RE: Incest Kahani स्वीट सिस्टर्स और सिस-इन-लॉ
मुझे बहुत मज़ा आ रहा था सुमेरा बाजी को धीरे धीरे चोदने में मेरी कोशिश थी किसी तरह मेरे लंड का सिर बाजी की फुद्दि में चला जाए फिर आसानी हो गी.
सुमेरा बाजी: भाई अब थोड़ा और डालें अंदर बिल्कुल आराम से आह भाई हां हां जाने दो आउच भाई ह्म्म्मa नही रूको नही थोड़ा और ज़ोर दो आह हां भाई ऐसे आराम आराम से ज़ोर दो कुछ कुछ अंदर जा रहा है आह भाई आराम से करो ना मज़ा आ रहा है मुझे मेरे निपल्स को सक करो भाई मुझे मज़ा आता है अया भाई आराम से बस बस रुक जाओ आह भाई प्लीज़ धीरे धीरे करें झटके तो ना मारे आह भाई दर्द हो रहा है.
मेरे लंड का सिरा सुमेरा बाजी की फुद्दि में घुस गया था अब मुझे कोई डर नही था में आराम आराम से अपना लंड हिलाता रहा और कुछ ही देर में बाजी को मज़ा आने लगा में बाजी के निपल्स को सक कर रहा था.
क़रीब 10 मिनिट बाद मैने अपने लिप्स सुमेरा बाजी के लिप्स पे पहली बार रखे और लंड को आराम से हिलाता रहा कुछ ही सेकेंड में बाजी मुझे भी किस करने लगीं उन्हे भी अब मज़ा आ रहा था और मौका अच्छा था मैने थोडा ज़ोर ज़ोर दिया और मेरा लंड 1 इंच से ज़्यादा बाजी की फुद्दि में चला गया लेकिन बाजी की फुद्दि बहुत ही ज़्यादा टाइट थी मुझे अंदर डालने में मुश्किल हो रही थी तो बाजी के क्या हाल हो गा.
मैने अपने लिप्स सुमेरा बाजी के लिप्स पे ही रखे बाजी की चीख मेरे मूँह में सॉफ सुनाई दी और में बाजी का दर्द भी फील कर सकता था लेकिन मुझे पता था अभी नही क्या तो काफ़ी साल वेट करना पड़े गा जो में नही कर सकता था.
कुछ देर बाद जब बाजी कुछ मज़ा करने लगीं तो मैने अपना लंड सिर तक बाहर निकल के फिर पहले से कुछ ज़्यादा ज़ोर दिया और इस बार फिर मेरा लंड सुमेरा बाजी की मासूम छोटी फुद्दि को चीरता हुआ फाड़ता हुआ अंदर घुस गया.
मेरा लंड हाफ से ज़्यादा बाजी की फुद्दि में था बाजी की आँखूं से लगा तार आँसू बह रहे थे लेकिन मैने अपने लिप्स बाजी के लिप्स पे ही रखे और बहुत मज़बूती से पकड़ भी रखा था बाजी मेरे नीचे तड़प रही थीं सेम उसी तरह जैसे एक फिश पानी से बाहर निकल के तड़पति है.
यक़ीन करें या ना करें वो सच में बहुत छोटी थी और उन की फुद्दि बहुत ही टाइट थी.
सुमेरा बाजी ने किसी तरह अपने लिप्स मेरे लिप्स से छुड़ा लिए.
सुमेरा बाजी: भाई तुम मुझे मारना चाहते हो क्या? एक तो मुझे इतना दर्द हो रहा था ऊपर से आप ने मेरे लिप्स अपने मूँह में दिए हुए थे मुझे सांस लेने में मुश्किल हो रही थी.
प्लीज़ अब आराम आराम से डालो अब पहले जितना दर्द नही हो रहा है मुझे प्लीज़ आराम आराम से करो झटके ना मारो भाई अया भाई थोड़ा बाहर निकाल कर फिर ज़ोर दो अंदर करो.
हां भाई बिल्कुल ऐसे ही करो आराम आराम से आह भाई ऐसे ही ह्म्म भाई अब दर्द नही हो रहा मुझे कुछ अच्छा फील हो रहा है आप मेरे निपल्स सक करें उस से दर्द ज़्यादा महसूस नही होता.
मैने सुमेरा बाजी के निपल्स को सक करना शुरू कर दिया और राम आराम से ज़ोर देता रहा आख़िर मेरा लंड आगे जाना रुक गया मैने उठ कर देखा तो मेरा 2 इंच लंड बाहर था.
