RE: Hindi Sex Kahaniya कामलीला
गौसिया की पकड़ इतनी सख्त थी कि मुझे अपनी हड्डियाँ कड़कड़ाती महसूस हुईं।
इस जकड़न और घर्षण ने मुझे भी चरमोत्कर्ष तक पहुंचा दिया था और मैंने भी उसे पीठ की तरफ से पकड़ के ऐसे सख्ती से खुद से चिपटाया कि उसने भी वैसा ही महसूस किया होगा।
उस घड़ी हमारे जिस्मों के बीच हवा के गुज़र सकने की अंतिम सम्भावना भी ख़त्म हो गई थी और देख कर ऐसा लगता था जैसे हम एक दूसरे की हड्डियाँ तोड़ कर एक दूसरे में समां जाना चाहते हों।
दिमाग में सनसनाहट इस कदर हावी थी कि कुछ पलों के लिए उसके साथ मैं भी बेसुध हो गया।
स्खलन का अंतिम दौर भी ख़त्म हो चुका और दिमाग की सनसनाहट कुछ कम हुई तो हमारी पकड़ ढीली पड़ी और हमने एक दूसरे को आज़ाद किया।
कुछ क्षणों पश्चात वह कुछ उठ कर अपने पेडू पर वहाँ देखने लगी जहाँ मेरे लिंग ने गाढ़ा सफ़ेद वीर्य उगला था जो अब हवा के संपर्क में आते ही हल्का पड़ने लगा था।
उसने अपनी एक उंगली उस वीर्य में डुबाई फिर उसे अपनी आँखों के पास लाकर गौर से देखने लगी।
‘ऐसा होता है वीर्य!’ उसने बुदबुदाते हुए कहा।
‘मर्द का रस… कह सकती हो कि शुक्राणुओं का समूह जो बाहरी हवा के संपर्क में आते ही मर जाते है और मर कर पानी की शक्ल में फैल जाते हैं।’
उसने उंगली को नाक के पास ले जाकर सूंघा- कैसी सड़े आटे जैसी तो महक है। कैसे लड़कियाँ इसे मुंह में ले लेती हैं या निगल लेती हैं? छीः’ उसने मुंह बनाते हुए कहा और अपना वही स्टोल उठा कर जिससे मैंने पहले पोंछा था, पहले उंगली पोंछी और फिर अपने पेट से उसे साफ़ करके उठ कर अपनी योनि के नीचे मौजूद चादर पर पड़े गीले धब्बे को देखने लगी।
‘इट्स ह्यूमन नेचर! मन में होता है कि यह कोई नुकसानदेह चीज़ नहीं है और फिर जो स्वाद बार बार ज़ुबान को लगे, उसकी आदत हो जाती है। फिर वह अच्छा या बुरा नहीं लगता। फिर जिन्हें तुम स्पर्म मुंह में लेते या निगलते देखती हो वो पोर्न एक्ट्रेस होती हैं जिनका यह काम है, जिसके वे पैसे लेती हैं। ज़रूरी नहीं कि उनकी तरह हर लड़की वैसा करे।’
‘हमारे वीर्य का रंग ऐसा क्यों नहीं होता।’
‘क्योंकि उसमें स्पर्म नहीं होते और वैसे भी वह वीर्य नहीं होता।’
‘एनीवे, थैंक्स।’ वह उस तरफ से ध्यान हटा कर मेरी तरफ देखते हुए अनुराग भरे स्वर में बोली- मैं बहक गई थी, मेरा खुद पर कोई काबू नहीं रह गया था। मुझे बेहद मज़ा आ रहा था और मैं चाहती थी कि तुम उसे अंदर करके मेरे मज़े को दोगुना कर दो। पर शुक्रगुज़ार हूँ तुम्हारी कि तुमने ऐसे नाज़ुक पलों में भी खुद पर कंट्रोल रखा और मुझे ज़िन्दगी भर शर्मिंदा होना से बचा लिया।
‘अगर तुम कामयाब हो जाती तो… शर्मिंदा होने के सिवा अपने किसी टिपिकल रवायती शौहर को क्या एक्सक्यूज़ देती।’
‘यही कि साइक्लिंग करने में झिल्ली फट गई थी। बाकी वह ऐसे दो चार बार करने से जो ढीली होती भी तो जब तक शादी होगी तब तक फिर टाइट हो जायेगी कुंवारी जैसी। पर यह मेरे खुद के अपनी नज़र में गिर जाने वाली बात होती।’
‘मैं पूरी कोशिश करूँगा कि तुम्हे खुद से शर्मिंदा होने से बचा सकूँ।’
हमने फिर बिस्तर दुरुस्त किया और लेट कर बातें करने लगे।
‘क्या कह रहे थे कि अंदर डालना डिस्चार्ज होने का आखिरी तरीका है जो आखिर में सिखाओगे।’ वह शरारत भरे स्वर में मुझे देखते हुए बोली।
‘तुम्हें बहला रहा था। बात सही है लेकिन वह तुम्हें मैं नहीं बल्कि तुम्हारा हबी सिखाएगा।’
‘वैसे ज्यादा मज़ा किसमें आता है… लम्बे मोटे वाले में या नार्मल में?’
‘इसका रिश्ता भी दिमाग से होता है। अगर तुमने मन में सोच बना ली कि लम्बे मोटे सामान ज्यादा मज़ा देते हैं और तुम्हें वो नहीं मिलता तो तुम कभी किसी छोटे सामान से संतुष्ट नहीं हो पाओगी लेकिन अगर तुमने इसे नैचुरली लिया या दिमाग में यह धारणा बैठ गई कि वह ज्यादा तकलीफदेह होगा तो तुम्हें मध्यम आकार के लिंग से ही पूरी संतुष्टि भी मिलेगी और हर तरह का मज़ा भी आएगा। पर हाँ उसकी लम्बाई इतनी तो ज़रूर हो कि हर तरह के आसन में वह योनि में इतनी गहराई तक तो ज़रूर पहुंचे कि घर्षण का मज़ा दे सके।’
‘तुम्हारा दे सकेगा हर आसन में मज़ा?’
‘अगर लड़की मोटी है या उसके नितम्ब ज्यादा हैं या कम भी हैं और पीछे की तरफ ज्यादा निकले हैं, या चर्बी से भरे सख्त हैं और उनमे स्ट्रेचिब्लटी नहीं है तो मैं हर आसन में कामयाब नहीं हो सकता। यह मेरी लिमिटेशन है।’
‘बड़ी साफगोई से खुद की कमी स्वीकार कर लेते हो।’
‘इससे मैं बड़े बड़े दावे करने से बच जाता हूँ और मुझे शर्मिंदा नहीं होना पड़ता।’
‘अब तक कितनी लड़कियों से सेक्स किया है?’
‘गिनना पड़ेगा। छोड़ो उन्हें… चलो वीडियो देखते हैं। फर्स्ट सेक्स के… जो आइन्दा ज़िन्दगी में तुम्हारे काम आएंगे।’
पहले हमने फर्स्ट सेक्स वाले ढेरों वीडियो देखे जिसमे प्रथम सहवास और उससे जुड़ी प्रतिक्रियाओं के दृश्य थे, पर वहाँ लड़कियाँ उस तरह रियेक्ट नहीं करती जैसे रियल में करती हैं…
दूसरे यह भी था कि उनमें ज्यादातर वीडियो फर्जी होते हैं जिसमे ब्लॅड निकालने के लिए किसी ट्रिक का सहारा लिया जाता है।
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