RE: Hindi Porn Kahani बजाज का सफरनामा
भाभी का स्वभाव अलग अलग समय पर अलग अलग सा रहता था..नीचे आंटी अंकल के सामने वो घूँघट में और शांत रहती थी जब के भैया के सामने वो गंभीर और शांत रहती थी …जब के भैया की गैर हाज़िरी में और मेरे कमरे में वो बहुत चुलबुली और चंचल तथा शैठान टाइप का बिहेव कराती थी….भाभी को टीवी देखने मेरे रूम में ही आना पड़ता था और रिमोट की लिए अक्सर हम हीना झपटी करते रहते थे इसी दौरान में हम एक दूसरे के बदन को छेड़ते झींझोड़ते थे इस में मुझे तो बहुत मजा आता था और मैं भाभी की कमर चूतड़ और मम्मो को खूब सहलाया और दबाया कराता था ..पर पता नहीं क्यों भाभी ने इसे कभी सिरस्यसली नोट नहीं किया था भाभी जब भी तैयार हो के कही घूमेंे जाती थी तो मुझसे आ के पूछती तिके वो कैसी लग रही थी..हम टीवी पर आपने पसंद के प्रोगार्र्मेस पालन पर साथ साथ लेट कर देखते थे..कभी कभी कोई सेक्सी सीन आने पर हें ..का के वो मुझे आपने से छिपता लेती थी
……भाभी हमेशा मुझसे कहती थी के हम दुनिया वालो के लिए भाभी देवर है पर रियल में हम दोनों फ्रेंड्स है इंटिमेट फ्रेंड्स ..और कभी कभी तो कही थी के मैं उन्हें बहुत अच्छा लगता हूँ और शी लव्स में ..मैंने भी कहा ..ई टू लव यू ..वो बोलती थी के हम दोनों फ्रेंड्स से भी बढ़कर है
एक दिन मैं आपने रूम में अकेला भी केरम बोर्ड पर लाल गोट [क्वीन} को स्ट्राइक कर के अलग अलग पॉकेट्स में डालने की प्रेक्टिस कर रहा था के भाभी ने आ के मेरी क्वीन ले ली ..मैंने भाभी से वो क्वीन लेने की कोशिश की तो वो क्वीन लेकर आपने रूम में भाग गयी और पलंग पर लेट गयी और आपने हाथ और पाइए मोड़ कर लेट गयी मैं क्वीन लेने की कोशिश में पलंग पर चढ़ गया और उनके पैरों को आपने पैरों से दबा के उन के ऊपर सवार सा हो गया इस हालत में मेरा लिंग उनकी गान्ड की दरार से टच हो रहा था ..पर मेरा ध्यान क्वीन पाने में था तो मैंने उन को दबा के हाथ उनके पेट की और ले गया पर भाभी के हिलने डोलने से हर बार उन के मामे ही मेरे हाथ में आ रहे थे तो अबकी मैंने लेफ्ट हॅंड से उन के मामे दबा के आपना राइट हॅंड उन के हठिॉ की और बढ़ाया तो भाभी ने आपने शरीर को फैलाया तो मेरा लिंग उन की गान्ड से रगड़ा रगड़ा के तनने लगा था तो मैंने भी क्वीन की जगह आपना सारा ध्यान भाभी के मम्मो को दबाने सहलाने में लगा दिया और दोनों हाथों से उनके मम्मे सहलाते आपना मुँह नीचे की और ले गया तो भाभी के गालों से मेरे लिप्स टच होने लगे ….अब मेरा लिंग और ज़ोर पकने लगा था …तभी मैंने ज़ोर लगा के भाभी के दोनों हाथ पकड़ के उनको एक पलटी दे दी तो मैं अब उन के ऊपर था और उन के दोनों हाथ मेरे हाथों में थे तभी भाभी ने क्वीन आपने ब्लाउज के अंदर आपने दोनों मम्मो के बीच में डाल दी ……मैं रुक गया ..भाभी भी खड़ी हो गयी ..और विजयी मुद्रा में मेरी और देखने लगी……
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