RE: Chodan Kahani इंतकाम की आग
जाते जाते उसके दिमाग़ मे एक विचार लगातार घूमने लगा कि अगर वेरहाउस के बाहर तक भी सिग्नल जा नही सकता है तो फिर जो चार लोगो के क़त्ल हुए उनके घर तक सिग्नल कैसे पहुचा…?
दुविधा की स्थिति मे राज ने धीरे धीरे वेर हाउस मे प्रवेश किया. अंदर जाने के बाद वह इधर उधर देखते हुए उस बिल्ली को ढूँढ ने लगा. पहले ही अंधेरा और उपर से वह बिल्ली काले रंग की… ढूँढना मुश्किल था… उसने वेरहाउस मे सब तरफ अपनी ढूँढती हुई नज़र दौड़ाई… अब सुबह होने को आई थी. इसलिए वेरहाउस मे थोड़ा थोड़ा उजाला हो गया था. एक जगह उसे धूल से सनी हुई एक फाइल्स की गठरी दिखाई दी. वह उस फाइल्स की गठरी के पास गया… वह गठरी थोड़ी उँचान पर रखी हुई थी. राज की उत्सुकता बढ़ गयी थी.
क्या होगा उस फाइल्स मे…
ज़रूर केस के बारे मे और कुछ महत्वपूर्ण मुझे उस फाइल्स मे मिल सकता है…
वह अपने पैर के पंजे उँचे कर उस फाइल्स के गठरी तक पहुचने का प्रयास करने लगा. फिर भी वह वहाँ तक पहुँच नही पा रहा था. इसलिए वह उछल कर उस गठरी तक पहुँचने का प्रयास करने लगा. उस गठरी तक पहुचने के प्रयास मे उसका धक्का लग कर उपर से कुछ तो नीच गिर गया. काँच फूटने जैसे आवाज़ हुई. उसने नीच झुक कर देखा तो काँच के टुकड़े सब तरफ फैले हुए थे और नीचे एक फोटो की फ्रेम उल्टी पड़ी हुई थी. उसने वह उठाई और सीधी करके देखी.. वह एक ग्रूप फोटो था लेकिन वहाँ रोशनी काफ़ी नही होने से ठीक से दिखाई नही दे रहा था. वह फोटो लेकर वह कंप्यूटर के पास गया. कंप्यूटर का मॉनिटर अब भी शुरू था और चमक रहा था. इसलिए उस रोशनी मे वह फोटो ठीक से देखना मुमकिन था. मॉनिटर की रोशनी मे उसने वह ग्रूप फोटो देखा और वह आस्चर्य से हक्का बक्का सा रह गया. वह खुले मुँह से आस्चर्य से उस फोटो की तरफ देख रहा था.
वह उस हादसे से संभला भी नही कि उसके सामने कंप्यूटर का मॉनिटर बंद शुरू होने लगा.
कुछ एलेक्ट्रिक प्राब्लम होगा…
इसलिए वह कंप्यूटर का पावर स्विच और प्लग चेक करने लगा.
उसने पवर प्लग की तरफ देखा और चौंकते हुए डर के मारे वह पीछे हट गया. उसे आस्चर्य का दूसरा धक्का लगा था.
कंप्यूटर का पावर केबल पवर बोर्ड मे लगा नही था और वही बगल मे निकाल कर रखा हुआ था.
फिर भी कंप्यूटर शुरू कैसे…?
या यह पवर केबल दूसरी किसी चीज़ का होगा…
उसने वह पवर केबल उठाकर एक सिरे से दूसरे सिरे तक टटोलकर देखा, वह कंप्यूटर का ही पवर केबल था.
अब उसके हाथ पैर काँपने लगे…
वह जो देख रहा था वैसा उसने उसकी पूरी जिंदगी मे कभी नही देखा था.
अचानक कंप्यूटर का मॉनिटर बंद होना शुरू होना रुक गया. उसने मॉनिटर की तरफ देखा. उसके चेहरे पर अब भी डर और आस्चर्य झलक रहा था.
अचानक एक बड़ा भयानक हवा का झोंका वेरहाउस मे बहने लगा. इतना बड़ा झोंका बह रहा था और इधर राज पसीने से लथपथ हो गया था… बहुत जोरो से हवा चल रही थी..
और अब अचानक मॉनिटर पर तरह तरह के विचित्र और भयानक साए दिखने लगे.
क्रमशः……………
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