RE: Hindi Sex Kahani नशे की सज़ा
नशे की सज़ा पार्ट--12
गतान्क से आगे......
जैसे ही बॉब्बी ने सलोनी के गालों पर स्लॅप किया, उसने तुरंत ही अपनी जीभ उसके लिंग पर फिरानी शुरू कर दी और बॉब्बी मस्ती मे डूबकर सलोनी के मुख मैथुन का आनंद लेने लगा. इस समय चल रहे इस सारे नाटक की वीडियो रेकॉर्डिंग लगातार चल रही थी ताकि इसको दिखाकर ना सिर्फ़ मुझे और सलोनी को वरन सलीम और परवेज़ को भी ब्लॅकमेल किया जा सके.
नेहा जब सलीम और परवेज़ की काफ़ी दुर्गति कर चुकी तो उसने रंजन की तरफ देखकर कहा-“ रंजन, इन दोनो का क्या करें ?”
रंजन ने नेहा से हंसकर कहा-“अब यह चारों लोग हमारे लाइफ-टाइम स्लेव्स बन गये हैं-निशा और सलोनी हमारे लिए सेक्स स्लेव्स का काम करेंगी और यह दोनो हमारे गुलाम बनकर रहेंगे-सबसे पहले तो इन दोनो से कहो की टेबल पर रखे पेपर्स पर फटाफट सिग्नेचर करें ताकि इनके रेज़िग्नेशन्स इनके हॉस्टिल मे दिए जा सकें-उसके बाद यह दोनो हमारे स्टूडियो मे सदा स्वीपर का काम करेंगे और वो सभी काम करेंगे जो हम सब इनसे करने के लिए कहेंगे-इन लोगों को सिर्फ़ खाना और ज़रूरी कपड़े पहनने के लिए दिए जाएँगे-और कुछ नही.”
बॉब्बी ने भी उसकी हां मे हां मिलाते हुए कहा-“बिल्कुल ठीक…….आज से यह दोनो नामुराद हमारे लिए बिना मोल के गुलाम हैं-इससे ज़्यादा कुछ नही……….इनसे सारे पेपर्स पर साइन करवा लो.”
नेहा ने दोनो को फटकार्टे हुए कहा-“चलो दोनो खड़े हो जाओ और जैसे साहब लोग कह रहे हैं-सभी पेपर्स पर चुपचाप साइन कर दो.”
सलीम और परवेज़ उठकर खड़े हुए और पेपर्स पर साइन करने लगे-वो दोनो हम लोगों के हाथों की कठपुतली बन गये थे,यह वो अब भली भाँति समझ चुके थे.
इधर रंजन ने अपना सारा वीर्य रस मेरे मूह मे भर दिया और बोला-“इस सारे रस को पी जाओ……गिरना नही चाहिए एक बूँद भी…………” मैं उसके सारे के सारे वीर्य रस को फटाफट पी गयी और फिर उसके लिंग पर अपनी जीभ फिरा फिरा कर उसे सॉफ करने लगी. मेरी इस बात से रंजन बहुर खुश हो गया और नेहा से बोला-“ यार यह तो बहुत बढ़िया सेक्स स्लेव है…….अपने आप ही सब कुछ किए जा रही है-कुछ भी कहने की ज़रूरत नही पड़ रही है…….”
उधर बॉब्बी ने सलोनी को अपनी दोनो टाँगों पर उल्टा करके लिटा लिया था और उसके चिकने गोल नितंबो पर अपने हाथ को फिरा फिरा कर मस्ती ले रहा था. मैं जब रंजन के लिंग को सॉफ कर चुक्की तो नेहा ने मुझे ऑर्डर दिया-“निशा तुम ज़रा इधर आकर मेरी कुछ खातिर करो.”
मैं नेहा के पास चली गयी-इस बीच नेहा ने बॉब्बी से लेदर बेल्ट ले ली और मेरे नंगे बदन पर ज़ोर से एक स्ट्रोक लगाते हुए बोली-“फटाफट शुरू हो जाओ….मुझे कुछ कहने की ज़रूरत नही पड़नी चाहिए,,,,,,,,मेरी कब क्या ज़रूरत है…… मेरे सेक्स स्लेव को यह बात हमेशा मालूम होनी चाहिए.” यह कहने के साथ ही नेहा ने अपना भीगा हुआ योनि प्रदेश मेरे मूह के सामने कर दिया-मेरे पास उसके योनि प्रदेश को अपनी जीभ से चाटने के अलावा और कोई रास्ता नही था.बीच बीच मे नेहा मेरे गालों पर थप्पड़ भी लगाती जा रही थी-“ठीक से चाट चिकनी…….मज़ा नही आ रहा है………” उसका स्लॅप खाने के बाद मैं फिर से उसे खुश करने मे लग जाती.
हम सब के सेक्सप्लाय्टेशन का यह सिलसिला रुकने का नाम ही नही ले रहा था-रंजन,बॉब्बी और नेहा-तीनो ही हम चारों की हर संभव तरीके से दुर्गति कर रहे थे-इस सारी रास लीला मे रात के 2 बज गये इसका पता तब चला जब रंजन ने कहा-“नेहा मुझे अभी कुछ ही देर मे एक वी आइपी गेस्ट को रिसीव करने एरपोर्ट पहुँचना है-फ्लाइट 3 बजे आएगी…ऐसा करो इन सब गुलामो को तुम अपने तरीके से मॅनेज कर लो……..और मैं एरपोर्ट के लिए निकल रहा हूँ.”
बॉब्बी ने रंजन की तरफ देखकर कहा-“तुम चलो….हम इन सब को मॅनेज कर लेंगे-अभी तो मौज़ मस्ती शुरू हुई है………अभी तो निशा का टॅलेंट भी टेस्ट करना है..”
इसके बाद रंजन तो वहाँ से चला गया और बॉब्बी ने सलीम और परवेज़ को ऑर्डर देते हुए कहा-“ऐसा करो तुम लोग तो अपने काम पर अभी से लग जाओ……..सारे स्टूडियो की और सारे ऑफीस की पूरी सफाई तुम दोनो की ज़िम्मेदारी है आज से-मैने यहाँ के सारे स्वीपर्स की पहले से ही छुट्टी कर दी है………कहीं भी कोई गंदगी नज़र नही आनी चाहिए और पूरा स्टूडियो और ऑफीस चकाचक चमकता रहना चाहिए-कुछ कमी पाई गयी तो भारी सज़ा मिलेगी……….समझ गये……….”
“जी साब……….समझ गये……….आपको शिकायत का कोई मौका नही मिलेगा.” सलीम और परवेज़ दोनो एक साथ बोले और अपने अपने काम पर लग गये.
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