RE: XXX Chudai Kahani प्यारी मौसी
मौसी की सांस अब उखड रही थी और वो अपने चूतर को मेरे हर धक्के के
साथ पीछे को थेल रही थी. एकाएक मैने अपनी उंगली मौसी की गांद मे से
निकाल ली और साथ साथ मौसी के मुँह से एक आहह! निकल
गयी.“ओह्ह्ह्ह...कुश...तुम अपनी मौसी के शरीर को सॉफ कर चुके?”"नही अभी
पूरा सफाई नही हुई है," मैं बोला और अपने साबुन लगे हाथ को मौसी की
नंगी और खुली चूत पर मलने लगा.
"मुझे तुम्हारी ये जगह भी साफ करनी
है. क्या तुम अपनी चूत गंदी रखना चाहती हो?”
मेरा हाथ अब मौसी की चूत
के चारों तरफ सफाई करने के लिए घूम रहा था. जैसे ही मैने मौसी की
चूत के होंठों को अपने उंगलिओ से फैलाया और अपनी दो उंगलियो को मौसी की
चूत के अंदर डाला तो मौसी ओह्ह! आहह! ष्ह्ह! की आवाज़ें करने लगी. "ओह्ह्ह्ह
कुश, मेरी की चूत को अच्छी तरफ से और सही तरीके से साफ कर दो,”
मौसी के
मुँह से फिर एक बार किल्कारी निकल गयी जब मैने अपने अंगूठे और एक उंगली से उसकी
चूत की घुंडी को पकड़ कर मसलना शुरू कर दिया.
अब मेरी उंगली मौसी की
चूत के अंदर तक पहुँच रहा थी और वो मैं मौसी की चूत मे डाल कर घुमा
रहा था और धीरे धीरे अंदर बाहर कर रहा था और कभी अपनी उंगली रोक कर
देख रहा था कि कैसे मेरी उंगली को मौसी की चूत के होंठ जाकड़ कर पकड़ रहे है.
एकाएक मौसी अपनी पीठ को मोड़ कर अपनी गार्डेन तान ली और अपना सर पीछे करके
शवर का पानी अपने मुँह पर लेने लगी.
मौसी के मुँह से हल्की चीख निकल
गयी और उसके घुटनो ने जबाब दिया और मौसी अपने आपको टब के सहारा लेकर
खड़ी हो गयी और फिर बैठ गयी.
मैने अपने हाथों से मौसी को जाकड़ लिया
और अपने हाथों से उनकी चुन्चेओ के निपल को मलने लगा.
थोरी देर तक दोनो
वैसे ही बैठे रहे और फिर मैं मौसी से बोला, “मौसी तुम ठीक तो हो?’ या
मैं तुम्हारे बालों को भी धो दूँ?”
मौसी धीरे से मुस्कुरा दी और कंधों के
बगल से मुझ को देखते हुए बोली, “हाँ तुम मेरे बालों को भी धो दो, तुमने तो
मेरी सारी चीज़ धो दी है.
तुमने अपनी मौसी को बहुत तंग किया और मज़ा भी
दिया.” "तंग नही किया. हाँ मज़ा दिया." मैने मौसी से हंसते हुए कहा. "अब तुम
नीचे बैठो और मैं टब के ऊपेर बैठता हूँ. मैं शवर बंद कर देता हूँ और
हाथ वाला शवर लेकर आपके बालों को धो देता हूँ."
मौसी खड़ी हो गयी और
मैं टब के किनारे बैठ गया और फिर मौसी से बोला, “आप अपने घुटने के बल
बैठ जाएँ जिससे मुझको आपके बालों को धोने मे आसानी रहेगी.”
मैं घूम कर
शॅमपू की बोतल और हाथ वाला शवर लिया और मौसी अपने घुटने के बल बैठ
गयी. जब मैं घूम करके फिर से बैठा तो मेरा मोटा ताज़ा और तन्नाया हुआ लंड
ठीक मौसी के मुँह के सामने कुछ इंचों की दूरी पर था.
मैने हाथ वाले
शवर से मौसी के बालों को पूरी तरफ से भीगा दिया और फिर उसपर शॅमपू
गिराया और अपने हाथों से शॅमपू मलते हुए ढेर सारा झाग पैदा करके मौसी
के बालों को धोना शुरू किया.
मैने झुक कर मौसी की गर्देन के पास के बालों को
शॅमपू से धोना शुरू किया, लेकिन ऐसा करके वक़्त मेरा लंड मौसी के होंठों से
छूने लगा. मौसी ने अपने होंठों को खोला और लंड के सुपरे का थोड़ा सा हिस्सा
अपने मुँह मे ले लिया.
मौसी नेअपनी जीव से मेरे लंड से रिसते हुए पानी को हल्के से
चॅटा. मौसी ने अपने पीछे मेरा हाथ महसूस किया.
मैने मौसी का सर पकड़ के
अपनी तरफ थोड़ा से खींचा और अपना लंड थोड़ा सा और मौसी के मुँह मे घुसा
दिया और फिर मौसी का सर छोड़ दिया.
मौसी ने अपना सर थोडा और आगे किया और मेरा तना हुआ लंड और थोड़ा अपने
मुँह के अंदर ले लिया.
फिर अपने होंठों को सिकोड कर मेरा लंड अपने मुँह से
निकाली और अपनी जीव मेरा लंड के छेद पर रख कर घुमाना शुरू किया.
मौसी नेअपने भानजे की तरफ देखते हुए अपनी जीव से लंड के सुपरे को चाटना शुरू
किया. मैने अपनी कमर चलाना शुरू किया और अपना लंड मौसी के मुँह के अंदर
बाहर करने लगा.
धीरे धीरे मेरा शरीर ऐंठने लगा और मैं फिर से झार गया.
झटकों के साथ मेरा वीर्य मौसी के मुँह पर
गिरने लगा और मौसी का मुँह भरने लगा.
मौसी की सांस फूलने लगी और वो गाटा
गट मेरे सारे वीर्य को पीने लगी. कुछ थोड़ा वीर्य मौसी के होंठों से निकल कर
मुँह से छूने लगा.
मौसी फिर से मेरे वीर्य को पी गयी. मैं टब के किनारे बैठा
रहा और मौसी ने अपना सर मेरे घुटने पर रख दिया और मैने अपने हाथों से
मौसी के बालों को सहलाने लगा.
थोरी देर के बाद मैं उठ कर खड़ा हो गया
और अब मेरा झारा हुआ लंड उसके दोनो पैरों के बीच लटक रहा था.
मैने झुककर अपने मौसी को उठाया और मौसी को खड़ा कर दिया और उसको देख देख कर
मैं मुस्कुराने लगा.
देखा भाई लोगो एक तो मौसी को चोद दिया फिर अपने लंड का पानी भी पीला दिया
उसके बाद भी मौसी को देखकर मुस्कुरा रहा है यानी अभी और धमाल होना बाकी है
तो मेरे साथ आप भी पढ़ते रहिए प्यारी मौसी के अगले पार्ट आपका दोस्त राज शर्मा
क्रमशः..............
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