RE: XXX Chudai Kahani प्यारी मौसी
मौसी ने पायल की जांघों को भी चाटना और काटना सुरू
कर दिया और उसकी चूत वाले एरिया में उंगली भी कर रही थी और कभी उसकी
पूरी बॉडी के उपर चुदाई वाली स्टाइल में सवार हो जाती.
अब मौसी ने पायल को पूरा अपने नीचे ले लिया और उसके उपर एकदम एक मर्द की
तरह सवार हो गयी बस फ़र्क इतना था कि उसने पेटीकोट नही उतारा था.
वो नीचे से पायल की दोनो टाँगो को अपनी टाँगों से पेटीकोट के अंदर से ही
जकड़े थी.
अब पायल मस्त हो गयी थी और उसकी गर्मी भी बढ़ने लगी थी
वो मौसी को मना नही कर पा रही थी और लेज़्बीयन चुदाई का मज़ा ले रही थी.
अब शायद मौसी की चूत में भी खुजली सुरू हो गयी थी क्योंकि अब उसने अपना
पेटीकोट आगे उठाया और पायल की चूत के पास अपनी चूत सटा दी,
इस बार पायल ने भी कोई रेज़िस्टेन्स नही दिखाई और मौसी के चूतड़ उसके
पेटीकोट के बाहर से ही पकड़ कर दबाने लगी ताकि उसकी चूत और मौसी की चूत
और करीब आ सके.
अब तो पायल पूरे जोश में आ गयी थी अब पायल ने मौसी की ब्रा को खोलकर
उसके चूचों को चूसना सुर कर दिया.
दोस्तो आप ही अंदाज़ लगा सकते है इस टाइम क्या मस्ती का सीन
होगा क्योंकि औरत से औरत की चुदाई देखने का मेरा ये दूसरा मौका था और
रीडर्स में तो कई ने एक्सपीरियेन्स लिया होगा.
मुझे कुच्छ साफ दिखाई नही दे रहा था बस कभी मौसी पायल के उपर होती तो
कभी पायल मौसी के उपर.
जब मौसी उपर होती तो उसने पेटीकोट पहना हुआ था इसलिए कुच्छ नही दिखता था
पर जब पायल उपर होती तो उसकी मस्त बॉडी को देखकर में पागल हो जाता था.
अब मुझे पूरा अंदाज़ा हो गया था कि उसकी चूत शेव की हुई थी नही तो मैं
उसकी झांतें ज़रूर देख पाता.
पायल की बॉडी मौसी से हर अंदाज़ में मस्त थी उसकी ज़्यादा हाइट, ज़्यादा बड़े
बूब्स और चूतड़ सभी मौसी से 20 थे पर मौसी की चुदाई का जो मज़ा था वो
दोस्तों मैं अभी तक की अपनी कहानी में बता चुका हूँ पर उसको महसूस ही
किया जा सकता है लिख कर बताना मुश्किल है.
लेकिन आज मौसी की नंगी बॉडी देखकर मेरा लंड बेकाबू हो रहा था पर दोस्तों
मैं अपने लंड का पूरा ख़याल रखता हूँ और इसको भटकने नही देता.
जब पायल मौसी के उपर से अपने चूतड़ ठोक ठोक कर चोदती तो मेरा तो बुरा
हाल हो जाता पर मौसी बड़े आराम से मज़ा लेती और पायल
को ठुकाई के लिए एग्ज़ाइट करती.
अबकी बार जब मौसी की उपर वाली टर्न आई तो मौसी ने जबरदस्त रागड़ाई की और
पायल तो मारे मस्ती के हाँफने लगी और म्म्म्ममममम, स्शह करके मस्ती का
सिग्नल देने लगी.
अचानक पायल चिल्लई ज़ाआानएमााआअन्न्ननननणणन् मैं ज्ज्ज्ज्ज्झहछद्द्दद्ड रही
हुउन्न्ञनणणन् मेरे अंदर गीला हो रहा हाई.
इसके बाद भी मौसी ने उपर से धकेलना नही छ्चोड़ा पर अब पायल एकदम डेड सी
हो गयी तो मौसी को भी रुकना पड़ा पर मौसी बड़ी अपसेट लग रही थी.
वो पायल के उपर से हटी और उसने अपना पेटीकोट और ब्रा ठीक किया और बेड से
नीचे उतर गयी.
पायल अपने जगह से साइड में हो गयी और उसने कंबल अपने उपेर डाली और
चुपचाप सो गयी.
मुझे लगा कि वो मौसी की रागड़ाई से गीली हो गयी थी और ठंडी होकर लेट
गयी थी.
लेकिन मेरा क्या होगा मौसी एक दम भूखी शेरनी सी लग रही थी और मुझे लगता
है कि उसकी चुदाई का ही ऑप्षन मेरे पास था क्योंकि पायल को पहली बार तय्यार
करना मेरे लिए मुश्किल था और वह एक बार झाड़ ही चुकी थी.
मौसी ने अपनी मस्ती के चक्कर में मुझे बीच में चान्स ही नही दिया और
पायल पूरी मस्ती के बाद झाड़ कर सो गयी थी.
