RE: Hindi Sex Kahaniya नैना
नैना--पार्ट-10
गतान्क से आगे.......
आंटी: क्या सोचने लगी? क्या कभी तुम्हारे साथ ऐसा नही हुआ?
नैना: जी केसा?
आंटी: कि शान आए हों और आते ही तुम्है बेड पे गिरा के शुरू हो गये हों
विदाउट तुम्हारे रेस्पॉन्स के?
नैना: झूट बोलते हुए. नही आंटी ऐसा तो कभी नही हुआ?
आंटी: यानी शान के माइंड के सेक्स वाले पोर्षन मे अभी तुम ही हो सिर्फ़.
और आँख मार दी.
नैना: कभी आप के साथ ऐसा हुआ?
आंटी: हां काई दफ़ा. जिम्मी के अब्बू तो सेक्स के दीवाने थे वीक मे 3 से
4 दफ़ा सेक्स ना कर ले तो चैन ही नही आता था उन्हे. और कभी कभी तो ऑफीस
मे किसी सेक्सी को दैख लेट तो गाड़ी निकल के घर पहॉंच जाते और दिन मे ही
मेरी इस बॉडी पे ज़ुल्म कर जाते और ठहाका लगा कर हंस दी. हाहहहहाहा.
नैना: इट्स रेआली अमेज़िंग और आंटी?
आंटी: ऐक दफ़ा तो ऐसा हुआ कि दिन मे घर आ गये और इस से पहले कि मैं कुछ
कहती मुझ पे किस्सिंग की बरसात हो गयी और इतने मे जिम्मी रूम मे आ गया.
और वो तो दैख के फ़ौरन भाग गया. और जिम्मी के अबू के पैरों के नीचे से
जैसे ज़मीन निकल गयी हो. और मुझ से पूछने लगे कि तुम ने बताया क्यो नही
कि जिम्मी घर पे है? मैं ने कहा आप ने मौक़ा कब दिया है आते ही भूके शेर
की तरह टूट पड़े. और उस दिन जो उन की हालत थी मत पूछो. हाहहहहहहाहा.
नैना: यॅ इट्स रियली इंट्रेस्टिंग. फिर जिम्मी ने कुछ नही बोला?
आंटी: अरे नही वो केसे बोले गा अपने पेरेंट्स को? ख़याल तो हमे ही करना चाहिये ना?
नैना: यआः राइट.
आंटी: वेसे बहोत ही अच्छा बेटा दिया है ऊपेर वाले ने हमे. अब तो जिम्मी
ही मेरी पूरी दुनिया है.
यही बाते चल रही थी कि डोर बेल हुई.
नैना ने मैन गेट ओपन किया तो बाहर जिम्मी खड़ा था. ऐक दम फ्रेश.
जिम्मी: मोम यहाँ ही हैं?
नैना: जी आ जाओ अंदर जिम्मी.
जिम्मी: ओके थॅंक्स और अंदर आ गया.
नैना के पीछे पीछे टीवी लाउंज तक आ गया और नैना ने बैठने का इशारा किया
और खुद किचन मे चली गयी.
आंटी: कोन है?
नैना: जिम्मी.
आंटी: लो थिंक ऑफ देविल, देविल ईज़ हियर. हहेहहे. और अब बस चुप नो मोर
फर्दर सेक्स डिसक्यूषन. और फिर कहकहा लगा कर हँसी. हाहहाहा
और दोनो लंच की तैयारी मे मसरूफ़ हो गयीं. थोड़ी ही देर मे फोन बेल हुई.
नैना ने फोन उठाया. हेलो?
शान: हां नैना आंटी और जिम्मी आ गये?
नैना: जी आ गये.
शान: ओके तुम लोग लंच कर लो और हो सकता है कि मैं भी चक्कर लगा लूँ
10मिनट के लिये. लंच नही करूँ गा जस्ट फॉर ए कप ऑफ टी.
नैना: ओके
शान: ओके बाइ और फोन बंद.
जिम्मी: क्या शान भाई का फोन था?
नैना: जी वो भी आ रहे हैं.
जिम्मी: ओके थ्ट्स नाइस.
और नैना किचन मे चली गयी.
किचन मे काम करते करते दोनो आपस मे बाते भी कर रही थी. बाहर टीवी लाउंज
मे जिम्मी बैठा टीवी दैख रहा था और थोड़ी देर बाद वो भी किचन मे ही आ
गया.
आंटी: क्या हुआ जिम्मी दिल नही लग रहा क्या? और मुस्करा दी.
