RE: XXX Hindi Kahani पिकनिक का प्रोग्राम
जीनत ने कहा- वाह जेबा… तू ने मेरा दिल खुश कर दिया। क्या जवाब दिया है, और उसे चूम लिया।
पिरी अब जैसे मेरे ऊपर अपनी चूचियां से मसाज दे रही थी। पैर से अपनी चूचियां को रगड़ती हुई छाती तक लाती, फिर छाती से रगड़ते हुए पैर तक। बीच में रुक कर चूचियों को मेरे लण्ड पर रगड़ देती। मेरा लण्ड जागने लगा।
पिरी ने कहा- इमरान तुम चुपचाप लेटे रहो। आज मैं तुम्हें सारा मजा खुद दूँगी…” फिर चूचियां को मेरे मुँह में डालने लगी। मैं उसे चूसने लगा। वो बारी-बारी से अपने दोनों चूचुकों चूसवाने लगी। फिर सरकती हुई लण्ड चूसने लगी। अब लण्ड पूरी तरह खड़ा था।
मैंने महसूस किया की जब पिरी को चोदना होता है तो लण्ड कुछ ज्यादा ही मस्ती में आ जाता है। मैंने पिरी को इशारे से कहा की अपनी चूत को मेरे मुँह के पास लाए, और जीभ दिखाकर बताया की मैं चूत को चाटना चाहता हूँ। उसने खुशी से मेरे मुँह पर चूत रख दी। मैंने इससे पहले किसी की चूत नहीं चाटा था। इससे यह साबित होता है की कुछ बातें सीखने की जरूरत ही नहीं होती, अपने आप आ जाती हैं।
पिरी- “आहहाहा… कितना मजा आ रहा है। मैं बता नहीं सकती। इमरान, तुमने मुझे अपना दीवाना बना दिया है। मैं ज़िंदगी भर तुम्हें नहीं भूलूंगी। दूसरे किसी से शादी कैसे करूँगी। आह्ह… तुम्हारी जीभ बुर में गुदगुदी कर रही है। आअहह… आअहह… सस्स्शह…”
यह सब वो सिर्फ़ जीनत को जलाने के लिए कह रही थी। बोली “ये जीनत, देख ना मेरा खसम क्या कर रहा है…”
जीनत जलकर बोली- मूत मत देना मुँह में।
पिरी बोली- “तुम जलती क्यों हो, तुम्हें भी मौका दूँगी। जरा शौहर बीवी का प्यार भी देखो…” फिर वो बोली- “इमरान और बर्दस्त नहीं होता मुझे लण्ड लेना है…”
मैंने पकड़ ढीली की तो वो उठकर मेरे लण्ड पे बैठ गयी। और फिर मुझ पर झुक गयी। और कमर हिलाने लगी। लण्ड बुर में अंदर-बाहर होने लगा। वो मुश्कुराते हुए जीभ बाहर निकालकर मेरे मुँह की तरफ दिखाने लगी। मैं समझ गया और मैंने भी जीभ बाहर निकाल दी और हम दोनों जीभ लड़ाई खेलने लगे। उधर मेरी कमर भी हिल रही थी, ताल-मेल बढ़िया थी। पिरी गाण्ड दबाती मैं कमर उठाता, जिससे एक ठप-ठप की आवाज निकलती। टक्कर जोर से जोरदार होने लगी।
पिरी बोली- “जीनत, जरा ठप-ठप की आवाज सुन, तू इतने में रो देती…” पिरी तू कुछ ज्यादा ही चहक रही है।
जीनत- “जरा गाण्ड में लेके दिखा। तेरे गाण्ड में कितना दम है मैं भी जरा देखूं…”
पिरी ताओ में आ गयी, बोली- “ठीक है। गाण्ड मिली है तो मरवाने से कैसा डर…” वो उठी और घोड़ी बन गयी।
मैं समझ गया। मैंने इस पोजिशन से अभी तक किसी को नहीं देखा था। मैं औरत की गाण्ड की खूबसूरती पहली बार देख रहा था। मुझे तो यह हिस्सा सामने वाले हिस्से से ज्यादा खूबसूरत दिख रहा था। मैं पिरी से बोलना भी चाहटा था की तुम्हारी गाण्ड तो बहुत खूबसूरत है। लेकिन दूसरी लड़कियों की वजह से चुप रह गया।
पिरी- “इमरान, मेरी गाण्ड हाजिर है, मारो मेरी जान…”
मैं सांड़ की तरह उसकी गाण्ड में अपना लण्ड घुसाने लगा। और ताज्जुब हुआ की लण्ड थोड़ा टाइट पर आराम से घुसता चला गया। यहाँ तक की पूरा लण्ड घुस गया
पिरी इससस्स… करने लगी।
जीनत ने कहा- क्यों पिरी नानी याद आई।
पिरी- “नहीं जीनत, यह तो मजे का एहसास है जो तुमने नहीं ली…”
फिर मैंने अंदर-बाहर करना शुरू कर दिया जितना टाइट जा रहा था मुझे लग रहा था की पिरी को तकलीफ तो जरूर हो रही होगी। लेकिन वो जीनत को दिखाना नहीं चाहती थी।
जीनत ने कहा- “पिरी जल्दी छोड़ो, आज का दिन जेबा के लिए था। तुम सारी रात ले लोगी तो जेबा को क्या मिलेगा…”
पिरी ने पूछा- “तुम्हें नहीं लेना…”
जीनत ने कहा- “नहीं… मैंने अपना हिस्सा जेबा को दे दिया…”
पिरी को जैसे मुँह माँगी मुराद मिल गयी थी। उसने जल्दी-जल्दी गाण्ड पीछे धकेलना शुरू किया। मैं रुक गया और पिरी आगे पीछे होकर खुद ही गाण्ड मरवाने लगी।
जीनत ने कहा- “इमरान, तुम मारो ना रुक क्यों गये…” फिर मैं तेज-तेज धक्के मारने लगा। कुछ ही देर में मेरे लण्ड ने पिरी की गाण्ड में पानी छोड़ना शुरू कर दिया।
जीनत बोली- “अच्छा… इमरान थक गया होगा चलो एक खेल खेलते हैं…”
पिरी ने कहा- “इतनी रात को क्या खेल…”
जीनत बोली- “रात वाला ही खेल… इमरान हम तीनों को देखा भी है, छुआ और मसला, और चोदा भी है। हम उसकी आँखों में पट्टी बाँधेंगे। और वो हमारे अंगों को छूकर बताएगा की कौन है। मैं देखना चाहती हूँ की वो कितना पहचान पाता है…”
पिरी बोली- “वाह जीनत… तेरा जवाब नहीं, क्या-क्या आइडिया निकलता है तेरे दिमाग से यार…”
मेरेी आँखों में पट्टी, वो भी पिरी ने अपना दुपट्टा बांधा।
फिर जीनत बोली- “पहले हम इमरान के होंठ पर किस करेंगे। और इमरान बताएगा की किसने किस किया…”
मैंने कहा- ठीक है।
किसी ने आकर मुझे किस किया। मैंने उसके मुँह में जबान डालना चाहा तो उसने नहीं लिया। मैं समझ गया की यह जेबा है।
वो अलग हुई मैंने कहा- जेबा थी।
सबने कहा- बिल्कुल सही।
फिर किसी ने किस किया। किस का तरीका जंगली था।
वो अलग हुई तो मैंने कहा- जीनत।
बिल्कुल ठीक।
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