RE: Nangi Kahani साला है बड़ी किस्मत वाला
ये साला है बड़ी किस्मत वाला है – 61
“बस ऐसे ही बोर हो रहा था तो तुझसे बातें करने के लिए ही आ रहा था काम वाँ कुछ नहीं था, लेकिन तू यहाँ क्यों आई है कुछ काम है” निर्मल बोला
“नहीं मैं भी बोर हो गैट ही इसीलिए तेरे पास आई थी” पूजा बोली
“और सुना लाइफ कैसी चल रही है” निर्मल बात शुरू करते हुए बोला
“हमारी लाइफ भी कोई लाइफ है, लाइफ तो तुम बारे शहरो में रहने वालो की होती है यहाँ तो बस दिन काटने वाली बात ही है, वैसे तू तो मजे कर रहा होगा मुंबई में कितनी गर्लफ्रेंड बनाई है तूने अभी तक” पूजा धीरे धीरे असली बात पर आने की कोशिश करने लगी थी
“तुम यकीन नहीं करोगी, मेरी आज ताकि के भी गर्लफ्रेंड नहीं है” निर्मल बोला
“क्या बात कर रहे हो तुम, इतने हॅंडसम और स्मार्ट लड़के की मुंबई जैसी जगह पर एक भी गर्लफ्रेंड नहीं है मुझे यकीन नहीं होता” पूजा हैरानी से बोली
“मैं सच कह रहा हूँ पूजा असल में मुझे लड़कियों से बहुत शर्म आती है इसलिए मैंने ही आज तक कोशिश नहीं की गर्लफ्रेंड बनाना की” निर्मल बोला
“क्यों लड़कियों से शर्म क्यों आती है तुम्हें” पूजा निर्मल के पास खिसकते हुए बोली
“पता नहीं क्यों लेकिन मैं कभी भी लड़कियों के सामने रिलॅक्स फील नहीं कर पाया आज तक” निर्मल शरमाते हुए बोला
“अरे पागल फिर तू शादी के बाद क्या करेगा अगर तू लड़कियों से ऐसे ही शरमाएगा” पूजा उसकी जाँघ पर हाथ रखते हुए बोली
पूजा के अपनी जाँघ पर हाथ रखने से निर्मल को करेंट सा लगा और वो थोड़ा सा कसमसाया आज तक किसी भी लड़की ने उसे टच नहीं किया था इस तरह पूजा भी समझ गई की सच में निर्मल अभी तक अनछुआ है ‘मजा आएगा’ उसने मन में सोचा और बोली “देख निर्मल तू अभी से ही लड़कियों में इंटेरेस्ट लेना शुरू कर वरना शादी के बाद बहुत प्राब्लम हो जाएगी तेरे लिए”
“हाँ पूजा तू सच कह रही है लेकिन अब मैं क्या करूं सच में मुझे लड़कियों के सामने अजीब सा लगता है पता नहीं अब मेरा क्या होगा” निर्मल भी अब थोड़ी समझदारी खर्च करते हुए बोला
“अब यार ये तेरी प्राब्लम है वैसे अगर इसमें मैं तेरी कुछ मदद कर सकती हूँ तो बोल्डे मुझसे जो बनेगा वो कर दूँगी” पूजा ने जवाब दिया उसकी बात सुनकर निर्मल कुछ देर तक सोचने का नाटक करने लगा और फिर बोला “पूजा तू इसमें मेरी बहुत मदद कर सकती है अगर चाहे तो बोल करेगी”
“हाँ हाँ क्यों नहीं तू बोल तो सही क्या करना है मुझे” पूजा ने निर्मल का हौसला बढ़ाया
अब निर्मल सोचमुच सोच में पड़ गया की वो बात कहाँ से शुरू करे कुछ देर सोचने के बाद वो बोला “देख पूजा मैं जब भी किसी लड़की को देखता हूँ ना तो सबसे पहले मैं यही सोचता हूँ की वो कपड़ों के नीचे कैसी दिखती होगी उसके बॉडी पार्ट कैसे होंगे उसे टच करके मुझे कसा लगेगा एट्सेटरा.. एट्सेटरा.. पूजा जब तक मेरी ये जिज्ञासा शांत नहीं होगी तब तक शायद मैं लड़कियों के सामने नॉर्मल नहीं हो पाऊँगा, क्या तुम इसमें मेरी मदद कर सकती हो”
“क्यों नहीं, तुम ऐसा करो मार्केट से कोई भी पॉर्न फिल्म की सीडी लाकर देख लो तुम्हें सब पता चल जाएगा” पूजा बोली
