RE: XXX Chudai Kahani प्यारी मौसी
प्यारी मौसी पार्ट--4
गतान्क से आगे........
फिर मैं सूखा हुआ तैलिया लेकर आया तो मौसी अपने हाथों को
ऊपेर किया जिससे कि मैं उनको तौलिया से पूछ सकु.
हाथ उठाने से मौसी की
चूंचिया भी ऊपेर उठ गयी और ये देख कर मैने झट से अपना सर नीचे किया
और मौसी की एक चूंची और उसका निपल अपने मुँह मे भर कर चूसने लगा.
"ओह्ह्ह कुश," मौसी बड़बड़ाई, "तुम ये कैसा मज़ा दे रहे हो मुझे.आज तक मैं
इस मज़े से अंजान थी.मेरे साथ पहले ऐसा कभी नही हुआ.आज भी तूने मुझे
जन्नत के नज़ारे करा दिए है.मेरे साथ रोज़ ऐसा ही करा कर जब तेरे मौसा
घर पर ना होया करे.
"ठीक है मौसी," मैं अपनी मौसी की चूंची पर से अपना मुँह हटाते हुए
बोला,लेकिन मेरी उंगली अभी भी मौसी की रिस्ती हुए चूत से खेल रही थी और
धीरे धीरे अंदर बाहर कर रहा था. फिर मैने अपनी मौसी से कहा, “मौसी जी
क्या मौसा जी तुम्हारे साथ अच्छी तरह से चुदाई नही करते है क्या?"मैं बोला
मौसी जान जब तक मैं यहा हू तब तक मैं आपकी और आपकी चूत की तन मन से
सेवा करूँगा, इतना कहकर मैने मौसी की निपल को हल्के से काटा और अपनी उंगली
जितना जा सकती है उतनी मौसी की चूत मे घुसेड दी. "उहग्ग्ग," मौसी हल्के
से चीखी और अपना हाथ मेरे कंधों पर रखती हुई बोली, “बदमाश तेरे को
सब पता चल गया है कि तेरा मौसा बस मुझे ऐसे ही चोद्ता है.
कभी कभी
तो पूरे कपड़े उतारे बिना ही चुदाई करता है.मेरा भी दिल करता है कि मुझे
भी कोई प्यार से चुदाई करे.मैं तब धीरे से पीछे हट गया और मौसी की चूत
से उंगली निकाल कर अपने मुँह मे डाल दी और अपनी उंगली चूस्ते हुए मुस्कुरा कर
अपने मुँह से "म्म्म्मम," की आवाज़ निकाली.
मौसी ये देखकर शर्मा गयी,मैं मौसी से
बोला कि ये कमी तो मौसी मैं पूरी कर दूँगा तुम्हारी तुम चिंता ना करो.मेरा
लंड फिर से खड़ा हो गया था,मौसी मेरे लंड को देखे जा रही थी,मैं बोला
मौसी देख क्या रही हो,इसको पकड़ोना.
मौसी ने मेरे लंड को पड़का और आगे पीछे
करने लगी.
मौसी बोली की कुश डार्लिंग अब चोद भी दे मुझे क्यो तडपा रहा है
मेरी चूत को. डाल दे अपना लंड मेरी चूत में और फाड़ डाल मेरी चूत को.मैं
मौसी को गोद में उठाकर वैसे ही दोनो नंगे ही बेडरूम में ले आया. और
मौसी को बेड पर पटक दिया.और मैं मौसी के उपर लेट गया जिससे मेरे सीने से
मौसी की चुचिया दब रही थी.और रगड़ रही थी.और मेरा लंड मेरीमौसी की चूत पर
दस्तक दे रहा था.
तभी डोरबेल बजी,हम दोनो फटाफट खड़े हुए और मैं तो
बाथरूम में नंगा ही चला गया और मौसी केवल गाउन पहन कर गेट खोलने
गयी.
मैने गेट बंद होने की आवाज़ सुनी तो थोड़ा झाँक कर देखा तो मौसी की
एक सहेली( जिसके बारे में बाद में मौसी ने बताया था) जिसका नाम पायल
था
पायल की एज 32 की और फिगर 38 28 38 है.वो साड़ी पहनकर आई थी.
उसका
साड़ी में फिगर देखकर मेरा लंड फटने को होने लगा.
मैं सोचने लगा कि मेरी मौसी साड़ी में कैसी लगेगी.
वो दोनो सोफे पर
बैठकर बाते करने लगी.मैं कान लगाकर उनकी बाते सुनने लगा थोड़ी देर
बाते करने के बाद वो सेक्स पर बाते करने लगी.
पायल मौसी से बोली कि आज
तूने ब्रा नही पहेनी हुई है क्या जो तेरे बूब्स झूल रहे है.मौसी बोली नही
पहनी और पायल के बूब्स पकड़कर दबा दिए.
शायद मौसी गरम तो पहले से थी
और बात भी सेक्स के उपर हो रही थी तो उनसे रहा नही गया होगा.पायल के मूह से
स्शह निकल गया और बोली कि छ्चोड़ इन्हे क्यो तडपा रही है मुझे इन्हे दबा कर
मौसी बोली आज बड़े लगे रहे है तेरे बूब्स क्या बात है लगता है बहुत चुदाई
हो रही है आजकल तेरी.
पायल बोली कहा यार मेरा पति एक तो लेट आता है काम
से और आते ही सोने की लगी रहती है.काफ़ी टाइम हो गया मुझे सेक्स करे
हुए.
उनकी बाते सुनकर मैने बाथरूम में मूठ मार ली.ऐसे ही बाते करते हुए
मौसी किचन में चली गयी नाश्ता लगाने के लिए.
मैं भी थोड़ी देर बाद
केवल टोलिया लपेटकर बाथरूम से बाहर निकला तो पायल मुझे देखकर घबरा
गयी.जब मौसी ने मेरा परिचय पायल से करवाया तो वो कुछ नॉर्मल हुई.
मैने
पायल को आंटी कह कर नमस्ते की.पायल मेरे तोलिये के अंदर खड़े हुए लंड को
घूरकर देख रही थी,मुझे भी मज़ा आ रहा था दिखाने में.
तभी मौसी
किचन से वापस आई तो मैं रूम में चला गया कपड़े चेंज करने के
लिए.तब पायल मौसी से बोली कि तेरा भांजा घर में है और तू ब्रा भी नही
पहनी हुई है अगर कुछ हो गया तो,मौसी बोली क्या हो जाएगा??
पायल बोली तूने
देखा नही कि उसका लंड खड़ा हुआ था.मौसी बोली
जवान लड़का है अभी नही खड़ा होगा तो कब होगा.
पायल बोली तुझे शरम नही
आती अपने भानजे के बारे में ऐसा कहते हुए? मौसी बोली: इसमे शरम की क्या
बात है वो तो घर का मेंबर ही तो है ना.
फिर मैं रूम से बाहर निकला और
मौसी से कहा कि मैं अभी थोड़ी देर में आता हू.ये कहकर मैं बाहर निकल
गया.और जाकर रूम की खिड़की से देखने लगा.
मौसी ने पायल की साड़ी के उपर
से चूत पर हाथ रखकर पूछा कि जब तू चुदाई नही करवाती है तो इसे कैसे
शांत करती है.पायल बोली कि क्या करू यार फिंगर से ही काम चलाना पड़ता
है.
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