जिम्मी: नही वो पूछने आया था कि कोई काम अगर मेरे लिये है तो बता दे.
नैना: नही जिम्मी आप मेहमान हैं सो आप टीवी देखे वैसे भी आंटी तो काम कर
ही रही हैं साथ मे.
जिम्मी: इट्स ओके नैना जी नो प्राब्लम फॉर मी. मैं और मोम किचन मे ऐक साथ
ही काम करते हैं. मोम ने बताया नही आप को कि मैं इन का बेटा भी हूँ और
बेटी भी. और मुस्करा दिया.
नैना: जी जी बिल्कुल बताया आंटी ने.
जिम्मी: तो फिर दे मुझे काम. वैसे भी टीवी तो सिर्फ़ देखते है, टीवी के
साथ खैलना तो नही. हाहहहाहा
नैना: मुस्कराते हुए ओके जनाब तो आप ऐक काम करेंगे कि वो सामने सलाद का
समान पड़ा है जा के सलाद बना दें.
जिम्मी: ओके नैना जी.
नैना ने ऐक दम जिम्मी की तरफ़ देखा. नैना ने भाभी, बेगम साहिबा, बीबी जी
तो सुना था बट नैना जी फर्स्ट टाइम सुना और नैना को काफ़ी अछा लगा. बट
साथ साथ यह भी जेहन मे आ गया कि जिम्मी मुझे भाभी भी तो बोल सकता था वो
क्यो नही बोला? यह सोच रही थी कि ऐक मर्तबा फिर जिम्मी की आवाज़ आइ. नैना
जी वो ज़रा मुझे ऐक एक्सट्रा बर्तन चाहिये वेस्ट के लिये.
आंटी: अरे जिम्मी पूरा किचन तुम्हारे सामने है ले लो बर्तन.
जिम्मी: नही मॉम नैना जी को ही सेलेक्ट करने दो क्या पता मैं कोई ग़लत
बर्तन उठा लूँ और नैना जी को बुरा लग जाए.
नैना: नही अब ऐसी भी कोई बात नही ओक वो सामने वाला उठा लो आप.
जिम्मी: नैना जी आप मुझे आप आप ना कहा करें मैं कोई ओल्ड थोड़ा ही हूँ.
डाइरेक्ट तुम कहा करें. आइन्दा से नो आप.
नैना: ओके जिम्मी.
आंटी को जिम्मी ओर नैना का ऐसे बाते करना बहोत अछा लग रहा था और दिल दिल
मे वो दोनो को हज़्बेंड और वाइफ की नज़र से देख रही थी और काश ऐसा असल मे
होता सोच रही थी. जिम्मी बर्तन ले कर टीवी लाउंज मे चला गया और दोनो आपस
मे बाते करने लगी.
थोड़ी देर बाद लंच रेडी हो गया. किचन मे गर्मी की वजह से आंटी और नैना
पसीने मे नहा रही थी और जिस से उन के कपड़े भी भीग से गये थे. दोनो इसी
हालत मे आ के टीवी लाउंज मे आ के बैठ गयीं. नैना और आंटी ऐक साइड पे बैठ
गये और जिम्मी दूसरी साइड पे था. नैना इस पोज़िशन मे बैठी थी कि उस का
लेफ्ट ब्रेस्ट दुपट्टे की साइड से साफ दिख रहा था. कमीज़ भीग जाने की वजह
से ब्रा के साथ चिपक सी गयी थी जिस से सॉफ आइडिया हो रहा था कि नैना ने
नीचे लाइट कलर की ब्रा पहनी हे. और ब्रा की स्ट्राइप सॉफ उभर के दिख रही
थी. जिम्मी की नज़र सीधी नैना के ब्रेस्ट पे पड़ी और देखता ही रह गया.
क्या खूबसूरत शेप मे थे नैना के ब्रेस्ट भरे हुए और ऊपेर से वेट कमीज़
जलती पे पेट्रोल का काम कर रही थी. लेकिन उस ने मुनासिब नही समझा दोबारा
देखना और नज़र हटा के बाते करने लगा.
यह जिम्मी की फर्स्ट लुक थी टुवर्ड्स नैना'स ब्रेस्ट. लेकिन इग्नोर किया
अपनी ग़लती समझ कर के नही उसे ऐसा नही सोचना चाहिये. यही सोच रहा था कि
नैना की मीठी आवाज़ उस के कान मे पड़ी.
नैना: जी जिम्मी तो क्या प्लान हैं तुम्हारे? स्टडी कहाँ तक पहुची.
