RE: Hindi Sex Kahani नशे की सज़ा
राज शर्मा ने वीर्य से सना हुआ अपना लिंग नेहा के मूह से बाहर निकाला और दुबारा उसके होंठों के सामने करते हुए हुक्म दिया- “ चल इसे अपनी जीभ से सॉफ कर.” और नेहा ने अपनी जीभ बाहर निकालकर उसे उसके लिंग पर फिराना शुरू कर दिया-नेहा के मुम्मे जो एकदम तन कर बाहर की तरफ आ गये थे,उन्हे राज ने अपने दोनो हाथों से दबाना सहलाना शुरू कर दिया.
“ क्या चिकनी लौंडिया है…..” राज ने स्क्रीन पर देखते हुए अपना हाथ मेरे सीने मे घुसाते हुए कहा. हम लोग फिर से स्क्रीन पर चल रही फिल्म देखने लगे.
काफ़ी देर तक राज ने जब नेहा से मज़े ले लिए तो उसने अपने लिंग को उसके होंठों के आगे से हटाते हुए कहा-“ ठीक है तुम्हारी पर्फॉर्मेन्स लेकिन तुम्हे क्यूंकी ड्रग्स के संगीन जुर्म मे पकड़कर लाया गया है,तुम्हे हर सनडे को रात 10 बजे यहाँ पोलीस थाने मे अपनी हाज़िरी लगानी होगी और इसके अलावा भी मैं जब तुम्हे चाहूं इनटेरगेशन के लिए किसी भी दिन किसी भी समय बुला सकता हूँ.तुम अपना फोन और घर का पता सब बाहर मेरी केस बुक मे दर्ज़ कर दो.”
इसके बाद राज ने नेहा को खोलकर सीधा खड़ा कर दिया और बोला-“ अपने कपड़े पहनो और जैसे मैने कहा है वैसा ही करो.तुम्हारे साथ यहाँ जो कुछ भी हुआ है उसकी डVड मेरे पास सदा के लिए रहेगी-अगर तुमने कभी कोई चालाकी करने की कोशिश की या फिर मेरा हुक्म ना मानने की भूल की तो यह डVड मार्केट मे आउट हो जाएगी.”
इसके बाद यह नेहा वाली फिल्म ख़तम हो गयी और राज ने मेरी तरफ देखा.
“अब बताओ निशा,क्या प्लान है तुम्हारा मेरे साहिब को खुश करने का जिससे कि मेरे फटाफट प्रमोशन हो जाए.” इनस्पेक्टर राज शर्मा ने मेरी तरफ बड़ी उम्मीद से देखा.
“ सर जब नेहा के साथ तुम्हारे साहिब ने रंगरेलियाँ मनाई होंगी तो उस वक़्त आप वहाँ पर मौजूद थे क्या ?” मैने राज से पूछा.
“नही…..लेकिन इनस्पेक्टर तो मैं हूँ और इस तरह के खोजी सवाल तुम क्यूँ कर रही हो ?” राज ने हैरान होकर मेरी तरफ देखा.
“ठीक है.डVड तो होगी…आप तो यहाँ पर जो कुछ भी होता है उसकी सीक्रेट रेकॉर्डिंग करते हैं..” मैने जैसे ही कहा वैसे ही राज अपना कपबोर्ड खोजने लगा और कुछ देर बाद वो डVड निकल लाया जिसमे कमिशनर ने नेहा के साथ मज़े लूटे थे.
राज ने डVड को डVड प्लेयर मे डाला और एल्सीडी स्क्रीन की तरफ हम दोनो बड़ी उत्सुकता से देखने लगे जैसे किसी बहुत बड़ी बिग बजेट मूवी का प्रिमियर शुरू होने जा रहा हो.
फिल्म शुरू हो गयी और मैने देखा कि एक कमरे मे कमिशनर साहिब जिनकी उमर लगभग 45 साल के करीब होगी और देखने मे ठीक ठाक पर्सनॅलिटी के लगते थे,वो एक सोफे पर रिलॅक्स करने की मुद्रा में बैठे हुए थे.उनके सामने नेहा बिल्कुल नगनवस्था मैं खड़ी थी-उसके हाथ पीछे की तरफ हॅंडकफ्ड थे और उसकी आँखों पर काले रंग का ब्लाइंडफोल्ड बँधा हुआ था और वो शायद इस बात से बिल्कुल बेख़बर थी कि कमरे मे राज नही कमिशनर साहिब बैठे हुए हैं.
कमिशनर साहिब के एक हाथ मे शराब का ग्लास था और दूसरे हाथ से वो अपने पॅंट के उपर से अपने लिंग को धीरे धीरे सहला रहे थे-इसके बाद मैने देखा की कमिशनर साहिब उठकर शराब का ग्लास हाथ मे लिए हुए नेहा के नज़दीक पहुँचे और ग्लास को उसके होंठों से लगा दिया.नेहा शायद कुछ समझी नही क्यूंकी उसके तो ब्लाइंडफोल्ड लगा हुआ था.
“यह ब्लाइंडफोल्ड किसने लगाया इसे ?” मैने राज से पूछा.
“ यह सारी सेट्टिंग करके तो मैने ही दी थी-कमिशनर साहिब को तो थाली मे परोस्कर ही देना होता है.” राज ने स्क्रीन की तरफ देखते हुए मुझे जबाब दिया.
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