RE: Desi chudai story राज और उसकी विधवा भाभी
भाभी को धक्के लगाते हुए लगभग 10 मिनट हो चुके थे और वो इस
दौरान 1 बार झाड़ भी चुकी थी. तभी मेरे लंड का जूस निकल पड़ा
और साथ ही साथ वो भी फिर से झाड़ गयी. वो मुस्कुराते हुए बोली,
क्या हुआ पहलवान. मैने कहा, वही हुआ जो तुम कह रही थी. वो बोली,
मेरी चूत ढीली करने के लिए तुझे कम से कम 1 घंटे तक मेरी
चुदाई करनी पड़ेगी. मैं ये भी जानती हूँ कि अगली बार तू ज़्यादा से
ज़्यादा 15 मिनट ही मुझे चोद पाएगा. इस तरह जब तू 3-4 बार मेरी
चुदाई कर देगा तब कुल मिलाकर 1 घंटे हो जाएँगे और मेरी चूत
ढीली हो जाएगी और तेरे लंड के साइज़ की हो जाएगी, समझ गये
बच्चू. मैने कहा, बिल्कुल समझ गया, मेडम.
भाभी ने मेरे लंड को अपनी चूत के अंदर ही रखा और मेरे उपर लेट
गयी. वो मेरे होठों को चूमती रही और मैं उनकी चुचियों को
मसलता रहा. 10 मिनट के बाद मेरा लंड उनकी चूत में ही फिर से खड़ा
होने लगा तो वो बोली, अब तुम मुझे चोदो. मैने कहा, जैसी आप की
मर्ज़ी. वो मुस्कुराते हुए मेरे उपर से हट गयी और लेट गयी. मैं उनके
उपर आ गया. मैने उनकी चुदाई शुरू कर दी. मैं पूरे जोश में
था और ज़ोर ज़ोर के धक्के लगाते हुए उनको चोद रहा था. वो बोली,
शाबाश बहादुर, बहुत ही अच्छि तरह से चोद रहे हो, चोद्ते रहो,
रुकना मत, थोडा और ज़ोर के धक्के लगाओ. मैने और ज़्यादा तेज़ी के
साथ धक्के लगाने शुरू कर दिए. लगभग 15 मिनट की चुदाई के बाद
मैं झाड़ गया. भाभी भी इस चुदाई के दौरान 2 बार झाड़ चुकी थी.
मैने उन्हें सारी रात खूब जम कर चोदा. वो भी पूरी तरह से
मस्त हो गयी थी और मैं भी. सुबह तक मैं उन्हें 6 बार चोद चुका
था. सुबह को मैने पुछा, तुम्हारी चूत मेरे लंड की साइज़ की हो गयी
या नहीं. वो बोली, जब तुमने मेरी 4 बार चुदाई कर दी फिर उसके बाद
मैं चिल्लाई क्या. मैने कहा, बिल्कुल नहीं. वो बोली, फिर समझ लो
की मेरी चूत तुम्हारे लंड की साइज़ की हो गयी.
थोड़ी देर बाद वो बोली, मैं एक बात तुमसे कहना चाहती हूँ. मैने
पुछा, अब क्या है. वो बोली, मुझे तो तुम्हारा लंड बहुत पसंद आ
गया है. अगर तुम्हें मेरी चूत भी पसंद आ गयी हो तो तुम मुझसे
शादी कर लो. मैं तुमसे 1 साल छ्होटी भी हूँ और जवान भी. मैं
तुम्हें पूरा मज़ा दूँगी और एक दम खुश रखूँगी. अगर तुम मुझसे
शादी नहीं करोगे तो मैं तो तुम्हारी रखैल बन कर रह जाउन्गि. जब
तुम्हारी शादी हो जाएगी तो मुझे कौन चोदेगा. भाभी खूबसूरत थी
ही. मैं उन्हें बहुत प्यार भी करता था और वो भी मुझसे बहुत प्यार
करती थी. उनकी बात सही भी थी क्यों कि मुहल्ले के लोग बाद में
उन्हें मेरी रखैल ही कहते. मैने मज़ाक किया, अगर तुम मुझसे शादी
करना चाहती हो तुम्हें एक काम करना पड़ेगा. वो बोली, मैं सब कुच्छ
करने के लिए तय्यार हूँ. मैने कहा, तुमने उस पागल को देखा है ना
जो हमारे मुहल्ले में घूमता रहता है. वो बोली, हां देखा है.
मैने कहा, तुमने उसका लंड भी देखा होगा. वो बोली, देखा है. मैने
पुछा, उसका लंड कैसा है. वो बोली, उसका तो तुमसे भी ज़्यादा लंबा
और मोटा लगता है. मैने कहा, मैं उसे एक दिन घर ले आता हूँ, तुम
उस से चुदवा लो. वो बोली, ठीक है, ले आना. मैं तुमसे शादी करने
के लिए कुच्छ भी कर सकती हूँ. मैं उस पागल से भी चुदवा लूँगी.
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