“वो तो मैं कई बार देख चुका हूँ लेकिन मुझे वो कभी भी अच्छा नहीं लगा मुझे तो रियल में अपनी आंखों के सामने देखना है शायद तभी कुछ हो पाएगा” निर्मल बोला
“यार अब इसमें मैं तेरी क्या मदद कर सकती हूँ इसके लिए तो तुझे ही कोई लड़की पत्नी होगी जो तुझे ये सब दिखा सके” पूजा बोली
“टब ही तो लड़की ही है तो तू ही दिखा देना” निर्मल असली बात पर आते हुए बोला
“एम्म..मैं कैसे दिखा सकती हूँ मैं तुम्हारी बहन हूँ निर्मल, तुम ऐसा सोच भी कैसे सकते हो” पूजा हकलाते हुए बोली
“बहन हो तो सवेरे तुम मेरे साथ जो कर रही थी क्या वो सब बहने अपने भाई के साथ करती है” निर्मल अब नहीं रुकने वाला था
“की..की..क्या…कर रही थी मैं, मैं तो सिर्फ़ तुम्हें जगाने आई थी” पूजा समझ गई की निर्मल के साथ उसे ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ेगी ये बकरा तो खुद ही हलाल होने के लिए तैयार है लेकिन वो इतनी आसानी से उसके हाथ भी नहीं आना चाहती थी इसलिए नाटक करते हुए बोली
“अब बनो मत तुम भी जानती हो और मैं भी जनता हूँ की तुम क्या कर रही थी और हाँ डरो मत मैं किसी को भी नहीं बताऊंगा” निर्मल बोला
पूजा ने अपनी गर्दन नीचे कर ली और बोली “वो क्या है ना निर्मल जब मैं तुम्हारे कमरे में आई तो मुझे तुम्हारा ‘वो’ खड़ा दिखा और जिस तरह तुम किसी लड़की के बॉडी पार्ट देखना चाहते हो उसी तरह मेरा भी मन लड़कों को ऐसे देखने का करता है इस लिए उस टाइम मुझ से वो गलती हो गई लेकिन मैं कसम खाती हूँ की अब आगे से ऐसा नहीं करूँगी, प्लीज़ तुम किसी को बताना मत”
“अरे तू डार्क यों रही है सच में मैं किसी को भी नहीं बताऊंगा, और फिर जब हम दोनों के मन में ही किसी लड़के या लड़की को बगैर कपड़ों के देखने की इच्छा है तो क्यों ना हम दोनों एक दूसरे की हेल्प करे तुम मुझे दिखाओ मैं तुम्हें दिखता हूँ बोलो मंजूर है” निर्मल बोला
पूजा समझ गई की उसका काम हो गया है अब जल्द ही उसे उसकी लाइफ का दूसरा लंड मिलने वाला है अब ज्यादा ना नुकुर करना उसे ठीक नहीं लगा इसलिए वो अपनी अगली चाल खेलते हुए बोली “देख निर्मल हम दोनों भाई बहन है इसलिए हमारे बीच ये सब ठीक नहीं है लेकिन फिर भी मैं तुम्हारे लिए कपड़े उतरने को तैयार हूँ लेकिन जब मैं ऐसा करूँगी उस वक्त तुम मुझसे दूर खड़े रहोगे और मुझे छुओगे भी नहीं और इसके आगे कुछ करने को भी नहीं कहोगे अगर तुम्हें मेरी ये बातें मंजूर है तो मैं तुम्हारे लिए ऐसा कर सकती हूँ वरना तुम चाहे जो कर लो मैं तुम्हारा साथ नहीं दूँगी”
अँधा क्या चाहे दो आंखें निर्मल झट से बोला “मुझे मंजूर है और वैसे भी मुझे कुछ करते भी कहाँ आता है अभी तो बस मुझे एक लड़की के नंगे बदन को अपनी आंखों के सामने देखना है बस”
“तो ठीक है आज रात को सबके सोने के बाद मैं तुम्हारे पास आऊंगी तब तुम अपने आप पर कंट्रोल रखना और अपनी हरकतों से किसी को भी शक मत होने देना ठीक” पूजा बोली
“ठीक है” निर्मल खुश होते हुए बोला
“अब मैं चलती हूँ बहुत टाइम हो गया है” कह कर पूजा मन ही मन अपनी जीत पर मुस्कुराते हुए वहाँ से चली गई और निर्मल रात को होने वाले तमाशे के हसीना ख्वाबो में डूब गया………….
