RE: Hindi Sex Story मासूम ननद
राज की अपनी बहन पर तान्क झाँक ऐसे ही चलती रहती थी. गर्मी का मौसम चल रहा था ऑर हम ने काफ़ी महीनो से ही एसी लगवाने के लिए पैसे इकट्ठे करना शुरू किए हुए थे अब जा कर हमारे पास इतने पैसे हुए थे कि हम एक एसी लगवा सकें तो फिर आख़िर कार हम ने अपने बेडरूम में एसी लगवा ही लिया. उस रोज़ हम लोग बहुत खुश थे आख़िर हम जैसे मिड्ल क्लास के लिए एसी का लग जाना भी एक बोहत बड़ी बात थी. रात को में ऑर राज अब एसी में सोने लगे.
लेकिन जल्दी ही मुझे ऑर राज को पायल का ख़याल आया.
में: राज यार ये बात तो ठीक नही है कि हम लोग तो एसी चला कर सो जाते हैं ऑर उधर पायल गर्मी में ही सोती है.
राज: हां कहती तो तुम ठीक हो लेकिन कैसे करें फिर अब??
हमारा कमरा इतना बड़ा नही था कि उस में कोई ऑर बेड लगाया जा सके ऑर ना ही उस में कोई भी ऑर सोफा वाघहैरा ही पड़ा हुआ था. काफ़ी सोच बिचार के बाद मेरे शैतानी दिमाग़ ने एक अनोखा आइडिया दिया जिस से मेरा काम भी आगे बढ़ ने के आसार थे.
में राज से बोली, राज एक बात हो सकती है कि हम पायल को अपने साथ ही बेड पर सुला लें.
राज चौंक कर बोला, लेकिन ये कैसे हो सकता है इस तरह तो हमारी प्राईवेसी ख़तम होगी यार ऑर कैसे हम उसे अपने बेड पर सुला सकते हैं.
में: यार कोई परेशानी नही हो गी बस में बीच में लेट जाया करूँ गी इस में कॉन सी कोई प्रॉब्लम है यार बस उसे आज इधर ही सोने का कह देते हैं. इस तरह गर्मी में उसको सुलाना तो ठीक नही है ना.
राज मेरा फ़ैसला सुन कर खामोश हो गया ऑर कुछ सोचने लगा. शाम को खाने के वक़्त हम ने पायल को ये बता दिया उस ने बहुत इनकार किया लेकिन मैने उसकी कोई भी बात सुन ने से इनकार कर दिया.ऑर आख़िर पायल को मेरी बात मान नी ही पड़ी.
रात हुई तो में ऑर राज अपने रूम में आकर लेट गये. एसी चल रहा था ऑर कमरा कूल हो रहा था. थोड़ी देर तक पढ़ने के बाद पायल भी आ गई . मैने कमरे में जलता हुआ नाइट बल्ब भी बंद कर दिया ऑर कमरे में घुप अंधेरा था सिर्फ़ एसी के जगमगाते हुए नंबर्स की ही रोशनी हो रही थी कमरे में. पायल हमारे बेड के पास आई तो मैने थोड़ा सा ऑर राज की तरफ सरक कर पायल के लिए ऑर भी जगह बनाई ऑर वो झीजकते हुए मेरे साथ लेट गई. अब मेरी एक तरफ मेरा हज़्बेंड सो रहा था ऑर दूसरी तरफ उसकी सिस्टर. यानी में दोनो बहन भाई के बीच लेटी हुई थी.
राज की आदत थी कि वो मेरे साथ चिपक कर मुझे अपनी बाहों में समेट कर सोता था. अब जब पायल कमरे में आई तो राज सो चुका हुआ था ऑर मेरी करवट दूसरी तरफ थी लेकिन वो पीछे से मुझसे चिपका हुआ था. जैसे ही पायल की नज़र हम दोनो पर इस हालत में पड़ी तो उसके चेहरे पर एक शर्मीली सी मुस्कराहट फैल गई. में भी उसकी तरफ देख कर मुस्कराई ओर उसे चुप कर के अपने पास लेटने का इशारा क्या . ओर वो खामोशी से मेरे साथ सीधी ही लेट गई.
