जा टकराया टीना ने झट से उसका लंड मुंह से बाहर निकल दिया और खांसने लगी माधुरी समझ गई की उसकी और राहुल की बात योगेश को अच्छी नहीं लगी थी वो आगे बढ़ी और उसने योगेश को कुर्सी पर बैठा दिया और खुद उसकी गोद में दोनों तरफ टाँगे डालकर बैठ गई और योगेश के होठों से अपने होंठ जोड़ लिए योगेश का खड़ा लंड जो अभी भी पेंट से बाहर ही था उसकी गांड पर गऊन्न के ऊपर से दस्तक देने लगा माधुरी भी उसे अच्छे से महसूस करके अपनी गांड आगे पीछे करने लगी थी टीना अब संभाल चुकी थी और उसकी खाँसी भी बंद हो चुकी थी और भी वो टकटकी लगाए उन दोनों भाई बहन को देख रही थी
अब योगेश के हाथ भी माधुरी के बूब्स पर पहुंच चुके थे और वो ज़ोर ज़ोर से उन्हें मसल रहा था दोनों ही भाई बहन एकदुसरे में पूरी तरह खो चुके थे और टीना उनकी हरकतों में वो शायद अभी बहुत देर तक होश में भी नहीं आते लेकिन श्यमू काका की आवाज़ सुनकर उन तीनों की तंद्रा टूटी श्यमू उन्हें खाना खाने के लिए बुला रहा था तीनों ही होश में आकर अपनी हालत ठीक करने लगे और अपने आप को ठीक करके तीनों ही हॉल में आ गये जहाँ श्यमू थाली परोसने की तैयारी कर रहा रात क्ले 9 बजे ही तीनों खाना कहा चुके थे और हॉल में बैठे थे श्यमू एक और मजदूर के साथ किचन की सफाई में लगा था अभी थोड़ी देर पहले हुई घटना से तीनों ही अपने आप में गुम थे योगेश और टीना अभी भी यकीन नहीं कर पड़े थे की उन डोडो के बीच एकाएक ही इतना सब कैसे हो गया हलकी दोनों के मान में एक दूसरे के साथ यही सब करने की इच्छा थी लेकिन उन्हें उम्मीद नहीं थी की ये सब ऐसे होगा उन दोनों को ही इसकी उम्मीद नहीं थी
“तो आगे का क्या प्रोग्राम है” माधुरी बोली
माधुरी की आवाज़ सुनकर दोनों जैसे नींद से जागे और माधुरी का मुंह देखने लगे शायद वो माधुरी की आवाज़ सुन नहीं पाए थे “अरे भाई मैं पूछ रही हूँ की आगे का क्या प्रोग्राम है और तुम दोनों ऐसे कहाँ गुम हो की तुम दोनों को ही मेरी आवाज़ भी सुनाई नहीं दे रही”
अब तक टीना अपने आपको संभाल चुकी थी वो मुस्कुराते हुए बोली “हम से क्या पूछती हो तुम ही बताओ क्योंकि आज की फिल्म की मैं स्टार तो तुम ही हो आख़िर आज तुम काली से फूल बनने जा रही हो आगे जॉब ही होगा तुम्हारी ही मर्जी से होगा, क्यों योगेश”
योगेश टीना के ऐसे पूछने से शर्आंटी गया वो अभी भी टीना से नज़रे नहीं मिला पा रहा था माधुरी उसकी हालत समझ रही थी उसे पता था की जो कुछ भी अभी हो के हटा था योगेश उसके लिए तैयार नहीं था लेकिन अगर योगेश इसी तरह शरमाता रहा तो फिर बात आगे कैसे बढ़ेगी इसलिए योगेश को समझना होगा ये सोचकर माधुरी बोली “कम ऑन योगेश तुम तो किसी लड़की की तरह शर्आंटी रहे हो अरे मैं तुम्हें टीना के बारे में सब बता तो चुकी हूँ फिर इस तरह बिहेव करने का क्या मतलब है भी ब्रेव यार अगर मैं तुम्हारी जगह होती और टीना जैसी लड़की यू मुझे मिलजाति तो अभी तक मैं उसकी चुत का भोसड़ा बना चुकी होती”
“बिलकुल अगर मैं भी होती योगेश की जगह तो यही करती जोत तुम कह रही हो” टीना ने भी माधुरी के सुर में सुर मिलाया
“मैं…” अभी योगेश कुछ कहता उसके पहले ही श्यमू और वो मजदूर वहाँ आ गये और स्यमू योगेश से बोला “बेटा सारा काम कर दिया है और कोई बात हो तो बोल दो नहीं तो अब हम दोनों जाते है”
“नहीं काका अब कोई काम नहीं है तुम जा सकते हो अब, लेकिन सुबह जल्दी आजना कल से हमें काम भी देखना है” योगेश बोला
“ ठीक है बेटा अब हम चलते है” कहकर श्यमू उस मजदूर को लेकर चला गया योगेश उठा और उसने सारे दरवाजे अच्छे से लॉक कर दिए और आकर टीना और माधुरी के पास बैठ गया
“हाँ तो क्या बोल रहा था तू” माधुरी बोली
योगेश भी अब तक समझ चुका था की अब ज्यादा शरीफ बनने का कोई मतलब नहीं है जब टीना की चुत में ही खुजली हो रही है तो मुझे क्या हर्ज है “मैं ये बोल रहा था की तुम दोनों कितनी बिगड़ गई हो क्या तुम्हें चुदाई के सिवाय और कुछ भी नहीं सूझता” वो बोला “अब देखो योगेश मैंने अभी तक चुदवाया नहीं है तो मुझे इसके सिवाय और क्या सुझेगा”माधुरी बोली
“ और मैं इतना ज्यादा चुदाया चुकी है की मुझे इसकी लत पड़ गई है अब तुम ही बताओ की मेरी गलती क्या है, गलती तो तुम दोनों भाइयों की है जिन्होंने हमें इसकी आदत लगाई, क्यों मधु मैंने ठीक कहा ना” टीना बोली
“एकदम सही कहा टीना मुझे भी इसी ने उकसाया था सेक्स के लिए ना ये मेरा नाम लेकर मुत्ह मरता ना मैं इसके इतने करीब आती” माधुरी बोली
ये साला है बड़ी किस्मत वाला है – 57
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