RE: Hindi Porn Kahani बजाज का सफरनामा
इतने में शैलीन ने अपना पानी छोड़ दिया और चूत पूरी गीली हो गई थी और मेरा लण्ड भी ! जिसकी वजह से मेरा मजा किरकिरा हो रहा था।
मैंने उसे फिर बाहों में उठाया और बेड पर उल्टा लिटा दिया और उसकी दोनों टांगो को खींच कर बेड के नीचे कर दिया जिससे कि उसकी गांड का '0' जैसा छेद साफ़ दिखाई दे रहा था। मैंने पीछे से उसके दोनों बगल में हाथ डाल के शैलीन को कस कर पकड़ लिया, मेरा लण्ड तो पहले से ही शैलीन के रज से गीला था, मैंने अपना लण्ड शैलीन की गांड पर रखा और उसका मुँह तिरछा करके उसके दोनों नाजुक होंटों को अपने दांतों से पकड़ लिया और एक जोर के झटका लगाया। मेरा आधा लण्ड उसकी गांड में चला गया !
बस फिर क्या था ?
शैलीन तड़पने लगी थी, लेकिन मैंने उसे ऐसा पकड़ा था कि वो छूट ही नहीं सकती थी ! मैंने गति और तेज कर दी और पूरी ताकत और रफ़्तार के साथ धक्के पर धक्के मारने लगा। मैंने आज तक ना तो ऐसी चूत चोदी थी और ना ही ऐसी गांड और ना ही इतना मजा आया था पहले कभी !
मैंने तब तक धक्के मारे जब तक मेरा पानी नहीं निकला। मैंने अपना सारा पानी शैलीन की गाण्ड में ही छोड़ दिया और उसकी बगल आ कर लेट गया।
हम दोनों की सांसें जोर-जोर से चल रही थी और दोनों पसीने से पूरे भीग गए थे। मैंने देखा की शैलीन को जरूरत से ज्यादा ही कमजोरी आ रही थी, उसका पूरा शरीर प्रतिरोध करने से लाल हो गया था।
रात के दो बज रहे थे, मैंने शैलीन को पानी दिया और आराम से सोने के लिए कहा। शैलीन अपने दोनों हाथों से मुझे पकड़ कर उसी बेड पर लेट गई !
हम दोनों नंगे ही थे ! मुझे कब नींद आई पता ही नहीं चला।
दूसरे दिन (दोपहर को तीन बजे जो मुझे पता ही नहीं था) मेरी नींद खुली, मेरा सर जोर से दर्द हो रहा था मानो कि सर फट रहा हो !
मैं अभी भी नंगा ही था और मेरे कपड़े वहाँ से गायब थे ! इतने में शैलीन आई मैंने उसे देखते ही रजाई ओढ़ ली! उसने काले रंग का गाऊन पहना था।
शैलीन (मुस्कुराते हुए)- अब क्यों इतना शरमा रहे हो?
मैं- न.न..नहीं भाभी ! वो मैंने कपड़े नहीं पहने हैं ना !
शैलीन- वो मैंने धो दिए, अभी सूखने हैं! कोई बात नहीं ! मैं अर्जुन के कपड़े ला देती हूँ!
कहते हुए वो चली गई। पांच मिनट के बाद शैलीन वापस आई और उसके हाथ में कपडे थे !
"ये लो" मुझे देते हुए !
मैंने जैसे हाथ आगे बढाया शैलीन अपने हाथ पीछे कर लिए!
मैं- यह क्या भाभी ?
शैलीन- वादा करो कि आज के बाद तुम मुझे सिर्फ शैलीन कहोगे?
मैं- ठीक है !
वैसे भी शैलीन बहुत जिद्दी थी।
शैलीन- जल्दी से फ्रेश हो जाओ !
मैं- क्यों भाभी ?
शैलीन- फिर भाभी?
मैं- सॉरी शैलीन, लेकिन क्यों?
शैलीन- सरप्राईज़ है तुम्हारे लिए !
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