RE: Desi chudai story राज और उसकी विधवा भाभी
मैने लाली का मूह खोल दिया और उसके मूह से कपड़ा बाहर निकाल लिया. वो
रोते हुए बोली, जीजू, आप ने तो मुझे मार ही डाला. क्या इसी तरह से
गांद मार जाती है. मैने कहा, हां, गांद इसी तरह से मारी जाती
है. अगर मैने तुम्हारा मूह बँधा नहीं होता तो तुम कितनी ज़ोर ज़ोर से
चिल्लाति, ये तुम अब समझ गयी होगी. वो बोली, आप सही कह रहे हो,
तब तो मैं बहुत चिल्लाति. मैने कहा, अगर मैने तुम्हें पिलर से
ना बाँधा होता तो अब तक कयि बार अपने चूतड़ इधर उधर करती और
मैं तुम्हारी गांद में अपना लंड नहीं घुसा पाता. वो बोली, जीजू, आप
एक दम सही कह रहे हो. मैने तो आप को धकेल ही दिया होता. मैने
कहा, अब तुम ही बताओ मैने सही किया या नहीं. वो बोली, आप ने बिल्कुल
ठीक किया. ऐसे ही करना चाहिए था. अब तो मुझे पिलर से खोल दो.
मैने कहा, पहले मैं तुम्हारी गांद तो मार लूँ फिर खोल दूँगा. वो
बोली, तो मारो ना. मैने पुछा, कुच्छ मज़ा आ रहा है. वो बोली, अभी
तो बहुत ही कम मज़ा आ रहा है. क्रमशः...........
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