मुझे अब चुदाई के प्रोग्राम को रिसेट करना था तो मैने झट से प्रोग्राम बना
लिया कि पहले मौसी की चुदाई करूँगा क्योंकि वो एकदम गरम थी,
मैं वहाँ से उठकर मौसी के डोर की तरफ बढ़ा तो मौसी पहले ही बाहर आ
रही थी और मुझे डोर के पास मिल गयी.
मैने मौसी से कहा तुमने सब गड़बड़ कर दिया तुम्हारी चूत तो आज बड़ी मस्त हो
रही है लगता है कि मेरा लंड आज उसे ही पहले चोदेगा.
मौसी बोली ज़रा धीरज रखो कुश राजा, इतनी जल्दबाज़ी ठीक नही अरे मज़ा तो
तब है जब वो अपने आप तुमसे चुदवाने को तय्यार हो जाए.
मैने कहा जो भी हो मौसी डार्लिंग में नही रुक सकता और मैने मौसी को पकड़
कर अपनी बाहों में भर के चूमना सुरू कर दिया.
मौसी अपना बचाव करती रही फिर बोली ज़्यादा नही मैं उसे पकड़ कर रूम
के अंदर ले गया और डोर बंद कर दिया.
तब तक शायद पायल सो गयी थी इस समय रात के १२बज रहे थे और मुझे तो
ठंड भी लग रही थी.
मौसी भी मेरी चुम्मि का जबाब चुम्मि से देने लगी.
मैं बेड के पास सोफे पर बैठ गया और मौसी को अपनी बाहों में जाकड़ लिया
और उसकी बॉडी को अपनी बॉडी से रगड़ कर गर्मी पैदा करने की कोशिश करने लगा.
मैं मौसी को बेड पर नही लेकर गया क्योंकि पायल जाग सकती थी और मैं अब
पहले मौसी की फुलटो चुदाई करना चाहता था और पायल की गंद और चूत को
गर्म करने में टाइम लगता और ताक़त भी ज़्यादा लगानी पड़ती जिससे पायल की नींद
डिस्टर्ब होती.
मैने मौसी को अपनी गोद(लॅप) में इस तरह बिठाया कि उसकी चूतड़ मेरे थाइ
पर रहे और उसकी गंद मेरे लंड के निशाने पर.
मैं मौसी को पूरा एग्ज़ाइट करके चोदना चाहता था.
फिर मैने मौसी की ब्रा थोड़ा उपर करके उसके बूब्स दाबना सुरू कर दिया
साली के चूची 3२ साल में भी टाइट थी और शायद मेरे और उसके हब्बी के
अलावा उनको किसी ने नही दबाया था.
मैं जैसे ही उसकी चूची दबाता साली पूरी कोशिश करती कि वो मेरे हाथ में
ना आयें साली मुझे तरसाना चाहती थी.
पर मैं एक मर्द हूँ मेरे सामने उस च्छुई मुई की क्या औकात पर साली पूरा मज़ा
लगा देती.
अब मैने उसके ब्लाउस को पिछे से भी उपेर करके उसकी पीठ को चूमना और
चाटना सुरू कर दिया.
मैं एक हाथ से उसकी चूची दबा रहा था और दूसरे से उसकी कमर को जाकड़
रखा था और मेरी जीभ और लिप्स उसकी बॅक पर ट्रॅवेलिंग कर रहे थे वो
कभी ब्रेक लगाते कभी कट गियर,
कभी किस गियर और कभी सक गियर से उसकी बॅक, नेक,
आर्म्पाइट, बूब्स का जायज़ा ले रहे थे.
मौसी के चिकने चूतड़ मेरे लंड के ठीक उपर थे और मैं पेटीकोट के पतले
कपड़े के अंदर से उनकी गर्मी को पूरा फील कर सकता था.
मैने अपने दूसरे हाथ से मौसी के बूब्स दबाने सुरू कर दिए तो
उसको थोड़ा मज़ा आने लगा पर वो ज़बरदस्ती परेशानी का नाटक करती रही.
मैने भी उसके बूब्स का मसाज जारी रखा तो अब वो थोड़ा थोड़ा मस्ती में आने
लगी पर वो अभी भी मुझे रोकने की कोशिश करती रही.
मौसी जितना मना करती मैं और ज़ोर से उसके चूची दबाता और नीचे से भी उसकी
गंद और चूतड़ की गहराई पर अपने लंड को लूँगी के अंदर से ही रगड़ता जाता.
मौसी बोली अरे कुश डार्लिंग मार ही डालेगा क्या, मैने कहा नही मौसी जान मुझे
क्या प्यासा रहना है क्या इतनी सर्दी में.
अब तो बिना शबाब के रात भी मुश्किल से कट ती है.और शबाब
का इंतज़ाम तो आप से ही होता है.बिना आपके कैसे इंतज़ाम होगा.
इसके बाद मैने उसके पैरों को दबाकर एक हाथ उसकी दोनो टाँगो के बीच अंदर
डाल कर उसकी जाँघो तक हाथ पहुचा दिया और उसकी दोनो जांघों पर गुदगुदी
करने लगा. दोस्तो पायल की चुदाई का सीन आप अगले पार्ट मे पढ़ पाएँगे
तब तक इंतजार कीजिए आपका दोस्त राज शर्मा
क्रमशः..............
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