RE: Kamukta Story एक और कमीना
अंजलि -सन्नी आज तू मुझे धीरे धीरे लेकिन बहुत देर तक मेरे उपर ऐसे ही पड़े पड़े चोदना, आज मुझे खूब रगड़ के चोद बेटे,
सन्नी- पर मम्मी हम ज़्यादा देर करेगे तो कही डॉली ना आ जाए,
अंजलि -अपनी जाँघो को खूब फैलाकर अपनी दोनो टाँगो से सन्नी की कमर को जकड़ते हुए ला मेरा मोबाइल दे मैं डॉली को
अभी दो चार काम और बता देती हू, और फिर अंजलि डॉली को फोन करके डॉली बेटा कहाँ है,
डॉली- मम्मी मार्केट मैं हू,
अंजलि -अच्छा डॉली तेरे पास एक्सट्रा पैसे है ना,
डॉली- हाँ बोलिए कुछ लाना है क्या,
अंजलि-बेटे मेरे लिए दो तीन अच्छी सी पेंटी ले आना और लिपस्टिक, नेल पोलिश, भी लेती आना और हाँ कुछ हरी सब्जिया ले लेना शाम के लिए और कुछ खाने के लिए भी लेती आना,
डॉली- ओके मम्मी पर मुझे थोड़ा लेट हो जाएगा क्यो कि मुझे भी अपने लिए कुछ चीज़े ख़रीदनी है,
अंजलि -कोई बात नही बेटे, तुम एक काम करना आने से पहले फोन कर देना मैं सन्नी को भेज दूँगी तुम्हे लेने के लिए, डॉली- ओके मम्मी, सन्नी और अंजलि एक दूसरे को देखकर मुस्कुरा देते है और सन्नी अपनी मम्मी को अपनी बाँहो मे भर कर उसके होंठो को चूस्ते हुए कहता है मम्मी अपनी जीभ बाहर निकालो और अंजलि अपनी जीभ बाहर निकालती है और सन्नी अपनी मम्मी की चूत मे गहरे धक्के मारता हुआ अपनी मम्मी की जीभ को अपने मूह मे भर कर उसका रस पीने लगता है, सन्नी कभी अपनी मम्मी की मोटी मोटी गान्ड को दबोचता है कभी उसके मोटे मोटे दूध को कस कस कर मसलता है सन्नी अपनी मम्मी के दूध के निप्पल को अपने मूह मे भर कर चूस्ते हुए उसकी चूत मे शॉट मारने लगता है,
अंजलि- आह ऐसे ही बेटे आह सी सी आह बहुत अच्छा चोद रहा है तू अपनी मम्मी को आह ऐसे ही आह, अच्छा बेटे तेरा क्या मन करता था जब तू मुझे नंगी देखता था,
सन्नी- मम्मी मेरा दिल करता था कि मैं तुम्हे पूरी नंगी अपनी गोद मे उठा कर तुम्हारे पूरे नंगे बदन को पागलो की तरह चुमू और तुम्हारी फूली हुई चूत को खूब फैला फैला कर चुसू, मम्मी मैने राज शर्मा की एक सेक्स स्टोरी मे पढ़ा था कि अपनी मम्मी को चोदने मे सबसे ज़्यादा मज़ा आता है,
अंजलि -तेरा मन कब हुआ कि तू मुझे चोदे,
सन्नी- मम्मी जब मेरे एक दोस्त ने अपनी मम्मी को चोदने की बात की तो मैं सन्न रह गया फिर उसने बताया कि उसकी मम्मी भी उससे चुदना चाहती थी और वह अब अपनी मम्मी को दिन रात चोदता रहता है, उसे अपनी मम्मी को चोदने मे बहुत मज़ा आता है, उसकी मम्मी भी अपने बेटे से खूब कस कस कर चुदवाती है, वह अपने बेटे के मोटे लंड की दीवानी हो चुकी है,
अंजलि- सन्नी को अपने दूध पर कस कर दबाती हुई और तू,
सन्नी -अपनी मम्मी के रसीले होंठो को चूस्ते हुए उसकी चूत मे एक तगड़ा धक्का मारता है और अंजलि आह,
मम्मी मैं तो आप की चूत और गान्ड दोनो का दीवान हो चुका हू, और अपनी मम्मी को अपने मोटे लंड से सतसट चोदने लगता है, अंजलि भी अपनी कमर उठा उठा कर अपने पेडू को उसके पेडू से रगड़ने लगती है, सन्नी अब अपनी मम्मी को घोड़ी बनने को कहता है और अंजलि बेड पर अपनी कोहनिया टिका कर अपनी भारी भरकम मोटी गान्ड को उपर उठा देती है, सन्नी अपना मूह उसकी गान्ड और चूत मे लगाकर फिर से चाटने लगता है,
