Maa Sex Chudai माँ बेटे का अनौखा रिश्ता
08-17-2018, 02:18 PM,
#57
RE: Maa Sex Chudai माँ बेटे का अनौखा रिश्ता
गतांक से आगे.....................

दोनो पैरो को मैंने अपने थूक से एक दम चमका दिया था। चल बेटा अब घुटनो के नीचे का हिस्सा चाट मेरी टाँग का बहुत पसीना जमा हो गया है। मैंने पहले उसकी टाँग को चूमना शुरु किया फिर उस पर लगे पसीने को पीने लगा पसीने की बूंदो पर अपने होंठ रखता और फिर उसे पी लेता। इस तरह जितनी भी बूंदे मुझे दिखायी दी सब मैंने चूम चूम कर पी ली और अपनी जीभ बाहर निकाली और किसी कुत्ते की भांति उसकी टाँग चाटने लगा उसकी टाँग चाट कर उसका पसीना पीता फिर जितना हो सके उतना मुँह मे भर कर चूसता इस तरह अगर उसकी खाल मे भी अगर थोडा सा पसीना समा गया हो उसको भी चूस कर निकाल संकू। रीमा अपना दूसरा पैर अब मेरी छाती पर रख कर अपनी उंगलियाँ मेरी छाती पर फिरा रही थी। उसकी मुलायम उंगलियाँ मेरी छाती को और भी उत्तेजित कर रही थी। फिर रीमा ने अपनी उंगलीयो के नाखून से मेरी घुडियाँ कुरेदने लगी वह जानती ही मेरी घुंडिया कितनी संवेदनशील है और उनको छेडने से मैं और भी उत्तेजित हो जाता हूँ और मेरा लंड अपना सर उठा कर इस बात का इजहार करता है। मेरी घुंडियाँ छेडने का असर सीधा मेरे लंड पर हुआ और वह तन कर रीमा को इसके लिये सलामी देने लगा। जब मैंने आगे से रीमा की टाँग चाट ली तो रीमा ने अपनी मोटी टाँग उठा कर मेरे कंधे पर रख दी और घुमा कर उसके पीछे का हिस्सा मेरे सामने कर दिया मैं उसे पहले चूमा और फिर उस पर लगे पसीने को चाटने लगा। इसी तरह चूसते चाटते, सुंघते हुये मैंने उसके पैर का सारा पसीना पी लिया और रीमा भी अपने पैर से कभी मेरी छाती सहलाती तो कभी मेरा लंड ऐसा करके उसने मेरी उत्तेजना को बनाये रखा। एक टाँग का पसीना पी कर मैंने रीमा से कहा माँ अब मुझे दूसरी टाँग का पसीना पीने दो। ले बेटा पी ले इस टाँग को भी चाट ले मेरे लाल रीमा ने दूसरी टाँग मेरे चेहरे के सामने करते हुये कहा।

मैंने रीमा की दूसरी टाँग को चूसना शुरु कर दिया और पहली टाँग की तरह इसको भी चूस चाट कर पसीना मैं पी गया। रीमा अपने मुँह से सिसकते हुये और बकते हुये मुझे उत्साहित करती रही। मेरा लंड नाडे मे बंधा फडफडा रहा था और रीमा अपने पैरो से मेरे लंड को और भी तंग कर रही थी। जब मैंने दोनो टाँगे अच्छी तरह से चूम चाट और चूस कर साफ कर दी मैंने कहा माँ लाओ अपनी जाँघे चौडी करो तो मै तुम्हारी जांघे चाट कर उसका पसीना पीयूंगा। नंही बेटा जाघे अभी नंही अभी मेरी चूत पूरी तरह से गर्म नही हुयी है जब मेरी चूत गर्म होगी तब मेरी जाँधे चूत की गर्मी से और भी पसीना बहायेगी तब तुम मेरी जाँघे चाटना अभी तो तुम मेरी हथेली मेरे हाथ और मेरी काँख से पसीना चूसो मेरी काँख तो पसीने से भरी पडी है। जब ठंड होती है तब भी मेरी काँख पसीना बहाती है तो अब जब इतनी गर्मी है तो पसीने का सागर बह रहा है मेरी काँख से इतने घने लम्बे बाल जो है मेरी काँख मे चूस ले मेरे राजा बेटे चाल आ बैठ माँ के बगल मे और चूस माँ के बगल। हाँ माँ जरुर लाओ तुम्हारा हाथ चूसता हूँ पहले फिर काँख चाटूंगा मैंने तो जबसे तुम्हारे काँख देखी है तब से ही उसमे अपना मुँह घुसा कर पसीने के महक सूंघना चाहाता था तुमने तो मेरी और भी इच्छा पूरी कर दी पसीने की गंध के साथ साथ पसीना भी तैयार कर लिया माँ अरे मेरे लाल तेरी माँ तेरी इच्छा नंही समझेगी तो और कौन समझेगा जब तुझे अपनी काँख घूरते देखा था तभी समझ गयी थी कि तुझे क्या चाहिये तभी मैंने सोच लिया था कि तुझे अपनी काँख से पसीना पीलाऊंगी अपनी चूचीयो से निकलने वाला दूध तो न पिला सकी पर अपने बदन से निकलने वाले और सारे पदार्थ तुझे दूगी मेरे लाल जिससे तेरे मन मे कोई मलाल न रह जाये कि माँ ने मेरा ख्याल नंही रखा।

