RE: Desi chudai story राज और उसकी विधवा भाभी
गतान्क से आगे..........
मेरा लंड फिर से खड़ा हो चुका था. भाभी मेरे उपर आ गयी. उन्होने
मेरे लंड के सूपदे को अपनी चूत के बीच रखा और दबाने लगी. उनके
चेहरे पर दर्द की झलक साफ दिख रही थी फिर भी वो रुकी नहीं.
मेरा लंड धीरे धीरे उनकी चूत में घुसता ही जा रहा था. उनकी
चूत बहुत ही टाइट थी. उन्होने दबाना जारी रखा तो थोड़ी ही देर में
उनकी आँखों में आँसू भी आ गये. मैने पुचछा, क्या हुआ. वो बोली,
दर्द बहुत हो रहा है. मैने कहा, फिर रुक जाओ ना, क्यों इतना दर्द
बर्दास्त कर रही हो. वो बोली, मैं पागल हो गयी हूँ. अब तक मेरा
लंड भाभी की चूत में 7" तक घुस चुका था. दर्द के मारे भाभी का
बुरा हाल हो रहा था. तभी वो अपने बदन का सारा ज़ोर देते हुए
अचानक मेरे लंड पर बैठ गयी. मेरा पूरा का पूरा लंड उनकी चूत
में समा गया. उनके मूह से ज़ोर की चीख निकली. उनका सारा बदन थर
थर काँपने लगा. उनके चेहरे पर पसीना आ गया. उनकी साँसें बहुत
तेज चल रही थी.
वो मेरे उपर लेट गयी और मेरे होठों को चूमने लगी. मैं उनकी कमर
और चूतड़ को सहलाने लगा. तभी मुझे बदमाशी सूझी. मैने उनकी
गांद के छेद पर अपनी उंगली फिरानी शुरू कर दी तो उन्हें मज़ा आने
लगा. अचानक मैने अपनी उंगली उनकी गांद में डाल दी तो उन्होने ज़ोर की
सिसकारी ली और बोली, बदमाश कहीं का. पहले तो कह रहा था कि तुम
मेरी भाभी हो, मैं तुम्हें कैसे चोद सकता हूँ. अब मेरी गांद में
उंगली डाल रहा है. क्या मैं अब तेरी भाभी नहीं रह गयी. मैने
कहा, बिल्कुल नहीं, अब तो तुमने मेरा लंड तुमने अपनी चूत में डाल
लिया है. अब तुम मेरी भाभी नहीं रह गयी हो. वो बोली, फिर मैं अब
तेरी क्या लगती हूँ. मैने कहा, बीवी. वो बोली, फिर चोद दे ना अपनी
बीवी को. क्यों तरसा रहा है मुझे. अब तो मैने तेरा पूरा का पूरा
लंड अपनी चूत के अंदर ले लिया है. मेरी उंगली अभी भी भाभी की
गांद में थी. मैने फिर शरारत की और कहा, मैं तुम्हें एक ही
शर्त पर चोद सकता हूं. वो बोली, कैसी शर्त. मैने कहा, मैं
तुम्हारी गांद भी मारूँगा. वो बोली, अपनी बीवी से भी पुच्छना पड़ता है
क्या. मैने कहा, मुझे नहीं मालूम. वो बोली, तेरे भैया ने तो मुझसे
कभी नहीं पुछा, जब भी उनका मन किया उन्होने मेरी चुदाई की और
जब उनका मन हुआ तो उन्होने मेरी गांद भी मारी. मैने कहा, इसका
मतलब तुम भैया से गांद भी मरवा चुकी हो. वो बोली, तो क्या हुआ,
मज़ा तो दोनो में ही आता है. अब मुझे ज़्यादा मत परेशान कर, चोद दे
ना. मैने कहा, थोड़ा सा तुम चोदो फिर थोडा सा मैं चोदुन्गा. वो
बोली, ठीक है, बाबा.
भाभी ने धीरे धीरे धक्के लगाने शुरू कर दिए तो उनके मूह से
चीख निकलने लगी. मैने पुछा, अब क्या हुआ. वो बोली, दर्द हो रहा
है. मैने पुछा, क्यों, अब तो पूरा अंदर ले चुकी हो. वो बोली, अंदर
लेने से क्या होता है. मेरी चूत अभी तेरे लंड के साइज़ की थोड़े ही
हुई है. मैने पुछा, मेरे लंड की साइज़ की कैसे होगी. वो बोली, जब
तू मुझे काई बार चोद देगा तब. वो धीरे धीरे धक्के लगाती रही.
मैने पुछा, तुम्हारी चूत को चौड़ा करने के लिए मुझे कितनी बार
चोदना पड़ेगा. वो बोली, ये तो तेरे उपर है की तू किस तरह से मेरी
चुदाई करता है. मैने पुछा, क्या एक बार में भी हो सकता है. वो
बोली, बिल्कुल हो सकता है, अगर तू मुझे पहली बार में ही कम से कम
1 घंटे चोद सके तो. लेकिन मैं जानती हूँ कि तू ऐसा नहीं कर
पाएगा. मैने पुछा, क्यों. वो बोली, तूने कभी किसी को पहले चोदा
है. मैने कहा, नहीं. वो बोली, तो फिर तू 10 मिनट से ज़्यादा रुकेगा ही
नहीं. मैने कहा, रुकुंगा क्यों नहीं. वो बोली, तुझे मेरी चुदाई
करने में जोश ज़्यादा आ जाएगा इस लिए.
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