RE: Hindi Sex Kahani नशे की सज़ा
नशे की सज़ा पार्ट--5
गतांक से आगे..............................
इस समय शाम के 7.45 बज चुके थे और कमिशनर साहिब को लगभग 8 बजे आना था.समय बहुत कम रह गया था-राज ने फटाफट मेरे हाथ पीछे करके मेरे हथकड़ी लगाई और मैं प्लान के मुताबिक एक कोने मे ज़मीन पर बैठ गयी-ज़मीन पर बैठने मे मुझे कोई मुश्किल इसलिए नही हुई क्यूंकी मैने स्कर्ट और टी-शर्ट पहन रखी थी.
राज मेरे सामने सोफे पर इस तरह बैठ गया ताकि कमिशनर के आने पर यह लगे कि निशा को उसने गिरफ्तार करने के बाद कमिशनर साहिब की मौज मस्ती के लिए ही रखा हुआ है.-ठीक 8 बजे एक पोलीस की जीप थाने के बाहर आकर रुकी और उसमे से कमिशनर साहिब उतरकर अंदर की तरफ आए-राज ने उन्हे सोफे से उठकर सल्यूट मारते हुए कहा-“गुड ईव्निंग सर ! आज आपको मायूसी नही होगी साहिब.आअज मैने एकदम ताज़ा माल आपके लिए पकड़कर रखा हुआ है-अभी एक घंटे पहले ही मैने इसे जी.टी.रोड के सुनसान इलाक़े से शराब पीकर बिना लाइसेन्स के तेज स्पीड से कार चलाने के जुर्म मे अरेस्ट किया है”
“अभी इसे कोई सज़ा दी है तुमने या नही ?” कमिशनर साहिब ने राज की तरफ देखा-शायद उन्हे शक़ था कि राज किसी हाथ आई खूबसूरत लौंडिया को बिना कुछ किए ही कमिशनर के सुपुर्द कर रहा है.
“अरे नही साहिब, मेरी इतनी जुर्रत कहाँ कि आपकी चीज़ पर मैं नज़र भी डालूं.-यह ताज़ा तरीन कच्ची कली तो खास आपकी मौज़ मस्ती के लिए ही है-जैसे चाहे इस्तेमाल कीजिए बस मेरे प्रमोशन का ख़याल रखें.” राज ने कमिशनर साहिब की चापलूसी करते हुए कहा.
“ठीक है.तुम तो ऐसा करो कि तिलक नगर के एस.एच.ओ से मिलकर एक कॉंप्लिकेटेड केस समझ लो वहाँ उन्होने किसी सेक्स रॅकेट का पर्दाफाश किया है-उसकी इन्वेस्टिगेशन भी मैं तुम्हे ही देना चाहता हूँ-तुम जब तक केस समझ कर यहाँ वापस लौउटोगे,तब तक मैं इस लौंडिया से मज़े ले लेता हूँ.” कमिशनर ने राज को वहाँ से भेजने का प्लान बताते हुए कहा.
राज के जाने के बाद कमिशनर ने दरवाज़ा बंद कर लिया और उसे लॉक भी कर दिया ताकि उसकी मौज़ मस्ती मे किसी भी तरह का डिस्टर्बेन्स ना हो सके. इसके बाद कमिशनर मेरे सामने पड़े सोफे पर बैठ गया और टेबल पर रखे पोलीस वाले डंडे को हाथ मे उठा कर उसे मेरी तरफ करते हुए बोला-“ चल खड़ी हो जा और अपना जुर्म कबूल कर “
मैने भी डरने सहमने का नाटक करते हुए बताया-“सर मैं कार चला रही थी थोड़ी सी शराब पीकर-कॉलेज मे पार्टी थी और मेरे लाइसेन्स हॉस्टिल मे ही रह गया था-बस इस
छोटे से जुर्म के लिए मुझे थानेदार साहिब ने गिरफ्तार कर लिया है-अब आप ही कुछ इंसाफ़ कीजिए मेरे साथ…….”
कमिशनर ने मेरी गोरी नंगी टॅंगो पर अपनी नज़र डाली और बोला-“लगता है तेरे कपड़े उतरवाने पड़ेंगे-चल इधर मेरे नज़दीक आ ताकि मैं तेरी हथकड़ी खोल दूं.”
उसके हुक्म के मुताबिक मैं कमिशनर से सेम जाकर खड़ी हो गयी.
“चलो पीछे घूम जाओ ! “ कमिशनर का हुक्म हुआ और मैं घूम गयी-मेरी हथकड़ी उसने खोल दी और बोला- “ अब ज़रा अपने सारे कपड़े उतारो और अपना खूबसूरत बदन मुझे दिखाओ ताकि मैं तुम्हारी सज़ा तय कर सकूँ.”
मैने शरमाने का नाटक किया-“ सर क्या कोई ऐसी सज़ा नही है जिसमे मुझे कपड़े नही उतारने पड़े क्यूंकी मैने आज तक किसी के भी सामने अपने कपड़े नही उतारे हैं.”
मेरी बात सुनते ही कमिशनर के पॅंट के बीच का उभार एकदम तन गया और वो उस पर हाथ सहलाते हुए बोला-“ नही लड़की,तुझे अपना नंगा बदन मुझे दिखना ही होगा वरना तुझे कम से कम 5 साल के लिए जैल मे बंद करूँगा-समझी कुछ ?”
“ जी समझ गयी “ मेरे मूह से निकला.
“ तो फिर देर मत कर और नंगी हो जा “ कमिशनर ने एक हाथ मे शराब का ग्लास पकड़ लिया.
मैने भी शरमाने का भरपूर नाटक करते हुए धीरे धीरे कपड़े उतरने शुरू किए-मेरी टी शर्ट मे उपर की तरफ गले पर दो बटन थे जो बंद थे-मैने धीरे धीरे उन्हे खोला फिर अपने दोनो हाथों से टी शर्ट को उपर उठकर धीरे धीरे उसे उतारने की कोशिश करने लगी ताकि इस बीच कमिशनर मेरे चिकने पेट और नाभि प्रदेश को देखकर पागल हो सके-और हुआ भी यही-जब टी- शर्ट मेरे बदन से अलग हो गयी और सिर्फ़ वाइट ब्रा ही मेरे कसे हुए सीने पर रह गयी तो कमिशनर के मूह से निकला-“ बेहद खूबसूरत और सेक्सी-अब फटाफट स्कर्ट भी अपने बदन से लग करो “
|