RE: Hindi Porn Kahani बजाज का सफरनामा
भाभी
दोस्तों में संजय आपके लिए एक कहानी लेके आया हु। यह कहानी मेरे दोस्त की कहानी उसके ही जुबानी
मेरा नाम तरुण है और मेरी एज 24 साल है ……मैं एक फार्मसेटिकल कंपनी में मेडिकल रेप्रेज़ेंटेटिव का काम कराता हूँ…मेरा शरीर बहुत गठीला और रंग गोरा है मेरी हाइट 6 लीज़ है और मेरा बदन कसराती है…किल मिला के मैं एक खूबसूरात गबरू जवान हूँ,,,हम लोग पश्चिम बंगाल, कलकत्ता के पास एक छोटे शाहर में रहते है….मैं अंकल आंटी के साथ उनके घर पे रहता हूँ……. मेरे अलावा मेरे बड़े भैया देव (अंकल आंटी का बेटा) जिनकी एज अभी 32 साल की है और जो टीचर है और सिलिगुड़ी के पास एक शहर में उनकी पोस्टिंग है जहां से वो महीने या डेढ़ महीने में एक बार दो या तीन दिन के लिए घर आ पाते है……..मेरी शादी नहीं हुई है जब के भैया की शादी अभी दो साल पहले ही हुई है …..भाभी का नाम मौमीता है और उनकी एज 23 साल ही है इस तरह से भैया 32 के और भाभी मुझसे भी छोटी बोले तो ..23 साल की ही है….उनका रंग गोरा है …बारे बड़े मम्मे खूबसूरात होंठ और पीछे की और निकले मोटे चूतड़ हाइट 5‚4″ है.भाभी के गाल छीने और होंठ लाल है.. कुल मिला मिला के वो सेक्स बॉम्ब जैसी है….भाभी मुझे बहुत अच्छे लगती है….
हमारे घर में कुल चार बेड रूम , एक द्रावािंग रूम एक किचन और दो कंबाइंड व्सी बात है ….हमारा घर दो फ्लोर में बना है…ग्राउंड फ्लोर पर किचन के साथ दो बेड रूम और एक ड्रॉयिंग रूम है जब के फर्स्ट फ्लोर पर दो रूम्स है और एक छोटा ओपन टेरेस है ….आंटी अंकल की एज काफी है और उन के घुटनों के दर्द की वजह से वो फर्स्ट फ्लोर पर नहीं आते है इसलिए वो नीचे ही रहते है जब के फर्स्ट फ्लोर पर एक मेरा रूम और एक भैया का रूम है और दोनों रूम्स के बीच में एक कंबाइंड व्सी बात है और उसके दरवाजे दोनों रूम्स में खुलता है…मेरे रूम्स से होकर ही ओपन टेरेस पर भी जा जा सकता है….क्यों के मैं छोटा था इसलिए सब मुझे बहुत प्यार करते थे और भैया बाहर ही रहते थे और अक्सर महीने दो महीने में ही घर आते थे घर का ऊपर वाला टीवी मेरे रूम में ही रहता था भैया की शादी के बाद व्सी बात का मेरे साइड वाला दरवाजा मैं लॉक नहीं कराता था ..भैया[जो कभी कभी ही होते थे]या भाभी[ वो ही अक्सर बाथरूम यूज कराती थी]जब बात उसे कराती थी तो मेरे साइड वाला दरवाजा लोक कर के उसे कराती थी और टेरेस पे जाने के लिए भी वो बात से हो कर मेरे रूम से ही टेरेस पे जाती थी…
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