पूजा अपने रूम में आगाई थी वहाँ योगिता उसे दिखाई नहीं दी शायद वो बाथरूम में थी पूजा के मन में अभी भी लड्डू फुट रहे थे की शायद आज उसे एक नये खिलोने से खेलने को मिल जाए वैसे वो निर्मल से कह चुकी थी की वो कपड़े उतरने से ज्यादा कुछ नहीं करेगी लेकिन ये सब दिखावा था क्योंकि वो निर्मल के सामने जाहिर नहीं करना चाहती थी की वो भी चुदाई के लिए मारी जा रही है ‘चलो अब रात को देखते है’ उसने मन में सोचा तभी योगिता बाथरूम से बाहर आगाई और पूजा को देखते ही बोली “इतना टाइम क्यों लगा दिया और कोन सा तीर मर कर आई है तू ज़रा मुझे भी तो बता”
“तीर तो ऐसा मारा है की तू सुनते ही खुशी से पागल हो जाएगी” पूजा बोली
ये साला है बड़ी किस्मत वाला है – 61
ये साला है बड़ी किस्मत वाला है – 62
“मतलब तूने निर्मल को सेट कर लिया?” योगिता हैरानी से बोली
“हाँ साला बकरा खुद ही हलाल होने के लिए तैयार बैठा हुआ था मेरी थोड़ी सी कोशिशों से ही छुरी के नीचे आ गया है अब बस काटना ही बाकी है” कहते हुए पूजा ने निर्मल के रूम में हुई सारी बातें योगिता को बता दी
पूजा की बातें सुनते ही योगिता की आंखें हैरानी से खुली की खुली रही गई उसे समझ नहीं आ रहा था की पूजा आख़िर चीज़ क्या है पहले उसने योगेश को पटाया और भी निर्मल को भी अपनी लाइन पर ला चुकी है लेकिन क्या वो मुझे भी निर्मल से चुदवाने का मौका देगी या नहीं ये सोच कर वो बोली “पूजा मेरा भी नंबर लगेगा क्या निर्मल के साथ, सच में यार बहुत खुजली हो रही है चुत में”
योगिता की बात सुनकर पूजा मुस्करा दी वो जानती थी की योगिता उससे भी ज्यादा चुदसी है और उसे निर्मल को योगिता के साथ शेयर करने में कोई हर्ज भी नहीं था लेकिन फिर भी वो योगिता के मजे लेते हुए बोली “वो बेटा मेहनत करे मुर्गा और अंडा खाए फकीर, पहले तो तू मुझे डरा रही थी की ‘किसी को पता लग गया तो’ और भी जब मैंने निर्मल को पता लिया है तो खुद भी तैयार हो गई उससे चुदवाने को”
“नहीं यार पूजा मेरा मतलब वो नहीं था वो तो मैं निर्मल के कारण डर रही थी की कहीं वो किसी को ना बता दे लेकिन अब तूने उसे पता ही लिया है तो मेरा भी भला कर देना यार” योगिता पूजा को मखहान लगते हुए बोली
“चल छा लब ज्यादा पोलिश मत मर,वैसे भी मैंने आज तक तुझमें या अपने आप में कोई अंतर नहीं समझा पहले मैं चुदवालु फिर टब ही अपनी आग ठंडी कर लेना निर्मल के लंड से” पूजा बोली
“थॅंक्स पूजा आज तूने एक बार फिर मेरी इच्छा पूरी कर दी” कहते हुए योगिता पूजा के गले लग गई
“ठीक है अब ये नौटंकी बंद कर देख 4 बज गये है नीचे चल और काम में लग वरना वो हिटलर दीदी मनीषा अभी आजाएगी डंडा लेकर हमारी गांड में घुसने को” कहते पूजा ने योगिता को अपने से अलग किया और खड़ी हो गई
