RE: Hindi Sex Kahani नशे की सज़ा
नेहा चुप रही-शायद वो कुछ समझी नही कि क्या कहना है.सलोनी ने एक हल्का सा स्लॅप नेहा के गालों पर लगाते हुए कहा-“ तुम्हारे बदन के जिस किसी अंग पर मैं अपनी उंगली या हाथ रखूँगी,तुम्हे अब बिना पूछे उसका नाम बताना है…….पहली बार मे ही नाम नही बताया तो स्लॅप इस बार थोड़ा ज़ोर से लगेगा……..”
यह एक नये तरह का ह्युमाइलियेशन था जो शायद नेहा ने एक्सपेक्ट भी नही किया था. नेहा अभी भी कुछ नही बोली-इसलिए इस बार सलोनी ने एक जोरदार थप्पड़ उसके गाल पर लगाया-“बोलो मेरी जान…….नही तो और ज़ोर से लगेगा.”
“मॅम….यह मेरे लिप्स हैं…….”नेहा बोली.
“इंग्लीश नही…..हिन्दी मे बोलो…….” सोनाली भी पूरे मूड मे लग रही थी.
“मॅम यह मेरे होंठ है..” नेहा इस बार हिन्दी मे बोली…
सलोनी के हाथ सरककर नेहा के सीने के उभारों पर आ गये थे-नेहा कुछ समझ पाती,सलोनी का एक जोरदार थप्पड़ नेहा के गाल पर लगा और नेहा एकदम से बोली-“ मॅम…..यह मेरे…..ब्रेस्ट्स हैं………..” सलोनी ने बिना किसी देर किए एक और जोरदार थप्पर नेहा के दूसरे गाल पर लगाते हुए कहा-“ हिन्दी मे बोलो……..मेरी गुलाम…….हिन्दी मे बोलो……” नेहा फटाफट बोली-“ मॅम…….यह मेरे मुम्मे हैं…….अब ठीक है मॅम……….” नेहा ने इस तरह से पूछा मानो वो कन्फर्म करना चाहती हो की हिन्दी मे इसे मुम्मे ही कहते हैं…….अपने इस नयी नयी आई पोवेर पर सलोनी मानो मुस्करा पड़ी-“ मैने स्लॅप नही किया तो ठीक ,स्लॅप लगाया तो ग़लत…….समझी…..? “
“यस माँ ……..समझ गयी…..प्लीज़ मेरी ग़लती जहाँ हो वहाँ मुझे बता दें ताकि मैं अपने आप को ठीक कर सकूँ….मुझे स्लॅप ना करें…प्लीज़.” नेहा लगभग रोने लगी थी.
नेहा के इस जबरदस्त ह्युमाइलियेशन को देखकर मेरी अपनी योनि पूरी तरह गीली हो चुकी थी और मैने अपने योनि प्रदेश को जीन्स के उपर से ही सहलाना शुरू कर दिया था-कुछ देर बाद मैने अपनी जीन्स उतार फेंकी और सिर्फ़ पॅंटी मे ही चेर पर अपनी दोनो टांगे फैलाकर बैठ गयी ताकि अपने योनि प्रदेश को सहला सहला कर नेहा के गरमागरम ह्युमाइलियेशन का मज़ा ले सकूँ.
सलोनी ने मेरी तरफ देखा और मुस्कुराते हुए आँख मारकर बोली-“ मज़ा आ रहा है……..निशा…या फिर और कुछ करूँ………”
“बहुत मज़ा आ रहा है….चालू रखो अपना प्रोग्राम ! “ मैने लंबी लंबी साँसे लेते हुए अपने योनि प्रदेश पर हाथ फिराते हुए कहा.
सलोनी का हाथ अब नेहा के चिकने पेट पर सरक आया था और वो अपनी उंगली नेहा की नाभि के चारों तरफ गोल गोल घुमा रही थी-“फटपट बोलो……यह क्या है…….तुम मेरी सब बात मान रही हो इसलिए बीच बीच मे युंहे कुछ रियायत भी मिल रही है पनिशमेंट मे…..बोलो……..”
“यह मेरी चिकनी पतली कमर और उसके उपर यह नाभि है,मॅम………” नेहा बोलने के बाद सलोनी की तरफ इस तरह देखने लगी जैसे उसे मालूम नही हो कि उसका जबाब सही है या ग़लत और इसका फ़ैसला इस समय सलोनी के हाथ मे था.
मैने उत्तेजना की वजह से अपनी पॅंटी भी उतार डाली थी और अपनी नंगे योनि प्रदेश को इस तरह सहलाए जा रही थी जैसे की उसे बहुत ज़्यादा राहत की ज़रूरत हो.
सलोनी की हालत भी मेरी तरह ही होने लगी थी…उसने नेहा को दबाते सहलाते अपने योनि प्रदेश पर भी जीन्स के उपर से ही हाथ फिराया और अपने हाथ को नेहा की कमर से आहिस्ता आहिस्ता सरकते हुए उसके योनि प्रदेश पर ले गयी और नेहा के योनि प्रदेश पर अपने हाथ को फिराने लगी-नेहा एकदम चुप थी-मैं भी बड़ी उत्सुकता से देख रही थी कि अब नेहा इस अंग का क्या नाम बताने वाली है-नेहा लेकिन चुप थी और मेरी एक्सपेक्टेशन के मुताबिक सलोनी ने उसे एक जोरदार स्लॅप लगा दिया था-“बोलो यह क्या है………..?” सलोनी उससे पूछ रही थी और नेहा की आँखों से सिर्फ़ आँसू निकल रहे थे उसके होंठ बंद थे और वो कोई भी जबाब नही दे रही थी.सलोनी नेहा की तरफ देखकर बोली-“ तुम्हारे अब तक के को-ऑपरेशन को देखते हुए तुम्हे कुछ समय का ब्रेक दे रही हूँ……इस ब्रेक मे अपने बदन के बाकी के अंगों के नाम सोच कर रखो,मैं जहाँ कही भी अपना हाथ रखूं या फिर अपनी उंगली फिराउ,तेरे मूह से तुरंत उस अंग का नाम निकलना चाहिए.”
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