RE: Hindi Sex Kahani नशे की सज़ा
बॉब्बी ने भी घबराहट मे पहले तो अपने कपड़े संभाले,फिर रंजन से बोला-“ डीआरआइ की रेड किस चक्कर मे पड़ रही है ? “
इस अफ़रा तफ़री का फ़ायदा उठाकर मैने और सलोनी भी अपने अपने कपड़े उठाकर उन्हे पहनने लगी.नेहा ने भी अपने आपको संभाला और घबराकर रंजन से बोली-“ यार.यह डीआरआइ की रेड का क्या चक्कर है ?”
रंजन के चेहरे पर घबराहट बढ़ती जा रही थी-“ यह वक़्त बातों मे पड़कर समय बर्बाद करने का नही है-हमारे चॅनेल के उपर कुछ फॉरिन एक्सचेंज वाइयोलेशन के सीरीयस चार्जस की डीटेल डीआरई वालों के हाथ लग गयी है-मैने सारा इंटेज़ाम कर रखा है-फटाफट यहाँ से सिंगापोर निकल लेते हैं-आज किसी भी समय यह रेड हो सकती है…….”
यह सब बातचीत अभी चल ही रही थी कि उसी वक़्त 6 लोगों की टीम वहाँ पर यकायक पहुँच गयी और उन लोगों मे उनका टीम लीडर टाइप आदमी कड़क आवाज़ मे बोला-“कोई होशियारी दिखाने की जुर्रत ना करे……..तुम सब लोग डीआरआइ की टीम की कस्टडी मे हो और जब तक हम लोगों की तसल्ली नही हो जाती, कोई भी यहाँ से हिलेगा भी नही.” मैने देखा की उन 6 लोगों की टीम मे 2 पोलीस ऑफीसर भी थे और उनमे एसीपी अमित भी था- अमित एसीपीराज शर्मा का दोस्त था अमित को देखकर मेरी जान मे जान वापस आई. मैने और सलोनी ने एक दूसरे की तरफ देखा और हमारे चेहरे खुशी से खिल उठे. नेहा ,बॉब्बी और रंजन के चेहरे पर घबराहट सॉफ दिख रही थी-सलीम और परवेज़ सारा मज़रा समझकर, टीम के वहाँ पहुँचने से पहले ही काट लिए थे.
एसीपी अमित ने मेरी और सलोनी की तरफ देखते हुए अपनी टीम के बाकी लोगों से कहा-“यह दोनो लड़कियाँ हमारे साथ हैं-बाकी के तीन लोगों से पूछताछ की जाएगी.”
नेहा कुछ बोलना चाहती थी,लेकिन इससे पहले की वो कुछ बोल पाए,अमित के साथ आए दूसरे पोलीस ऑफीसर इनस्पेक्टर विवेक ने उसके दोनो हाथ पीछे की तरफ बँधकर हथकड़ी लगा दी और बोला-“जब तक बोलने के लिए नही कहा जाए कोई नही बोलेगा.”
अमित मुझे बता चुक्का था कि पोलीस वाले इस तरह की बातें सिर्फ़ अपना रौब जमाने और ख़ौफ़ पैदा करने के लिए करते हैं-इनका कोई और मतलब नही होता.
क्रमशः.......
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