RE: Incest Kahani स्वीट सिस्टर्स और सिस-इन-लॉ
सुबह में उठा तो सादिया बाजी अपने बॅंक और बाकी सिस्टर्स अपने स्कूल और कॉलेज चली गई थीं लेकिन भाभी घर पे ही थीं.
में फ्रेश हो कर बाहर आया तो भाभी टीवी देख रही थीं. भाभी ने कहा नाश्ता बना दूं तो मैने कहा जी बना दो भाभी उठ कर किचन में चली गयीं और में टीवी देखने लगा.
में पानी पीने किचन में गया तो भाभी वहीं खड़ी थीं में भाभी के पीछे गया उन्हे अपने साथ लगा के नेक पे किस्सिंग करने लगा.
भाभी : भाई सबर करो नाश्ता तो बना लूँ फिर सारा दिन है आराम से प्यार करेंगे.
मैने किस नही रोके और अब भाभी के बूबे भी पकड़ लिए थे उन्हे मसल रहा था दबा रहा था.
मेरा लंड हार्ड हो गया मैने वहीं भाभी की शलवार उतार दी और अपना लंड भाभी की फुद्दि में घुसा दिया भाभी को भी मज़ा आने लगा और उन्होने चूल्हा ऑफ कर दिया मैने भाभी को शेल्फ पे बिठा कर टांगे उठा लीं और अपना लंड भाभी की फुद्दि में घुसा के उन्हे तेज़ तेज़ चोदने लगा.
भाभी : भाई चोदो मुझे चोदो अपनी भाभी को तुम बहुत हॉट हो बहुत अच्छे हो मेरा बहुत ख़याल रखते हो काश में तुम्हारी बीवी होती बहुत मज़ा आ रहा है भाई ह्म्म ज़ोर से करो भाई मज़ा आ रहा है आह भाई ह्म्म.
में भाभी को बहुत तेज़ झटके मार रहा था मुझे बहुत मज़ा आ रहा था.
भाभी : भाई सूनाओ रात आ मज़ा आ गया रात क्या हुआ चोदा था सादिया को या नही आ आराम से भाई ह्म्म मज़ा आ रहा है.
मैं-जी भाभी रात मैने सादिया बाजी को पहले फुद्दि में फिर गान्ड में और फिर गान्ड में चोदा बहुत हार्ड चोदा उन की चीखे निकलवा दीं बहुत मज़ा आया मुझे खास कर सादिया बाजी की गान्ड और बूबे जो आप सब से बहुत बड़े हैं बहुत नरम हैं बहुत सॉफ्ट हैं उन के साथ खेल के मुझे बहुत मज़ा आया.
मैने भाभी को शेल्फ से उतार कर खड़ा कर दिया और झुका दिया फिर मैने अपना लंड पकड़ के भाभी की गान्ड में घुसा दिया और साथ साथ भाभी की गान्ड पे थप्पड़ मारने लगा भाभी को दर्द भी हो रहा था मज़ा भी आ रहा था भाभी मज़े में और दर्द से चीख रही थीं चिल्ला रही थीं और मुझे बहुत मज़ा आ रहा था.
भाभी : हाई देवेर जी बहुत ज़ालिम हो तुम और मारो मेरी गान्ड को चोदो अपनी भाभी की गान्ड में और तेज़ भाई ह्म्म मज़ा आ रहा है उउफ़फ्फ़ भाई और तेज़ तेज़ करो ना आह्ह्ह्ह्ह्ह आह्ह्ह्ह्ह इतना तेज़ नही रे ज़ालिम थोड़ा आराम से करो.
मैं--भाभी आप बहुत सेक्सी हैं जितना आप मेरा साथ देती हैं आज तक किसी ने नही दिया सब दर्द से चिल्लाती हैं और आराम से चोदने का कहती हैं लेकिन आप मस्त हो भाभी आप को चोदने में मुझे बहुत मज़ा आता है.
भाभी : भाई में बहुत शरीफ लड़की थी लेकिन मेरा भाई मुझे कमीना करता रहा आह भाई आराम से चोदो मज़ा आ रहा है भाई ह्म्म्म.
मेरा भाई जाने अंजाने में मेरे साथ बहुत कुछ कर जाता था और जब उस ने मेरी गान्ड में फिंगर डाली तब से तो में डेली अपनी गान्ड में फिंगरिंग करती थी फुद्दि को रब करती थी मुझे बहुत मज़ा आता था लेकिन में लंड के लिए भी बहुत तर्सि हूँ जो अब मुझे मिल गया आ आराम से चोदो मेरी गान्ड को बहुत मज़ा आ रहा है.