जिम्मी: (प्लान है तक सुन के पहले चौंक गया कि कोन सा प्लान का पूछ रही
हैं नैना जी लेकिन अगले ही क्वेस्चन ने बात क्लियर कर दी.). जी 4 मंत्स
हैं देन उस के बाद पापा का बिज़्नेस दैखू गा.
आंटी: हां नैना मैं ने तुम्हे बताया था ना कि यही है अब जो अपने पापा का
नाम रोशन करे गा और उन के बिज़्नेस को बहुत बढ़ाएगा.
नैना: यआः हे विल्ल क्यो कि जिम्मी ईज़ वेरी स्मार्ट. आइ होप कि वो बहोत
अच्छे तरीक़े से सब काम संभाल ले गा.
जिम्मी: नैना की तरफ शुक्रिया की नज़रों से देखते हुए. थॅंक्स अगर आप साथ
रहिएं तो बहोत ही अच्छे तरीक़े से संभालेगा बिज़्नेस.
नैना: व्हाट?
जिम्मी: ओह आइ मीन कि आप अगर ऐसे ही दुआ करती रहें.
नैना: ओह ओके.और मुस्करा दी.
ओर आंटी तो जैसे सोचने लगी कि जैसे जिम्मी ने उस के मूँह की बात ही छीन
ली हो. खैर नैना ने कहा कि आंटी आप भी फ्रेश हो लो और मैं भी देन लेट्स
टेक लंच.
आंटी: यआः शुवर वॉशरूम कहाँ है?
नैना: वो वहाँ सामने और कह कर अपने रूम मे चली गयी.
थोड़ी देर बाद दोनो फ्रेश हो कर आ गयीं और टेबल पे खाना लगने लगा. नैना
को बहोत हे अछा फील हो रहा था सब कि जैसे उसे ऐक नयी ज़िंदगी मिल गयी हो.
ज़िंदगी की रौनक वापिस आ गयी हो. उस का तो बस यही मन चाह रहा था कि
जिम्मी और आंटी बस ऐसे ही उस के पास रहे और उस का अकेला पन दूर हो जाए.
यही सोच रही थी कि उस की नज़र अचानक जिम्मी पर पड़ी जो नज़ाने कब से नैना
को दैख रहा था. आंटी सामने नही थी वो किचन मे थी और नैना टेबल पे बर्तन
सेट कर रही थी.
नैना के अचानक जिम्मी को देखने पे जिम्मी घबरा गया और मूँह दूसरी तरफ कर
लिया. नैना उस की इस हरकत पे मुस्कुराने लगी लेकिन अगले ही लम्हे चौंक
गयी कि बर्तन सेट करते करते नज़ाने कब उस का दुपट्टे गले से काफ़ी नीचे आ
गया था और ऊपर से उस की नेक, चेस्ट और क्लीवेज भी दिख रही थी झुक जाने
से. लेकिन अब तो कुछ नही हो सकता था जिम्मी ने जो देखता था वो देख लिया.
नैना ने इसे अपना ही कसूर समझा और दुपट्टा सेट कर के दोबारा काम करने
लगी.
थोड़ी देर मे लंच टेबल पे लग गया और तीनो टेबल पे आ के बैठ गयी. इतने मे
आंटी बोली वो शान भी तो आने वाला था ना. बेटा उस से फोन पे पूछ लो कि
कहाँ तक पहुँचा है. करीब है तो उस का वेट कर लेते हैं.
नैना: ओके और जा के फोन करने लगी.
शान: जी नैना क्या हुआ?
नैना को अचानक शान की आवाज़ के साथ ऐक फीमेल वाय्स की ज़ोर से हँसने की
आवाज़ आइ और फ़ौरन से चुप गयी और गाड़ी के चलने की आवाज़ आने लगी.
शान: जी नैना आइ सेड क्या हुआ?
नैना: वो पूछना था के लंच रेडी है तो आप कब तक पहुँच जाएँगे?
शान: नही अभी तो मैं ऐक क्लाइंट के साथ हूँ. मैं भी लंच इन के साथ ही
करूँ. तुम लोग खा लो. मैने आना हुआ तो फोन कर दूँगा आने से पहले.
नैना: ओके वेसे आप आ जाते तो आंटी को अछा लगता.
शान: मैं ने कहा ना कि आइ आम वित क्लाइंट प्ल्ज़ डोंट वेस्ट माइ टाइम.
तुम तो यही चाहती हो कि हर वक़्त तुम्हारे साथ ही बैठा रहूं और नैना की
बात सुने बघैर घुस्से से फोन बंद कर दिया.
क्रमशः..........
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