“अगर उसने तेरी गांड में डंडा घुसा भी दिया तो तुझे क्या फर्क पड़ने वाला है वहाँ तो पहले ही योगेश का मूसल सैर कर के आ चुका है लेकिन मेरी तो जान ही निकल जाएगी, नहीं भाई नहीं मुझे नहीं घुस्वाना डंडा अपनी गांड में चल जल्दी से नीचे चलते है” योगिता भी झट से खड़ी हो गई और दोनों बहने हंसते हुए नीचे आगाई
मनीषा, निशा और निर्मल तीनों ही हॉल में बैठे चाय पी रहे थे और गप्पे मर रहे थे पूजा और योगिता को वहाँ आते देख मनीषा ने ब्रा सा मुंह बनाया और बोली “तो फुर्सत मिल गई महारानियो को यहाँ आने की”
“नहीं दीदी ऐसी कोई बात नहीं है बस हम ज़रा सा लेट हो गई” पूजा बोली जबकि योगिता ने शांत रहना ही ठीक समझा
“ठीक है मैं इन दोनों को लेकर थोड़ा मार्केट तक जा रही हूँ आने में लेट हो सकते है तब तक तुम लोग शाम का खाना बना कर रख लेना ठीक” मनीषा ने हुकुम सुनाया
“जी दीदी हम कर लेंगे आप जाए” पूजा बोली
“तेरे मुंह में दही जम गया है क्या” मनीषा योगिता को देख कर गुस्से से बोली
“ना..नहीं… दीदी वो…वो…” मनीषा की कड़क आवाज़ सुनकर योगिता हड़बड़ा उतही
मनीषा ने एक बार फिर घूर कर योगिता को देखा और खड़े होते हुए बोली “निशा, निर्मल चलो अब हमें चलना चाहिए”
मनीषा की बात सुनकर वो दोनों खड़े हो गये और मनीषा के पीछे पीछे बाहर की ओर चल दिए तभी निर्मल ने पलट कर पूजा की तरफ देखा और मुस्करा दिया जैसे वो पूजा को याद दिला रहा हो की रात को उन्हें क्या करना है पूजा भी उसे देख कर मुस्कुराईं और अपनी गर्दन हिला दी की उसे सब याद है फिर वो तीनों चले गये और पूजा और योगिता काम में लग गई योगिता का मूंड़ मनीषा की दत्त से बहुत खराब हो गया था वो उसे गंदी गंदी गलिया बकते हुए अपने हिस्से का काम निपटाए जा रही थी वहीं पूजा उसकी ऐसी हालत देख कर मुस्करा रही थी पूजा को ऐसे मुस्कुराते हुए देख योगिता का पड़ा और भी चढ़ चुका था “तू क्यों अपने दाँत दिखा रही है, और वो साली कुट्टी मनीषा उसे तो मैं नहीं छ्चोड़ूँगी साली जब देखो तब झाड़ देती है” योगिता कलपते हुए बोली
“क्या उखाड़ लेगी तू उसका” पूजा अपनी हँसी को कंट्रोल करते हुए बोली
“मैं…..मैं….”योगिता को कुछ समझ ही नहीं आया की वो क्या कहे फिर बोली “मैं उसकी गांड फदवा दूँगी योगेश भैया से”
“वो तो तब होगा ना जब भैया उसकी गांड फाड़ने को तैयार होंगे” पूजा उसके मजे लेते हुए बोली
“मैं कुछ भी करूँगी लेकिन उस छीनाल को नहीं छ्चोड़ूँगी” योगिता गुस्से में बोली
