RE: Desi chudai story राज और उसकी विधवा भाभी
मैने लाली की कमर को ज़ोर से पकड़ लिया पूरी ताक़त के साथ बहुत ही
ज़ोर का धक्का मारा. उसकी चूत से खून निकलने लगा. मेरा लंड उसकी
सील को फाड़ते हुए 4" से थोडा ज़्यादा अंदर घुस गया. लाली इस बार
कुच्छ ज़्यादा ही ज़ोर ज़ोर से चिल्लाने लगी तो ऋतु ने उसे चुप करते
हुए कहा, बस हो गया, अब रो मत. अब दर्द नहीं होगा, केवल मज़ा
आएगा. वो बोली, क्या पूरा अंदर घुस गया. ऋतु ने कहा, अभी कहाँ,
अभी तो आधा ही घुसा है. वो बोली, जब जीजू बाकी का घुसाएँगे तो
मुझे फिर से दर्द होगा. ऋतु ने कहा, नहीं, अब दर्द नहीं होगा, अब
तुझे मज़ा आएगा.
लाली जब शांत हो गयी तो मैने धीरे धीरे उसकी चुदाई शुरू कर
दी. उसे अभी भी दर्द हो रहा था और वो आहें भर रही थी. उसकी
चूत बहुत ही ज़्यादा टाइट थी इस लिए मेरा लंड आसानी से उसकी चूत
में अंदर बाहर नहीं हो पा रहा था. मैं उसे चोद्ता रहा तो वो
कुच्छ देर बाद वो धीरे धीरे शांत हो गयी. अब उसे भी कुच्छ कुच्छ
मज़ा आने लगा था. उसने सिसकिया भरनी शुरू कर दी. ऋतु ने
पुछा, अब कैसा लग रहा है. वो बोली, अब तो मज़ा आ रहा है. ऋतु
ने कहा, पूरा अंदर घुस जाने दे तब तुझे और मज़ा आएगा, ये तो
अभी शुरुआत है. मैने उसे चोदना जारी रखा तो थोड़ी ही देर बाद
उसने अपने चूतड़ भी उठाने शुरू कर दिए.
क्रमशः...........
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