मैने आहिस्ता से उसके कान में कहा, अरे यार कुछ फील ना करना तुम्हारे भैया की आदत है मेरे साथ ऐसे ही चिपक कर सोने की. बहुत चिपकू हैं तेरे भैया. मेरी बात सुन कर पायल भी मुस्कराने लगी. मैने अपनी बाज़ू उठाई ऑर पायल के पेट पर रख कर उसे एक झटके से थोड़ा ऑर अपने करीब खींच लिया. इस तरह वो मेरे साथ चिपक गई थी लेकिन साथ ही राज का हाथ भी उसके जिस्म से टच हो रहा था. राज तो सो रहा था लेकिन उसकी बहन को ज़रूर उसके हाथ का लांस अपनी कमर की साइड पर महसूस हो रहा था. जिस की वजह से वो थोड़ा सा अनकंफर्टबल हो रही थी लेकिन फिर भी आराम से लेटी रही क्योंकि मैने उसके जिस्म पर से अपना हाथ नही हटाया था. अब पोज़िशन ये थी कि राज मेरे साथ चिपका हुआ था ऑर में उसकी बहन के साथ चिपक कर सोने लगे थे.
मैने आहिस्ता से दोबारा उसके कान के क़रीब अपने होंठ ले जा कर कहा, शरमा क्यूँ रही हो कल को तुम्हे भी तो ऐसे ही सोना है ना. पायल ने चौंक कर मेरी तरफ देखा तो मैने उसके गोरे गोरे गाल की एक पप्पी ली ऑर बोली, हां तो क्या तुम अपने हज़्बेंड के साथ चिपक कर नही सोया करो गी क्या . मेरी बात सुन कर पायल शरमा गई ऑर अपनी आँखे बंद कर लीं. एसी की ठंडी ठंडी हवा में कुछ ही देर में हम सब की आँख लग गई. मैने भी करवट ली ऑर अपने हज़्बेंड के साथ चिपक कर एक बाज़ू उसके ऊपर डाल कर सो गई.
बहुत सुबह जब मेरी आँख खुली तो हमारी हालत ये थी कि में पायल की तरफ मुँह कर के लेटी हुई थी. मेर एक हाथ उसके सीने पर था, उसके बूब्स मेरे बाज़ू के नीचे थे. राज का बाज़ू मेरे ऊपर से हो कर मेरे बूब को थामे हुए था. उसकी एक टाँग मेरी टाँगो के ऊपर से गुज़र रही थी ऑर पायल की टाँग पर पहुँची हुई थी. इस हालत को देख कर में मुस्करा दी. दोनो बहन भाई अभी तक सोए हुए थे कमरे से बाहर हल्की हल्की रोशनी हो रही थी अभी लेकिन दिन नही चढ़ा था अभी.
मेरी नींद टूट चुकी थी. मैने आहिस्ता से अपने हाथ को हरकत दी ऑर सोई हुई पायल का एक बूब अपने हाथ में ले लिया. उसे आहिस्ता से सहलाने लगी. पायल ने नीचे से ब्रा भी पहनी हुई थी उसका बूब बहुत ही सॉलिड लग रहा था. आहिस्ता आहिस्ता में उसे सहलाने ऑर दबाने लगी. उसके बूब को दबाना मुझे अच्छा लग रहा था. उसका खूबसूरत गोरा चिटा चेहरा मेरी आँखों के सामने ऑर मेरे होंठो के बहुत ही क़रीब था. में ज़्यादा देर खुद पर कंट्रोल ना कर सकी ऑर उसके चिकने गाल को एक किस कर लिया.
मेरे जागने के साथ ही मेरे अंदर का शैतान भी जाग चुका था. मुझे एक शैतानी ख़याल आया ऑर साथ ही मेरी आँखे कमरे के उस अंधेरे में भी चमक उठीं.
मैने एक नज़र पायल के चेहरे पर डाली वो सो रही थी राज के सोने का तो उसके ख़र्राटों से ही कन्फर्म हो रहा था. अब मैने अपने बूब्स पर लटक रहा राज का हाथ अपने हाथ में ले कर उठाया ऑर बहुत ही आहिस्ता से उसे पायल के बूब पर रख दिया. हाथ मैने राज का रखा था पायल के बूब पर लेकिन इस चीज़ के मज़े की वजह से सिसकारी मेरे मुँह से निकल गई,सस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स
राज का हाथ पायल के बूब पर रखने के बाद मैने फॉरन ही पायल के चेहरे की तरफ देखा लेकिन वो बेख़बर सो रही थी. राज का हाथ भी अपनी बहन के बूब के ऊपर बिल्कुल साकित था. उस बेचारे को तो पता भी नही था कि उसके हाथ में उसके ख्वाबो की ताबीर मौजूद है. में धीरे से मुस्करा दी.
