RE: Hindi Sex Kahani नशे की सज़ा
कुछ देर बाद जीप एक सुनसान सी जगह पर आकर रुक गयी. इनस्पेक्टर ने अचानक अपने खड़े कॉक में से एक ज़ोर की पिचकारी छोड़ी और मेरे मूह मे उसका वीर्य-रस भर गया.इससे पहले की मैं कोई भूल करती,इनस्पेक्टर ने मुझे फटाफट हिदायत दे डाली,” एक भी बूँद गिरनी नही चाहिए-सारा का सारा रस पी जाओ.” इनस्पेक्टर ने मुझे अपनी गोद से उठाया और अपनी पॅंट की ज़िप बंद करके जीप से उतर गया-“चलो बाहर आ जाओ.पोलीस स्टेशन आ गया है.”मैने उतरकर देखा तो वहाँ बोर्ड लगा हुआ था-“स्पेशल पोलीस पोस्ट-क्राइम ब्रांच.”
मैं उसके पीछे पीछे थाने मे आ गयी-“ सर यहाँ और कोई नही है.बाकी सब की छुट्टी हो गयी क्या ?”
“यह स्पेशल चेक पोस्ट बनाया गया है जहाँ सिर्फ़ मेरा ही राज है-किसी दूसरे आदमी की यहाँ कोई ज़रूरत ही नही है क्योंकि दूसरे थानो से भी कुछ खास किस्म के अपराधी यहाँ पर लाए जाते हैं ताकि मैं उनका अपने तरीके से इनटेरगेशन कर सकूँ.” इनस्पेक्टर की बातों से मेरी रही सही हिम्मत भी जाती रही.
अंदर पोलीस स्टेशन का नज़ारा भी देखने लायक था.पोलीस स्टेशन थाना कम, ड्रवोयिंग रूम ज़्यादा लग रहा था.एक टेबल 4 चेर के अलावा एक आरामदेह सोफा सेट भी वहाँ पड़ा हुआ था.एक अटॅच्ड वॉश रूम और एक एक्सट्रा रूम भी था जिसे शायद इनस्पेक्टर ने अपने आराम करने के लिए रखा हुआ था क्यूंकी वहाँ पर एक बेड भी पड़ा हुआ था. साइड मे ही एक कमरे में सलाखें लगी हुई थी जिसे जैल की तरह इस्तेमाल किया जाता होगा.यह सब मैने पहली बार देखा था और मैं बहुत ज़्यादा नर्वस हो रही थी.
“चलो इधर आकर खड़ी हो जाओ “ इनस्पेक्टर ने सोफे पर बैठते हुए कहा.
मैं इनस्पेक्टर (राज) के सामने आकर खड़ी हो गयी.उसका नाम मुझे टेबल पर रखी उसकी नेम प्लेट से मालूम पड़ा-जिस पर लिखा था राज शर्मा-इनस्पेक्टर-क्राइम ब्रांच.मेरे दोनो हाथ अभी भी पीछे की तरफ हॅंडकफ्ड ही थे.
मैने देखा कि वहाँ पर एक वीडियो कॅमरा लगा हुआ था जिससे लगातार रेकॉर्डिंग हो रही थी राज ने मेरी तरफ देखते हुए अपने खड़े हुए कॉक पर पॅंट के ऊपर से ही हाथ फिराया और बोला-,” इधर आओ मेरे नज़दीक”
मैं उसके बिल्कुल करीब जाकर खड़ी हो गयी.
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