इसी तरह योगिता कल्पते हुए अंत शांत बड़बड़ा रही थी और पूजा उसे उकसाते हुए उसके मजे ले रही थी इन्हीं सब में उन्हें पता ही नहीं चला की कब उनका खाना बन गया और भी वो दोनों हॉल में आकर टीवी देखने लगी और मनीषा वग़ैरह के आने का इंतजार करने लगी
थोड़ी देर टीवी देखने के बाद अचानक ही योगिता बोल उतही “पूजा तूने रात के बारे में क्या सोचा है, तू क्या आज रात को ही निर्मल से चुदाया लेगी”
“पता नहीं वहाँ क्या कंडीशन बनती है वैसे मेरा प्लान तो यही है की मैं आज ही अपनी चुत की खुजली मिटा लू लेकिन देखना पड़ेगा निर्मल में कितना दम है” पूजा ने जवाब दिया
“कोशिश करना यार की आज ही तू निपट जाए ताकि कल मेरा नंबर भी लग जाए” योगिता पूजा को मानते हुए बोली
तभी डोरबेल बाजी वो दोनों समझ गई की मनीषा आचुकी है योगिता ने झट से दरवाजा खोल दिया वो मनीषा से और दत्त नहीं खाना चाहती थी दरवाजा खुलते ही वो तीनों अंदर आ गये और योगिता भी दरवाजा लॉक करके उनके पीछे पीछे ही हॉल में आगाई थी थोड़ी देर बाद वो तीनों भी फ्रेश हो कर हॉल में आ गये थे कुछ देर बातें करने के बाद सभी खाना खाने बैठ गये थे खाना खाते और किचन की सफाई करते हुए रात के 10 बज चुके थे कुछ देर बाद सभी लोग अपने अपने रूम में चले गये थे और सोने की कोशिश कर रहे थे लेकिन पूजा और निर्मल की आंखों से नींद कोसो दूर थी वो दोनों तो सभी के सो जाने के बाद होने वाले खेल को लेकर ही एक्शैटेड थे…………
रात के लगभग 11 बज चुके थे पूजा के मन में अभी भी मनीषा का डर लगा हुआ था वो सोच रही थी की अगर मनीषा ने उसे निर्मल के साथ पकड़ लिया तो क्या होगा इसलिए वो पहले पक्का कर लेना चाहती थी की सच में मनीषा सो गई है उसके बाद ही वो मिर्मल के रूम में जाना चाहती थी वैसे उसने निरनल को लुभाने के लिए उसने अपनी चुत को एकदम चिकनी कर लिट ही और बाकी सभी जगह के बेकार के बाल भी निकल दिए थे अभी उसने एक पिंक टॉप मॅचिंग स्कर्ट के साथ पहना था जिसमें वो किसी कमसिन पड़ी जैसी लग रही थी अंदर उसने ब्लैक ब्रा और पैंटी पहना था टॉप थोड़ा टाइट होने के कारण उसके मध्यम आकर के बूब्स बाहर आने के लिए मचल से रहे थे स्कर्ट घुटनों से थोड़ी ऊपर ही थी जिससे उसकी मांसल गोरी चिकनी जांघें पूरी तरह नज़र आ रही थी उसकी गांड उस स्कर्ट में हाहकारी रूप से बाहर को निकली हुई थी और ऐसा माहौल बना रही थी की कोई नामर्द भी उसमें लंड घुसने को अपने लंड को तैयार कर ले उसकी लंबी छरहरी टाँगे किसी के भी होश उड़ाने के लिए काफी थी जबकि निर्मल तो अभी बच्चा था पता नहीं उसका क्या हाल होने वाला था ये सब नज़ारा देख कर
ये साला है बड़ी किस्मत वाला है – 62 ये साला है बड़ी किस्मत वाला है – 63
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