RE: Hindi Sex Kahani नशे की सज़ा
“ठीक है अब अपना शो चालू करो !” सलीम ने नेहा की तरफ देखा और मेरे गालों पर चपत लगाकर बोला-“ठीक से फिराओ अपनी जीभ …..पूरा मज़ा आना चहाइए…………वरना तुम्हे भी सख़्त सज़ा मिलेगी…..इसलिए मुझे खुश रखने मे ही तुम्हारी भलाई है…”
डर की वजह से मैने और ज़्यादा बढ़िया तरीके से अपनी जीभ को उसके लिंग पर फिरना शुरू कर दिया.
नेहा ने पास के टेबल पर रखा नाइफ उठाया और सलोनी की पॅंटी को काटना शुरू कर दिया –कुछ ही देर मे पॅंटी सलोनी के बदन से अलग हो गयी और उसका शेव किया हुआ चिकना योनि प्रदेश सलीम के सामने था. नेहा ने मुस्कुराते हुए एक बार अपना हाथ उसके चिकने योनि प्रदेश पर फिराया और सलीम की तरफ देखकर बोली-“क्या चिकनी लौंडिया है….सलीम सर ……..ज़रा छूकर देखें….मज़ा आ जाएगा…….”
सलीम कुछ कहता इससे पहले ही नेहा ने सलोनी को सलीम की तरफ धकेलते हुए उसे हुक्म दे डाला-“चलो सलीम सर अब तुम्हारी…….. चेक करेंगे……..”
शरम से लाल हुई जा रही सलोनी सलीम के एकदम नज़दीक आकर खड़ी हो गयी-नेहा ने फिर उसे हुक्म दिया-“अब तुम्हारे बदन के जिस किसी भी अंग को सलीम सर टच करेंगे…….तुम्हे उसका नाम सलीम सर को साफ साफ लफ़्ज़ों मे बताना है…..जब तक नाम नही बतओगि,तुम्हारा पिछवाड़ा मैं इस केन से गर्म करती रहूंगी.” नेहा ने अपने हाथ मे एक पोलीस के डंडे जैसी केन ले ली थी और नमूने के तौर पर उसने एक केन सलोनी के नितंबों पर ज़ोर से जड़ भी दी . सलोनी यकायक हुए इस प्रहार से एकदम दर्द से उछल पड़ी-नेहा ने एक बार फिर उसे धमकाया-“अगर अपना पिछवाड़ा सही सलामत रखना है तो जैसा मैने कहा है,वैसे ही करना………समझी…?”
“यस……….मॅम…………” सलोनी सुबक्ते हुए बोली.
सलीम ने जैसे ही सलोनी के योनि प्रदेश पर हाथ रखकर उसे दबाना सहलाना शुरू किया-सलोनी को ना चाहते हुए भी बोलना पड़ा-“सर यह मेरी योनि है.”
कुछ देर तक सलीम सलोनी की योनि पर हाथ फिराता रहा फिर उसके हाथ उसके नितंबो की गोलाईओं पर चले गये,इससे पहले की नेहा उसकी केन से स्पॅंकिंग करती,सलोनी बोल पड़ी-“ सर यह मेरे नितंब हैं.”
सलीम एकदम बौरा सा गया था-उसे सपने मे भी यह उम्मीद नही थी कि एक दिन ऐसा भी कभी आएगा जब यह सब हक़ीकत मे हो रहा होगा-उसने नेहा के हाथ से केन लेते हुए कहा-“नेहा तुम सामने सोफे पर बैठकर रिलॅक्स करो….आगे का शो मैं चालू रखता हूँ…”
नेहा ने अपने हाथ की केन सलीम के हाथ मे पकड़ा दी और सोफे पर जाकर बैठ गयी. सलोनी का इतना ज़्यादा ह्युमाइलियेशन करने के बाद नेहा खुद भी काफ़ी उत्तेजित हो चुकी थी और उसकी अपनी योनि एकदम गीली हो चली थी.नेहा ने अपनी जीन्स के उपर के बटन को खोलकर उसे अपनी कमर के पास से ढीला करके उसे थोड़ा नीचे की तरफ खिसकाया और सोफे पर बैठकर अपने योनि प्रदेश को पॅंटी के उपर से ही सहलाने लगी.
इस बीच सलीम ने अपने लिंग का वीर्य रस मेरे मूह मे भर दिया था जिसे मैं एक ओबीडियेंट सेक्स स्लेव की तरह पी रही थी-सलीम की भी अब तक हिम्मत काफ़ी बढ़ चुकी थी और उसे मालूल हो गया था कि हम सब पूरी तरह से उसकी गिरफ़्त मे हैं.मेरेद्वारा सारा वीर्य रस पीने एके बाद वो मेरे सामने अपना लिंग करता हुआ बोला-“देखो यह काफ़ी गीला गीला हो गया है-ज़रा अपनी जीभ से चाट चाट कर इसे एकदम सॉफ कर दो………”
नेहा ने हंसकर सलीम से कहा-“सर आप एकदम सही जा रहे हैं……..अपने सेक्स स्लेव से ऐसे ही ट्रीट करना होता है……”
अब मैने अपनी जीभ से चाट चाट कर उसके लिंग को सॉफ करना शुरू कर दिया-जब कुछ देर बाद उसे पूरी तसल्ली हो गयी तो उसने अपने लिंग को अपनी पानी के अंदर किया और बोला-“तुम अब नेहा के पास जाओ और उसके हुक्म की तामील करो ! मैं ज़रा इस सलोनी की जवानी से खेलता हूँ !”
मैं जैसे ही सलीम के चंगुल से कुछ देर के लिए आज़ाद हुई,नेहा ने एकदम ऑर्डर दे डाला-“निशा मेडम,ज़रा इधर आकर खड़ी हो जाओ मेरे सामने-मैं भी तो तुम्हारी इस जवानी को जी भरकर देख लूँ.”
नेहा का हुक्म सुनकर यकायक मुझे यह अहसास हुआ कि मैं पूरी तरह नंगी थी –मैने उठकर नेहा के पास पहुँचने मे कुछ देर लगाई तो वो एकदम गुर्रकार बोली-“फटाफट इधर आती है कि तेरी भी कुछ पूजा करनी पड़ेगी.”
इतना सुनते ही मैं एकदम उठी और अपने एक हाथ से अपना योनि प्रदेश और दूसरे हाथ से अपने उन्नत चूचियो को छुपाने का प्रयास करती हुई,नेहा के नज़दीक जाकर खड़ी हो गयी.
कुछ देर तक नेहा ने मेरे नंगे बदन को जी भरकर देखा और फिर अपने होंठों पर विषैली मुस्कान लाकर बोली-“अपने दोनो हाथ उपर उठाओ और उन्हे अपने सर के पीछे बाँधकर खड़ी रहो.जब तक मेरे ऑर्डर ना हो तुम्हारी पोज़िशन बदलनी नही चाहिए”
मैने वोही किया जो नेहा चाहती थी.
नेहा ने मेरे बदन पर इधर उधर अपना हाथ फिराया फिर अपने हाथ को वो मेरे योनि प्रदेश पर ले आई और वहाँ अपने हाथ का दबाब डालते हुए बोली-“चलो अपनी जंघें खोलो ! “
मैने अपनी टाँगे फैला दी और नेहा के लिए अब दबाना सहलाना कुछ आसान हो गया.
क्रमशः......................
|