भाभी--भाई अब जब मुझे लंड मिल गया तो में दर्द की परवाह क्यों करूँ जितना तर्सि हूँ उतना ज़्यादा चुदवाउन्गी तब ही तो वो सारी कमी पूरी हो गी आह अब तेज़ तेज़ करो में फारिग हो रही हूँ आह भाई में गई ह्म्म आह माँ में गई आह भाईईईईईईईईईईईईई.
भाभी की बातें सुन कर में भी फारिग हो गया मेरा लंड भाभी की गान्ड मेरी कम से भर रहा था और भाभी की फुद्दि गरम पानी की फुहार निकाल रही थीं भाभी की कम टाँगों पे बह रही थी भाभी बहुत सेक्सी लग रही थीं भाभी की गान्ड रेड हो चुकी थी मेरे थप्पड़ खा कर.
कुछ देर बाद भाभी ने खुद आराम से मेरा लंड अपने टाइट गान्ड से निकाला और नीचे बैठ क मेरा लंड मूँह में ले के सक करने लगी भाभी ने मेरा लंड बिल्कुल सॉफ कर दिया.
फिर मैने शलवार पहनी और दुबारा नहाने चला गया.
भाभी ने नाश्ता बनाया मैने नाश्ता किया और भाभी मेरी गोद में बैठी रही.
डोर बेल बजी में बाहर गया डोर ओपन किया तो सिद्रा बाजी आई हुई थीं उन्होने मुझे गले से लगाया और अंदर आ गयीं.
भाभी भी हमारे साथ बैठी थीं फिर कुछ देर बाद भाभी अपने रूम में चली गयीं और हम बातें करने लगे.
सिद्रा बाजी: भाई मुझे अभी तक तुम्हारे साथ किया सेक्स बहुत याद आता है मुझे जब भी वो चोदते हैं मेरे दिमाग़ में तुम होते हो.
फिर में सिद्रा बाजी को रूम में ले गया और उन्हे नंगा कर दिया सिद्रा बाजी ने मेरा लंड निकाल कर उसे सक किया फिर खड़ी हो गई बाजी झुक गई और मुझे कहा भाई जल्दी से चोदो मुझे ये ना हो कोई आ जाए.
में सिद्रा बाजी के पीछे आ गया और लंड बाजी की फुद्दि में घुसा दिया और मज़े से सिद्रा बाजी को चोदने लगा बाजी की फुद्दि पहले की तरह टाइट नही थी अब कुछ खुल गई थी लेकिन फुद्दि तो फुद्दि है खुली हो या टाइट.
और वैसे भी यहा मुझे राज शर्मा जी का एक डायलॉग याद आ गया
चूत चूत सब एक सी एक चूत के रंग
इन्हे प्रेम से चोदिये चौड़ी हो या तंग
कहे राज कबिराय चूत की ऐसी तैसी
लंड गया मुरझाय चूत वैसी की वैसी
में सिद्रा बाजी को चोद रहा था कि डोर खुला और भाभी अंदर आ गयीं.
सिद्रा बाजी जल्दी से सीधी हो गई और शलवार पहनने लगी.
भाभी : अरे सिद्रा कोई बात नही तुम करो अपना काम रूको नही डरो नही.
मैं--जी बाजी भाभी किसी से नही कहेंगी और कुछ देर पहले ही तो चोदा है मैने भाभी को किचन में आप मत डरो.
मैने सिद्रा बाजी की शलवार दुबारा नीचे कर दी और अपना लंड बाजी की फुद्दि में डाल दिया में बाजी को चोद रहा था कि भाभी बाजी के सामने आ गयीं और कमीज़ से अपना बूब बाहर निकाल कर सिद्रा बाजी के मूँह में दे दिया सिद्रा बाजी भाभी के बूब सक करने लगीं भाभी ने मज़े से आँखे बंद कर लीं और में बाजी को चोद रहा था.
फिर मैने बाजी को डॉगी स्टाइल में किया और अपना लंड बाजी की गान्ड में डाल दिया भाभी अब नीचे लेट गई थीं और वो सिद्रा बाजी की फुद्दि चाट रही थीं.
सिद्रा बाजी ने भाभी की शलवार उतार कर उन की टांगे खोल कर भाभी की फुद्दि सक करने लगीं.
में बाजी की गान्ड में तेज़ तेज़ और झटके मार मार कर चोद रहा था भाभी बाजी की और सिद्रा बाजी भाभी की फुद्दि चाट रही थीं.
