RE: XXX Hindi Kahani पिकनिक का प्रोग्राम
पिरी बोली- इमरान, पिछले 6 महीने में तुम्हारा लण्ड तरह-तरह की बुर का पानी पीकर अब और तगड़ा हो चुका है। मेरे खयाल से भाभी को जोड़कर 6 लड़कियां होगीं, या इसके इलावा भी कोई है…”
मैंने कहा- तुम लोगों ने मेरा करेक्टर तो बर्बाद कर ही दिया है। अब तो मुझे जो भी औरत दिखती है उसे चोदने को दिल करता है।
पिरी- “इसका मतलब हमारे इलावा भी…”
मैंने कहा- सिर्फ़ एक।
पिरी- बताओ वो कौन है।
मैं- मेरी मामी।
मामी कि दास्तान
पिरी- “कैसे किया पूरा डीटेल बताओ…” अब वो जोश में आ चुकी थी और जोर-जोर कमर हिला रही थी।
मैंने कहा- “मैं अपने मामा के घर गया था। देखा मामी अकेली हैं। उनकी पाँच साल की एक बेटी है। मामी बड़ी सेक्सी हैं। मेरी नीयत खराब हो गयी। मैंने शाम तक रुकने का फैसला कर लिया। सब जानकारी ले ली। बेटी 1:00 बजे स्कूल से आएगी फिर 3:00 बजे ट्यूशन के लिए चली जाएगी। मामा रात को 10:00 बजे घर आएंगे। हमने रूबी के स्कूल से आने के बाद खाना खाया और उनके बेडरूम में खेलने लगे।
मेरी नीयत की वजह से मेरा लण्ड फूलने लगा था। मैं मामी को दिखाकर अंजन बनते हुए लण्ड को बार-बार अड्जस्ट कर रहा था। 3:00 बजे रूबी ट्यूशन के लिए निकली और मुझसे कहा उसके आने तक रुकूं। उसके जाने के बाद बेड पर आकर लेट गया और लण्ड को जरा सा सहलाकर सख़्त किया। और जरा तिरछा करके लेट गया इस तरह की लण्ड का उभार पैंट के ऊपर से साफ दिखने लगा। मैंने आँख बंद कर लिया, मैं इंतेजार करने लगा। मामी रूबी को दरवाजे पर छोड़कर शायद बाथरूम गयीं। फिर वो कमरे में आ गयीं। मैंने सोने का आक्टिंग किया। मामी अंदर आकर मेरे पास आई, कुछ देर सन्नाटा रहा।
फिर उन्होंने हाथ मेरे माथे पर फेरते हुए कहा- इमरान, सो गये क्या।
मैंने कोई जवाब नहीं दिया। फिर उनका कांपता हुआ एक हाथ मेरे लण्ड पर गया। मैंने दम साध लिया। वो उसे कपड़े के ऊपर से सहलाने लगीं। लण्ड फौरन खड़ा हो गया। अब पैंट फाड़ने को तैयार था। मामी ने चैन खोला और लण्ड को चड्डी के अंदर से खींचना चाहा। लेकिन मेरे खड़े लण्ड को पैंट का हुक खोले बिना बाहर निकालना मुश्किल था। उन्होंने हुक खोल डाला और लण्ड को बाहर निकाल लिया। और झट से उसपर मुँह लगा दिया और चूसने लगीं। एक मिनट बाद मैंने आँखे खोल दी और देखने लगा। उन्हें होश नहीं था वो पागलों की तरह चूस रही थीं।
मैंने कहा- “मामी…”
उनकी हालत देखने वाली थी। मुँह के अंदर लण्ड था, मेरी तरफ नजरें उठी और शर्म से मुँह मेरी गोद में गाड़ दिए। फिर उठीं और भागने लगीं। मैंने दौड़कर पीछे से पकड़ लिया। मेरा लण्ड उनकी गाण्ड पर दबा हुआ था। मैंने कहा- “मामी प्लीज चूसो ना। बहुत मजा आ रहा था…” मैं लगातार प्लीज प्लीज कर रहा था।
आखिर मामी बोली- अच्छा करती हूँ। किसी को कहोगे तो नहीं।
मैंने कहा- “नहीं करोगी तो कह दूँगा अम्मी से। करोगी तो नहीं कहता…” फिर मैं आकर बेड पर चित लेट गया, लण्ड आसमान की तरफ सर उठाए खड़ा था।
मामी अब मजे ले लेकर बिना डरे चूसने लगीं। कुछ देर बाद मैंने उनकी एक छाती को छूने की कोशिश की तो उन्होंने ने डाँटा- यह क्या कर रहे हो।
मैंने कहा- “आप मेरे सामान से खेल रही हो। मैंने भी आपके सामान से खेलना है…” और उनकी एक छाती को पकड़ लिया और दबाने लगा। दूसरी छाती तक मेरा हाथ नहीं जा रहा था। मैंने उन्हें खींचकर अपनी छाती पर लिटा लिया और पलट गया। अब वो मेरे नीचे थीं। मैं ब्लाउज़ के बटन खोलने लगा।
मामी माना करने लगीं।
मैंने कहा- “मामी, मत रोको… मैं नहीं रुक सकता। मैंने दोस्तों से सुना है की लण्ड खड़ा हो जाए तो लड़की का दूध चूसते हैं…”
मामी फिर भी रोकती रहीं।
तो मुझे कहना पड़ा- “मामी आपने मेरा लण्ड चूसना शुरू किया था। यह बात मैं अम्मी से ना बताऊँ तो आप मेरे लण्ड को पहले जैसा नरम कर दीजिए। और नहीं तो मुझे जो करना है करने दीजिए…”
मामी को मेरा इरादा पता चल गया वो ढीली पड़ गयी। मैंने मौका देखा और ब्लाउज़ के बटन खोल दिए। और चूचियां चूसने लगा। मैं बोला- मामी, आपका दूध बहुत मीठा है। मामी सर एक तरफ किए नाराजगी की आक्टिंग कर रही थीं। मैं लण्ड को उनकी बुर पर रगड़ रहा था, जिससे उन्हें तकलीफ हो रही थी। उन्होंने खुद ही टाँगों को खोल दिए। ताकि लण्ड उनकी टाँगों के बीच में रहे।
|