थोड़ी देर अपनी मम्मी की गान्ड और चूत को पीछे से मूह लगाकर सन्नी खूब कस कस कर चाट चाट कर लाल कर देता है
उसे अपनी मम्मी की गोरी चमड़ी पर गदराई और फूली हुई चिकनी बुर जो कि चूसने से कुछ लाल हो गई थी को देख कर बहुत प्यार आता है और वह एक बार फिर अपनी मम्मी की चूत की फूली हुई फांको को फैलाकर खूब कस कर चुसता है और अंजलि तड़प उठती है, तभी सन्नी अपने मोटे लोड्े को एक जोरदार धक्के के साथ अपनी मम्मी की चूत मे पूरा का पूरा जड़ तक भर देता है और अंजलि आह करके ज़ोर से सिसियाति है, सन्नी अपनी मम्मी की चूत मे ताबड़तोड़ धक्के मारने लगता है जब उसकी जंघे अपनी मम्मी की मोटी जाँघो से टकराती है तो एक मादक साउंड पूरे रूम मे गूंजने लगता है, सन्नी पूरे जोश मे आकर अपनी मम्मी की तबीयत से चूत मारता है, अंजलि की चूत पानी छोड़ छोड़ कर पूरी चिकनी हो जाती है और सन्नी का लंड फिसल फिसल के अपनी मा की बुर मे सतसट अंदर बाहर होने लगता है, करीब 20 मिनिट तक सन्नी लगातार धक्के मारता है जब उसे लगता है कि अब उसकी मम्मी झड़ने वाली है तो वह अपनी मम्मी को सीधा लिटाकर उसके उपर लेट कर अपना लंड चूत मे फसा देता है और अपनी मम्मी की मोटी गान्ड को दोनो हाथ से दबोच कर उसकी गान्ड को उपर की ओर उठाकर पूरी रफ़्तार से 25-30 धक्के सतसट मारता है और उसकी मम्मी का बदन अकड़ जाता है और वह सन्नी को आह आह करती हुई अपने नंगे जिस्म से दबोच लेती है दोनो की चूत और लंड एक दूसरे से कस कर चिपक जाते है और सन्नी का लंड अपनी मम्मी की चूत के जड़ की गहराई मे रुक रुक कर पिचकारी मारने लगता है,
दो मिनिट तक दोनो के चूत और लंड एक दूसरे से चिपके हुए होते है और उसकी नसे पानी छोड़ती रहती है, सन्नी जैसे ही अपनी मम्मी के उपर से अलग होता है
डॉली का फोन बजता है, अंजलि करवट लेकर पड़ी होती है उसकी साँसे बहुत तेज रही थी वह डॉली से बात करने की स्थिति मे नही थी सन्नी फोन पिक अप करता है, हाँ दीदी बोलो,
डॉली-सन्नी मम्मी कहाँ है,
सन्नी -बाथरूम मे,
डॉली -अच्छा तू आ रहा है क्या मैं शॉपिंग माल मे हू,
सन्नी- दीदी मैं 10 मिनिट मे पहुचता हू,
डॉली- ओके,
सन्नी फटाफट बाथरूम मे जाकर फ्रेश होता है और कपड़े पहन कर अंजलि से कहता है मम्मी रेडी हो जाओ मैं डॉली को लेने जा रहा हू और अपनी बाइक दौड़ा देता है, शापिंग माल के अंदर एक लॅडीस काउंटर पर डॉली खड़ी होती है, सन्नी उसके पास जाकर दीदी क्या ले रही हो, डॉली के हाथ मे पेंटी थी, सन्नी उसके हाथ से पेंटी ले कर उसे फैलाते हुए देख कर दीदी यह तो बहुत छोटी है तुम्हारे साइज़ के हिसाब से तो छोटी पड़ेगी, डॉली उसके हाथ से पेंटी छुड़ाते हुए उसे अपनी आँखे निकाल कर देखती हुई, यह मेरे लिए नही मम्मी के लिए है,
सन्नी -दीदी मम्मी भी पेंटी पहनती है क्या,
डॉली- उसे देखती हुई क्यो मम्मी क्या औरत नही है,
सन्नी -नही वो बात नही है, मैने तो सुना था कि औरते जब 40 पर हो जाती है तो पेंटी पहनना छोड़ देती है,
डॉली- यह तूने कहा से सुना,
सन्नी -कई बुक्स मे पढ़ा है,
डॉली-गंदी किताबे पढ़ पढ़ के ही तो तेरा दिमाग़ खराब हो गया है,
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