कुछ देर बाद में सिद्रा बाजी की गान्ड में फारिग हो गया लेकिन अपना पूरा लंड बाजी की गान्ड में ही रहने दिया.
मेरी सारी कम बाजी की गान्ड में निकल गई और मैने आराम से लंड निकाल लिया और बेड पे लेट गया में उन दोनो को देख रहा था अब वो दोनो बहुत सेक्सी स्टाइल में सेक्सी आवाज़ो के साथ एक दूसरे की हार्ड सकिंग कर रही थीं और कुछ ही देर बाद दोनो एक दूसरे के मूँह में फारिग हो गयीं दोनो ने एक दूसरे की फुद्दि चाट कर बिल्कुल सॉफ कर दी.
भाभी मेरी लेफ्ट साइड पे और सिद्रा बाजी राइट साइड पे लेट गयीं मैने दोनो को नंगा गले से लगाया हुआ था.
फिर हम उठे और कपड़े पहन लिए और टीवी लाउन्ज में आ कर बैठ गये.
मुझे अब सिर्फ़ सुमेरा बाजी को चोदने का बेसबरी से इंतजार था वो अब मेरी सब से बड़ी ख्वाहिश बन गई थी अब में जिसे भी चोदता तो मेरे सामने सुमेरा बाजी की गान्ड आ जाती और मुझे इतना मज़ा ना आता सेक्स करने का क्योंकि उस की बात ही कुछ और है इसी लिए में अब जब भी फक करता तो जल्दी फारिग नही होता था.
कुछ देर बाद बारी बारी सब घर आ गये और फिर हम सब हॉस्पिटल गये भाई को मिलने.
भाई काफ़ी बेहतर थे और कुछ दिनो में उन्हे डिसचार्ज कर देना था डॉक्टर ने.
शाम को हम वापिस आ गये सब अपने रूम्स में और में सुमेरा बाजी के रूम में चला गया.
समीना बाजी भी वहीं थीं मैने समीना बाजी से कहा कि प्लीज़ वो साइमा बाजी के साथ सो जाएँ मैने यहाँ सोना है.
समीना बाजी समझ गयीं और चुप चाप उठ कर चली गयीं.
सुमेरा बाजी: भाई तुम ने एक बार कहा और समीना आराम से चली गई पहले तो कभी नही मानती थी तुम्हारा कहना आज कैसे?
बाजी देख लें में सब के साथ बहुत प्यार करता हूँ इस लिए अब सब मेरे साथ अच्छे हैं और कहना भी मानते हैं.
सुमेरा बाजी: वाह भाई तुम तो कमाल हो.
मैं--अच्छा बाजी आज दिल कर रहा है और करने का? मैने इसी लिए समीना बाजी को वहाँ भेजा है सोचा शायद आप का दिल कर रहा हो और में आप की हेल्प कर दूं.
सुमेरा बाजी: भाई मैने अपनी फ्रेंड्स से बात की तो उन्होने कहा अकेले में जितना मज़ा आता है किसी के साथ नही आता इस लिए में अकेले ही करूँ गी प्लीज़ भाई नाराज़ मत होना आप.
मैं==अरे बाजी नाराज़ की क्या बात है जैसे आप का दिल चाहे वैसे उन्होने किसी को करने ही नही दिया हो गा इस लिए तो उन्हे पता नही है खैर आप की मर्ज़ी आप खुद करना में यहीं हूँ अगर आप थक जाएँ या मज़ा ना आए तो मुझे बता देना में हेल्प कर दूंगा ठीक है बाजी?
सुमेरा बाजी: हां भाई ये ठीक है लेकिन भाई तुम नीचे सो जाना बेड पे नही प्लीज़ क्योंकि में लाइट ऑन कर के करूँ गी इस तरह में देख भी सकती हूँ जो कर रही होती हूँ और तुम नीचे से मुझे देख भी नही सको गे और अगर मुझे तुम्हारी हेल्प की ज़रूरत हुई तो में बता दूँगी फिर तुम लाइट ऑफ कर के बेड पर आ जाना ओके?
मैं--ठीक है बाजी फिर में उठा डोर लॉक कर दिया और बेड के पास ज़मीन पे बिस्तेर बना कर लेट गया.
सुमेरा बाजी बेड पे लेट गयीं पहले उन्होने कुछ पढ़ाई की फिर वो बुक्स साइड पे रख के लेट गयीं.
मैने आँखे बंद की हुई थीं और सोने का बहाना बनाया हुआ था.
मैने आराम से देखा तो सुमेरा बाजी ने अपना हाथ अपनी शलवार में डाल दिया और आराम आराम से अपनी फुद्दि को रब करने लगीं.
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