Incest Porn Kahani ठरकी दामाद
08-31-2018, 04:43 PM,
RE: Incest Porn Kahani ठरकी दामाद
अजय की नज़रें तिरछी होकर उसके सेक्सी बदन को निहार रही थी...उसने जो शर्ट पहनी हुई थी उसके बटन के गेप से उसे रचना की ब्रा सॉफ दिखाई दे रही थी...पिंक कलर की ब्रा उसके गुलाबी बदन से मैच कर रही थी..

और स्कर्ट के नीचे उसकी सुडोल टांगे भी काफ़ी गज़ब की लग रही थी...उसकी टाँगो पर हाथ फ़ेरकर वो उसकी चिकनाई को कल रात ही महसूस कर चुका था...शुरू में तो रचना को भी मजा आ रहा था...लेकिन बाद में उसने अपने माता पिता की वजह से अजय के हाथ को झटक दिया था ...अब वही कार थी...वही अजय था...और वही रचना भी...बस उसके माता पिता नही थे अब...इसलिए अजय के हाथ उसकी टाँगो पर फिसलने के लिए फिर से कुलबुला रहे थे...

थोड़ा आगे चलने के बाद अजय ने मेकडोनल्ड के टेकअवे काउंटर से फ्रेंच फ्राइस और कोल्ड ड्रिंकस ले ली...और वापिस जाने के लिए उसने जान बूझकर लंबा रास्ता चुना...ताकि घर पहुँचने में भी टाइम लगे..फिर वो आराम-2 से उससे बात करता हुआ..धीरे-2 कार चलाता हुआ..कोल्ड ड्रिंक के सीप भरने लगा...

अजय ने आख़िरकार अपने हाथ को उसकी टाँग से टच करवा ही दिया...रचना के चेहरे के एक्सप्रेशन्स फिर से बदल गये...उसकी साँसे तेज हो गयी...उसके शरीर में करंट सा दौड़ गया, जिसकी झनझनाहट अजय ने भी महसूस की, पर अजय ने हाथ नही हटाया...और अपनी उंगलियों से उसके माँस की नर्मी का मज़ा लेने लगा..




धीरे-2 उसके हाथो ने उसकी स्कर्ट को उपर खिसकना शुरू कर दिया..

वो अभी तक कुछ भी रिएक्ट नही कर रही थी...बस कसमसा कर अपनी सीट पर इधर उधर हो रही थी..

बाहर काफ़ी अंधेरा हो चुका था...इसलिए अजय के हाथ कुछ ज़्यादा ही बेफिक्री के साथ चल रहे थे..

अजय के मन में इस वक़्त किसी भी बात का डर नही था...उसकी हालत इस वक़्त ऐसे दौलतमंद इंसान की तरह थी जिसके बिज़नेस में अगर रिस्क लेकर छोटे-मोटे घाटे हो भी जाए तो उसे कोई फ़र्क नही पड़ने वाला था.....उसके पास इस वक़्त काफ़ी दौलत जो है .और रिस्क लेने के बाद अगर फायदा हो जाए तो वो दौलत किस हद तक बढ़ सकती है इसका भी उसे अच्छी तरह से पता था.. 


ठीक वैसे ही, अजय के दोनो हाथ पूरी तरह से चूतों से भरे हुए थे जो इस वक़्त उसके लिए दौलत के सामान ही थी ...ऐसे में थोड़ा बहुत रिस्क लेकर अगर वो रचना पर लाइन मारे और वो मना भी कर दे तो उसे कोई फ़र्क पड़ने वाला नही था...क्योंकि उसके मना करने के बाद भी उसके पास पूजा, रिया और अपनी सासु माँ की चूतें जो थी मारने के लिए … लेकिन वो अच्छी तरह से जानता था की ये रिस्क लेने मे नुकसान नही बल्कि फायदा ही होने वाला है..और उसकी लिस्ट में एक और नाम जुड़ने वाला है जिन्हे वो अपनी इच्छानुसार चोदेगा

इसलिए उसने बिना कोई देरी किए आज से ही ऐसे बिहेव करना शुरू कर दिया था जैसे वो ये काम ना जाने कब से करता चला आ रहा ...

और मज़े की बात ये थी की रचना भी उसे मना नही कर रही थी..

अजय ने थोड़ी और हिम्मत की और अपना हाथ उसकी जांघो के बीच खिसका दिया...और उसका हाथ रचना की गीली पेंटी से जा टकराया..



अब तो रचना के शरीर में कसाव सा आना शुरू हो गया...उसने अजय के हाथ को अपनी टाँगो के बीच जकड़ लिया...और धीरे से बोली : "क......क्या कर रहे हो सर......''