मैने ज़ोर दिया लेकिन मेरा लंड बाजी की फुद्दि में कहीं टकराता और आगे नही जाता सुमेरा बाजी की फुद्दि अंदर से भी छोटी थी. मैने आराम से इन आउट करना शुरू कर दियाल लेकिन धीरे धीरे और वक़फे वक़फे से पूरा अंदर डालने की कोशिश भी करता रहा लेकिन मेरा लंड अंदर जा कर किसी चीज़ से टक्कर ख़ाता और आगे नही जा रहा था उफ्फ बाजी सुमेरा की इतनी टाइट फुद्दि और इतनी छोटी फुद्दि वा मज़ा आ गया.
सुमेरा बाजी: भाई ज़ोर ना दो अंदर जा कर लगता है तो दर्द होता है बस यहीं तक काफ़ी है अब मुझे कुछ मज़ा दो प्लीज़.
हां भाई धीरे धीरे इन आउट करो मुझे अब कुछ कुछ अच्छा फील हो रहा है.
ऐसे भाई बिल्कुल ऐसे और भी धीरे करो तो बहुत मज़ा आता है यस यस भाई थोड़ा ज़्यादा निकाल कर फिर पूरा अंदर तक ले जाओ आह आह भाई ह्म्म भाई अब मज़ा आ रहा है मुझे हां भाई करो और करो धीरे धीरे प्लीज़ तेज़ मत करो भाई हां ऐसे ही करते रहो भाई मुझे बहुत अच्छा फील हो रहा है भाई मुझे मज़ा आ रहा है आह भाई ह्म्म मज़ा आ रहा है अब मुझे भाई थोड़ा सा तेज़ करो ना मुझे मज़ा आ रहा है ह्म्म भाई रूको नही में फारिग होने वाली हूँ भाई और करो थोड़ा तेज़ आह नही इतना तेज़ नही भाई आह हां ऐसे आह आह भाई करो जल्दी करो में गई भाई मेरी फुद्दि गई ह्म्म आअहह भाई यस यस तेरे यू गो भाई में गीईईईईईईईईई.
बाजी की सेक्सी बातें सेक्सी आवाज़ में सुन कर और टाइट फुद्दि में चोद कर मुझे बहुत बहुत मज़ा आ रहा था और बाजी के फ़ौरन बाद में भी बाजी की फुद्दि के अंदर फारिग हो गया मेरी कम मेरे लंड से मुश्किल से निकल रही थी क्योंकि सुमेरा बाजी की फुद्दि अभी तक बहुत ज़्यादा टाइट थी और मेरे लंड को बहुत टाइट पकड़ रखा था मेरी सारी कम बाजी की फुद्दि में निकल गई और मैने आराम से अपना लंड बाजी की फुद्दि से बाहर निकालना शुरू किया.
सुमेरा बाजी: भाई आराम से निकालो मुझे बहुत अच्छा लग रहा है भाई आह आराम से भाई ऐसा लग रहा है जैसे तुम्हारा लंड मेरी फुद्दि के अंदर का सारा समान साथ निकाल रहा है आह भाई आराम से हां भाई बहुत मज़ा आ रहा है भाई तुम्हारा लंड मेरी फुद्दि को अपने साथ बाहर निकाल रहा है आह भाई ह्म्म मज़ा आ गया भाई आइ लव यू भाई मुझे बहुत मज़ा आया.
मैने लंड बाहर निकाल लिया और मेरी काफ़ी कम बाहर निकलने लगी सुमेरा की फुद्दि इतनी टाइट थी कि मेरी पूरी कम अंदर नही निकलने दी इतना टाइट थी उन की फुद्दि.
मेरा लंड अभी तक हार्ड था वो बैठने का नाम ही नही ले रहा था लेकिन में थक गया था और बाजी सुमेरा को गले से लगा के कुछ देर रेस्ट किया लेकिन मेरा लंड सॉफ्ट नही हुआ.
बाजी मेरा लंड अभी तक हार्ड है और अब लास्ट होल रह गया है क्या वहाँ ट्राइ करें प्लीज़?
सुमेरा बाजी: भाई वहाँ कितना दर्द हो गा?
बाजी दर्द तो हो गा लेकिन में वहाँ भी आराम से और प्यार से करूँ गा.
लेकिन बाजी आप अब की तरह कुछ हिम्मत करना और कुछ दर्द बर्दाश्त भी करना.
सुमेरा बाजी: भाई में कोशिश करूँ गी और वो उल्टी लेट गयीं मैने कहा बाजी डॉगी बन जाएँ बाजी ने अपनी गान्ड बेड से उठा ली और घुटनो के बल हो गयीं डॉगी स्टाइल बना लिया और में बाजी क पीछे आ गया.
मैने बाजी की गान्ड को देखा वो बहुत छोटी थी उस को खोलने की ज़रूरत भी नही थी. मैने काफ़ी सारा थूक बाजी की गान्ड के होल पे डाल दिया और अपने लंड बाजी की गान्ड के स्माल टाइट होल पे रख कर आराम से ज़ोर दिया लेकिन लंड स्लिप हो जाता और अंदर नही जा रहा था.
|