RE: Hindi Sex Kahani नशे की सज़ा
रिसेप्षन ऑफीसर ने मेरी तरफ देखा और एक रिजिस्टर उठाकर उसमे एंट्री करने के बाद मुझे कंट्रोल रूम की चाबी पकड़ा दी-मुझे यह सब पहले से ही मालूम था क्यूंकी कयी बार अमित एक साथ मैं यहाँ आई थी तो यह सब अंदर की बातें मुझे मालूम पड़ गयी थी.रूम नो.510 एसीपी अमित को अलॉटेड था और मुझे पोलीस गेस्ट हाउस मे अमित का काफ़ी करीबी माना जाता था-इसीलिए मुझे वहाँ किसी भी तरह की कोई दिक्कत नही होती थी.
गेस्ट हाउस मे जितने भी रूम्स थे सभी का एक-एक कंट्रोल रूम टॉप फ्लोर पर था-कंट्रोल रूम मे स्पेस काफ़ी कम था और वहाँ सिर्फ़ दो चेर्स पड़ी हुई थी और सामने एक एलसीडी स्क्रीन था.जैसे ही लिफ्ट मे मैं चाबी लेकर सलोनी के साथ पहुँची और टॉप फ्लोर का बटन दबाया,सलोनी मेरी तरफ देखकर बोली-“यार, तू तो बड़ी छुपी रुस्तम निकली……….यह तो तूने मुझे पहले कभी नही बताया…कि ऐसे भी हो सकता है………” सलोनी के चेहरे पर हैरानी होनी स्वाभाविक ही थी.
लिफ्ट से बाहर निकलते हुए मैने उसकी तरफ देखा और कहा-“कंट्रोल रूम मे पहुँचकर बात करते हैं-मैने मोहित को सिर्फ़ 5-7 मिनिट ही वेट करने के लिए कहा था-कहीं वो उतावलेपन मे जल्दी ही शुरू हो गया तो हमारी कुछ फिल्म निकल जाएगी.”
कंट्रोल रूम नो,510 खोलकर हम दोनो अंदर घुस गयीं और उसे अंदर से बंद कर लिया-सबसे पहले मैने एलसीडी स्क्रीन को ऑन कर दिया जिसमे बेड पर दोनो हाथ उपर किए हुए रोशनी खड़ी नज़र आ रही थी-इसका मतलब अभी मोहित ड्रॉयिंग रूम मे ही वेट कर रहा था.
अब कुर्सी पर हम लोग बैठ गये और मैने चैन की साँस लेते हुए कहा-“चलो हमारी फिल्म तो नही निकली…..”
सलोनी भी हंसकर बोली-“यह कहो की फिल्म अभी शुरू ही नही हुई.”
मैने सलोनी की तरफ देखा और उसे बताया-“येनॉटमॅटिक रेकॉर्डिंग तभी होती है जब यहा पर एलसी डी स्क्रीन ऑन हो “
“इसका मतलब हम लोगों ने अब तक जो कुछ भी रोशनी के साथ किया वो सब रेकॉर्ड नही हुआ होगा?” सलोनी ने मेरी तरफ देखकर पूछने वाले अंदाज़ मे देखा.
मैने उसे जबाब दिया-“हाँ,तुम ठीक सोच रही हो.”
हम लोग बातों मे लगी ही हुई थी कि उसी वक़्त टीवी स्क्रीन पर हलचल हुई और मोहित ने कमरे मे एंट्री मारी.उसने एक बार कमरे मे चारों तरफ नज़र डाली और फिर बेड के सामने ही दीवार से सटकार रिलॅक्स होकर खड़ा हो गया और रोशनी की तरफ देखने लगा. उसका पॅंट के अंदर लिंग पूरी तरह एरेक्ट हो चुक्का जिसकी वजह से उसकी पॅंट मे जबरदस्त टेंट बना हुआ था. अपने पॅंट मे बने हुए टेंट पर हाथ फिराते हुए मोहित ने रोशनी को अपना पहला ऑर्डर दिया-“अपने हाथ नीचे करो !”
रोशनी ने अपने हाथ नीचे कर लिए.
“अपना टॉप उतारो ! “
रोशनी ने अपना टॉप भी उतार दिया और उसका उपर का गोरा बदन बिल्कुल नंगा हो गया-मोहित को शायद इस बात का पता नही था कि उसने अंदर ब्रा भी नही पहन रखी थी.
रोशनी ने अपने सीने के उभारों को अपने हाथों से छिपाने की कोशिश की तो मोहित ने उसे रौबिली आवाज़ मे रोक दिया-“हाथ नीचे करो-जितना मैं कहूँ सिर्फ़ उतना करो-कोई फालतू हरकत मुझसे पर्मिशन लिए बिना नही करनी है-समझी ?”
“सॉरी सर…यस सर………..” घबराई हुई रोशनी ने अपने हाथ सीने पर से हटा लिए और मोहित की नज़रें उसकी चिकनी, सुडौल और कसी हुई गोलाईयो का दीदार करने लगी
क्रमशः.......
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