RE: XXX Hindi Kahani पिकनिक का प्रोग्राम
मैंने फिर कहा- चली जाना लेकिन एक हकीकत सुनती जाओ।
“बोलो…” उसने कहा।
मैंने कहा- यह जो मेरा बिज़नेस, मेरा मकान, मेरी कार देख रही हो ना। यह सब पिरी का दिया हुआ है।
पिरी बोली- इमरान मत बताओ ना सबको।
मैं- “पिरी तुम चुप रहो… ना बताया तो वो इसी तरह तुम्हें तंग करती रहेगी…” मैंने अरबी वाली सब बात दोनों को बता दी।
जीनत बोली- “इमरान तुम भी…”
मैंने कहा- हाँ मैं भी।
जीनत- सारी पिरी मुझे माफ कर दे। लेकिन तूने इमरान को भी मरवा दिया। यह ठीक नहीं किया।
सब हँसने लगे। अब सब कुछ ठीक हो चुका था। मैंने काजी को बुलाकर पिरी से भी निकाह कर लिया। अब मैं पिरी के कमरे में भी सोने लगा। लेकिन जीनत वहाँ भी मेरे साथ सोने आ जाती। यानी मैं जेबा के साथ सोऊँ तो भी जीनत साथ सोती। पिरी के साथ सोऊँ तो भी।
अब मेरी तीन बीवियां थीं। मेरी उमर अभी 17 साल भी नहीं हुई थी।
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