अब मैने अपना हाथ राज के हाथ के ऊपर रखा ऑर आहिस्ता आहिस्ता उसके हाथ को पायल के बूब के ऊपर फेरने लगी. ज़्यादा देर तक ये खेल में ना खेल सकी क्योंकि एक बार फिर मेरी आँख लग गई.
सुबह जब मेरी आँख खुली तो उस वक़्त राज ने दूसरी तरफ करवट ली हुई थी ऑर में उसकी कमर के साथ उसी की तरफ मुँह कर के उस से चिपक कर लेटी हुई थी ऑर मेरा बाज़ू उसके ऊपर था. पायल उठ कर जा चुकी हुई थी. में सीधी हो कर लेट गई ऑर रात जो कुछ हुआ उसके बारे में सोचने लगी. मेरे चेहरे पर हल्की सी मुस्कराहट फैली हुई थी.
इतने में पायल ट्रे में चाय के तीन कप ले आई. उसे देख कर में मुस्कराई ऑर वो मेरे पास ही बेड पर लेट ते हुए बोली, भाभी आप तो बहुत ही बेशर्मी के साथ सोती हो भैया के साथ चिपक कर. सुबह भी चिपकी हुई थी आप उनके साथ.
मैने उसे आँख मारी ऑर बोली, सारी रात तो तेरा भाई मेरे साथ चिपका रहा है थोड़ी देर के लिए मैने चिपक लिया तो क्या हो गया यार.
मेरी बात सुन कर वो हँसने लगी. फिर मैने राज को भी उठाया ऑर हम तीनों ने बेड टी ली ऑर गप शप भी करते रहे.
ऐसे ही इसी रुटीन में 3-4 दिन गुज़र गये. रात को पायल हमारे ही कमरे में हमारे बेड पर हमारे साथ सोने लगी. एक रात जब पायल लेटने के लिए आई तो हम दोनो भी अभी जाग ही रहे थे. तीनों लेट कर बातें करने लगे. थोड़ी ही देर गुज़री कि मैने करवट बदली ऑर राज की तरफ मुँह कर के लेट गई ऑर साथ ही उस के ऊपर अपना बाज़ू डालते हुए उसे हग कर लिया. राज आहिस्ता से बोला, यार पायल है तेरे पीछे लेटी हुई. लेकिन मैने उसका ख़याल किए बिना ही अपनी टाँग भी उसके ऊपर रखी ऑर मज़ीद उस से लिपट ते हुए बोली, कुछ नही होता, उसे क्या पता वो तो बच्ची है अभी.
मैने मूड कर पायल की तरफ देखा तो उसके चेहरे पर शर्मीली सी मुस्कराहट थी. कुछ देर के बाद मैने पायल की तरफ अपना मुँह किया ऑर उसे हग कर लिया ऑर बोली, सॉरी पायल डियर तुम ने माइंड तो नही किया ना. वो मुस्करा दी ऑर बोली, नही भाभी इट्स ओके.
मैने राज का भी हाथ खींचा ऑर अपने ऊपर रख लिया अब वो पीछे से मुझे हग किए हुए था ऑर मैने सीधी लेटी हुई पायल को हग किया हुआ था. राज का हाथ पायल के पेट को छू रहा था. मैने फील किया कि पायल को थोड़ा अनकंफर्टबल फील हो रहा है अपने भाई का हाथ.
मुझे एक शरारत सूझी. मैने राज का हाथ पकड़ कर पायल के पेट पर रखा ऑर बोली,
देखो राज पायल का पेट कितना स्मार्ट है ऑर मेरा पेट कितना मोटा हो गया है, देखो ज़रा इसे फील कर के.
