RE: Hindi Porn Kahani बजाज का सफरनामा
फिर दिन भर भाभी मेरे रूम में नहीं आई ना ही हमारी कोई बात हुई अगले दिन भी भाभी मेरे रूम में नहीं आए ना ही ऊपर ही आए पूरा दिन वो नीचे ही रही …अब आज शाम को भैया आ जाएँगे और कल तो भाभी भी आपने मायके चली जाएगी तीन महीनों के लिए…सुबह के 9 बजे थे…..आज फिर आंटी अंकल मंदिर गये थे और 12 बजे तक आने वाले थे मैं आपने रूम में था और भाभी के बड़े में ही सोच रहा था और आपने पलंग पे लेता हुआ था के भाभी रूम में आई ओए मेरे पास लेट गयी और मुझे गले लगा लिया और कहने लगी “यार तरुण ई लव यू और ंतूम्हारे बिना नहीं रही सकती प्लीज़ मुझसे नाराज़ मत हो यार भाभी और देवर के बीच में ऐसा होना मुझे कुच्छ अच्छा नहीं लगा पर खैर मैं नाराज़ नहीं हूँ पर तुम मुझे छोड़ना मत ..प्लीज़ डोंट लीव में ….ई कॅन नोट लाइव वितऊथ यू…
भाभी कहती भी जा रही थी और मुझे लिपटा भी जा रही थी..अब मेरी बड़ी थी मैंने भाभी को लिपटा के उन के होठों पर एक गहरी किस दी और कहा के भाभी ..ई टू लव यू वेरी मच और उनके बूब्स को सहलाता और दबाता रहा ..फिर मैंने कहा के भाभी मुझे बुरा तो लगा था जब मेरे पापू को आपने मर्जी से अंदर लिया था और फिर आपनी मर्जी से बाहर निकल दिया ..इस पा भाभी बोली तुम्हें बुरा लगा ..मैंने कहा हां बहुत बुरा लगा ..तो भाभी बोली मैं एज से ध्यान रखूँगी ..पर तुम नाराज़ मत होना अब ऐसा करो तुम 10 मिनट के बाद मेरे रूम में आओ ..दस मिनट के बाद ओके ..मैंने कहा ओके और भाभी मुझे एक और किस दे के आपने रूम में चली गयी..मैं सोचता रहा अब भाभी क्या करने वाली थी…
10 मिनट गुजरने के बाद मैं भाभी के रो में गया तो भाभी एक दम नंगी खड़ी थी..और वो बोली के तरुण मैंने जो किया उस के लिए सॉरी अब तुम मेरी पिंकी में आपने पप्पू को दाखिल करा दो पर प्लीज़ पहले जितना था उस से ज्यादा नहीं और इससे ही 15 मिनट तक रहना और फिर निकल लेना ..ये मेरा प्रष्चित समझ लो..ये कहते हुए भाभी घोड़ी बन गयी और उन्हूने मुझे राइड का इशारा किया और बोली आ जाओ तरुण आपने पापू के साथ ..लेकिन मैं खड़ा रहा और भाभी से बोला भाभी अगर आप सही समझे तो क्यों ना सीधे से और सामने से करे अब की बार..आप पलंग पे लेट जाओ और आपनी टाँगे चो दी कर लो और मैं ऊपर आ जाता हूँ ..इस तरीके से आप को ज्यादा आराम मिलेगा और मुझे भी फिर मैं आप के ऊपर लेट जाऊँगा …भाभी ने कहा हां ये ठीक रहेगा और पलंग पे लेट कर उन्हूने आपने टाँगे ऊपर कर के मुझे बुलाया और मैं भी पलंग पर चढ़ गया मैंने एक पिल्लो भाभी के छूटरो के नीचे रखा इस से भाभी की चुत उभर कर ऊपर की और हो गयी…,मैं भाभी की दोनों टांगों के बीच बैठ गया और भाभी की चुत को सहलाने लगा ..भाभी की चुत गीली हो रही थी,,,भाभी ने फिर कहा …चलो आओ ना…मैंने फिर कहा भाभी अरे यू शुरू …फिर तुम नाराज़ तो नहीं होगी ….भाभी ने कहा कहा तो सही यार …मैं नाराज़ नहीं हूँ ..अब तुम करो ना यार…तब मैंने कहा भाभी आप मेरे पापू को आपनी पिंकी पे डालो ना..भाभी ने मेरे लंड को आपने राइट हाथ में लिया और लेफ्ट हॅंड से आपनी चुत के पंखुड़ियां को फैला कर आपनी चुत के मुँह पर लंड को टीक्या और मुझे इशारा किया ..
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