RE: Hindi Porn Kahani बजाज का सफरनामा
बस तू तो डाल दे मेरे अंदर बहुत टाइम से प्यासी है तेरी मौसी डाल दे मेरे साहेब ओर मेरे लंड को अपनी चूत पर खुद ही सेट करने लगी मै तो बस उनकी हर बात मान रहा था चूत पर लंड रखते ही वो बोली कब से तेरा लंड नाप रही थी पर तू कभी कुछ समझ ही नही रहा था आज आख़िर तुझे फंसा ही लिया अब मै सब समझ गया था की वो रात मे लंड पर हाथ नींद मे नही बल्कि होश मे रखती थी इस पर मैने उनसे कहा की साफ साफ नही बोल पा रही थी की चुदना है में भी कब से तुम्हे चोदने के लिये परेशान था बस ओर उन्होने मेरा लंड सेट कर दिया ओर गिड़गिडाने लगी की डाल दे अब बस ओर नही ओर मैने एक पूरी ताक़त से झटका लगाया तो वो फिसल गया ओर अंदर नही गया तो मौसी गुस्सा होने लगी ओर बोली की पहलवानी अभी नही डालने के बाद दिखाना अभी आराम से डाल.
अब एक तो वो टाइट चूत ओर दोनो सेक्स के बारे में अनजान थे तो कुछ समझ ही नही आ रहा था और फिर भी मैने उनकी बात सुनी ओर धीरे से लंड डालने लगा वो चिल्लाने लगी तो मैने किस करके उनकी आवाज़ को रोका ओर पूरा 6 इंच का लंड अंदर डाल दिया अब वो भी मस्त हो गई थी ओर गांड उपर उठा रही थी फुल सपोर्ट मैं हल्के हल्के से पहली बार था तो में 15 मिनिट मे ही आउट हो गया पर मौसी कहा मानने वाली थी उन्होने उसे फिर खड़ा कर दिया ओर बोली की एक ट्रिप ओर मेरी जान बस फिर क्या मैने उनकी इस तड़प को ढंग से समझा ओर इस बार आधे घंटे तक ज़ोर से चोदा वो आवाजे करने लगी धीरे धीरे धहररे…मर गई आआहह आहह धीरे जान फट जायेगी प्लीज जान आआहह हबा अहहा आ धीरे पर मैने तो खेल ज़ारी रखा ओर वो झड़ गई.
अब मैने इस बार अपना लंड बाहर निकाल कर ब्लू फिल्म स्टाइल की तरह पूरा माल उनके बूब्स ओर मुँह पर डाल दिया और इतने में मामा की गाड़ी की आवाज आई तो हम फटाफट अलग हो गये में जा कर बाहर टी.वी देखने लगा ओर मौसी बेडरूम मे ही लेटी रही ओर मामा को पागल बना कर में वहा से घर निकल आया उस दिन के बाद से तो मौसी को जब भी तड़प उठती मैने हमेशा उसे बुझाया।
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