मेरी इस हरकत से दोनो बहन भाई ही चौंक पड़े लेकिन मैने राज को हाथ हटाने का मौका दिए बिना ही उसके हाथ को पायल के पेट पर फेरना शुरू कर दिया. पायल का चेहरा शरम से सुर्ख हो गया था. राज का भी मुझे पता था कि वो ऊपर से तो हेसिटेशन शो कर रहा है लेकिन अंदर से वो अपनी बहन के पेट को छूना ज़रूर चाहता है. लेकिन चन्द लम्हो के बाद मैने राज के हाथ पर से अपना हाथ हटाया तो फिर भी राज ने कुछ देर तक के लिए अपना हाथ पायल के पेट पर ही पड़ा रहने दिया.
उसी रात को मेरी आधी रात को आँख खुली तो मुझे टाय्लेट जाने की ज़रूरत पड़ी. में अपनी जगह से उठी ऑर उन दोनो बहन भाई के बीच में से में निकली ऑर उठ कर वॉशरूम में चली गई.
जब में वापिस आई तो अचानक ही मेरे ज़हन में एक ख़याल आया. मैने पायल को देखा तो वो गहरी नींद में थी. मैने आहिस्ता से उसे करवट दी तो वो घूम कर बेड पर मेरे वाली जगह पर आ गई अपने भाई राज के क़रीब. में मुस्कराई ऑर पायल को अपनी जगह पर कर के खुद उसकी वाली जगह पर लेट गई. अब मुझे सोना नही था बल्कि आगे जो होने वाला था उसका इंतजार करना था.
थोड़ी देर के बाद वोही हुआ जो कि एक्सपेक्टेड था. राज ने करवट बदली ऑर पायल की तरफ मुँह कर लिया. लेकिन उसे नही पता था कि वहाँ पर में नही बल्कि उसकी अपनी बहन पायल लेटी हुई है. इस लिए उस ने अपनी नींद में ही रुटीन के मुताबिक़ ही अपना बाज़ू पायल के ऊपर डाला ऑर उसे हग करते हुए अपने क़रीब खींच लिया जैसे के वहाँ पर पायल नही बल्कि में हूँ.
में धीरे से मुस्कराई ऑर पायल को थोड़ा ऑर आगे को पुश कर दिया. पायल के बूब्स राज के सीने के साथ चिपक गये थे. लेकिन अभी तक दोनो बहन भाई नींद में ही थे अगरचा दोनो एक दूसरी से चिपके हुए थे. मैने अपना हाथ पायल के ऊपर से आगे बढ़ाया ऑर राज की पाजामी के ऊपर से ही उसका लंड पकड़ कर आहिस्ता आहिस्ता सहलाने लगी. में राज के लंड को खड़ा करना चाहती थी. ऑर नींद में ही राज का लंड आहिस्ता आहिस्ता खड़ा होने लगा. जैसे ही राज का लंड खड़ा हुआ तो उस ने अपनी एक टाँग भी पायल की थाइस के ऊपर डाली ऑर अपना लंड उसकी थाइस के बीच घुसाते हुए उस से चिपक गया. में मुस्कराई ऑर अपना हाथ पीछे खींच लिया. मेरा काम काफ़ी हद तक हो चुका था.
राज के इस तरह से पायल को अपने साथ चिपकाने ऑर दबाने की वजह से पायल की आँख खुल गई. जैसे ही वो थोड़ा सा कसमासाई तो मैने अपनी आँखे बंद कर लीं ऑर थोड़ी सी आँख खोल कर उसे देखने लगी.
पायल ने जल्दी से करवट ली ऑर सीधी हो कर मेरी तरफ देखने लगी कि ये कैसे हुआ है कि वो मेरी जगह पर है. लेकिन में सोती हुई बन गई. वो हैरत से मेरी तरफ देख रही थी फिर उस ने आहिस्ता से अपने भाई का हाथ अपने जिस्म पर से उठाया ऑर पीछे कर दिया अब वो बिल्कुल सीधी लेटी हुई थी ऑर थोड़ी सी कन्फ्यूज़ लग रही थी. राज के ख़र्राटों की आवाज़ अभी भी आ रही थी.
दोबारा थोड़ी देर में वोही हुआ जिस की राज को आदत पड़ी हुई थी. उस ने दुबारा अपना हाथ फैलाया ऑर पायल के सीने पर रख कर इस बार उसके छोटे से बूब को अपने हाथ में ले लिया. पायल ने घबरा कर पहले राज की तरफ देखा ऑर फिर मेरी तरफ लेकिन उसे तसल्ली हो गई कि हम दोनो ही सो रहे हैं ऑर किसी को भी होश नही है.
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