अजय ने कुछ जवाब नही दिया...

और अपने हाथ को थोड़ा और अंदर खिसका कर उसकी दरार पर अपनी उंगली मसल दी...

एक महीन सी सिसकारी उसकी कार में गूँज गयी..और उसकी आँखे बंद हो गयी...

कार अपनी गति से चलती जा रही थी..

बाहर से किसी को भी पता नही चल रहा था की अंदर क्या चल रहा है...अजय की कार ऑटोमॅटिक गियर वाली थी...इसलिए उसे अपना हाथ उसकी जाँघो से निकालना भी नही पड़ रहा था..



अजय ने जब अपनी बीच वाली उंगली से उसकी चूत की परत को कुरेदा तो एक लंबी सी सिसकारी के साथ रचना का हाथ उसके लंड पर आ गिरा..

''सस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सिीर.....''



ये तो अजय ने एक्सपेक्ट भी नही किया था...रचना ने उसके लंड के उपर हाथ रखकर उसे धीरे से दबाया...अजय ने भी अपने हाथो की बंदिश और कड़ी कर दी ....

ये शायद रचना की जिंदगी का पहला लंड स्पर्श था, इसलिए उसे पकड़कर उसकी आँखों में वासना के बादल साफ़ देखे जा सकते थे

कार रेड लाइट पर रुकी तो दोनो एक दूसरे की तरफ ऐसे देख रहे थे जैसे खा ही जाएँगे....

पहले ही दिन अजय ने रचना के अंदर चुदाई का एहसास जगा दिया था...

लेकिन अभी के लिए अजय कुछ भी नही करना चाहता था...क्योंकि आज तो वो पहले से ही काफ़ी दौलतमंद था...यानी एक कुँवारी चूत का उद्घाटन जो करना था उसे...इसलिए उसने अपना हाथ वापिस खींच लिया...और वैसे भी रचना का घर आने ही वाला था..

रचना तो अंदर से सोच रही थी की शायद अजय कहीं और लेकर चलेगा उसे....कहीं अंधेरे में जाकर कुछ करने की कोशिश करेगा...किस्स करेगा...पर ऐसा कुछ भी नही हुआ....उसने सिर्फ़ उसकी चूत में उंगली मारकर एक कभी ना बुझने वाली आग जला दी उसमे..

रचना का घर जब आया तो उसने अजय को थेंक्स कहा...और फिर एकदम से आगे बड़कर अजय के होंठों पर एक छोटी सी किस्स कर दी ...और तेजी से कार के बाहर निकल गयी..

अजय तो बस उसकी लिपस्टिक को अपने होंठों पर रगड़ता हुआ उसे दूर जाता देखता रह गया..

घर जाते हुए वो होल-2 मुस्कुरा रहा था...

और रात के लिए अपने लंड को सहला कर अभी से तैयार भी कर रहा था.
Reply


Messages In This Thread
RE: Incest Porn Kahani ठरकी दामाद - by sexstories - 08-31-2018, 04:43 PM

Possibly Related Threads…
Thread Author Replies Views Last Post
  Thriller Sex Kahani - मोड़... जिंदगी के sexstories 21 2,156 10 hours ago
Last Post: sexstories
  Incest Sex kahani - Masoom Larki sexstories 12 1,043 10 hours ago
Last Post: sexstories
Wink Antarvasnasex Ek Aam si Larki sexstories 29 864 11 hours ago
Last Post: sexstories
  Raj sharma stories चूतो का मेला sexstories 201 3,743,074 02-09-2024, 12:46 PM
Last Post: lovelylover
  Mera Nikah Meri Kajin Ke Saath desiaks 61 575,005 12-09-2023, 01:46 PM
Last Post: aamirhydkhan
Thumbs Up Desi Porn Stories नेहा और उसका शैतान दिमाग desiaks 94 1,337,315 11-29-2023, 07:42 AM
Last Post: Ranu
Star Antarvasna xi - झूठी शादी और सच्ची हवस desiaks 54 1,020,660 11-13-2023, 03:20 PM
Last Post: Harish68
Thumbs Up Hindi Antarvasna - एक कायर भाई desiaks 134 1,795,130 11-12-2023, 02:58 PM
Last Post: Harish68
Star Maa Sex Kahani मॉम की परीक्षा में पास desiaks 133 2,198,664 10-16-2023, 02:05 AM
Last Post: Gandkadeewana
Thumbs Up Maa Sex Story आग्याकारी माँ desiaks 156 3,155,013 10-15-2023, 05:39 PM
Last Post: Gandkadeewana



Users browsing this thread: 17 Guest(s)