RE: Hindi Sex Kahani नशे की सज़ा
नशे की सज़ा--पार्ट--६
गतांक से आगे..........................
ठीक 9.30 बजे जब हम दोनो कमरे पर वापस पहुँची और दरवाज़े पर नॉक किया तो कूवोल्गी ने अपने जूते चाट रही नेहा को कहा-“चलो उठकर खड़ी हो जाओ ! “ नेहा जैसे ही उठकर खड़ी हुई,कूवोल्गी ने दोबारा से उसे हुक्म दिया-“चलो कान पॅक्डो और कोने मे दीवार से लगकर खड़ी हो जाओ ! जब तक मेरा हुक्म ना हो,तुम ऐसे ही खड़ी रहोगी और मेरे अगले ऑर्डर का इंतेज़ार करोगी…समझी ? “
“ यस सर………” नेहा के मूह से निकला.
कूवोल्गी दरवाज़ा खोलने के लिए सोफे से उठकर दरवाज़े की तरफ बढ़ गया-दरवाज़ा खुलते ही मैं और सलोनी कमरे के अंदर आ गयी और हम दोनो की निगाहें यकायक कोने मे कान पकड़कर खड़ी हुई नेहा पर टिक गयी जो पूरी तरह से निर्वस्त्र थी और शरम से उसका चेहरा एकदम लाल हुआ जा रहा था.
हम दोनो खाने के लिए बर्गर,पिज़्ज़ा सॅंडविच और पेस्ट्री लेकर आई थीं ताकि डिन्नर का काम चल सके-कोल्ड ड्रिंक्स और बियर कमरे मे रखे र्फ्रिजरेटर मे पहले से ही काफ़ी मात्रा मे रखे हुए थे-मैने खाने के सारे सामान को डाइनिंग टेबल पर लगाना शुरू कर दिया-लेकिन सलोनी का ध्यान लगातार नेहा पर टिका हुआ था और वो एकदम हाइप्नटिज़ होकर नेहा को ही देखे जा रही थी-कुछ देर बाद उससे रहा नही गया और बोल पड़ी- “ यार इस चिकनी को देखकर मेरी तो भूख प्यास ख़तम हो गयी है-मैं तो इसी को अपना भोजन बनाकर इससे अपनी भूख मिताउन्गि.”
कुछ देर के लिए कूवोल्गी वास रूम मे चला गया और मुझे मालूम था कि वो 5 मिनिट से पहले वास रूम से बाहर आने वाला नही था-मैने इस 5 मिनिट का भी भरपूर फायडा उठाने के लिए नेहा के योनि प्रदेश पर हाथ फ़िरते हुए उससे पूछा- किस बात की सज़ा मिली है तुझे चिकनी-क्या कूवोल्गी को खुश करने मे तुझसे कुछ कमी रह गयी ? “
“नही मॅम..ऐसी बात नही है……..मैने तो वो सब कुछ किया जो सर ने मुझसे कहा……फिर भी उन्होने मुझे ऐसे खड़े रहने का हुक्म दिया और मैं खड़ी हो गयी” नेहा अपने कान पकड़े पकड़े ही बोली.
“ मज़ा आ रहा है ……..कूवोल्गी की स्लेव बनकर..? “ सलोनी ने नेहा के गालों पर हल्की सी चपत लगाते हुए पूछा.
नेहा को शायद समझ नही आया कि क्या जबाब दे-इसलिए कुछ नही बोली.सलोनी ने इसे एक्सक्यूस बनाकर उसके दूसरे गाल पर एक ज़ोर का थप्पर लगाया-“ तूने सुना नही कि मैने क्या सवाल किया..बोल चिकनी…….कूवोल्गी की स्लेव बॅंकर मज़ा आया की नही..”
“ येस मॅम………..” नेहा के मूह से निकला.
इस दौरान कूवोल्गी भी वॉश रूम से बाहर आ गया था और वो सलोनी और नेहा के बीच चल रहे इस नाटक को उत्सुकता से देखने लगा.
“ क्या……यस मॅम……सॉफ सॉफ बोल……..” सलोनी भी पुर मज़े लेने के मूड मे लग रही थी.सलोनी अपने हाथ को नेहा के चिकने पेट पर लगातार फिरा रही थी.नेहा उसकी इस छेड़खानी को सहने के लिए विवश थी क्यूंकी उसने अपने दोनो हाथों से कान पकड़ रखे थे.
नेहा का चेहरा ह्युमाइलियेशन से और भी ज़्यादा लाल हो रहा था क्यूंकी उसे सलोनी ने यह कहने के लिए मजबूर कर दिया-“ यस मॅम मुझे कूवोल्गी सर का सेक्स स्लेव बनने मे बहुत मज़ा आया….”
सलोनी द्वारा किए जा रहे नेहा के इस जबरदस्त ह्युमाइलियेशन को देखकर कूवोल्गी का लिंग एक बार फिर तनकर खड़ा हो गया-डाइनिंग चेर पर बैठता हुआ कूवोल्गी निशा से बोला- “ यार देख ऑलरेडी 10 बज रहे हैं-तुम्हारी यह सहेली इसको इतना ज़्यादा छेड़ रही है क़ि मेरा लिंग बार बार खड़ा हो रहा है-मुझे घर भी पहुँचना है 11 बजे तक-इसलिए तुम लोग अपना खाना पीना करो और मुझे 10-15 मिनिट इस चिकनी के साथ और मौज़ मस्ती करने दो ताकि मेरा खड़ा लिंग किसी तरह शांत हो सके.”
कूवोल्गी की यह बात सुनकर सलोनी बोली- “ अरे यार….कभी हमारे साथ भी रात बिताया करो-घर पर तो हमेशा ही जाते हो….खैर मैं ज़ोर नही डालूंगी…..और संभलो अपनी इस चिकनी को ! “
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