RE: Desi Chudai Kahani कमसिन जवानी
कमसिन जवानी-6
गतान्क से आगे...........................
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अजय उसकी पॅंटी के साइड से हाथ ले जा कर चूत पर हाथ फेरने लगता है...उम्म्म्म घनी झांतो के बीच छ्होटी सी चूत उसे दीवाना बना रही थी...उम्म...."बाल साफ नहीं करती क्या..??"अजय ने पूछा..
सपना:-नहीं अभी तक तो नहीं करे..ह..एम्म्म
अजय ने अपनी दो उंगलियों से उसने चूत के होठों को फैलाया और चूत दाने को मसल्ने लगा..सपना तो जैसे जन्नत में ही पोचोच गयी..अजय को बोहोत मज़ा आ रहा था....और अजय धीरे धीरे चूत को मसल्ने लगता है....नर्म नर्म चूत से निकलने वाली गर्मी से अजय को एहसास हो रहा था के उसका हाथ किसी जलती भट्टी के अंदर डाल दिया हो...
सपना धीरे धीरे आहें भर रही थी........अजय अपनी बीच की उंगली उसके चीढ़ में घुसाने लगता है..
सपना:-अहह ...अजय प्ल्ज़्ज़ यहाँ नहीं...प्लज़्ज़्ज़....दर्द हो रहा है...
अजय :-चुप चाप बैठो वरना सबको पता चल जाएगा...अभी थोड़ा दर्द फिर तो मज़ा ही मज़ा है मेरी जान..इतना कह कर उसने उंगली चूत के छेद के अंदर कर दी.......
और धीरे धीरे अंदर बाहर करने लगा........सभी मूवी देखने मे मस्त थे और यहाँ इनकी काम प्रतिक्रिया चल रही थी....
अहनन्न..ष्ह
मुझे कुछ हो रहा है...आज अज्जे..
अजय ने उंगली अंदर बाहर करना और तेज़ कर दिया..अचानक सपना ने अपने बाए हाथ से अजय के हाथ को ज़ोर से पकड़ लिया वो पूरी अकड़ गई और तीन चार चम्मचछ चूत रस की फुहार ने अजय के हाथो को पूरा गीला कर डाला...गरम गरम चिपचिपे लावे से अजय का हाथ पूरा गीला हो गया
और वो ढीली पड़ गयी...अजय ने उंगली से ही सपना की चुदाई कर डाली थी..लेकिन वहाँ उसका लंड अपने उफान पर था.....वह पॅंट फाड़ कर बाहर आने के लिए मचला जा रहा था...
अजय ने सपना से इंटर्वल में ही कहीं बाहर चलने को कहा..आज वो उसे चोदे बिना नहीं मानने वाला था..
सपना से भी बर्दाश्त करना मुश्किल जो हो रहा था....क्यूकी सपना भी अजय क लंड का स्वाद चखना चाहती थी....
इंटर्वल होते ही सपना अपनी दोस्त से सिर दर्द का बहाना बना कर जाने का बोल देती है.....
सपना:-यार में घर जा रही हूँ अजय छ्चोड़ देगा मुझे घर तक.......
और अजय सपना दोनो ही सपना के रूम पर चले जाते हैं....
सपना किराए का रूम लेकर रहा करती थी...और उसके रूम पर लड़के लड़की सभी आते जाते थे...मकान मालिक को किसी के आने जाने से कोई आपत्ति नहीं थी..वो उपेर ही रहा करता था और नीचे सपना रूम में किराए से रहती थी...
रूम के अंदर जाते ही अजय ने सपना को ज़ोर से अपनी बाहों मे भीच लिया..........
सपना ने भी कोई कसर नहीं छोड़ी ...उसने उसके चेहरे को हल्का नीचे झुका कर अपने प्यासे होठों को अजय के होठों पर रखकर अपनी प्यास बुझाने लगी........
अजय उसके नर्म और मुलायम होठों को ज़ोर ज़ोर से चूसने लगा और अपनी जीभ उसके पूरे मूह में घुमाने लगा......
एक हाथ से अजय ने सपना की चूचियो को हाथ में पकड़ रखा था और उसे मसल रहा था ....
सपना की फिगर 38 थी....जिसे देख कर कोई भी पागल हो जाए..एक दम सुडौल ........अजय ने किस करते करते ही उसके टॉप को उपेर उठा कर ब्रा के उपेर से उसकी चूचिया मरोड़ने लगा...और एकदम से सपना को खुदसे अलग कर दिया...
सपना हड़बडकेर.."क्या हुआ ..रुक क्यूँ गये तुम"
अजय कुछ नहीं...."अपने कपड़े उतार"
सपना"तुम उतार दो ना"
अजय"मैने कहा टॉप उतार अपना"
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