माँ के वक्य के अंदर छिपे अर्थ को भी मैं समझ रहा था जिससे मैं और भी उत्तेजित हो रहा था। मुझे पता था कि रीमा क्या करने का सोच रही थी शायद मैं भी वही चाहाता था क्योकी हम लोगो ने कयी बार इस बारे में बात की थी। और रीमा की आँखो के चमक यही बता रही थी की वह भी बहुत उत्तेजित थी। लाओ माँ मैं तुम्हारे हाथो के पसीना चाट लेता हूँ। चल इधर बैठ मेरे बगल में सोफे पर फिर चाट मेरा हाथ। मैं रीमा के बाँयी तरफ सोफे पर बैठ गया। रीमा ने अपना बाँया हाथ उठाया और मेरे हाथो मे रखा ले बेटा कर प्यार अपनी माँ के साथ। मैंने रीमा की हथेली अपने हाथ मे ली और उसको अपने चेहरे तक उठा कर चूम लिया। फिर मैंने रीमा की हथेली पर चुम्बनो के झडी लगा दी और जोर जोर से चूमने लगा अच्छे से रीमा के हाथ चूमने के बाद मैंने उसकी हथेली चाटनी शुरु कर दी आगे पीछे दोनो तरफ से अच्छे से चाटी मैंने रीमा की हथेली और बडे ही प्यार से। रीमा खुद अपने हाथ घुमा घुमा कर अपनी हथेली चटवा रही थी। फिर रीमा अपना दूसरा हाथ मेरी छाती पर फिराने लगी उसकी मुलायम उंगलियो और नाखून में जादू था चाहे मैं कितना भी उत्तेजित हूँ उसके हाथो के स्पर्श से मैं हर बाद एक नयी उंचायी को छू जाता था। रीमा ने काफी देर तक अपनी हथेली मुझसे चटवायी और मैंने भी मस्त जीभ घुमा घुमा कर उसकी हथेली चाटी फिर रीमा ने मुझे अपना मुँह खोलने को कहा मैंने जैसे ही मुँह खोला रीमा ने अपनी उंगली मेरी मुँह मे घुसेड दी ले कुतिया की औलाद चूस मेरे उंगली कुत्ते इतना अच्छा खाना तेरे जैसे कुत्ते को कभी कभी ही नसीब होता है साला जाने अब तक नाली मैं मुँह मारता फिरता था आज ले आज इतनी शानदार औरत मिली है तुझे भोगने को तो थोडी भोग ले अच्छे से पता नही फिर कब मिलेगी तुझे दावत। मैंने उसकी उंगली चूसनी शुरु कर दी जैसे कोई बच्चा अपनी टॉफी चूसता है ऐसे ही मैं उसकी उंगली चूस रहा था।
Reply


Messages In This Thread
RE: Maa Sex Chudai माँ बेटे का अनौखा रिश्ता - by sexstories - 08-17-2018, 02:18 PM

Possibly Related Threads…
Thread Author Replies Views Last Post
  Thriller Sex Kahani - मोड़... जिंदगी के sexstories 21 2,128 10 hours ago
Last Post: sexstories
  Incest Sex kahani - Masoom Larki sexstories 12 1,031 10 hours ago
Last Post: sexstories
Wink Antarvasnasex Ek Aam si Larki sexstories 29 856 10 hours ago
Last Post: sexstories
  Raj sharma stories चूतो का मेला sexstories 201 3,743,064 02-09-2024, 12:46 PM
Last Post: lovelylover
  Mera Nikah Meri Kajin Ke Saath desiaks 61 574,997 12-09-2023, 01:46 PM
Last Post: aamirhydkhan
Thumbs Up Desi Porn Stories नेहा और उसका शैतान दिमाग desiaks 94 1,337,291 11-29-2023, 07:42 AM
Last Post: Ranu
Star Antarvasna xi - झूठी शादी और सच्ची हवस desiaks 54 1,020,656 11-13-2023, 03:20 PM
Last Post: Harish68
Thumbs Up Hindi Antarvasna - एक कायर भाई desiaks 134 1,795,100 11-12-2023, 02:58 PM
Last Post: Harish68
Star Maa Sex Kahani मॉम की परीक्षा में पास desiaks 133 2,198,646 10-16-2023, 02:05 AM
Last Post: Gandkadeewana
Thumbs Up Maa Sex Story आग्याकारी माँ desiaks 156 3,154,995 10-15-2023, 05:39 PM
Last Post: Gandkadeewana



Users browsing this thread: 8 Guest(s)